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Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust

टेलीग्राम चैनल का लोगो rajyogipk — Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust S
टेलीग्राम चैनल का लोगो rajyogipk — Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust
चैनल का पता: @rajyogipk
श्रेणियाँ: धर्म
भाषा: हिंदी
देश: भारत
ग्राहकों: 5.22K
चैनल से विवरण

This channel is parallel branch of Adbhut Rajsik Sadhnayen Youtube channel where we will provide you Gupt sadhna's & Dhyaan Gupt mantras..
Direct Message Shreem Dewanshu - @DOccult
Direct Call - Callme4 app.
Dewanshu@CM4

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नवीनतम संदेश 66

2021-05-16 09:46:55 सूचना - अति आवश्यक

संस्था में विभाग विभाजित हैं कोई भी एक दुसरे के विभाग में दखलंदाजी नही करता है अथाह सर्वप्रथम जिस विभाग से सम्बन्धी सूचना चाहिए आप उनसे सम्पर्क करें.

1. साधना सम्बन्धी किसी भी प्रश्न हेतु @akshayaghora अक्षय जी से संपर्क करें.

2. धनराशी सम्बन्धी किसी भी कार्य हेतु - जैसे पेड ग्रुप ज्वाइन करना , अथवा साधना सामग्री का शुल्क, कूरियर सम्बन्धी सूचना हेतु @sahajky - मनीष जी से संपर्क करें. कालिंग नंबर - 08377077139

3. क्रियायोग ध्यान योगनिद्रा बेसिक जानकारी हेतु मयंक जी से सम्पर्क करें - @sahajmy
कालिंग नंबर - 08400098222

4. हस्तरेखा अथवा ज्योतिष सम्बन्धी परामर्श हेतु राधा जी से सम्पर्क करें - @palms7ories

यह ध्यान दें की २४ घंटे संस्था में सभी लोग टेलीग्राम नही चलाते हैं इसलिए मेसेज करने के बाद कम से कम ६ घंटे तक प्रतीक्षा करें यदि उत्तर प्राप्त नही होता है तब ही दुबारा मेसेज करें.

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यदि किसी कारण से आपकी समस्या का समाधान नही हो पाता है अथवा कुछ अन्य विशेष समस्या है उस स्थिति में ही आप मुझे सीधे मेसेज कर सकते हैं @doccult पर श्रीम देवांशु , लेकिन इसका अर्थ यह नही की सबसे पहले आप मुझे ही मेसेज करें। सर्वप्रथम निर्धारित विभाग में संपर्क करें उसके बाद ही आवश्यकता अनुसार मुझे मेसेज करें इससे मेरा भार कम रहेगा।

नोट - यदि मेरे द्वारा आपके हेतु किसी शिक्षक अथवा कार्यकर्ता नियुक्त किये जाते हैं आपको हमेशा उन्हें ही मेसेज अथव कॉल करना है और किसी को नही।


संस्था में धनराशि जमा करने के निम्नलिखित माध्यम हैं

Paytm - 08377077139

Account -

Name - Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust
Account number - 38017006730
State Bank Of India
IFSC - SBIN0016167
MICR - 226002088
Branch - Southcity, Lucknow

UPI - sahajky@upi


https://www.sahajkriyayog.org/campaigns/donation/

इसके अलावा संस्था किसी अन्य माध्यम से धनराशि स्वीकार नही करती है अतः यदि आप इसके अलावा कहीं धनराशि जमा करते हैं उसके लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।

संस्था से जुड़े समस्त साधक संस्था का सहयोग करते हैं लेकिन कुछ साधक कई प्रकार फ़र्ज़ी स्लिप आदि बना के संस्था में भेजते हैं पकड़े जाने पर सीधे कानूनी कार्यवाही होगी संस्था इसके लिए स्वतंत्र है। अतः ऐसी भूल न करें।

