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Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust

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टेलीग्राम चैनल का लोगो rajyogipk — Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust
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नवीनतम संदेश 2

2022-08-25 16:08:36 प्रश्न - ३ दिवसीय अगिया बेताल

- ३ दिवसीय अगिया बेताल साधना जो सितम्बर माह २०२२ के पेड ग्रुप में दी गयी है उसमे हवन है और उसमे सामग्री उपयोग हो रही है लेकिन मेरे द्वारा कहा गया है की साधना में किसी सामग्री की आवश्यकता नही पड़ेगी इस ग्रुप में जुड़ने वाले साधकों के लिए ऐसा क्यूँ ? साधक द्वारा प्रश्न सही से पुछा नही गया इसलिए मैं उसे आसन शब्दों में पिरो रहा हूँ

- 3 दिवसये अगीया बैताल साधना घर पर करने के बाद
हवन कीसी दूसरे जगह पर कर सकते है

- गरू जी सादर प्रणाम अगिया बेताल साधना में कितने मुखी रूद्राक्ष माला से जाप करना है और कितने मुखी हवन कोन में हवन करना है

- नमस्कार, अगिया बेताल साधना हेतु संकल्प कबसे दिलवाया जायेगा और क्या इसका शुल्क है ??
धन्यवाद

- Namaskar bhaiya,

Jab betal bhagwan shiv ke gad hain to dharmik sthal me jaane ki manahi kyu hai ?


- Namaste Bro ,
Prashn ...
Kya 3 Divas ki Agiya Betal sadhana Bina Dhyan ke hi pratyaksh hota hain ya sirf apni upasthithi mehsoos karwata hain?

- Agiya betal
Jese mala sirf , sankhya count krne ke liye he
To is sadhna me agar mala na lo ya fir , bina sanskarit mala se bhi kr skte hena ?kyuki Count krne me asani hogi mala se but bina sankarit mala se kr skte hena ?

उत्तर -
ये सारे प्रश्न एक ही साधना से समबन्धित है इसलिए एक साथ ले लिए गये हैं,

सामग्री -
यह समझना आवश्यक है जब भी संस्था में सामग्री की बात की जाती है उसका अर्थ है वह सामग्री जो आप संस्था द्वारा क्रय करके प्राप्त करते हैं जैसे माला आसन दीक्षा सितम्बर माह २०२२ के ग्रुप में १२ साधनाएं दी जाएँगी जिनमे किसी में भी किसी प्रकार की साधना सामग्री आपको संस्था से लेने की आवश्यकता नही होगी.

इसका यह अर्थ नही है की आपको श्रम ही नही करना है आप रात्रि में निद्रा प्राप्त करें और सुबह एक शक्ति आपके समीप आ जाएगी. अतः जो हवन समाग्री है वह आप बाज़ार से स्वयं से क्रय कर सकते हैं.

मेरे लिए इस समय अजीब विडंबना है ऐसी शक्तिशाली अगिया बेताल की ३ दिवस की साधना भी साधको के समक्ष प्रस्तुत की इस साधना में ध्यान की आवश्यकता भी नही है सिर्फ मंत्र जप एवं हवन है, क्यूंकि इस ग्रुप के नियम अनुसार सभी साधनाएं १ सप्ताह से कम की हैं. इससे आसन तो अब संस्था के बस की बात नही है, संस्था द्वारा ५०१ के निर्धारित शुल्क में जितनी जानकारी एक स्थान पर प्रदान की जाती है शायद की किसी साधक को प्राप्त हो पायेगी.

हवन दुसरे स्थान पे - राजसिक साधना में यह नियम हमेशा बताया गया है आपको की आप साधना एक निर्धारित स्थान पे एवं हवन किसी भी स्थान पर जाके कर सकते हैं इसीलिए साधना करने से पूर्व संस्था द्वारा निर्मित ३ विडियो को देखने की सलाह दी जाती है जिससे इस प्रकार के प्रश्न मन में पेड न हों लेकिन साधक उसमे भी समय बचाते हैं और साधना में अनेक गलती करके साधना का सत्यानाश कर लेते हैं अतः सभी साधक किसी भी वह ३ विडियो अवश्य देखें.

