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Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust

टेलीग्राम चैनल का लोगो rajyogipk — Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust S
टेलीग्राम चैनल का लोगो rajyogipk — Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust
चैनल का पता: @rajyogipk
श्रेणियाँ: धर्म
भाषा: हिंदी
देश: भारत
ग्राहकों: 5.22K
चैनल से विवरण

This channel is parallel branch of Adbhut Rajsik Sadhnayen Youtube channel where we will provide you Gupt sadhna's & Dhyaan Gupt mantras..
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नवीनतम संदेश 63

2021-06-05 07:00:06 बिना इस ज्ञान के - कोई भी साधना प्रारम्भ ना करें


अगर आप कोई भी साधना शुरू करने जा रहे हैं , तो सर्वप्रथम इन 3 विडीओज़ को अवश्य देखें । इन 3 विडीओज़ में साधना से सम्बंधित नियमों का पूर्ण ज्ञान दिया हुआ है ।

यह वो नियम हैं जो हर साधना में लागू होते हैं । इनके अतिरिक्त किसी साधना विशेष में अगर कोई और नियम होते हैं तो वह विधि में अलग से बता दिए जाते हैं । बिना इन नियमों का पालन किए आप कोई भी साधना सफल नहीं कर सकते हैं अतः इन्हें अवश्य देखें ।

इनको 3 भाग में विभाजित किया गया है

भाग 1 : साधना से पूर्व के नियम

भाग 2 : साधना के दौरान नियम

भाग 3 : दशांश हवन एवं साधना के बाद के नियम

यह videos बार बार इसीलिए डाले जाते हैं जिससे साधक किसी भी प्रकार की कोई गलती ना करे ।


यह वीडियो youtube पर unlisted है जिसका अर्थ है यह वीडियो सिर्फ आप ही देख सकते हैं जिन के पास यह लिंक है।

भाग 1



भाग 2



भाग 3

1.3K viewsAkshay Sharma, 04:00
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2021-06-04 16:30:08 अडिगा बेताल साधना - अगिया बेताल का शक्तिशाली विकल्प


अगिया बेताल :
यह बेताल आपका एक आदर्श मित्र एवं सेवक होता है । आपको कुछ सामान कहीं से मँगवाना हो (शुल्क देकर ), कुछ इधर से उधर करना हो , किसी को भी या स्वयं को ही हवा में उड़ाना हो , इस प्रकार के चमत्कार दिखाने हो तो अगिया बेताल साधना करनी चाहिए ।


अगिया बेताल की 3 विधियाँ बतायी हुई हैं परंतु साधक हर विधि में कुछ ना कुछ समस्या निकालते हैं

51 दिन ( मांस से हवन )
150 दिन ( अधिक दिन )
1 दिन (शमशान नियंत्रण )

अगर आप भी इन्हीं कुछ समस्याओं के कारण अगिया बेताल साधना नहीं कर पा रहे हैं तो आप अडिगा बेताल साधना कर सकते हैं । इसकी विधि अगिया बेताल से बहुत ज़्यादा आसान है ।

यह अगिया बेताल की तरह ही आपका एक मित्र की भाँति रहता है । अगिया बेताल किसी भी प्रकार का नाजायज़ कार्य नहीं करता है परंतु अडिगा बेताल कर सकता है , यह सब आपके और उसके बीच हुए वचन पर निर्भर करता है ।

जो भी व्यक्ति यह साधना करना चाहते हैं वह इसकी विधि की विडीओ अवश्य देखें :


साधना से सम्बंधित प्रश्न : @akshayaghora




1.4K viewsAkshay Sharma, 13:30
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2021-06-04 12:41:42 यंक कालिनी

आज के समय में यह साधना सर्वाधिक आवश्यक है यदि साधक कुछ भी विशेष करना चाहते हैं तो क्योंकि इस साधना के माध्यम से साधक श्रम परिश्रम साधना करके मृत व्यक्ति से संपर्क कर सकते हैं अर्थात जिस का देहांत हो चुका है इस साधना के माध्यम से आप मृत व्यक्ति से संपर्क कर सकते हैं और अपने उत्तर प्राप्त कर सकते हैं किसी भी मृत्य संपर्क किए हुए व्यक्ति से आप कोई कार्य नहीं ले सकते हैं लेकिन यदि आपके अंदर यह संपर्क स्थापित हो गया उसके बाद आपको अन्य किसी चीज की आवश्यकता नहीं रहेगी