उपरलिखित नियम का पालन करने से आपको अधिकः लाभ प्राप्त होगा।

धन्यवाद

श्रीम देवांशु
12.6K viewsDewanshu, edited  06:46
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2021-05-15 07:39:37 आवश्यक सूचना:

पिछले काफी समय से संस्था द्वारा अनेकों साधनाएं सभी साधकों हेतु प्रदान की गयी एवं संस्था का यही प्रयास रहता है कि सरल भाषा में साधकों को जानकारी प्रदान की जाये जिससे सभी के लिए किसी भी प्रकार की जानकारी को पूर्ण रूप से समझने में सुगमता रहे l गत वर्षों में संस्था द्वारा यह पाया गया है कि साधकों के मन में फिर भी कुछ अति सामान्य प्रश्न रह जाते हैं जिनके बारे में साधना विधि में साफ़ शब्दों में लिखा होता है l
ऐसे कई प्रश्नों में से एक प्रश्न का उत्तर आज यहाँ विस्तारपूर्वक दिया जा रहा है जो कि है

क्या ‘अमुक’ साधना में धार्मिक स्थलों पर जा सकते हैं या नहीं ?

हर तामसिक साधना में एवं बहुत सी राजसिक साधनाओं की विधि में यह लिखा होता है कि धार्मिक स्थल पर जाना निषेध है l इस तथ्य को ध्यानपूर्वक समझें,

धार्मिक स्थल पर जाना : नहीं

इसका अर्थ यह है कि
1. आप साधना काल के दौरान किसी भी प्रकार के धार्मिक स्थल जैसे मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च इत्यादि कहीं भी नहीं जा सकते l
2. किसी भी प्रकार के प्रसाद इत्यादि को ग्रहण नहीं करेंगे l
3. अपने घर में अथवा कहीं पर भी की जाने वाली किसी भी पूजा पाठ इत्यादि का हिस्सा नहीं बनेंगे l
4. अपने नियमित पूजा पाठ , किसी भी अन्य प्रकार के मन्त्र जाप को आप त्याग देंगे l
5. न केवल साधना काल में किन्तु साधना के बाद भी यदि आप साधना में सफल रहते हैं तो जब तक आप उस सिद्धि का प्रयोग करेंगे तब तक आप उपरोक्त बताये हुए सभी नियमों का पालन करेंगे l

धार्मिक स्थल एवं पूजा पाठ से सम्बंधित सभी संभव प्रश्नों के उत्तर ऊपर दिए जा चुके हैं. संस्था आशा करती है कि साधक इस तरह की किसी भी भूल को न करते हुए अपनी साधना में सफल होंगे एवं इस मार्ग पर आगे बढ़ेंगे l
981 viewsMayank, edited  04:39
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2021-05-13 17:38:04 किस समय संभोग क्रीड़ा करने से किसी संतान की प्राप्ति होगी -

जिस प्रकार से आपकी कुंडली आपके जीवन को दर्शाती है उसी प्रकार से आपके कुंडली से भी आपके पिताजी के विषय में पता किया जा सकता है लेकिन संतान की कुंडली से भी पिता को लाभ प्राप्त होते हैं इसलिए यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि कब संतान पैदा की जाए अर्थात यह टॉपिक थोड़ा सा अलग हो सकता है और इसमें कुछ चीजें ऐसी हैं जो शायद हर व्यक्ति समझने के लिए तैयार ना लेकिन संतान प्राप्ति की जो संभोग क्रिया है, वह किस समय उचित रहता है जिससे उत्तम संतान की प्राप्ति हो सकती है, यह जानना अत्यंत आवश्यक है । इसी के विषय में शीघ्र ही आने वाले समय में अनेक वीडियो आने वाले हैं जिसमें प्रत्येक नक्षत्र पर पैदा होने वाली संतान नक्षत्र में संभोग करने से किस प्रकार की संतान की प्राप्ति होती है ,किस नक्षत्र के किस चरण में संभोग करने से प्रत्याशी संतान की प्राप्ति होती है।

