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Utkarsh Ramsnehi Gurukul

टेलीग्राम चैनल का लोगो utkarshgurukul — Utkarsh Ramsnehi Gurukul U
टेलीग्राम चैनल का लोगो utkarshgurukul — Utkarsh Ramsnehi Gurukul
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श्रेणियाँ: समाचार
भाषा: हिंदी
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नवीनतम संदेश 5

2023-05-04 07:44:58 न्यायमूर्ति अन्ना चांडी
● न्यायमूर्ति अन्ना चांडी का जन्म 4 मई, 1905 को भारत के तत्कालीन त्रावणकोर राज्य (अब केरल) में एक मलयाली सीरियाई ईसाई परिवार में हुआ।
● वे केरल राज्य की पहली महिला थीं, जिसने क़ानून की डिग्री प्राप्त की थी।
● वर्ष 1956 में चांडी केरल के उच्च न्यायालय की न्यायाधीश बनीं, जो वर्ष 1965 में डेम एलिजाबेथ लेन के ब्रिटेन में उच्च न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश बनने से बहुत पहले न्यायाधीश बन गईं थी।
● न्यायमूर्ति अन्ना चांडी भारत की पहली महिला न्यायाधीश थीं और उच्च न्यायालय की न्यायाधीश बनने वाली देश की पहली महिला थीं।
● अन्ना चांडी को 'पहली पीढ़ी की नारीवादी' के रूप में भी जाना जाता है।
● वे ‘श्रीमती’ नामक पत्रिका की संस्थापक और संपादक बनीं जिसमें उन्होंने महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया। यह मलयालम भाषा में पहली महिला पत्रिका थी।
● सेवानिवृत्ति के बाद , उन्होंने भारत के विधि आयोग में कार्य किया तथा यहीं रहते हुए अपनी आत्मकथा भी लिखी।
● वर्ष 1971 में मलयाला मनोरमा ने उनकी आत्मकथा को क्रमबद्ध किया, जिसे वर्ष 1973 में कार्मेल बुक्स द्वारा त्रिशूर में आत्मकथा शीर्षक के तहत प्रकाशित किया गया।
● 20 जुलाई, 1996 को उनका निधन हो गया।
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2023-05-04 07:44:58
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2023-05-03 07:05:00 डॉ. जाकिर हुसैन खान
जाकिर हुसैन खान का जन्म 8 फरवरी, 1897 को आधुनिक भारत के हैदराबाद में हुआ था।
हुसैन की प्राथमिक शिक्षा हैदराबाद में पूरी हुई।
वह अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ थे।
इन्होनें 13 मई, 1967 से 3 मई, 1969 तक भारत के तीसरे राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
उन्होंने इस्लामिया हाई स्कूल, इटावा से हाई स्कूल की शिक्षा पूरी की तथा कालांतर में क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज, लखनऊ विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक किया।
स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद, वह मुहम्मडन एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज चले गए, जहाँ वे एक प्रमुख छात्र नेता बने।
जब जाकिर हुसैन 23 वर्ष के थे, छात्रों और शिक्षकों के एक समूह के साथ उन्होंने राष्ट्रीय मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना की, जिसे आज जामिया मिलिया इस्लामिया (एक केंद्रीय विश्वविद्यालय) के रूप में जाना जाता है।
उन्होंने वर्ष 1957 से वर्ष 1962 तक बिहार के राज्यपाल के रूप में तथा वर्ष 1962 से वर्ष 1967 तक भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
उन्हें वर्ष 1963 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था।
वे 13 मई, 1967 को भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति के रूप में चुने गए।
जाकिर हुसैन भारत के पहले ऐसे राष्ट्रपति थे जिनका पद पर रहते हुए 3 मई, 1969 को देहांत हो गया।
उन्हें जामिया मिलिया के परिसर में उनकी पत्नी के साथ दफनाया गया।
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2023-05-03 07:05:00
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2023-05-03 07:00:00
