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Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust

टेलीग्राम चैनल का लोगो rajyogipk — Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust S
टेलीग्राम चैनल का लोगो rajyogipk — Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust
चैनल का पता: @rajyogipk
श्रेणियाँ: धर्म
भाषा: हिंदी
देश: भारत
ग्राहकों: 5.22K
चैनल से विवरण

This channel is parallel branch of Adbhut Rajsik Sadhnayen Youtube channel where we will provide you Gupt sadhna's & Dhyaan Gupt mantras..
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Dewanshu@CM4

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नवीनतम संदेश 64

2021-06-01 11:32:25
माता बगलामुखी साधना







दिशा - दक्षिण

उद्देश्य - षट्कर्म ( मारण, विद्वेषण, उच्चाटन, स्तंभन, शान्तिकर्म)

हवन सामग्री - नमक, लाल मिर्च, पीली सरसों, कनेर के पीले फूल, हल्दी की गांठ।

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दिशा - पश्चिम

उद्देश्य - वशीकरण, मोहन, सम्मोहन, धन प्राप्ति।

हवन सामग्री - बेल का गूदा, हल्दी की गांठ, चंपा के पीले फूल, कनेर के पीले फूल, कमलगट्टे के बीज, शतावरी की जड़, घी और घी के चौगुने शहद, केसर मिली खीर।

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दिशा - पूर्व

उद्देश्य - उन्नति, सफलता, धन प्राप्ति।

हवन सामग्री - केसर मिली खीर, बेल का गूदा, अरंडी के बीज, पंचमेवा, पीले फूल, कमलगट्टे के बीज, कपूर, लौंग।

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दिशा - उत्तर

उद्देश्य - ग्रह शान्ति, स्वयं शांति, आध्यात्मिक उन्नति।

हवन सामग्री - कपूर, नवग्रह की लकड़ी, लौंग, पीले फूल, घी और घी से चौगुने मात्रा में शहद, जौ, इन्द्रजौ, इन्द्रायण।
926 viewsDewanshu, edited  08:32
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2021-06-01 08:44:41 साधना दीक्षा

साधना दीक्षा का महत्व पूर्व में कई बात बताया जा चुका है और साधना से सम्बंधित बनाए हुए 3 videos में भी बताया हुआ है परंतु फिर भी साधक बार बार इस प्रश्न को पूछते हैं की -

“गुरु जी मंत्र की दीक्षा किस तरह से हमारे आत्मा पर तथा हमारे शरीर चैतन्य पर काम करता है इसका रहस्य क्या है”

उत्तर - मार्गदर्शक द्वारा जिसके द्वारा आपको दीक्षा के माध्यम से मंत्र की ऊर्जा दी जाती है उससे क्या होता है पहले यह समझते हैं ,

मंत्र जप (मानसिक) जब किआ जाता है उस वक़्त सहस्त्रार से तरंगे निकलती है जिसके माध्यम से ऊर्जा का ऊर्जा से मिलान होता है और आपके तरफ आकर्षण आपके तरफ। लेकिन यदि यह तरंगे जब आप बिना दीक्षा के जप करते हैं तो सर्वप्रथम मंत्र की ऊर्जा आपके शरीर मे समाती है उसके काफी समय के बाद उसकी ऊर्जा आपके सहस्त्रार द्वारा तरंग में परिवर्तित होती है , लेकिन जिस वक्त दीक्षा के माध्यम से यह ऊर्जा आपके शरीर मे प्रवेश करती है और आप अनुकूल मुहूर्त से मंत्र जप शुरू करते हैं उसी वक़्त आपकी मंत्र की ध्वनि सहस्त्रार से निकलना शुरू हो जाती है ।

इसलिए दीक्षा का विधान बताया गया है और यह पाया गया है की जी साधकों ने दीक्षा लेके साधना की है उनकी साधना के सफलता के चान्सेस अधिक हो जाते हैं और समय भी कम लगता है ।