इसके विषय में पूर्ण जानकारी दी जाएगी। आप सभी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें और कृपया शेयर करें और लोगों के बीच में दर्शाए किस प्रकार की जानकारी आपको सिर्फ यही से प्राप्त होगी ।

आज से पूर्व अनुमान नहीं है कि किसी ने भी इस प्रकार की जानकारी प्रदान की है।
1.5K viewsDewanshu, 14:38
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2021-05-10 16:12:51 एक दिन में सिद्ध हो जाएगी यह शाकिनी अगर मान ली मेरे गुरु की ये बात

मंत्र - एं हुम् नम शमशान वासिनी कंठ वारिणी जल प्रज्वल शाकिनी हट3 क्रीम क्राम विशुद्ध दायिनी कृ कृ शट2 हूं फट।





पूर्ण साधना हेतु यह का एक एक शब्द पढ़ें आपकी सुविधा हेतु ही यह लिखा जाता है।
1.4K viewsDewanshu, 13:12
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2021-05-09 18:50:02 सर्वरोग मुक्ति - बिना किसी साधना किये

स्वयं सिद्ध मंत्र - बस पढ़ते साथ ही करेगा कार्य

स्वयं सिद्ध का अर्थ ही यह है जिसे सिर्फ बोलने से कार्य करे उसे सिद्ध करने की आवश्यकता नही है

अनेक साधक ऐसे हैं जो साधना करने में असमर्थ हैं लेकिन फिर भी रोग से पीड़ित हैं इसी विषय में आज मैं आप सबके समक्ष जानकारी प्रदान करने जा रहा हूं जिसके माध्यम से बिना किसी साधना कि आप रोगमुक्त होने की संभावना है

यह मंत्र अत्यंत आसान है लेकिन इसका उपयोग याद करने के बाद ही किया जा सकता है

1. इस मंत्र को प्रथम दिन जो सिद्ध किया जाता है वह किसी ग्रहण के दिन दीपावली अमावस्या आज किसी दिन पर आप इसे सिर्फ 108 बार बोल कर सिद्ध कर लें

2. इसमें किसी भी प्रकार की साधना सामग्री की आवश्यकता नहीं है ना ही इसमें अन्य कोई साधना नियम है जैसे आसन दिशा आदि कुछ भी सम्मिलित नहीं है

3. इस मंत्र का उपयोग आप अपने परिजन पर भी कर सकते हैं और किसी भी अन्य व्यक्ति को समस्या के समय पर आप मदद कर सकते हैं

4. जब भी आपको इस मंत्र का प्रयोग करना हो तो आप 108 बार इस मंत्र को अपने हाथ में जल लेकर किसी चांदी के कटोरे में पढ़ें और और पानी की तरफ देखते रहें यह अनिवार्य है

5. गुप्त क्रिया अंत मे देखें।


6. इस मंत्र के द्वारा सिद्ध जल आप एक बार में एक ही व्यक्ति को दे सकते हैं और 1 दिन में एक ही बार बना सकते हैं बार-बार बनाकर इसका व्यापार नहीं किया जा सकता है

7 ....

8. इस मंत्र का उपयोग करने से पहले साधक अपने शौच आदि से निवृत्त हो जाएं उसके बाद ही नहाए धोए और थोड़ी देर बैठे या अपना कहीं पर भी खड़े रहे हैं नहाने धोने के बाद किसी से बातें ना करें और जल को सिद्ध करके दे दें


मंत्र - मई माह के पेड ग्रुप में उपलब्ध है शीघ्र जॉइन करें । शुल्क 730 रुपये पूर्ण माह

समपर्क सूत्र मनीष जी - @sahajst
581 viewsDewanshu, 15:50
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2021-05-06 18:12:36 मृगांक प्रेत साधना - 26 मई 2021 चंद्र ग्रहण की एक दिविसिय साधना मात्र 5 माला

