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Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust

टेलीग्राम चैनल का लोगो rajyogipk — Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust S
टेलीग्राम चैनल का लोगो rajyogipk — Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust
चैनल का पता: @rajyogipk
श्रेणियाँ: धर्म
भाषा: हिंदी
देश: भारत
ग्राहकों: 5.22K
चैनल से विवरण

This channel is parallel branch of Adbhut Rajsik Sadhnayen Youtube channel where we will provide you Gupt sadhna's & Dhyaan Gupt mantras..
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2022-06-19 12:10:41 विषय - शमशान जागरण से शक्तियां प्राप्त
देवांशु जी जैसे आपने कहा है की शमशान जागरण से हम काल की अवधी को कम करके कम समय में सिद्धि या प्राप्त कर सकते है तो
क्या हम माता शमशान काली की साधना शमशान जगाकर ३० दिवस में मिलने वाला फल १ दिवस में प्राप्त कर सकते है?
क्या अन्य देवी देवता जैसे शिव पार्वती हनुमान की भी साधना शमशान जगाकर कर सकते है?

उत्तर –
आपके प्रश्न पढ़ के लगता है की आपमें कुछ ऐसी जिज्ञासा है जो अन्य साधकों में नहीं है.
श्मशान जागरण से प्रकृति का अतृप्तता पर जो बंधन है वह स्थापित नहीं रह पाटा है उतने समय के लिए. इसे आप काल की अवधी में कमी से भी समझ सकते हैं.
देखिये जो सामान्य अतृप्त साधनाएं हैं उनके लिए मात्र श्मशान जागरण से ही कार्य हो जाते हैं लेकिन जब आपको माता श्मशान काली जैसी शक्ति को आमंत्रित करना हो उसमे शव साधना आदि की आवश्यकता पड़ती है क्यूंकि इतनी उर्जा सिर्फ श्मशान जागरण से पैदा नहीं हो पाती है शरीर में की वह उच्च उर्जा के साथ सम मेल बिठा सके.
अन्य उच्च उर्जा को इस इधी से सिद्ध कर पाना काफी मुश्किल है क्यूंकि प्राण इतनी उर्जा से साथ सम स्थापित करने से पूर्व ही शरीर त्याग देगा इसलिए यह संभव नहीं हो पायेगा कम से कम ५ वर्ष से कम अभ्यास में.
इस प्रश्न का उत्तर इतने कम शब्द में इसलिए दिया गया है क्यूंकि सभी साधकों के लिए इसे समझना मुश्किल है.
893 viewsDewanshu, 09:10
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2022-06-19 12:00:48 sir parnaam mera parshan hai ki mai is baar 10th me hu maine socha hai ki mai din me sokar raat me study karuga or 1 ghanta padhne ke baad 20-15 minute tak dhyan karuga ye faislaa sahi hai kya kripa bataie agr koi galti hui ho parshan puchne me to shama kijie ga

उत्तर –
आपके प्रश्न का उत्तर दूँ उससे पूर्व मैं आपको एक सलाह देना चाहता हूँ जैसा की अपने बताया की अभी आप दसवी कक्षा में हैं इसलिए कुछ भी ऐसा गलत कार्य न करें जिससे आपको भविष्य में कभी समस्या का सामना करना पड़े आप इतने समझदार है की आप समझ सकें की मैं किस विशेष बात हेतु आपको सचेत कर रहा हूँ.

प्रकृति द्वारा मनुष्य के जीवन में हर एक कार्य हेतु समय निर्धारित किया गया है जिसमे रात्रि विश्राम हेतु निर्धारित है अतः बेहतर हैं की आप सुबह जल्दी उहे और अपनी पढाई करें ना की रात्रि में पढ़ें और सुबह उठने से आपको मानसिक एवं शरीरिक लाभ भी मिलेगा जो की रात्रि में जागने से नहीं मिलेगा
पहले ध्यान करें उसके बाद पढाई करें इससे आपको अधिक लाभ मिलेगा क्यूंकि शुरू शरू में मानसिक रूप से थक जाने के बाद आप ध्यान नहीं कर पाएंगे
पड़ी के वक़्त अपना मेरुदंड सीधा रखें जिससे आपको याद करने में लाभ मिलेगा , ब्राह्मी का सेवन करें यदि संभव है तो चित्त दृढ रसायन का सेवन करें (आवश्यक नहीं है)

कुछ प्राणायाम अवश्य करें.
840 viewsDewanshu, 09:00
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2022-06-19 11:51:14 १. Aaj Sunday h hawan hogi kya ??

