हम सोच लेते कि यात्राएँ दुःखद हैं और घर उनसे मुक्ति सच्चाई यूँ भी हो सकती है कि यात्रा एक अवसर हो और घर एक सम्भावना। https://poshampa.org/ghar-pahunchna-a-poem-by-kunwar-narayan/ 114 views13:29