किसी भी साधना समाग्री की आवश्यकता नही अर्थात आपको संस्था से कुछ नही क्रय करना है।

मृगांक प्रेत यह एकमात्र ऐसा शक्तिशाली प्रेत है जो कि एक बार सिद्ध हो जाए तो साधक कुछ भी करने में संभव हो जाता है एकमात्र ऐसा शक्तिशाली प्रेत जो मेरे पास साधना रूप में उपलब्ध है जिसे मात्र एक रात्रि में आप सिद्ध कर सकते हैं वह भी चंद्र ग्रहण की रात्रि में इसकी सिद्धि करने के पश्चात आपको अन्य कोई सिद्धि की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ऐसा इसलिए है क्योंकि यह साधक की हर एक प्रकार की इच्छा पूर्ण रखने की शक्ति रखता है अब वह नैतिक है अनैतिक है इससे कोई भी फर्क नहीं पड़ता है यह एक ऐसा शक्तिशाली प्रेत है जिसके माध्यम से साधक चाहे तो किस किसी पर भी नियंत्रण प्राप्त कर सकता है क्योंकि यह प्रेत चंद्र पर नियंत्रित रहता है जिसका चंद्र पर नियंत्रण है उसका किसी के भी मन मस्तिष्क पर नियंत्रण हो सकता है समझदार साधक स्वयं से समझ सकते हैं कि इसका क्या अर्थ है

इसके द्वारा इतनी शीतलता प्रदान की जाती है कि वह साधक की वाणी में स्वयं से आ जाती है यदि यह सिद्ध हो जाता है तो साधक की वाणी इतनी शीतल सौम्य में हो जाती है कि हर एक व्यक्ति उसके प्रति आकर्षित होने लगता है ही साथ उसकी कही हुई हर एक बात को मानने लगता है उसके कहे हुए हर एक कार्य को करने लगता है यही प्रेत की सिद्धि का राज है।

चंचल स्वभाव के साधक यदि इसे सिद्ध कर लेते हैं तो वह अपनी संपूर्ण चंचलता को प्रयोग कर सकते हैं जिसमें वह अपना अपना स्थित वह महिलाओं के समक्ष भी बना सकते हैं और अन्य जो भी रहे उनकी भी प्राप्ति कर सकते हैं किसी भी सिद्धि के माध्यम से सीधे पैसा लेना तो बड़ा मुश्किल सा महसूस होता है लेकिन यदि यह चद्दर है तो साधक के समस्त कार्य अपने आप ही इस प्रकार से बनते जाते हैं कि उसे पैसा कमाने के लिए अलग से मेहनत नहीं करनी पड़ती है उससे संबंधित लोग ही उसे इतना पैसा प्रदान कर देते हैं कि उसका जीवन सुख में जाता है साथ ही साथ साधक कि जब वाणी प्रसिद्ध रहता है तो जब वह कुछ भी कहता है तो उस वही चीजें होने लगती हैं इस कारण से साधक की ख्याति बढ़ती है और वह हर एक प्रकार के सुख एवं भोग को प्राप्त करता है और यह साधना पूर्णता परीक्षित है

इस साधना को करने वाले साधकों के अनुभव ही अत्यंत विचित्र होंगे जो साधक यह साधना करेंगे जब उनका अनुभव सभी के समक्ष प्रकाशित किया जाएगा तो साधकों को समझ में आएगा कि एक दिवस में सिद्धि हुई प्रेत कितनी ज्यादा शक्तिशाली हो सकता है

आइए अब इसकी विधि समझते हैं इसकी विधि अत्यंत आसान है इसमें आपको घर में उपलब्ध ही सामग्री का उपयोग करना है

पूर्ण साधना विधि मई माह के पेड ग्रुप में उपलब्ध है शुल्क आज रात्रि 10 बजे तक

640 रुपये , 10 बजे के बाद 730 रुपये समपर्क सूत्र मनीष जी - @sahajst
6.4K viewsDewanshu, 15:12
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2021-05-04 15:04:39 1 दिवस मुद्राराज यक्ष - सिद्धि मिलते ही ज़रूरत पूरी