इसीलिए साधना की दीक्षा अवश्य लेनी चाहिए ।
978 viewsAkshay Sharma, 05:44
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2021-05-31 11:27:59 जीवन वनस्पति तंत्र








833 viewsDewanshu, edited  08:27
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2021-05-31 07:24:33 आवयश्यक सूचना -

जून माह 2021 के पेड ग्रुप का शुल्क आज रात्रि 10 बजे तक 501 रुपये रहेगा।

आज रात्रि 10 बजे के बाद शुल्क 640 रुपये रहेगा।

पूर्ण जानकारी हेतु इस लिंक पर क्लिक करके जाने क्या क्या साधना इस माह में आपको प्राप्त होगी।

https://t.me/rajyogipk/5138?single

आज तक अनेक साधक यहां से सफलता प्राप्त किये हैं अपने जीवन मे और आप भी जुड़ के प्राप्त कर सकते हैं।

इसलिए सभी साधक ग्रुप से जुड़ें और इक्षा अनुसार अपनी साधना पूर्ण करें।

संपर्क सूत्र - @sahajst - मनीष जी

यह स्वर्णिम अवसर छोड़े नही।
393 viewsDewanshu, 04:24
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2021-05-30 12:32:30
क्या होता है ग्रहण के दिवस जिससे जल्दी सिद्ध होते हैं मंत्र - जुड़े शीघ्र





पाएँ अपने प्रश्न के उत्तर ।
737 viewsDewanshu, edited  09:32
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2021-05-29 11:57:07
शक्ति प्रत्यक्षिकरण, वचन एवं सम्पर्क स्थापना - कैसे बांते करती हैं शक्तियाँ साधक से ?





Youtube Live जाने अभी ज़ोईन करें लिंक पर क्लिक करके।
4.0K viewsDewanshu, edited  08:57
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2021-05-28 11:39:04




लिंक पर क्लिक करके जुड़ें।
1.3K viewsDewanshu, edited  08:39
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2021-05-28 11:15:54 साधना असफलता :-

मैं अपने जीवन का एक सत्य आपको बताना चाहता हूं मुझे सर्वाधिक प्रसन्नता तब होती है जब मेरे मार्गदर्शन में कोई साधक सफलता प्राप्त करता है वह किस भी क्षेत्र में क्यों न हो।

विश्व मे नाना प्रकार के मनुष्य हैं जिसमे कुछ अपनी असफलता से सीखते हैं कुछ अपनी असफलता में स्वयं से कमी देख के उसमें सुधार लाते हैं एवं शेष अपने मष्तिष्क में यह बिठा लेते हैं यह तो होता ही नही है यदि होता तो मेरे मार्गदर्शक स्वयं से करके धन वर्षा आदि कर लेते यहां सीखा क्यों रहे होते इतने लोगों के मध्य, यह अंतिम प्रश्न अनेक साधकों के मन मे आता है कुछ नया नही है इसमें।

साधना में ही नही किसी भी क्षेत्र में जब मनुष्य को असफलता प्राप्त होती है यह सामान्य मनुष्य का स्वभाव है की उसे दोषारोपण करने में खुशी मिलती है की वह अपनी गलती से असफल नही हुआ है यह चीज़ बचपन से दिमाग मे बनी हुई हुई है किसी भी परीक्षा में असफल होने पर पेपर बहुत कठिन था , पुस्तक के बाहर के प्रश्न पूछे गए थे आदि आदि , एक्सीडेंट हो जाये रोड खराब थी , स्पीड ब्रेकर बड़ा था आगे वाले ने कट गलत मारा आदि आदि इस प्रकार से पहले से ही मनुष्य में मष्तिष्क में नाना प्रकार के विचार पूर्व ही उपलब्ध हैं अतः इसमें आपकी कोई गलती नही है इन्हें मैं हमेशा से समझता हूं लेकिन आज इसलिए सबके समक्ष रख रहा हूँ क्योंकि कम समय मे अधिक प्राप्ति हेतु साधना का मार्ग चुनना उचित नही यह अति विषम मार्ग है जिसमे जब आप पूर्ण रूप से स्वयं को झोंक देंगे तभी सफल होंगे।