माला - ग्रुप की ही विशेषता यह है की आपको किसी भी साधना सामग्री क्रय करने की आवश्यकता नही है रुद्राक्ष की माला सिर्फ इसलिए कह दी गयी है क्यूंकि गिनती कैसे करेंगे अथवा कोई भी कैसे गिनती करेगा कितनी जप संख्या पूरी हुई है इसमें मुखी और संस्कारित होने से कोई मतलब ही नही है, रुद्राक्ष इसलिए कहा गया है यदि यह कह दूँ किसी भी माला से कर लीजिये कुछ साधक ऐसे होंगे जो तुलसी की माला से साधना करने लग जायेंगे जो की निषेध हैं इस साधना में और रुद्राक्ष की माला हर जगह आसानी से मिल जाती है और सभी हिन्दू परिवारों में घर में भी होती है.

धार्मिक स्थल - जब आप मंत्र जप करते हैं ऐसे में आपके अंदर मन्त्र की ध्वनि उत्पन्न होती है जो तरंग में परिवर्तित होके प्रसारित होती जिसके माध्यम से शक्ति का आपसे संपर्क स्थापित होता है धरिम स्थल में अलग अलग प्रकार की तरंग मौजूद होती है और साधना काल में धार्मिक स्थल पर जाना उचित इसलिए नही है जिससे विभिन्न तरंग से आप संपर्क में ना आयें. ३ दिन की साधना में भी यदि आप धार्मिक स्थल पर जाना नही रोक सकते हैं ऐसे में न आपको अपने धार्मिक स्थल की शक्ति पे विश्वास है न ही अपनी साधना पे और अविश्वाशी साधक हमेशा पतन हो प्राप्त करता है.

प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष - देखिये साधना में स्पष्ट शब्दों में दिया गया है यह एक प्रत्यक्ष बेताल साधना है इसमें उपस्थिति आदि शब्द के उपयोग की आवश्यकता ही नही है. स्वयं से साधक काल्पनिक विचार न बनायें वही बेहतर है.
1.5K viewsDewanshu, edited  13:08
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2022-08-25 11:14:36 प्रश्नोत्तरी - 25-08-2022 आज रात्रि 7 बजे तक

साधक किसी भी विषय मे प्रश्न करें सामाजिक, मानसिक, आर्थिक, शारीरिक, साधना, एवं क्रियायोग योगनिद्रा ध्यान तंत्र मंत्र यंत्र आयुर्वेद आदि मुझमे जितनी योग्यता है उसी अनुसार मैं उत्तर देने में समर्थ हूँ

प्रश्न नियम

1. समस्त प्रश्न के उत्तर दिए जायेंगे - पहले की तरह Telegram पर सार्वजानिक रूप से दिए जायेंगे.

2. पूर्ण प्रश्न 1 ही मेसज में लिखें, इससे उत्तर देने में आसानी होती है अन्यथा उत्तर अत्यधिक लम्बा हो जाता है जिस कारण से सभी उसे समझ नही पाते हैं

3. प्रश्न कोशिश करें कि कम शब्दों में हो, समस्त साधकों के प्रश्नों के उत्तर दिए जा सकें.

4. अपना प्रश्न पूछने के बाद मेसज न करें कि उत्तर दीजिए, ! , ? , यह सब मत भेजिए उत्तर हेतु प्रतीक्षा कीजिये. यदि आप ऐसा करते हैं आपको मेरे द्वारा ब्लाक कर दिया जायेगा और आप जीवन में कभी मुझसे संपर्क स्थापित नही कर पाएंगे.