मंत्र - ग्रूंग ह्रांग हूम रठ रठ रठ ठम ठम मुद्रमदेहि महाप्रलय क्षम यक्षाय ठ ठअकाल लक्ष्म्ये देहे हूम बूम बूम बूम
1.1K viewsDewanshu, 12:04
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2021-05-02 19:58:20 यह प्रयोग के समक्ष वशीकरण कुछ भी नही है

मेघा स्तम्भय - तंत्र प्रयोग - स्त्री बुद्धि बंधन

यह प्रयोग स्त्री के ऊपर अधिकः प्रभावशाली है इसे गांव में अधिकः उपयोग किया जाता था जब जैसे अत्यन्त तेज़ स्त्री होती थी जो घर द्वार सब बांटना चाहती हो

या बहु सास पर करती थी सास बहू पर और कई मनचले पुरुष नाना प्रकार की स्त्रियों पर यह करके अपनी इक्षा की पूर्ति करते थे

तंत्र उसी के लिए है जब सामान्य तरह से इक्षा पूरी न हो तो उसे किया जा सके।

यह प्रयोग के समक्ष वशीकरण कुछ भी नही है वशीकरण में सिर्फ व्यक्ति कुछ कार्य आदि करवा लेता है लेकिन इसमें गुलाम बना सकता है यदि लगतार प्रयोग होता रहे तो

इस प्रयोग का लाभ तभी मिलता है जब महिला पर किया जाए लेकिन पुरुष पर आंशिक लाभ मिलता है

यह एक पूर्ण तांत्रिक प्रयोग है इसमे वही सफल होगा जो प्रयोग काल मे स्वयं पर नियंत्रण रखता है यह जान लें कि यह प्रयोग आकस्मिक लाभ दे सकता है लेकिन पहले हाव भाव से यह जान लेना उचित है को प्रहोग किस लेवल तक हुआ है

इसका उपयोग आप दूर बैठे व्यक्ति पर भी कर सकते हैं साथ ही साथ नज़दीक के व्यक्ति पर भी लेकिन इसके लिए सब समाग्री अलग होती जाएगी व्यक्ति जितना डोर होगा उतनी अधिकः मेहनत और समाग्री का प्रयोग होगा

अब तक आप समझ गए होंगे कि यब प्रयोग सभी स्त्रियों पर करने से इसका क्या प्रभाव पड़ेगा

गांव में कई बार इसका प्रयोग पथभ्रमित कन्या पर भी किया जाता था जिसे समझ न आये की क्या सही क्या गलत

कई बार इसलिए भी किया गया है जिससे लड़की गलत दिशा में कदम न रखे और कई बार लोगों ने इसका गलत प्रयोग करके किसी के घर की कन्या का मन भ्रमित करके उसे गलत दिशा भी दी है।

इसका एक और उपयोग भी है जो सिखाया नही जाएगा लेकिन जानकारी के लिए बताया जा रहा है जिसमे घर उजाड़ना, तलाक आदि सम्मिलित है।

कई तांत्रिक ने इसका उपयोग करके महिलाओं को स्वयं को कष्ट देने पर भी मजबूर किया है जो कि महा अपराध है लेकिन इस प्रकार की अनिष्ट विद्या सार्बजनिक करना भी अपराध है इसे साधक आश्रम में आके सीख सकते हैं लेकिन पहले मैं उनकी कुंडली देखूंगा की सीखने लायक है या नही तभी सिखाऊंगा और इसका शुल्क भी उसी अनुसार होगा।


इसका सामान्य प्रयोग अब आपको बताया जा रहा है जिसके माध्यम से आप इतना नियंत्रण कर लेंगे की स्त्री आपके अनुसार रहें, घर में झगड़ा न हो, आपसे प्रेम संबंध बने आदि अन्य साधक स्वयं समझदार है।