कई सारी ऐसी चीजें होती है जिनकी जानकारी आपको वही व्यक्ति दे सकता है जिसने वह स्वयं से किया हो और आप इस साधना के माध्यम से उस अतृप्ता से संपर्क स्थापित करके यह देख सकते हैं या पूछ सकते हैं या जान सकते हैं अपने प्रश्नों के उत्तर

● जैसे यदि मान ली थी आपको किसी के बारे में शत-प्रतिशत पता है कि हां इन्होंने कहीं पर गड़ा धन छुपाया था तो आप उनसे संपर्क करके यह पूछ सकते हैं कि क्या आपने यह कहां छुपाया है कब छुपाया है और हमें इसे किस प्रकार से उत्कीलन करके निकाल सकते हैं

● ऐसे ही कई बार ऐसे होता है कि अनेक प्रकार के ऐसे पेपर जिनके माध्यम से आपको नाना प्रकार का लाभ मिल सकता है वह आपको मिलते ही नहीं है तो आप इस व्यक्ति से जिसने उनको बनाया है अथवा उनके द्वारा रखे गए हैं उनसे संपर्क करके भी इसकी प्राप्ति कर सकते हैं

● ऐसी अनेक गुप्त विद्या है जो साधक के साथ ही चली गई आप ऐसे साधकों से भी संपर्क करके उनसे वह जानकारी एवं विद्या सीख सकते हैं

● इस साधना के माध्यम से साधक किसी के भी परिवार जन अथवा किसी की भी जानने वाले को उसकी मृतक आत्मा से संपर्क करके यह बता सकते हैं जो भी सामने वाला जानना चाहता है इस प्रकार से आपको ख्याति एवं अनेक प्रकार के लाभ भी प्राप्त हो सकते हैं

● साधक यदि चतुर हो तो वह किसी के विषय में कुछ भी जान सकता है उसके परिवार के किसी भी मृतक से संपर्क करके और यह जान लेना ही अत्यंत गुणकारी हो जाएगा, समझदार साधक को इतना इशारा काफी है

● मृत व्यक्ति से संपर्क करके आप संपूर्ण रहस्यों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं जो अभी लुप्त हो चुके हैं जो भी पुरानी चीजें हैं बस आपको उसके विषय में जानकारी होनी चाहिए कि आपको किस से संपर्क स्थापित करना है ऐसा ना हो कि आपको पता ही नहीं है संपर्क स्थापित करने और आप कहे कि जो मृत व्यक्ति आजा

● जिस भी मृत व्यक्ति से संपर्क स्थापित करना होता है कई बार उसके नाम से भी संपर्क स्थापित हो जाता है कई बार उसके चित्र की भी आवश्यकता पड़ सकती है और जो बाकी क्रियाएं हैं वह आप को साथ में करनी पड़ेगी लेकिन सर्वप्रथम आपको इसकी साधना करनी होगी उसके बाद ही आप संपर्क स्थापित कैसे करना है उसको समझ सकेंगे

मेरे अनुसार यह वह साधना है जो यहां पर जुड़े हुए सभी साधकों को करनी चाहिए क्योंकि इस साधना से आप चाहें तो अपने साधना क्षेत्र की शुरुआत भी कर सकते हैं और यदि यह सिद्ध हो गई तो संभव था आपको आर्थिक मानसिक शारीरिक आत्मिक आध्यात्मिक किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा और आप इन सभी क्षेत्रों में प्रगति करने में सफल होने की पूरी संभावना बनी रहेगी


पूर्ण साधना विधि जून माह के पेड ग्रुप में उपलब्ध है 640 रुपये का शुल्क जमा करके शीघ्र जॉइन करें।

स्मपर्क सूत्र - @sahajst
1.4K viewsDewanshu, 09:41
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2021-06-04 07:00:10 सभी साधनाओ का मंत्र



आज मैं आप सभी को अत्यंत आवश्यक जानकारी देने जा रहा हूँ इसे ज़रूर समझियेगा

मंत्र देने का समय एयं नियम ।

मंत्र पुराने समय मे एक निर्धारित समय मे दिया जाता था उसका एक विशेष कारण होता है , जो मेरे अत्यंत प्रिय है उनको यह बातें पता हैं इसलिए वो अनावश्यक मंत्र की मांग नही करते जिससे उनका कोई मतलब नही है।