२. Jaigurudev
Saadar Pranam
Guru ji
Das Mahavidya
Hawan band kar ho gaya hai ?


उत्तर -
साधक इस विषय में प्रश्न कर रहे हैं शायद साधकों तक यह जानकारी नही पहुच पा रही है की प्रत्येक रविवार को संस्था द्वारा महा विद्या हवन किया जाता है और इसका शुल्क १५५ प्रत्येक साधक प्रत्येक हवन होता है.

पिछले कुछ हफ्ते से हवन के चिता पोस्ट नही किये गये हैं आज रात्रि से पुनः शुरू किये जायेंगे क्यूंकि ऐसी आवश्यकता महसूस नही हो रही थी की हवन के चित्र प्रसारित करने हैं.

रविवार को महाविद्या हवन की प्रक्रिया चलती रहेगी यह बंद नही होगी इसलिए साधक अपना नामांकन करवा सकते हैं.

देखिये कई बार ऐसा लगता है की जो प्रक्रिया स्वतः चल चल रही है उसका साक्ष्य प्रत्येक सप्ताह डालना उचित नही लेकिन क्यूंकि वर्तमान समय में साधकों को साक्ष्य की आवश्यकता है एवं अन्य साधकों को भी इसके माध्यम से जानकारी मिलेगी इसलिए आज से प्रत्येक हवन की चिता अवश्य डाली जाएगी.
820 viewsDewanshu, 08:51
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2022-06-19 11:45:57 प्रणाम गुरु जी
प्रश्न - अगर किसी व्यक्ति ने रावण तंत्र धारण किया है तो घर में ही पुजा पाठ है उसके बाद खाना भी है उस स्थिति में क्या किया जाए
धन्यवाद

उत्तर –
देखिये ऐसा कोई विशेष नियम नहीं है की आप तंत्र धारण करके भोजन अथवा पूजा पथ में सम्मिलित नहीं हो सकते हैं रावण खुद भी शिव भक्त है और एक उर्जा को बंधित करके अपने धारण किया है ऐसी स्थिति में अनेक उर्जा के संपर्क में आने से कई बार किसी भी उर्जा का लाभ नहीं मिल पाता है इसलिए यह कहा गया है की तंत्र धारण करने के बाद बहुत अधिक अनुष्ठान का हिस्सा न बने क्यूंकि वहां उत्पन्न होने वाली तरंग कहीं न कहीं आपके जीवन में कुछ प्रभाव अवश्य डालेगी अब वह प्रभाव क्या होगा यह कहना मुश्किल है.
तंत्र की यही विशेषता है की वह कब किस प्रकार से कार्य करेगा यह मनुष्य के कर्म पर निर्भर करता है की वह कितन अधिक पालन करता है किसी भी चीज़ का. मैं स्वयं भी तंत्र धारण करता हूँ और जीवन अनुसार उसे बदलता रहता हूँ कई बार साधकों को लगता है की तंत्र का शुल्क है लेकिन उन्हें यह समझना होगा की आपको मिलने वाला लाभ तंत्र के शुल्क से कहीं अधिक होता है संस्था में सभी रत्न एवं तंत्र धारण करते रहते हैं इसमें कुछ विशेष नहीं है अतः इसकी चिंता ना करें बस अपने कार्य में लिप्त रहें अनुष्ठान की प्रक्रिया हर एक घर में होती है यह आवश्यक भी है इश्वर के प्रति किसी भी माध्यम से प्रेम प्रकट करें लेकिन करें अवश्य जितनी भी सनातन विधियाँ हैं उनमे ऐसे ऐसे रहस्य छुपे हुए हैं जिनपे विज्ञान आज भी शोध कर रहे हैं कई लोग उसका खंडन भी कर रहें हैं सभी के अपने तर्क हो सकते हैं मेरा किसी से विरोधाभास नहीं है आज के समय तक जीते मेरे शोध हैं उसमे मैं सर्वाधिक वैज्ञानिक धर्म सनातन को ही मानता हूँ और यह सत्य है की आने वाले २० से ३० वर्ष में यह सम्पूर्ण विश्व इस चीज़ को मानेगा और आने वाले समय में मानव निर्मित संप्रदाय समाप्त होंगे और धर्म के आधार पर नहीं मनुष्य सत्य के आधार पर जीवन यापन करेंगे ऐसे नियम का पालन करेंगे जिससे किसी को भी हानि न हो और सभी का भला हो यही सत्य सनातन धर्म है सनातन का अर्थ ही है जो अमर है हमेशा है और हमेशा रहेगा मृत्यु होती ही नहीं है आप सिर्फ परिवर्तन कर सकते हैं.
827 viewsDewanshu, 08:45
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2022-06-19 11:06:34 Ek prasan tha dewanshu ji ,
Ki kriya yog me Sabse mul padati kya hai yani kripya uske shuruaat Charan ka Gyan dijiye jise ham log usse kar sake aur kriya yoga ki Sakti ka Anubhav kar sake .
Aur agar kriya yog 1&2 saal haar din karne par kya kya Labh sambhav hai .

