2022-05-28 19:25:13
संस्था हेतु - कर्म मित्र - जो अत्यंत करीबी एवं प्रेमी बनेंगे - श्रीम परंपरा
पिछले अनेक वर्षों से असंख्य साधकों द्वारा मुझे यह निवेदन किया गया है की वह मेरे साथ रहके शिक्षा दीक्षा तंत्र मंत्र यन्त्र योग ध्यान आदि आदि शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं इतने समय के इस विषय पर विचार चल रहा था और आज यह मैंने पूर्ण किया की जून माह से संस्था में ४ कर्म मित्र का स्थान रहेगा शुरू में जुड़े हुए कर्म मित्र ही सर्वाधिक करीब रहेंगे मेरे उनका मुझसे दिन में १ से २ बार मिलना अवश्य होगा और सभी कर्म मित्र आश्रम में -
स्थिरता, ज्ञान, तंत्र, मंत्र, यन्त्र, योग, ध्यान सभी की शिक्षा दीक्षा प्रत्यक्ष रूप से प्राप्त करेंगे तथा सभी कर्म मित्र यहाँ मेरे निवास स्थान पर निशुल्क रूप से रहेगे और उनका खाना रहना साडी सुविधाएँ संस्था की और से रहेगी. वह अपने जीवन से संस्था को सिर्फ श्रम दान ही प्रदान करेंगे.
कम शब्दों में निशुल्क रूप से शिक्षा की प्राप्ति मेरे (श्रीम) के सनिग्ध में आप सभी मेरे साथ रहेंगे और सीधेंगे मेरे द्वारा किये जाये वाले अभ्यास और प्रयास, कर्म मित्र - श्रीम परम्परा में जुड़ने का प्रथम चरण है.
यहाँ अधक निशुल्क रूप से अभ्यास करेंगे और अपने जप तप अनुष्ठान करेंगे यहाँ कर्म मित्र हेतु रहना खाना पीना सीखना पिजली पानी गद्दा रजाई सब निशुल्क है आप बस यहाँ आयेंगे और सीखेंगे. साथ ही साथ साधकों को कुछ न्यूनतम तनख्वाह भी दी जाएगी जिससे वह अपने जीवन के कुछ विशेष पल भी जी सकें.
जिन्हें श्रीम परंपरा के विषय में नही पता है वह पूर्व के पोस्ट में अवश्य पढ़े
१. गुरु शिष्य परंपरा - एक आवश्यकता https://t.me/rajyogipk/5211
२. श्रीम परंपरा में जुड़ने हेतु – (साधक हेतु) https://t.me/rajyogipk/5263
नियम -
१. श्रीम परम्परा के माध्यम से कर्म मित्र बन्ने हेतु साधक का आश्रम में रहना आवश्यक है अथवा आपको आपके प्रत्येक माह के दिवस निर्धारित करने होंगे की किस किस दिवस आप उपलब्ध रहेगे.
२. गुरु सेवा ही परम धर्म है - यहाँ हम गुरु के विभिन्न चरण को भौतिक, आत्मिक , आधात्मिक रूप से समझेंगे
३. संस्था में रहना खाना निशुल्क साथ में कुछ वेतन भी मिलेगा जो अत्यंत आवश्यक है खर्चे हेतु.
४. वर्तमान समय में आप लखनऊ में ही रहेंगे, आने से पूर्व अपने जीवन की वह समस्याएं दूर कर दें जो रोज़ रोज़ बाधा बन के आपके सामने आ सकती है.
६. कर्म मित्र अपनी शिक्षा दीक्षा के अलावा आश्रम से सम्बंधित कार्य करेंगे औं से मित्र कौन सा कार्य करेंगे यह निर्भर करता है उनके बोद्धिक विकास पे एवं उनकी पढाई लिखी के अनुसार.
७. संस्था किसी कॉर्पोरेट ऑफिस की तरह नही रहती है यहाँ नियम के लिए बाध्य नही किया जाता है क्यूंकि यदि आपका प्रेम होगा कार्य के प्रति तभी आप करेंगे.
यहाँ जुड़े जितने भी साधक को कर्म मित्र बनना चाहते हैं (पूरे भारत से) उनका स्वागत करता हूँ वह मुझसे व्यक्तिगत रूप से मेसेज कर सकते हैं निम्नलिखित जानकारी के साथ -
- व्यक्तिगत जानकारी
आपका नाम
जन्म दिनांक
जन्म समय
जन्म स्थान
यदि नही है तो
आपका नाम
और अपने हाथ की फोटो
- आपकी पढाई लिखी, वर्तमान समय में आप करते क्या है, वर्तमान समय में आपका निवास स्थान कहाँ
- आप वर्तमान समय में क्या करते हैं और आप संस्था में कर्म मित्र का पद क्यूँ प्राप्त करना चाहते हैं ?
- आप अपने मार्गदर्शक के प्रति कितना समर्पण भाव रखते हैं ?
-गुरु सेवा परम धर्म - इसकी अनेक विधि से आप क्या समझते हैं
- यदि आपका चयन होता है ऐसी स्थिति में आप कितन दिनों के अंदर लखनऊ आ जायेंगे
इस कर्म मित्र में ४ लोगों का ही सिलेक्शन होगा अतः बिना देर किये पूर्ण जानकारी प्रदान अवश्य करें
यह सूचना आप सीधे मुझे भेजेंगे @doccult पे, आज के समय में जब सभी को सब निशुल्क चाहिए संस्था द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है संस्था जो भी निशुल्क दे सकती है वह दे - शिक्षा, दीक्षा, सामग्री, रहना, खाना, एवं आवश्यक वेतन भी.
अतः इच्छुक साधक मुझे व्यक्तिगत रूप से अपना नामांकन भेज दें .
साथ ही साथ कर्म मित्र के इस चैनल को जॉइन करें जिससे कर्म मित्र से संबंधित सभी सूचना वही आये https://t.me/+y-K7koRhpIoxN2E1
1.1K viewsDewanshu, 16:25