प्रश्न करने हेतु - @Doccult पर मेसज करे

नोट-

1. सर्वप्रथम उत्तर सितम्बर माह 2022 के पेड ग्रुप में जुड़े साधकों का दिया जाएगा उसके बाद सर्वोच्च साधना संगठन से जुड़े साधकों का अंत मे सार्वजनिक ग्रुप से।

2. रात्रि 7 बजे के बाद पूछे गए प्रश्न का उत्तर नही दिया जाएगा।
1.5K viewsDewanshu, 08:14
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2022-08-23 19:53:40 Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust pinned « सितम्बर माह २०२२ - पेड ग्रुप की पूर्ण जानकारी इस माह में साधक को किसी साधना समाग्री अथवा दीक्षा की ज़रूरत नही पड़ेगी ऐसी साधना प्रकशित की जाएंगी। अधिकः जनकारी हेतु - https://t.me/rajyogipk/5994 ★ तंत्र ★ ◆ प्रयोग - १. वशीकरण - परिंदा वशीकरण…»
16:53
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2022-08-23 13:49:59विशेष -

◆ अति दुर्लभ -

१. महाविद्या - माता बगलामुखी -
माता बगलामुखी का ऐसा दिव्या मंत्र जिसके माध्यम से आप एक ही दिवस में सम्पूर्ण षट्कर्म अपने निवास स्थान पर बैठ के कर सकेंगे षट्कर्म अर्थात वशीकरण, मारण उच्चाटन विद्वेषण शांति कर्म सम्मोहन

२. बेताल - अगिया बेताल - आज से पूर्व ३ प्राकर की अगिया बेताल साधना दी गयी हुई - १५० दिवस,५१ दिवस, १ दिवस लेकिन यह अद्भुत अगिया बेताल साधना जो मात्र ३ दिवा समे सिद्ध होती है और साधक अपने अनुकूल कार्य लेते हैं इसके माध्यम से इसमें प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष करने की इच्छा आपके अपने उपर निर्भर करती है

★ आयुर्वेद -

◆ वनस्पति तंत्र -

१. तांत्रिक जड़ी - मन मोहिनी -
यह एक ऐसी जड़ है जिसे धारण करने मात्र से साधक के प्रति सब मोहित होते हैं और उसके अनुकूल कार्य करते हैं

◆ सेवन

प्रशाद - प्रसाद निर्माण - देवी देवता -
यह प्रथम बार है शयद जिसमे आप आयुर्वेदिक औषधि से सम्बंधित देवी देवता विशेष प्रसाद निर्माण की प्रक्रिया सीखेंगे जिसका भोग आपके अंदर देवी देवता से सम्बंधित उर्जा का विकास करेगा और आपकी तरंग क्षमता में वृद्धि होगी

★ टोन टोटके

◆ टोन - नश्वर - बलि प्रेम विच्छेद -
यह एक ऐसा टोना है जो उनके लिए लाभदायक है यदि उनका प्रेमी अथवा प्रेमिका अब उनके साथ नहीं है और वह किसी और से रिश्ता बना रहे रहा हैं ऐसे में यह टोटका भयंकर विद्वेषण है जिसे करते ही दोनों के बीच सम्बन्ध टूटेगा और आपका सम्बन्ध जुड़ जायेगा

◆ टोटके - मस्तिष्क - बुद्धि वर्धक - अनेक साधक ऐसे हैं जिनके पास काम है लेकिन वह पूर्ण इसलिए नहीं कर पाते हैं क्यूंकि नकी सोचने समझने की शक्ति उतनी अधिक नहीं है यह एक एशिया टोटका है जिसके माध्यम से साधक की बुद्धि का विकास होगा और वह कम समय में अधिक से अधिक कार्य कर सकेगा मानसिक रूप से
1.9K viewsDewanshu, 10:49
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2022-08-23 13:10:00 ★ यन्त्र -