उत्तर –
वर्तमान समय में मनुष्य परिश्रम से अधिक लाभ की कामना करते हुए कार्य करते हैं यह सबसे बड़ा कारण है असफलता का और मैंने अपने जीवन के अनुभव से बता रहा हूँ यह सत्य है की जब व्यक्ति अंत की कल्पना करते रहते हैं वह वर्तमान को दूषित कर लेते हैं और कहीं न कहीं ऐसी समस्या पैदा हो जाती है की उन्हें संघर्ष करते रहना पड़ता है इसलिए मेरा आपको यही परामर्श है की लाभ के विषय में न सोचे ज्यादा की क्रिया योग करके हम हवा में उड़ लेंगे या अमर हो जायेंगे.
क्रियायोग अथवा अन्य योग के माध्यम से हमेशा यह कहा गया है साधक जन्म मरण के बन्धन से मुक्त हो जायेगा यदि अंत है यही लाभ है यही सत्य है.
अभ्यास हेतु रक्त संचार की प्रक्रिया दी जा चुकी है साथ ही शिविर के माध्यम से बेसिक शिक्षा दी जाती है क्रिया को सार्वजानिक करना नियम विरुद्ध है इसलिए जितना आवश्यक है उतनी जानकारी निशुल्क रूप से उपलब्ध है अन्य साधक भी निशुल्क रूप से क्रिया लखनऊ आश्रम में आके कर्म मित्र बन के सीख सकते हैं जिसमे उन्हें १ वर्ष तक कर्म सेवा एवं श्रम दान प्रदान करना होगा उसके बाद ही उनकी शिक्षा दीक्षा शुरू की जाएँगी.
842 viewsDewanshu, 08:06
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2022-06-19 10:55:04 मैं आर्थिक रूप से बहुत परिशान हु. ५-६साल हुए कर्ज़ चढ़ा है. आबतक, २०-२२ लाख का कर्ज हुआ हैं.

उपाय बताएं गुरुजी

उत्तर –
यह समझना की शक्ति आके आपका कर्ज उतार देगी तो ऐसी सोच न रखें शक्ति के माध्यम से आपके कार्य बन्ने शुरू होंगे और उनके ही माध्यम से आप धन अर्जित कर पाएंगे अब वह किसी अन्य के कार्य बना के हों या अपने खुद के अथवा आप चमत्कार के माध्यम से धन अर्जित करें.
महामाई कर्ज मुक्ति साधना – यह साधना आप कर सकते हैं और धन कुबेर यक्ष यह कुछ ऐसी साधना हैं जिनके माध्यम से आप अपनी कर्ज मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं.
यदि आप तामसिक साधना करना चाहते हैं तो आप अनेक तंत्र प्रयोग देख सकते हैं जो पेड़ ग्रुप में दिए गये हैं.
सभी साधक जो कर्ज से परेशांन हैं मैंने यह देखा है की उन्हें कहीं न कहीं मानसिक अत्यधिक दिक्क़त रहती है साधना काल में इसलिए वह अवश्य १५ दिन सिद्ध मद्य का सेवन करें उसके बाद ही साधना करें इससे आपको मानसिक शक्ति मिलेगी थोड़ी साधना के वक़्त
849 viewsDewanshu, 07:55
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2022-06-19 10:45:55 Ky aapke pass vidya dhar sadhna hai iska shulk or iski jankari dijiye

