Get Mystery Box with random crypto!

Posham Pa ― a Hindi literary website

टेलीग्राम चैनल का लोगो poshampaorg — Posham Pa ― a Hindi literary website P
टेलीग्राम चैनल का लोगो poshampaorg — Posham Pa ― a Hindi literary website
चैनल का पता: @poshampaorg
श्रेणियाँ: साहित्य , कला
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 450
चैनल से विवरण

A Hindi literary website — poshampa.org.
Connect with us:
https://instabio.cc/poshampaorg

Ratings & Reviews

3.00

3 reviews

Reviews can be left only by registered users. All reviews are moderated by admins.

5 stars

0

4 stars

1

3 stars

1

2 stars

1

1 stars

0


नवीनतम संदेश

2021-07-01 14:27:52 "हथेलियाँ अखरोट सम्भाले बैठी रहती हैं
मन फुदकती हुई अठखेलियों की बाल-चेष्टा में फँसा रहता है

प्रेम हमेशा एक गिलहरी के पास आने की
प्रतीक्षा की तरह रहा।"

https://poshampa.org/gilhari-adarsh-bhushan-kavita/
39 views11:27
ओपन / कमेंट
2021-07-01 09:07:10
#NewBook

"जिस तरह हमारा सौन्दर्यशास्त्र या Aesthetic Culture अलग है, उसी तरह हमारी प्रोग्रेसिविज़्म (Progressivism) और Modernity या ज़दीदियत भी अलग है। मैंने इसी दृष्टिकोण के साथ आधुनिक युग के अधिकतर शायरों को समझने की कोशिश की है।"

— शमीम हनफ़ी ['हमसफ़रों के दरमियां' से]

किताब का लिंक:
https://amzn.to/3h5ZejS
27 views06:07
ओपन / कमेंट
2021-07-01 06:29:53 #सालगिरह | लीलाधर जगूड़ी

"समूहों में दोस्ती हो रही है
खुले विचारों वाले अकेले व्यक्तियों के ख़िलाफ़।"

https://poshampa.org/jab-main-aaya-tha-leeladhar-jagudi/
38 views03:29
ओपन / कमेंट
2021-06-30 14:59:54 "जहाँ बालिका की स्मृति होगी, वहाँ उसके उत्तरोत्तर जीवन में खरोंचे गए सपनों और देह का दुखद वृत्तान्त भी होगा। अच्छे घर की संस्कारी लड़की से अपेक्षा की जाती है कि वह ऊँची दुनिया की इमारतों को निगाह नीची कर देखे। इसी के कंट्रास्ट में इस पुरुषवादी संसार में स्त्री को पुरुष इस तरह देखते हैं—

“स्त्री अभी-अभी सह कर आयी है
तीक्ष्ण निगाहों के चाबुक
क्यों-कहाँ-कब चली सवारी
जैसे जुमलों के जवाब देकर!”

https://poshampa.org/pehli-boond-neeli-thi-sonu-yashraj-a-comment/
80 views11:59
ओपन / कमेंट
2021-06-30 13:12:54 मृदुला गर्ग द्वारा लिखा गया नाटक 'जादू का कालीन' का मुख्य विषय है बाल मज़दूरी और यह तथ्य कि कैसे कुछ उद्योग बच्चों के शोषण पर टिके हुए हैं। नाटक में जहाँ एक तरफ़ जादू का कालीन बच्चों की कल्पनाओं और उनके एक सुन्दर भविष्य का रूपक है, वहीं उनके शोषण का प्रतीक भी। इसी नाटक पर बातचीत की है पुनीत कुसुम और सहेज अज़ीज़ ने, पोषम पा के पॉडकास्ट अक्कड़ बक्कड़ के छठे एपिसोड में। ज़रूर सुनें!

YouTube:




Spotify:
https://open.spotify.com/episode/1dfCCJ7bAaj5L4BVYwAKQO

Google Podcast:
https://podcasts.google.com/feed/aHR0cHM6Ly9hbmNob3IuZm0vcy80ZjNmZDVmMC9wb2RjYXN0L3Jzcw

Jio Saavn:
https://www.jiosaavn.com/shows/Books:-Jadu-Ka-Kaaleen-%7C-a-play-by-Mridula-Garg/lSOXajUkfbo_

Anchor:
https://anchor.fm/poshampaorg/episodes/Books-Jadu-Ka-Kaaleen--a-play-by-Mridula-Garg-e13kh33
86 views10:12
ओपन / कमेंट
2021-06-30 09:15:54 बस्तियों से खदेड़े गये
ओ, मेरे पुरखो
तुम चुप रहे उन रातों में
जब तुम्हें प्रेम करना था
आलिंगन में बाँधकर
अपनी पत्नियों को

तुम तलाशते रहे
मुट्ठी भर चावल
सपने गिरवी रखकर

https://poshampa.org/mutthi-bhar-chawal-a-poem-by-omprakash-valmiki/
97 views06:15
ओपन / कमेंट
2021-06-29 08:05:13
#RamanathAwasthi
51 views05:05
ओपन / कमेंट
2021-06-27 17:34:58 'चलो'
कहो एक बार
अभी ही चलूँगी मैं—
एक बार कहो!

https://poshampa.org/chalo-kaho-ek-baar-indu-jain-kavita/
120 views14:34
ओपन / कमेंट
2021-06-26 16:59:59 "नहीं बाँटूँगा अपने आप का पावन अंधेरा
उन उजालों को
जो मेरी सृष्टि के आरम्भ से अवसान तक
रहता, मेरे अन्तस् को भरता और करता
मुझको ख़ाली
ख़ुद से ख़ाली
पूरा ख़ाली!"

https://poshampa.org/o-nisha-nitesh-vyas-kavita/
35 views13:59
ओपन / कमेंट
2021-06-26 12:42:58 "माता-पिता के देवतुल्य होने का मिथ ध्वस्त हो चुका है। सब इंसान हैं। सबसे ग़लतियाँ हो सकती हैं।"

https://poshampa.org/pitaji-ka-samay-swayam-prakash-kahani/
13 views09:42
ओपन / कमेंट