संस्था द्वारा इसीलिए आश्रम का निर्माण किया गया जिससे साधक यहां आके रह के साधना कर सकें और सीख सकें लेकिन संक्रमण के चलते वह भी सम्भव नही हो पाया है।

जब साधक यहां समक्ष साधना करेंगे उस समय उनकी शिक्षा दीक्षा बेहतर हो पाएगी और उनकी सफलता की सम्भवनाएँ भी बढ़ती हैं।

आप सभी के लिए ही अन्य आश्रम निर्माण पर भी कार्य किये जा रहे हैं संस्था द्वारा लेकिन यह सब आप सभी के सहयोग के बिना नही होंगें।

● सर्वप्रथम मेरा ध्येय है कि यह गुप्त विद्या जनमानस तक पहुँचे। संस्था से अनेक साधकों को नाना प्रकार के लाभ होते हैं जिससे उन्हें अर्थिंक मानसिक जीवन संतुलित होता है। यह सब साधकों और संस्था का ही है और आगे भी भारत मे इस विद्या की चैतन्यता इसी माध्यम से रहेगी।

● कोई भी शक्ति जिनकी जानकारी मुझे है एक निश्चित संख्या में ही धन प्राप्ति करवाते हैं जिसमे स्वयं का जीवन आराम से जिया जा सकता है उदाहरण हेतु मुझे कुछ समय पूर्व धन की आवश्यकता थी मैंने उसकी प्राप्ति शेयर बाजार क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से कर ली लेकिन इसका अर्थ यह नही की मैं इसी में संलग्न हो जाऊं उसके बाद न ही विद्या जनमानस तक पहुँचेगी न ही इस विद्या को आगे कोई सुरक्षित रखने हेतु उपलब्धता होगी। साथ ही साथ आश्रम एवं मंदिर निर्माण भी सम्भव नही है।

● इतने वर्षों की लगातार मेहनत के बाद एक छोटा कार्यालय एवं आश्रम बनाना सम्भव हो पाया है लखनऊ में, इतने वर्षों में सभी साधकों से व्यक्तिगत भेंट हेतु शिविर, घर पर निशुल्क भेंट आदि किया है। यह सब सफल साधकों के कारण ही सम्भव हो पाया है।

आज के समय मे लगभग प्रत्येक राज्य से साधक जुड़ें हैं जो मुझसे प्रेम करते है और मुझे अपने मार्गदर्शक का सम्मान भी देते हैं।

● समस्त क्षेत्र तंत्र के आधीन हैं साधना क्रियायोग आयुर्वेद आदि सर्वाधिक प्रयास किया गया कि सभी चीज़ों को साधकों तक पहुचाया जाए। संस्था द्वारा निर्मित औषधि इस समय आयुर्वेदिक डॉक्टर्स एवं कम्पनीज भी बड़े स्तर पर भारत मे प्रचार प्रसार हो रही हैं।

शीघ्र ही जिन कंपनी के द्वारा औषधि अनगिनत लोगों तक पहुच रही है उसके अनुभव भी साझा किए जाएंगे।

सभी साधकों का आश्रम में साधना करने हेतु स्वागत है जहां आपके शत प्रतिशत सफल होने की सम्भवनायें हैं।
1.3K viewsDewanshu, 08:15
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2021-05-27 18:02:59 मात्र 1 माला श्री गणेश के इस मंत्र के हटेंगे सारे संकट।







मंत्र -

ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ श्रीम ह्रांग ह्रींग ह्रोंग वं फट फट ध्रूम्ववर्णए (dhroomvarne) अंग अघोरे श्रीम हूम ॐ ॐ ॐ फट स्वाहा
491 viewsDewanshu, edited  15:02
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