मंत्र देने का एक समय होता है जो की हमेशा तब दिया जाता है जब चंद्र देने वाले के लिए अनुकूल हो अन्य किसी भी समय दिया गया मंत्र किसी के भी द्वारा दिया गया हो निरर्थक है सही मंत्र भी होगा तब भी साधना पूर्ण नही होगी । यह सब इतनी विशेष बाते हैं लेकिन यह बातें मैं सबके समक्ष रखना उचित नही समझता सब के सब चिंता करने लगेगें।

मंत्र लेके कोई साधक बिना साधना सामग्री के क्या करेंगे ? व्यर्थ है

न मुहूर्त का ज्ञान
न मंत्र का पूर्ण ज्ञान
विधि का पूर्ण ज्ञान नही
किस नक्षत्र में साधना करनी है वो नही पता
हवन की पूर्ण सामग्री नही पता
नियंम ही नही पता

अब क्या करेंगे उस मंत्र का न वो साधक के किसी काम का न आप जिसे आगे देंगे उसके किसी काम का । न ही साधक उस मंत्र को दीक्षा खुद को दे सकते हैं ना ही किसी और को ।

शिविर भी मुहूर्त अनुसार किया जाता है , उसमे दीक्षा भी समय अनुसार , गुप्त साधना भी समय अनुसार ।

आप सब इतने प्रेम से इतने लम्बे समय से इस परिवार से जुड़े हैं , तो हम भी चाहते हैं की सभी साधक सफल हों इसलिए जो जो नियम एक मार्गदर्शक को पालन करने चाहिए वह हमेशा पालन किए जाते हैं । और आशा करते हैं की आप भी एक कुशल साधक की भाँति अवश्य संयम रखेंगे ।
672 viewsAkshay Sharma, 04:00
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2021-06-03 16:30:06 पैशाचिक माला

पैशाचिक माला का शुल्क अधिक क्यूँ ?



उत्तर - पैशाचिक माला जो व्यक्ति धनराषि जमा करता है उसके लिए ही संस्कार की जाती है क्यों कि उसमे धनराषि बहुत अधिकः लगती है । एक अथवा दो माला अधिकः संस्कार किया जाता है इससे अधिक नही। अतः जब व्यक्ति धनराषि जमा करता है तभी संस्कार होता है ।


2 जोड़ी कुंवारा कुंवारी मुर्गा मुर्गी
1 बोतल शराब
शमशान में पास की नदी या समुद्र
कमलगट्टे की माला सफेद रेशमी सूत में

एक विश्वास जनक व्यक्ति जो मुझे मुर्गा मुर्गी का जोड़ा देते हैं वो 1 जोड़े का समय अनुसार 800 से 1000 लेते हैं । जब कि आपको बाजार में 200 से 300 रुपये किलो मुर्गा मिल जाता है लेकिन कुंवारा जोड़ा नही मिलेगा । और अगर जोड़ा कुंवारा नहीं है तो संस्कार नहीं हो सकता है ।

2 जोड़ा लगभग 1600 से 2000 के बीच आता है।


ठीक ठाक शराब की बोतल 700 से 1000 रुपये की आती है ।

व्यक्तिगत स्थान से नदी 20 से 22 किलोमीटर है आना जाना लगभग 500 - 600 रुपये के आस पास आता है ।

सफेद / काले धागे में बनी कमलगट्टे की माला 130 से 150 रुपये की आती है ।

बर्तन , पानी , दिया , इत्यादि 200 रुपये का आता है

आसन का शुल्क जिसका दुबारा उपयोग नही होता है ।

जिस शमशान के करीब नदी में संस्कार होता है वहां के दलाल 500 से 1000 रुपये लेते हैं करने देने का क्योंकि यह सब करना मना है। यह पैसा प्रत्येक माला पर नही देना पड़ता है ।

830 माला संस्कार का निर्धारित शुल्क है ।

लगभग 150 से 200 रुपये कूरियर शुल्क ।


इसके अतिरिक्त उस स्थान की नकारतमकता का आवाहन करके उस ऊर्जा के माध्यम से संस्कार करना , और उसका प्रभाव स्वयं पर लेना इसका कोई मोल नहीं लगा सकता ।

तो अब आप स्वयं से यह अंदाज़ा लगा सकते हैं की इसका शुल्क इतना क्यूँ रहता है ।

पैशाचिक संस्कार का एक छोटा विडीओ भी Youtube पर डाला हुआ है आप वह देखकर भी इन सभी चीज़ों का अंदाज़ा लगा सकते हैं ।