इसका प्रयोग आप 2 लोगों के बीच नही कर सकते हैं की किसी दो के बीच विवाद अथवा वशीकरण कर दें अर्थात यदि आप कर रहे हैं तो आपको ही उसका लाभ मिलेगा।


पूर्ण जानकारी मई माह के पेड ग्रुप में उपलब्ध है शुल्क 640 रुपये पूर्ण माह हेतु।

संपर्क सूत्र - @sahajst
919 viewsDewanshu, 16:58
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2021-04-30 07:06:04 महत्वपूर्ण सूचना -

आज 30 अप्रैल 2021 रात्रि 10 बजे मई माह के पॉड ग्रुप में 501 रुपये में जुड़ने को अंतिम तिथि है अतः अविलंब जुड़ जाएं।

रात्रि बजे के बाद शुल्क 640 रुपये रहेगा।


संपर्क सूत्र (मनीष जी) - @sahajst


आप सभी से एक विनम्र निवेदन है -

संस्था में कार्यकर्ता एवं अन्य शिक्षक इसी लोय नियुक्त किये गए हैं जिससे कार्यभार को बांटा जा सके जैसे सभी स्थान पर होता है जिसमे

पेड ग्रुप, साधना समाग्री, एवं जो भी धन संबंधी कार्य है वह मनीष जी देखते हैं अतः आप पेड ग्रुप में जुड़ते हैं अथवा कोई समाग्री क्रय करते हैं उसके लिए आप सिर्फ मनीष जी को ही मेसेज करें अन्य किसी को नही इससे संस्था में रिकॉर्ड बना रहता है जिसके आधार पर अन्य कागज़ी कार्यवाही की जाती है।

आप सभी की मदद से संस्था उत्थान करने को ओर अग्रसर है अतः आप सभी अपना सहयोग नियम पालन करते हुए दें।

धन्यवाद।
1.1K viewsDewanshu, edited  04:06
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2021-04-29 11:39:03 गुरुजी प्रणाम
जय माँ बगलामुखी

शिव तंत्र अनुभव

सर्वप्रथम श्रीमदेवांशु जी आपको चरण स्पर्श एव सभी को प्रणाम
मैं जयपुर(राजस्थान) निवासी हू और लगभग 2 वर्षो से अधिक समय से संस्था से जुड़ा हुआ हूं। मेरी उम्र 23 वर्ष है। गुरु जी आज मे अपने शिव तंत्र के अनुभव आपसे साझा कर रहा हूं में 3 से 4 पेड ग्रुप मे जुडा हुआ हू जिसकी वजह से मुझे मयंक जी का नंबर मिला था। आज से करीब 2 माह पहले मेने मयंक जी से फोन पर बात की थी वो बहोत ही अच्छे व्यक्ति हैं वे हर एक बात को आपकी (श्रीमदेवांशु जी) तरह बहुत अच्छे से समझाते हैं। मैंने उनसे शिव तंत्र के बारे में पूछा तो उन्होंने मुझे लेने के लिए कहा और शिव तंत्र की महिमा भी बताई।
जैसा कि मेने बताया था मे काफी समय से जुड़ा हुआ हूं तो मे काफी समय से ध्यान कर रहा हूं लेकिन हर बार मे 3 से 4 महीने ध्यान करता और इस दौरान 20 से 25 मिनट तक पहुच पाता था और फिर ध्यान में मन नहीं लगता था तो मे बीच में ही ध्यान छोड देता था ऎसा 2 साल मे 3 से 4 बार हुआ जिसके कारण मेरी ध्यान में प्रगति नहीं हो पाती थी लेकिन स्थिरता अच्छी हो गई थी।
लेकिन जब से मैंने शिव तंत्र धारण किया है तब से एक भी दिन ऎसा नहीं गया जिस दिन मेने ध्यान नहीं किया हो, पहले मे जबरदस्ती ध्यान में बेठता था लेकिन अब मेरा खुद से मन करता है कि पूरे दिन ध्यान में ही बेथा रहूं। मैं दिन मे 2 बार ध्यान करता हूं। अब मे पहले तो 20 मिनट योगीक क्रियायें करता हूं उसके बाद सहजता से 45 से 50 मिनट तक ध्यान मे बिना किसी दिक्कत के बेठ पाता हूँ। आज मैंने ध्यान करते समय जो अनुभव किया है उसका शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता। उसी अनुभव से आज मे यह सब कुछ आपको बता रहा हू।