१. पूजन - महा माई दुर्गा देवी स्थापना -
इस यन्त्र को अपने मंदिर पर स्थापित करके उसके उपर देवी दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करने से देवी की पूर्ण प्राण प्रतिष्ठा होती है और साधक को माता दुर्गा से समबन्धित समस्त कृपा प्राप्त होती है

२. जल यन्त्र - श्मशान निर्माण - यह यन्त्र श्मशान से लगी हुई नदी के जल से निमित होता है जिसका निर्माण करके घर में रखने के हवन कर्म करने से श्मशान में किये जाने वाले हवन एआरएम का लाभ मिलता है और हवन को चिता के सामन स्थापित करने स्थिति बनती है.

आध्यात्म -

◆ अवस्था -

१. धार्मिक -
महाम्रितुन्जय सत्य - महर्षि मार्कंडेय

◆ ज्ञान सरोवर -

१. अंतर्करण - हनुमान चालीसा भाग १० -
रामायण का अर्थ , दशरथ का अर्थ क्या है ?
अयोध्या क्या है ? हनुमान और भीम में क्या समानता है ? रामायण का सार क्या है ? कैसे होती है सीता की स्थापना ? अति रोचक है ये

क्रियायोग योगनिद्रा -

◆ अभ्यास -

१. १८ सिद्ध आसन - १८/५ -
महावातार बाबा जी द्वारा दी गये ऐसे १८ आसन जिनके माध्यम से मनुष्य प्राप्त कर सकता है मृत्यु पर विजय और यही कारण है की मनुष्य अपने जीवन में सर्वदा उत्तान करता है और इसी जीवन में कर्म बंधन से मुक्त हो जाता है

◆ प्रेम -

१. प्रकृति- सम्बन्ध -
ऐसा सम्बन्ध प्रकृति के साथ की आप की आपका जीवन और प्रकृति का जीवन आपसे ही चल रहा है और आप द्वारा संचालित जीवन की प्रकृति का अभिन्न अंग है. इस प्रकृति में होने वालिस अमस्त क्रिया के धारक आप है आप ही प्रकृति है

◆ रहस्य -

१. चक्र - अनाहत -
अनाहत चक्र के जागने की स्थिति में क्या होता है , इस चर से प्रेम का क्या सम्बन्ध है कैसे जागृत होता है अनाहत सम्पूर्ण जानकारी

★ तंत्र मुद्रा विज्ञान -

१. कुण्डलिनी जागरण - त्रिबंध - शक्तिशाली उर्जा उर्धगामी -
1.7K viewsDewanshu, 10:10
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2022-08-23 12:39:59मंत्र -

सात्विक -

१. शिव मोहिनी - नमः पार्वती देवी
- माता पारवती की यह साधना निर्जीव में जीवन प्रकाश देने की साधना है जिसके माध्यम से मनुष्य इस अद्भुत विद्या का ज्ञान प्राप्त करता है जिससे वह किसी निर्जीव में जीवन का संचार कर सकता है. नोट निर्जीव और मृत में अंतर है

राजसिक -

१. पितृ शांति - त्रिपिंड पितृ शक्ति साधना
- ऐसी साधना जिसके माध्यम से सिद्ध होंगे आपके पितृ और वह आपसे प्रसन्न होके सभी दुविधाएं करेंगे अंत जिससे आप आपको आपके आने वाली पुश्तें भी किसी प्रकार की समस्या से मुक्त रहें. अति उत्तम साधना

२. फ़रिश्ता - नूर जिब्राइल - इस जिब्राइल की सिद्धि से मनुष्य स्वयं को हर एक प्रकार से हर एक क्षेत्र में प्रकाशित करता है और आर्थिक मानसिक शैरिरिक आत्मिक अध्यात्मिक रूप से प्रगति करता है. इस साधना को करने वाला व्यक्ति समस्त ऐश और आराम की चीज़े प्राप्त करता है साथ ही जीवन पूर्ण संतुष्टि से बिताता है.