आप स्वयं से भी यह संस्कार कर सकते हैं - बशर्ते आपने स्वयं से कोई पिशाच साधना सिद्ध की हुई हो ।







@akshayaghora



सम्पर्क सूत्र
4.0K viewsAkshay Sharma, 13:30
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2021-06-03 06:30:10 माला संस्कार - आवश्यकता

साधना से पूर्व जिस माला से आप साधना करने वाले हैं उसका संस्कार करना अति आवश्यक है जिससे साधना के दौरान अनवांछित शक्तियाँ आपको तंग न करें। क्यूँकि जब आप साधना करते हैं और सहस्त्रर से मंत्र की तरंगें निकलती हैं तो कहीं यह भी संकट रहता है की उस समय किसी और प्रकार की शक्ति आपकी तरफ़ आकर्षित ना हो जाए ।

तभी मंत्र भी विचार करके दिया जाता है जिससे की कोई अन्य शक्ति आकर्षित ना हो । आप ऐसा समझें की मंत्र जाप करते समय , जब ध्वनि उत्पन्न हो रही है तो आप एक चुम्बक के समान हैं जो कई चीजों को अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं । साधक को यह संकट का सामना ना करना पड़े इसीलिए गुरु हमेशा माला का संस्कार करके दिया करते थे ।माला संस्कार प्राचीन समय से ही किया जाता आ रहा है।

बाजार में बिकने वाली माला अनेक प्रकार की जगह से होक दुकान तक आती हैं अनेक जगह से अशुद्ध होती हैं मालाएं इसलिए यह अति आवश्यक है।

आप स्वयं से भी माला संस्कार कर सकते हैं , इसकी विधि कई बार ग्रूप में , शिविर में , और videos के माध्यम से भी बतायी गयी है । अगर आप वह श्रम करने हेतु तैय्यार हैं तो आप स्वयं एवं दूसरों के लिए भी माला संस्कार कर सकते हैं ।


कई साधकों का यह प्रश्न भी रहता है की पैशाचिक माला संस्कार कैसे होता है और पैशाचिक माला का शुल्क इतना अधिक क्यूँ होता है ? तो इसके बारे में पूर्ण जानकारी आपको शाम को बतायी जाएगी ।






@akshayaghora



सम्पर्क सूत्र
652 viewsAkshay Sharma, 03:30
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2021-06-02 17:09:00 प्रत्यक्ष श्री हनुमान साधना

आज मैं आप सभी के समक्ष हनुमान जी को प्रत्यक्ष करने वाली एक मात्र साधना देने जा रहा हूँ ।

बहुत से साधक ऐसे हैं जिनका हनुमान जी पर अटूट विश्वास है , और वह उनकी भक्ति किसी ना किसी माध्यम से करते रहते हैं फिर चाहे वह चालीसा का पाठ करना हो , बजरंग बाण का पाठ , सिंदूर चढ़ना इत्यादि ।

इस बात से कोई भी अनिभिज्ञ नहीं है की अगर हनुमान जी की कृपालाभ किसी को प्राप्त हो जाए तो उसे जीवन में अन्य किसी चीज़ की आवश्यकता नहीं है । उस व्यक्ति में ना ही असीमित बल होगा बल्कि अथाह ज्ञान का भी संचार होगा । किसी भी प्रकार का रोग उसे छू नहीं सकता , किसी भी भूत प्रेत पिशाच का किसी व्यक्ति या किसी जगह पर से असर ख़त्म करना उसके लिए एक मामूली बात है ।

परंतु यह सब कृपा आपको एक लम्बे समय तक हनुमान जी की निश्छल भक्ति एवं उनकी साधना करने के बाद ही प्राप्त हो सकती है ।

यह साधना काफ़ी समय पहले youtube पर डाली हुई थी , कई साधकों ने इस साधना का कृपा लाभ भी अनुभव किया है ।

अगर आप हनुमान जी में अटूट विश्वास रखते हैं , और स्वयं और समाज का निस्वार्थ कल्याण करना चाहते हैं तो आपको यह साधना अवश्य करनी चाहिए ।








@akshayaghora



सम्पर्क सूत्र
555 viewsAkshay Sharma, edited  14:09
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2021-06-02 11:31:40
माता बग़लमुखी - भाग 2

