2021-06-03 16:30:06
पैशाचिक माला
पैशाचिक माला का शुल्क अधिक क्यूँ ?उत्तर - पैशाचिक माला जो व्यक्ति धनराषि जमा करता है उसके लिए ही संस्कार की जाती है क्यों कि उसमे धनराषि बहुत अधिकः लगती है । एक अथवा दो माला अधिकः संस्कार किया जाता है इससे अधिक नही। अतः जब व्यक्ति धनराषि जमा करता है तभी संस्कार होता है ।
2 जोड़ी कुंवारा कुंवारी मुर्गा मुर्गी
1 बोतल शराब
शमशान में पास की नदी या समुद्र
कमलगट्टे की माला सफेद रेशमी सूत में
एक विश्वास जनक व्यक्ति जो मुझे मुर्गा मुर्गी का जोड़ा देते हैं वो 1 जोड़े का समय अनुसार 800 से 1000 लेते हैं । जब कि आपको बाजार में 200 से 300 रुपये किलो मुर्गा मिल जाता है लेकिन कुंवारा जोड़ा नही मिलेगा । और अगर जोड़ा कुंवारा नहीं है तो संस्कार नहीं हो सकता है ।
2 जोड़ा लगभग 1600 से 2000 के बीच आता है।
ठीक ठाक शराब की बोतल 700 से 1000 रुपये की आती है ।
व्यक्तिगत स्थान से नदी 20 से 22 किलोमीटर है आना जाना लगभग 500 - 600 रुपये के आस पास आता है ।
सफेद / काले धागे में बनी कमलगट्टे की माला 130 से 150 रुपये की आती है ।
बर्तन , पानी , दिया , इत्यादि 200 रुपये का आता है
आसन का शुल्क जिसका दुबारा उपयोग नही होता है ।
जिस शमशान के करीब नदी में संस्कार होता है वहां के दलाल 500 से 1000 रुपये लेते हैं करने देने का क्योंकि यह सब करना मना है। यह पैसा प्रत्येक माला पर नही देना पड़ता है ।
830 माला संस्कार का निर्धारित शुल्क है ।
लगभग 150 से 200 रुपये कूरियर शुल्क ।
इसके अतिरिक्त उस स्थान की नकारतमकता का आवाहन करके उस ऊर्जा के माध्यम से संस्कार करना , और उसका प्रभाव स्वयं पर लेना इसका कोई मोल नहीं लगा सकता ।
तो अब आप स्वयं से यह अंदाज़ा लगा सकते हैं की इसका शुल्क इतना क्यूँ रहता है ।
पैशाचिक संस्कार का एक छोटा विडीओ भी Youtube पर डाला हुआ है आप वह देखकर भी इन सभी चीज़ों का अंदाज़ा लगा सकते हैं ।
आप स्वयं से भी यह संस्कार कर सकते हैं - बशर्ते आपने स्वयं से कोई पिशाच साधना सिद्ध की हुई हो ।
@akshayaghora
सम्पर्क सूत्र
4.0K viewsAkshay Sharma, 13:30