उत्तर –
विद्याधर एक श्रेणी है साधनाओं की वह साधनाएं वो अनंत प्रकार की साधना आदि की जानकारी दें अथवा आपको विशेष पारंगत कर दें किसी भी विद्या में. ऐसी अनेक साधनाएं हो सकती है जिसमे यक्ष यक्षिणी बेताल आदि कोई भी विद्याधर हो सकता है. इसके लिए आप अपनी इच्छा अनुसार साधना का चयन कर सकते हैं.
एक निवेदन मेरा सभी साधकों से है आप किसी भी साधना के विषय में जानकारी जिस भी मार्गदर्शक से प्राप्त करते हैं शेष जानकारी शुल्क आदि की भी उनसे ही प्राप्त करें क्यूंकि इतने बड़े तंत्र जगत में यह संभव नहीं की मुझे सभी चीज़ की जानकारी हो ऐसी स्थिति में हो यह भी हो सकता है की मुझसे कोई गलती हो जाये. इसका खास ख्याल रखें.
मुझे बड़ी बड़ी बाते करने या खुद को बहुत बड़ा तांत्रिक अथवा योगी साबित करने की इच्छा नहीं है मैं एक साधारण सा साधक हूँ जो अनेक वर्षों से अभ्यासरत है इसलिए सामान्य जन से थोड़ी अधिक जानकारी है यह पूर्ण विद्या मुझे अनेक गुरुओं एवं शक्तियों से प्राप्त हुई है बस उन्ही गुप्त विद्या का मैं प्रचार प्रसार करता हूँ.

देवी विश्वेश्वरी साधना एक उत्तम साधना है जो संस्था में उपलब्ध है.
847 viewsDewanshu, 07:45
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2022-06-19 10:39:22 गुरुजी प्रणाम
गुरुजी मैं चारो तरफ से मुसीबत में घिर गया हूं... कोई काम सही नहीं हो रहा है सही करने की लाख कोशिश कर रहा हूं फिर भी मुझे गलत बोल रहे हैं.. आवक का साधन भी बंद हो गया है.. आर्थिक तंगी भी बढ़ गई है.. गुरुजी मुझ पर कृपा कीजिए
प्रणाम गुरुजी

उत्तर –
आर्थिक समस्या हेतु उपरलिखित प्रश्न में नाना प्रकार के उपाय दिए गये हैं आप उन्हें देखें उससे आपको मदद मिलेगी. जब मनुष्य आर्थिक समस्या से तंग होता है तो वह मानसिक रूप से भी सही से सोच नहीं पाता है लेकिन ऐसी स्थिति में यदि आप संस्था द्वारा बनाये गये इस इस telegram चैनल को अच्छे से देखेंगे तो आप यह समझ पाएंगे की आपकी सारी समस्या का हल यहाँ है आर्थिक मानसिक शारीरिक लेकिन आपको एक बार देखना पड़ेगा और पढ़ना पड़ेगा.

यदि साधक अपने जीवन में साधना करने में असमर्थ हैं वह संस्था द्वारा हो रहे महा विद्या हवन का भाग बन सकते हैं प्रत्येक रविवार माता महा विद्या का हवन पूर्ण किया जाता है जिसका शुल्क १५५ प्रत्येक व्यक्ति प्रत्येक हवन निर्धारित है यह शुल्क इतना कम रखने का कारण यह है जिससे अनेक साधक इसमें नामाकन करवा सकें.
850 viewsDewanshu, 07:39
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2022-06-19 10:08:08 Baba mai apse diksha lena chahta hu or mai apka sewak banna chahta hu.mai apke samip rahna chahata hu.

