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A Hindi literary website — poshampa.org.
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नवीनतम संदेश 6
2021-06-09 11:35:54
"ज़िन्दगी की बेतरतीबी को
मिलाता हूँ शब्दों से
काँटता हूँ, छाँटता हूँ
कि कहीं से निकल आए जीवन..."
https://poshampa.org/poems-by-sanjay-chhipa/
97 views08:35
2021-06-08 13:03:55
ख़तम हो लूट किस तरह? जवाब इंक़लाब है!
ख़तम हो भूख किस तरह? जवाब इंक़लाब है!
ख़तम हो किस तरह सितम? जवाब इंक़लाब है!
हमारे हर सवाल का जवाब इंक़लाब है!
https://poshampa.org/inqlaab-ka-geet-gorakh-pandey/
140 views10:03
2021-06-08 09:29:55
मुझे स्वतंत्रता पसन्द है
वह बढ़िया होती है समुद्र-जैसी!
https://poshampa.org/gulabi-ayaal-ka-ghoda-namdeo-dhasal-kavita/
146 views06:29
2021-06-08 08:29:55
"तुम ईश्वर के प्रिय हो
तुम राजा
तुम गडरिया
तुम संगीतकार
शक्ति के पर्याय
तुम निर्भय
और मैं?
मेमना
वाद्य-यंत्र
दुःखी
पापिनी!"
#David
#Michelangelo
https://poshampa.org/a-poem-by-toni-monge-on-david-the-famous-sculpture-by-michelangelo/
139 views05:29
2021-06-07 10:29:56
कृश्न—अपनी जन्म-तिथि याद है? मेरा मतलब साहित्यिक जन्म-तिथि से है।
अब्बास—यों तो मैं अपने जन्म से बहुत पहले पैदा हो गया था, लेकिन…
कृश्न—जन्म से पहले… कैसे?
https://poshampa.org/khwaja-ahmad-abbas-in-conversation-with-krishan-chander/
16 views07:29
2021-06-07 08:29:56
देह रूप है, इसकी एक अलग भीतरी भाषा है
बीतते दिनों के चलित व्यापार में यह सिर्फ़ ऊपर से जागती है!
https://poshampa.org/deh-anita-verma-kavita/
40 views05:29
2021-06-07 06:29:57
तन से भारी साँस है, इसे समझ लो ख़ूब
मुर्दा जल में तैरता, ज़िन्दा जाता डूब!
https://poshampa.org/gopaldas-neeraj-ke-dohe/
52 views03:29
2021-06-06 16:29:58
हम सोच लेते कि यात्राएँ दुःखद हैं
और घर उनसे मुक्ति
सच्चाई यूँ भी हो सकती है
कि यात्रा एक अवसर हो
और घर एक सम्भावना।
https://poshampa.org/ghar-pahunchna-a-poem-by-kunwar-narayan/
114 views13:29
2021-06-06 14:29:58
"अगर कोई ख़ुदा है तो मेरी उससे दरख़्वास्त है कि ख़ुदा के लिए तुम ये इंसानों के क़वानीन तोड़ दो, उनकी बनायी हुई जेलें ढा दो, और आसमानों पर अपनी जेलें ख़ुद बनाओ। ख़ुद अपनी अदालत में उनको सज़ा दो, क्योंकि और कुछ नहीं तो कम अज़ कम ख़ुदा तो हो।"
https://poshampa.org/saadhe-teen-aane-saadat-hasan-manto-short-story/
105 views11:29
2021-06-06 13:00:58
तन की दूरी क्या कर लेगी
मन के पास रहो तुम मेरे!
https://poshampa.org/man-ke-paas-raho-ramanath-awasthi-kavita/
114 views10:00