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस
प्रतिवर्ष 3 मई को सम्पूर्ण विश्व में ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस’ (WPFD) मनाया जाता है।
यह दिवस ‘ संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन’ (UNESCO) द्वारा आयोजित किया जाता है।
इस वर्ष विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की थीम ‘Shaping a Future of Rights: Freedom of expression as a driver for all other human rights’ है।
वर्ष 1991 में यूनेस्को की जनरल कॉन्फ्रेंस की सिफारिश के बाद वर्ष 1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की घोषणा की थी।
यह दिवस वर्ष 1991 में यूनेस्को द्वारा अपनाई गई 'विंडहोक' (Windhoek) घोषणा को चिह्नित करता है।
वर्ष 1991 की ‘विंडहोक घोषणा’ एक मुक्त, स्वतंत्र और बहुलवादी प्रेस के विकास से संबंधित है।
यूनेस्को द्वारा वर्ष 1997 से प्रतिवर्ष 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 'गिलेरमो कानो वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम' पुरस्कार भी प्रदान किया जाता है।
प्रेस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ नामक संगठन ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक’ जारी करता है।
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2023-05-02 07:50:05
‘विश्व टूना दिवस’
⬧ प्रतिवर्ष 2 मई को टूना मछली (Tuna Fish) के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए सम्पूर्ण विश्व में ‘विश्व टूना दिवस’ मनाया जाता है।
⬧ यह दिन संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा टूना मछली के महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्थापित किया गया है।
⬧ विश्व टूना दिवस को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा दिसंबर, 2016 में 71/124 के प्रस्ताव को ग्रहण कर आधिकारिक रूप से घोषित किया गया था।
⬧ संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, विश्व में कई देश खाद्य सुरक्षा और पोषण दोनों के लिए टूना मछली पर निर्भर है।
⬧ संयुक्त राष्ट्र ने सतत मात्स्यिकी प्रथाओं के बारे में और टूना की भारी माँग से इसे होने वाले खतरों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए इस दिवस की स्थापना की थी।
⬧ टूना मछली अपने स्वस्थ और स्वादिष्ट मांस के लिए विश्व स्तर पर लोकप्रिय है। टूना मछली ओमेगा-3 से समृद्ध है और इसमें मिनरल्स, प्रोटीन और विटामिन बी-12 भी पाया जाता है।
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2023-05-02 07:45:17
लियोनार्डो दा विन्ची ( Leonardo da Vinci)
“सबसे बड़ी ख़ुशी समझने की ख़ुशी है।“
⬧ लियोनार्डो दा विन्ची का जन्म 15 अप्रैल, 1452 को इटली के प्रसिद्ध शहर फ्लोरेंस के निकट विंची में हुआ था।
⬧ उनके पिता एक प्रसिद्ध वकील थे।
⬧ लियोनार्डो दा विन्ची की आश्चर्यजनक अभिरुचि वनस्पति विज्ञान और शरीर रचना विज्ञान से लेकर गणित शास्त्र और कला तक विस्तृत थी।
⬧ उन्होंने ‘मोनालीसा’ और ‘द लास्ट सपर’ (अन्तिम भोज, 1495) चित्रों की रचना की।
⬧ उनका यह स्वप्न था कि वे आकाश में उड़ सकें। वे वर्षों तक आकाश में पक्षियों के उड़ने का परीक्षण करते रहे और उन्होंने एक उड़न-मशीन (Flying Machine) का प्रतिरूप (Design) बनाया।
⬧ उन्होंने अपना नाम 'लियोनार्डो दा विन्ची, परीक्षण का अनुयायी' रखा।
⬧ विन्ची का 2 मई, 1519 में फ़्रांस के क्लाउस नामक शहर में देहांत हो गया था।
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2023-05-01 08:31:12 अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस
प्रतिवर्ष 1 मई को नए समाज के निर्माण में श्रमिक और श्रमिकों के योगदान को चिह्नित करने के उद्देश्य से विश्व के कई हिस्सों में ‘मई दिवस’ (May Day) अथवा ‘अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस’ मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी है जो अंतर्राष्ट्रीय श्रम मानकों को स्थापित करने की दिशा में काम करती है।
19वीं शताब्दी में अमेरिका के ऐतिहासिक श्रमिक संघ आंदोलन में श्रमिक दिवस को मान्यता मिली।
सर्वप्रथम वर्ष 1889 में समाजवादी समूहों और ट्रेड यूनियनों के एक अंतर्राष्ट्रीय महासंघ ने शिकागो में हुई ‘हेमार्केट’ (Haymarket, 1886) घटना को याद करते हुए श्रमिकों के समर्थन में 1 मई को ‘मई दिवस’ के रूप में नामित किया था।
‘हेमार्केट’ घटना श्रमिकों के समर्थन में एक शांतिपूर्ण रैली थी जिसमें पुलिस के साथ हिंसक झड़प हुई जिसमें कई लोगों की मृत्यु हुई और कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हुए। जिन लोगों की इस झड़प में मृत्यु हुई उन्हें ‘हेमार्केट शहीदों’ के रूप में सम्मानित किया गया।
जुलाई, 1889 में यूरोप में पहली ‘इंटरनेशनल कांग्रेस ऑफ़ सोशलिस्ट पार्टीज़’ द्वारा एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें यह ऐलान किया गया कि 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस/मई दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इसके बाद 1 मई, 1890 को पहला मई दिवस मनाया गया था।
रूसी क्रांति (1917) के पश्चात् सोवियत संघ और पूर्वी ब्लॉक राष्ट्रों ने मज़दूर दिवस मनाना शुरू किया।
भारत में 1 मई, 1923 को पहली बार चेन्नई (तत्कालीन मद्रास) में मज़दूर दिवस का आयोजन किया गया। यह पहल सर्वप्रथम हिंदुस्तान की ‘लेबर किसान पार्टी’ के प्रमुख सिंगारावेलु द्वारा की गई थी।
मज़दूर दिवस या मई दिवस को भारत में 'कामगार दिन’, कामगार दिवस और अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस के रूप में भी जाना जाता है।
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2023-05-01 08:31:12
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2023-04-29 07:46:58 भारतीय चित्रकार राजा रवि वर्मा
प्रसिद्ध भारतीय चित्रकार राजा रवि वर्मा जन्म का जन्म 29 अप्रैल, 1848 को त्रावणकोर (केरल) के एक कुलीन परिवार में हुआ था।
उन्हें भारतीयों को उनके हिंदू देवी-देवताओं के पश्चिमी, शास्त्रीय प्रतिनिधित्व देने के लिए याद किया जाता है।
त्रावणकोर के तत्कालीन शासक अयिलम थिरुनाल के संरक्षण में , उन्होंने शाही चित्रकार रामास्वामी नायडू से पानी के रंग की पेंटिंग सीखी, और बाद में डच कलाकार थियोडोर जेन्सेन से तेल चित्रकला में प्रशिक्षित हुए।
राजा रवि वर्मा ने करीब सात हजार पेंटिंग बनाई ।
हिंदू पौराणिक आकृतियों को चित्रित करने के अलावा, वर्मा ने कई भारतीयों के साथ-साथ यूरोपीय लोगों के चित्र भी बनाए।
वर्मा ने पोर्ट्रेट और लैंडस्केप पेंटिंग दोनों पर काम किया , और उन्हें ऑइल पेंट्स का उपयोग करने वाले पहले भारतीय कलाकारों में माना जाता है।
उन्होंने लिथोग्राफिक प्रेस पर अपने काम के पुनरुत्पादन में महारत हासिल की - जिसके माध्यम से उनके चित्र दूर-दूर तक फैले।
लिथोग्राफिक प्रेस इस सिद्धांत पर आधारित मुद्रण की एक विधि है कि तेल और पानी मिश्रित नहीं होते हैं।
वर्मा की प्रसिद्ध रचनाओं में दमयंती एक हंस से बात कर रही है, शकुंतला दुष्यंत की तलाश में है, नायर महिला अपने बालों को संवार रही है, शांतनु और मत्स्यगंधा इत्यादि शामिल हैं।
इन्हें वर्ष 1904 में, ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार द्वारा ‘कैसर-ए-हिंद’ स्वर्ण पदक से सम्मानित किया।
वर्ष 2013 में, बुध ग्रह पर एक क्रेटर का नाम उनके सम्मान में रखा गया था।
राजा रवि वर्मा का देहांत 2 अक्टूबर, 1906 को तिरुवनंतपुरम में हुआ।
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