तामसिक -

१. कामुक सुंदरी - घृताची अप्सरा -
घृताची अप्सरा अप्सराओं में एक अति सुन्दर अप्सरा है साथ ही यह अति कामुक एवं काया तृप्ति प्रदान करने वाली अप्सरा है, पौराणिक कथाओं के अनुसार इनकी सुन्दरता पर अनेक ऋषि महर्षि भी मोहित हो जाते थे और इसने अनेक संतान को जन्म दिया - इसकी साधना से साधक को शैरिरिक तृप्ति एवं ज्ञान की प्राप्ति होती है जिससे वह जीवन के सत्य का दर्शन करता है

२. काया - गंधसूखे - यह रति साधक को कामसुख एवं अनंत गंध जिनके माध्यम से मनुष्य वशीभूत हो जाएँ उनकी शिक्षा दीक्षा देती है - आप ऐसी निर्मित गंध का व्यापर भी कर सकते हैं जिसमे प्रत्येक कार्य हेतु गंध आप निर्मित करते हैं और यह यक्षिणी साधक को कामसुख के बदले यह ज्ञान देती है - ऐसी गंध - गायन, वशीकरण. सम्मोहन एवं अन्य केष्ट्र में उपयोग की जा सकती हैं
1.6K viewsDewanshu, 09:39
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2022-08-23 12:05:35 सितम्बर माह २०२२ - पेड ग्रुप की पूर्ण जानकारी

इस माह में साधक को किसी साधना समाग्री अथवा दीक्षा की ज़रूरत नही पड़ेगी ऐसी साधना प्रकशित की जाएंगी।

अधिकः जनकारी हेतु - https://t.me/rajyogipk/5994

तंत्र

प्रयोग -

१. वशीकरण
- परिंदा वशीकरण - यह एक ऐसा अद्भुत वशीकरण प्रयोग है जिसके माध्यम से एक व्यक्ति स्वयं के लिए एवं अन्य लोगों के लिए भी ऐसा तंत्र निर्मित कर सकता है मात्र पक्षी के माध्यम से की वह वशीकरण में पारंगत हो जायेगा. और वह स्वयं के साथ साथ नया लोगों को भी बना के इसे दे स

२. नकारात्मकता - अतृप्तता नाश - ऐसे अनेक साधक हैं यहाँ जिनके घर अथवा स्वयं पे अथवा परिवार में शरीर पे नाना प्रकार की नकारात्मकता का प्रवाह रहता है ऐसे में मनुष्य लाखों रूपये खर्च करके भी सही नहीं हो पाता है कुछ न कुछ बीमारी अथवा आर्थिक नाश होता रहता है इस प्रयोग माध्यम से अंत होगी वह नकारात्मकता

साधना -

१. शैतान - तबाह - इब्लीस
- इब्लीस एक ऐसी साधना है जिसका प्रयोग लोगों को गलत दिशा में ले जाने के लिए किया जाता है, आज के समय में यह ज़रूरी नहीं है की आपका फायदा हमेशा आपको लाभ मिलने से ही हो सकता है दुसरे का नुकसान भी आपको फायदा देता है जैसे यदि २ दुकाने हैं एक ही तरह के सामान की एक बहुत चलती एक बिलकुल नही इसका प्रयोग दूसरी दुकान को बंद कर देगा जिससे अकी स्वतः ही चलने लगेगी. इसके माध्यम से अप किसी भी महिला अथव अपुरुष की बुद्धि भ्रष्ट कर सकते हैं

२. त्रिकाल - स्वप्न वाराही - यह साधना देवी पंचागुली के प्रकार की साधना जिसके माध्यम से साधक त्रिकाल दर्शी बनते हैं, इस साधना की परीक्षा मेरे गुरु के गुरु द्वारा पूर्व में की जा चुकी है और उन्ही की लेखनी से यह साधना प्राप्त की गयी है. यह साधना मनुष्य ओ किसी भी अन्य मनुष्य के जीवन के समस्त काल के दर्शन करवाती है और उसकी ख्याति एवं प्रसिद्धि में वृद्धि करती है. मनुष्य के जीवन में समस्त ऐश्वर्य एवं सुख की प्राप्ति होती है.