उत्तर –
अपने कर्म मित्र हेतु नामांकन किया हुआ है कर्म मित्र की प्रक्रिया चल रही है आने वाले समय में जिसका भी चयन होगा उनका नाम सार्वजानिक रूप से सूचित किया जायेगा.

संस्था हेतु - कर्म मित्र - जो अत्यंत करीबी एवं प्रेमी बनेंगे - श्रीम परंपरा


पिछले अनेक वर्षों से असंख्य साधकों द्वारा मुझे यह निवेदन किया गया है की वह मेरे साथ रहके शिक्षा दीक्षा तंत्र मंत्र यन्त्र योग ध्यान आदि आदि शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं इतने समय के इस विषय पर विचार चल रहा था और आज यह मैंने पूर्ण किया की जून माह से संस्था में ४ कर्म मित्र का स्थान रहेगा शुरू में जुड़े हुए कर्म मित्र ही सर्वाधिक करीब रहेंगे मेरे उनका मुझसे दिन में १ से २ बार मिलना अवश्य होगा और सभी कर्म मित्र आश्रम में -

स्थिरता, ज्ञान, तंत्र, मंत्र, यन्त्र, योग, ध्यान सभी की शिक्षा दीक्षा प्रत्यक्ष रूप से प्राप्त करेंगे तथा सभी कर्म मित्र यहाँ मेरे निवास स्थान पर निशुल्क रूप से रहेगे और उनका खाना रहना साडी सुविधाएँ संस्था की और से रहेगी. वह अपने जीवन से संस्था को सिर्फ श्रम दान ही प्रदान करेंगे.

कम शब्दों में निशुल्क रूप से शिक्षा की प्राप्ति मेरे (श्रीम) के सनिग्ध में आप सभी मेरे साथ रहेंगे और सीधेंगे मेरे द्वारा किये जाये वाले अभ्यास और प्रयास, कर्म मित्र - श्रीम परम्परा में जुड़ने का प्रथम चरण है.

यहाँ अधक निशुल्क रूप से अभ्यास करेंगे और अपने जप तप अनुष्ठान करेंगे यहाँ कर्म मित्र हेतु रहना खाना पीना सीखना पिजली पानी गद्दा रजाई सब निशुल्क है आप बस यहाँ आयेंगे और सीखेंगे. साथ ही साथ साधकों को कुछ न्यूनतम तनख्वाह भी दी जाएगी जिससे वह अपने जीवन के कुछ विशेष पल भी जी सकें.

जिन्हें श्रीम परंपरा के विषय में नही पता है वह पूर्व के पोस्ट में अवश्य पढ़े

१. गुरु शिष्य परंपरा - एक आवश्यकता https://t.me/rajyogipk/5211
२. श्रीम परंपरा में जुड़ने हेतु – (साधक हेतु) https://t.me/rajyogipk/5263

नियम -
१. श्रीम परम्परा के माध्यम से कर्म मित्र बन्ने हेतु साधक का आश्रम में रहना आवश्यक है अथवा आपको आपके प्रत्येक माह के दिवस निर्धारित करने होंगे की किस किस दिवस आप उपलब्ध रहेगे.

२. गुरु सेवा ही परम धर्म है - यहाँ हम गुरु के विभिन्न चरण को भौतिक, आत्मिक , आधात्मिक रूप से समझेंगे


३. संस्था में रहना खाना निशुल्क साथ में कुछ वेतन भी मिलेगा जो अत्यंत आवश्यक है खर्चे हेतु.

४. वर्तमान समय में आप लखनऊ में ही रहेंगे, आने से पूर्व अपने जीवन की वह समस्याएं दूर कर दें जो रोज़ रोज़ बाधा बन के आपके सामने आ सकती है.

६. कर्म मित्र अपनी शिक्षा दीक्षा के अलावा आश्रम से सम्बंधित कार्य करेंगे औं से मित्र कौन सा कार्य करेंगे यह निर्भर करता है उनके बोद्धिक विकास पे एवं उनकी पढाई लिखी के अनुसार.