साधकों के प्रश्न एवं मंत्र



237 viewsDewanshu, 08:31
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2021-06-02 07:15:07 शक्तियों से रिश्तेदारी

वर्तमान समय मे शक्तियों से विभिन्न प्रकार के रिश्ते स्थापित करने की बातें साधकों द्वारा कही जाती हैं , इस कारण कई साधक लोग साधना से पूर्व ही नाना प्रकार के विचार मन में धारण किए होते हैं , जिस कारण वह अपनी साधना में ही एक कल्पनात्मक दुनिया में खोए रहते हैं ।

इसके विषय मे मैंने पहले भी चर्चा की है को किस भी entity को पत्नी, माता, बहन इत्यादि के रूप में सिद्ध नही किया जाता है सिद्ध होने से पूर्व आपके न ही पारिवारिक सम्बद्ध हैं ना ही व्यतिगत।

यह कभी कभी हास्यपद लगता है मुझे की अभी साधना शुरू भी नही की ध्यान लगता नही है उसके बाद व्यक्ति के मन मे ऐसे विचार आते कहाँ से है पत्नी बनेगी या बहन ।

देखिये 2 प्रकार से रिश्ते निर्धारित होते हैं एक जो जन्म से होते हैं दूसरे जो व्यक्ति अपनी आचरण से बनाता है तो शक्तियों के साथ आप अपने आचरण के माध्यम से सम्बद्ध रखते हैं यह मैँ यक्षिणी , अप्सरा इत्यदि के लिए जानकारी दे रहा हूँ। अतः यह समझे कि ऐसा कुछ नही होता कि किस रूप से सिद्ध होगी वह बस सिद्ध होगी संबंध आप अपने आचरण अनुसार निर्धारित करेंगे।

अतः इन सब विचारों में ना फँसें और बिना कुछ अपेक्षा रखे अपनी साधना प्रारम्भ करें

तीन तत्व में उपलब्ध शक्तियां का आप स्त्रीलिंग और पुल्लिंग निर्धारित नही कर सकते हैं। तामसिक अतृप्त साधनाएं जैसे कामपिशाचिनी उसके साथ साधना से पूर्व ही संबंध स्थतापित है की वह सिद्ध होके भोग ही देती है साधक को।

जब तक आप एक साधना पूर्ण एवं प्रत्यक्ष नही कर लेते हैं यह संभब नही होगा कि इस रहस्य को आप इतनी आसानी से समझ सकें।

जो इस जन्म में आपको माता है वह अगले जन्म में माता होंगी या नही ये नही कहा जा सकता यह भी कहना अनुचित है कि वह आने वाले जन्म में महिला ही होंगी क्योंकि सूक्ष्म शरीर लिंग रहित होता है।

इसका रहस्य अभी वर्तमान काल मे उजागर करना उचित नही। अतः राजसिक साधना के निर्देश पालन करें।
649 viewsAkshay Sharma, 04:15
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2021-06-01 17:05:08 Diabetes मधुमेह - मुक्ति औषधि

सर्वप्रथम साधक का अनुभव

चर्चा दिनांक - 25 सितम्बर 2020

Aur mei batana chahta hu ki jo Sugar vaali Aushadi li thi menye aapni Mata ji ky liye ussye bhut fark pada hai unye June last week sy suru ki thi regular lyna

Tab sugar level 350 tha aab 210 tak phunch gaya hai vo bhi normal ho jayega aapkye ashirvad sy


यह औषधि वार्षिक रूप से ही उपलब्ध है, सेवन विधि अत्यंत आसान है प्रत्येक दिन में 1 बार सेवन करना है जैसे कि साधक ने अनुभव जाहिर किया है उसमें उन्होंने बताया है कि 4 माह में कितना लाभ उन्हें प्राप्त हुआ है इतने वर्षों से चल रही मधुमेह की बीमारी में 1 वर्ष पूर्ण होते होते इसका अंत संभव है।

इसका वार्षिक शुल्क 23000 + कूरियर शुल्क है।

इक्षुक साधक प्राप्त कर सकते हैं।

नोट - यह औषधि संस्कार करके बनाई जाती है जिस कारण से 1 वर्ष से कम ही बनाना सम्भव नही है और प्रतिदिन सेवन आवश्यक है औषधि पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक है।

@doccult पर सम्पर्क करें।
595 viewsAkshay Sharma, 14:05
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