शमशान -

१.
जीव नाश - वह मनुष्य जो किसी मनुष्य अथवा जीव का नाश करना चाहते है साथ ही चमत्कारिक शक्तियां प्राप्त करना चाहते हैं, यह राक्षस किसी भी जीव को पूर्ण रूप से भोग करके नाश करता है और मनुष्य को विख्यात बनता है
1.6K viewsDewanshu, edited  09:05
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2022-08-21 21:27:52 साधक व्याकुलता एवं सुझाव -

पिछले कुछ समय से साधक बिना सामग्री के होने वाली साधनाओ की जानकारी के विषय में अधिक रूचि ले रहे हैं इसलिए प्रथम बार साधकों के विचारों का सम्मान करते हुए मैंने यह निर्णय लिया है की सितम्बर माह २०२२ के पेड ग्रुप में समस्त

१. साधनाएं एवं यन्त्र ऐसे प्रदान किये जायेंगे जिसमे किसी भी साधना समग्री अथवा दीक्षा की आवश्यता ना हो
२. सभी साधनाएं अथवा प्रयोग ७ दिवस से कम के होंगे
३. ऐसी साधनाएं भी सम्मिलित होंगी जो आप पूजा स्थान अथवा मंदिर में कर सकें
४. वह साधनाएं भी जिनमे ब्रह्मचर्य का पालन ना करना पड़े
५. ऐसी साधनाएं भी स्थान परिवर्तन दोष ना हो
६. ऐसी साधनाएं भी हवन / ध्यान की आवश्यकता ना पड़े साथ ही साथ साधनाएं घर पर आसानी से पूर्ण हो सकें।
७. इस ग्रुप में साधनाए कुछ इस प्रकार से होंगी की समस्त समस्या एवं सुख मिल सके जैसे -

वर्ग - योगिनी, यक्षिणी, अप्सरा, बेताल, पिशाच, पिशाचिनी, देवी, देवता, महाविद्या

सुख - आर्थिक, मानिसक, शारीरिक, कामसुख, व्यापारिक, चमत्कारिक आदि आदि।

संस्था का प्रयास यह है की साधक शीघ्र अति शीघ्र सफल हो सकें और सफल साधक की स्वयं एवं संस्था के उत्थान के लिए आवश्यक है.

सितम्बर माह २०२२ के पेड ग्रुप में जुड़ने वाले सभी साधकों को निशुल्क ध्यान दीक्षा दी जाएगी साथ ही विशेष क्रिया विधि की शिक्षा दी जाएगी जिससे वह साधक को आध्यात्म में प्रगति करना चाहते हैं वह कर सकें.

सितम्बर माह २०२२ का ग्रुप अनेक मायने में विशेष है इसलिए वह साधक जो आज तक इसलिए साधना नही कर सके हैं की उनके पास धनराशी की कमी है और वह साधना सामग्री अथवा दीक्षा हेतु धनराशी एकत्रित नही कर पाते हैं वह इस ग्रुप से अवश्य जुड़ें.

इस ग्रुप में जुड़ने के नियम हर बार से थोड़े अलग है शुरवाती २०० साधकों के लिए ग्रुप का निर्धारित शुल्क ५०१ रहेगा और उसके बाद जुड़ने का शुल्क १२८० रहेगा अतः साधक शीघ्र अति शीघ्र जुड़ जाएँ एक बार शुल्क बढ़ने के बाद कमी नही की जाएगी.

पेड ग्रुप के टॉपिक्स के विषय में जानकारी २ से ३ दिन में विस्तार से सार्वजानिक कर दी जाएगी, इस ग्रुप में मिलने वाली साधनाएं अति दुर्लभ होने वाली हैं अतः यहाँ जुड़े हुए सभी साधकों को यह ग्रुप ज्वाइन करना चाहिए.