७. संस्था किसी कॉर्पोरेट ऑफिस की तरह नही रहती है यहाँ नियम के लिए बाध्य नही किया जाता है क्यूंकि यदि आपका प्रेम होगा कार्य के प्रति तभी आप करेंगे.


यहाँ जुड़े जितने भी साधक को कर्म मित्र बनना चाहते हैं (पूरे भारत से) उनका स्वागत करता हूँ वह मुझसे व्यक्तिगत रूप से मेसेज कर सकते हैं निम्नलिखित जानकारी के साथ -


- व्यक्तिगत जानकारी
आपका नाम
जन्म दिनांक
जन्म समय
जन्म स्थान

यदि नही है तो

आपका नाम
और अपने हाथ की फोटो

- आपकी पढाई लिखी, वर्तमान समय में आप करते क्या है, वर्तमान समय में आपका निवास स्थान कहाँ
- आप वर्तमान समय में क्या करते हैं और आप संस्था में कर्म मित्र का पद क्यूँ प्राप्त करना चाहते हैं ?
- आप अपने मार्गदर्शक के प्रति कितना समर्पण भाव रखते हैं ?
-गुरु सेवा परम धर्म - इसकी अनेक विधि से आप क्या समझते हैं


- यदि आपका चयन होता है ऐसी स्थिति में आप कितन दिनों के अंदर लखनऊ आ जायेंगे



इस कर्म मित्र में ४ लोगों का ही सिलेक्शन होगा अतः बिना देर किये पूर्ण जानकारी प्रदान अवश्य करें

यह सूचना आप सीधे मुझे भेजेंगे @doccult पे, आज के समय में जब सभी को सब निशुल्क चाहिए संस्था द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है संस्था जो भी निशुल्क दे सकती है वह दे - शिक्षा, दीक्षा, सामग्री, रहना, खाना, एवं आवश्यक वेतन भी.


अतः इच्छुक साधक मुझे व्यक्तिगत रूप से अपना नामांकन भेज दें .

साथ ही साथ कर्म मित्र के इस चैनल को जॉइन करें जिससे कर्म मित्र से संबंधित सभी सूचना वही आये https://t.me/+y-K7koRhpIoxN2E1

नोट – कर्म मित्र पद पर १ वर्ष सेवा करने के बाद ही आपकी शिक्षा दीक्षा शुरू की जाएगी इस लिए पहले से यह सोच समझ के ही नामांकन करें.
915 viewsDewanshu, 07:08
ओपन / कमेंट
2022-06-19 09:58:44 प्रश्न: भईया प्रणाम ऐसी कोई साधना है जिसमे शक्ति साधक का प्रत्यक्ष मार्गदर्शन (जीवन के हर क्षेत्र मे) करे और सभी षडकर्म् (नैतिक या अनैतिक) भी करे

उत्तर –
जिन साधकों को यह नहीं पता प्रत्यक्ष मार्गदर्शन का अर्थ है शक्ति सामने बैठ के आपको उचित अनुचित बताये या आपके समक्ष कोई आये उसके विषय में सत्य बताये साथ ही साथ आपके लिए मारण उच्चाटन वशीकरण आदि आदि समस्त कर्म करे ऐसी शक्ति के विषय में साधक ने जानकारी प्राप्त करने की इच्छा जताई है अर्थात ऐसी शक्ति जो एक बार सिद्ध हो जाये तो जीवन में दुबारा कुछ ना करना पड़े.
घटक बेताल , नयन तारा डाकिनी , पुष्प किन्नरी , कुल घातक बेताल यह कुछ ऐसी साधनाएं हैं जो आपके प्रश्न के अनुसार आपकी इच्छा पूर्ण कर सकती है. यह साधनाएं कुछ हो संभवतः पेड़ ग्रुप में मिलेंगी अन्यथा यदि सार्वजानिक की गयी हैं तो आपको आपके समक्ष मिल जाएँगी.
909 viewsDewanshu, 06:58
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