मेरा दूसरा अनुभव बताने योग्य तो नहीं है लेकिन मैं सिर्फ इसलिए बता रहा हू क्युकी बहुत से लोगों को भी यही समस्या होगी जो मुझे थी। पहले मैं बहुत ही कामुक इंसान था पूरे दिन काम भावना के विचार मेरे दिमाग में चलते रहते थे जिसके कारण मे जब भी ध्यान करता या गुरू मंत्र की माला फेरता था तो मेरे आज्ञा चक्र पर अश्लील चित्र और मन मे किसी भी स्त्री को लेके गंदे विचार आते थे जिनसे मैं बहुत परेशान रहने लगा था। और इसलिए मैं ध्यान करना छोड देता था। मे जब भी किसी भी लड़की को देखता था तो उसको देख कर मन में उसके साथ गंदे दृश्य बना लेता था और मे अपनी इस आदत से इतना परेशान हो गया था कि मेने लड़कियों की तरफ देखना ही छोड़ दिया था। लेकिन शिव तंत्र धारण करने के बाद से मुझे आज तक किसी भी तरह से कोई भी अश्लील विचार /भाव नहीं आए हैं। अब मुझे ध्यान के दोरान, माला फेरते हुए और खुली आँखो से देखने पर भी किसी के प्रति गंदे विचार नहीं आते। मेरी काम भावना जिसने मुझे अपने वश मे किया हुआ था आज वो मेरे नियंत्रण में हो गई है। काम भावना कम होने से मे अब अपनी पड़ाई और ध्यान दोनों जगह मन लगाकर कार्य पूर्ण कर रहा हूं

एक कामी इंसान के जीवन का कोई उदेश्य नहीं होता लेकिन आपने मुझे एक नव जीवन दिया है जिसका उपकार मे कभी नहीं भूल सकता


मेने एक अनुभव यह भी किया है कि मे पहले भी योगीक क्रियायें करता था पर वो तब इतना अछे से नहीं होती थी और उनको भी बीच में ही छोड़ देता था लेकिन अब मे उनमे भी निपुण हो गया हू साथ ही किसी को योग करते देखता हू तो उनको बता भी देता हू की आप यहा पर गलती कर रहे हैं साथ ही यह भी बता देता हू की सही क्रिया करने पर शरीर में इस जगह ऎसा अनुभव होता है।


गुरू जी मेने पिछले साल श्रीबगलामुखी तंत्र भी मंगवाया था और माता की साधना भी जारी है साधना तो मेने अभी 2 महीने पहले से ही शुरू की है साधना मेने बिना दीक्षा के शुरू की है क्युकी मेरा आपसे मिलना नहीं हो पा रहा है और मे दीक्षा प्रत्यक्ष ही लेना चाहता हूं। माता के तंत्र का अनुभव लिखने बेठ जाऊँ तो शाम हो जाएगी क्युकी पिछले साल से आज तक के अनेक अनुभव है। बस इतना ही कहूँगा की आज अगर मै किसी भी अनजान लोगों की भीड़ में जाके भी बेठ जाऊँ तो किसी भी व्यक्ति की इतनी हिम्मत नहीं होगी कि मेरी बात को काट दे।
651 viewsDewanshu, 08:39
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