◆◆ कई साधकों द्वारा यह पूछा जा रहा है की 200 हुए या नही उन्हें यह सूचित करना चाहता हूं जैसे ही 200 पूर्ण होंगे सार्वजनिक रूपनसे सूचित कर दिया जाएगा अतः आप निर्धारित धनराशि जमा करके शीघ्र अति शीघ्र जुड़ें।

धनराशी जमा करने हेतु - Paytm - 8377077139
UPI - Sahajky@upi

संपर्क सूत्र - @sahajky - मनीष जी
2.1K viewsDewanshu, edited  18:27
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2022-08-21 08:32:25 माता महाविद्या हवन -

प्रत्येक रविवार माता महाविद्या हवन संस्था द्वारा साधक कल्याण हेतु किया जाता है साधक निर्धारित शुल्क 155 जमा करके अपना नामंकन करवा सकते हैं।

जिन साधकों के हवन हो रहे हैं वह अपने अनुभव अवश्य भेजे मनीष जी को @sahajky पर।

हवन आज रात्रि 21 अगस्त 2022 को 8 बजे शुरू होगा उससे पूर्व नामांकन करवा लें।

2. प्रत्येक रविवार लखनऊ कार्यलय अथव आश्रम में निशुल्क भेंट की जाती है। साधक उसके लिए भी नामंकन करवा सकते हैं।

3. सितंबर 2022 माह के पेड ग्रुप की समस्त साधनाएं बिना समाग्री की होंगी अर्थात उसमे किसी समाग्री की आवश्यकता नही होगी और सभी साधनाएं 1 सप्ताह से कम की होंगी जैसे 1 दिवस 3 दिवस आदि। साधक इस ग्रुप के निर्धारित शुल्क 501 देके जुड़ सकते हैं शुरुवाती 200 साधकों हेतु यह शुल्क 501 रहेगा उसके बाद 1280। साधना न नाम एवं उसके विषय मे जानकारी जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी।


https://t.me/mahavidyahawan/30
1.9K viewsDewanshu, edited  05:32
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2022-08-19 16:00:11 नमस्ते . सर महावीर बेताल की हवन वाली साधना मंत्र प्रकाशित करे जिसमे 19 माला जप 50 दिन होता है फिर हवन होता है आपकी बहुत कृपा होगी
मुझे साबर मान्त्र याद करने ओर जपने में परेशानी होती है

उत्तर -
यहाँ जुड़े जितने भी साधक सार्वजानिक रूप से प्रकाशित साधना के मंत्र की प्राप्ति करना चाहते हैं -

१. वह सर्च कर सकते हैं अथवा प्रत्येक रविवार दुपहर १ बजे से ६ बजे के बीच आके लखनऊ में निशुल्क रूप से मिल सकते हैं.
२. अथवा साधना प्रश्नोत्तरी की प्रतीक्षा करें और उसमे साधना सम्बंधित प्रश्न करें.


यह प्रश्नोत्तरी उन प्रश्नों हेतु है यदि अपने किसी साधना में कुछ समझ नही आ रहा है अथवा आपको अन्य कोई समस्या है उससे समबन्धित प्रश्न कर सकते हैं एक साथ साधनाएं रहेंगी तो साधकों को भी आसानी रहेगी देखने में ऐसे प्रश्नोत्तरी में सब मिल जुल जाता है बाद में सभी को ढूडने में समस्याएं होती है अतः साधना प्रश्नोत्तरी की प्रतीक्षा करें अथवा लखनऊ आश्रम में आके व्यक्तिगत रूप से मिल साधना एवं मंत्र की प्राप्ति कर सकते हैं आप ऊपर लिखित समय के अनुसार.
2.3K viewsDewanshu, 13:00
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