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Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust

टेलीग्राम चैनल का लोगो rajyogipk — Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust S
टेलीग्राम चैनल का लोगो rajyogipk — Sahaj Kriyayog Sadhna Adhyatmik Trust
चैनल का पता: @rajyogipk
श्रेणियाँ: धर्म
भाषा: हिंदी
देश: भारत
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नवीनतम संदेश 62

2021-06-08 07:00:05 रुद्राक्ष

यह शब्द सुनते ही हर एक साधक का मन प्रफुल्लित हो जाता है क्योंकि यह सबके प्रिय महान योगी , योगिरूपा मेरे सबसे प्रिय महाप्रभु महानाथ भोलेनाथ का का रूप सामने आता है। यह बस मेरी कल्पना है मुझे इसका सत्य भी पूर्ण रूप से ज्ञात है लेकिन मैं इस कल्पना में अधिक गौर्वांगित महसूस करता हूँ ।

आज हम रुद्राक्ष के विषय मे ही चर्चा करेंगे ।

अनेक पुराणों में रुद्राक्ष के विषय मे चर्चा की गयी है कि इसके माध्यम से कैंसर जैसे रोगों का भी उपचार किया जा सकता है , यह भी माना जाता है कि इसके माध्यम से असंभव से भी अंसभव कार्य पूर्ण किये जा सकते हैं ,

जैसे , व्यक्ति गर्भ धारण कर सकता है , इक्षित संतान को प्राप्ति भी हो जाती है ।

रुद्राक्ष के माध्यम से शान्तिकर्म, उच्चाटन , सम्मोहन वशीकरण इत्यादि भी बहुत प्रभवशाली तरीके से होता है ।


एक उत्तम रुद्राक्ष सब बदल सकता है जीवन का हर एक पहलू जीवन का हर एक अंग ।

रुद्राक्ष का मूल ज्ञान - जितना छोटा रुद्राक्ष होगा उतना अधिक बलशाली और प्रभवशाली होगा । मुख के विषय मे आगे चर्चा करते हैं ।

किस प्रकार का रुद्राक्ष उपयोगी नही है -

कीड़े द्वारा दूषित
टूटा हुआ
जिसमे दाने उबड़ ख़बल न हो

यह रुद्राक्ष उपयोगी नही है ।

सबसे उत्तम वह रुद्राक्ष है जिसमे धागा डालने के लिए छेद न करना पड़े , उसके बाद व्यक्ति द्वारा छिद्र किया हुआ रुद्राक्ष भी उत्तम है ।

एक मुखी रुद्राक्ष -

इसकी विधिवत मंत्र कर्म के अनुसार जहां पूजा होती है वहां कभी लक्ष्मी का आगमन रुकता नही है , उस स्थान पर कभी नकारत्मकता नही आती है और व्यक्ति की अधिकतर मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं । व्यक्ति को ध्यान , शक्ति एयं भक्ति प्राप्त होती है । सबसे अधिकः प्रभवशाली मन की शांति प्राप्त होती है।

दो मुखी रुद्राक्ष

इस रुद्राक्ष से व्यक्ति के अंदर जो तामसिक गंदगी आती है उसका गमन हो जाता है , एकाग्रता , मन की शांति , आध्यात्मिक उन्नति , कुंडलिनी जागरण , के लिए सर्वादिक उपयोगी हैं यह रुद्राक्ष ।

यदि गर्भवती महिलाएं इसे पहने तो उन्हें प्रसव में समस्या नही आएँगी ।

जिन्हें डरावने स्वप्न आते हैं वो दूर होंगे ।

क्योंकि यह अर्धनरेश्वर का प्रतीक है इसलिए इसे वशीकरण के लिए सटीक माना गया है ।

तीन मुखी रुद्राक्ष

इसके माध्यम से अग्नि एयं सूर्य देव प्रसन्न रहते हैं यदि सूर्य ग्रह की समस्या यही तो यह अत्यंत प्रभावशाली है ।

धन एयं विद्या की वृद्धि में यह सहायक है , जो साधक अभी विद्यार्थी हैं उन्हें यह अवश्य धारण करना चाइए इज़के माध्यम से परीक्षा में उत्तम परिणाम आते हैं ।


अन्य मुखी रुद्राक्ष एयं निम्नलिखित विषय मे पूर्ण ज्ञान आने वाले समय में दिया जाएगा।

“कितने दाने की रुद्राक्ष की माला शरीर के किस अंग में धारण करनी चाहिए ?

कितने मुखी रुद्राक्ष किस व्यक्ति को धारण करना चाहिए ?

किन मंत्रों का जाप कितने मुखी रुद्राक्ष से करना चाहिए ? “
4.0K viewsAkshay Sharma, 04:00
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2021-06-07 16:30:06 चमत्कारी शक्तियाँ प्राप्त करने वाली - त्रिपुर योगिनी साधना


यह साधना मनोरथ पूर्ण करने वाली एक उच्च कोटि की साधना है । इस साधना से साधक में कई प्रकार की इच्छापूर्ती मायावी शक्तियों का संचार होता है ।

कई तांत्रिक लोग भी इस साधना को करके त्रिपूर योगिनी को सिद्ध करके अपने साथ प्रत्यक्ष रूप में रखते हैं और धन या अन्य संसाधनों के बदले लोगों को कार्य पूरे किया करते हैं ।

साधना सही से पूर्ण होने पर प्रत्यक्षीकरण के अभाव की स्थिति में भी यह योगिनी साधक के अंदर शक्ति का संचार करती है और अप्रत्यक्ष रूप से पूर्ण सहायता करती हैं । साधक के मनोरथ पूर्ण होने लगते हैं ।

साधक के रूके हुए काम के रास्ते खुलते हैं , जिस समस्या से ग्रसित है उसका निदान मिलता है । नए नए मार्ग खुलते हैं , जो भी इच्छा हो वह पूर्ण अवश्य होती है ।

इस साधना के विषय में पूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु इस विडीओ को देखें


विडीओ देखने के बाद साधना से सम्बंधित प्रश्न : @akshayaghora








1.2K viewsAkshay Sharma, edited  13:30
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2021-06-07 15:00:21 चंद्र ग्रह के विषय मे आंशिक जानकारी -

ज्योतिष एवं हस्तरेखा अनुसार, किस स्थिति में धारण करें चंद्र तंत्र।

कैसे जाने आपका चंद्र कैसा देगा प्रभाव !
खुद की कुंडली खुद देख के जाने ?

समस्त नवग्रह के विषय मे आएगी इसीप्रकार से जानकारी।

प्रतीक्षा करें और प्रत्येक ग्रह का पूर्ण अध्ययन करें।
1.2K viewsDewanshu, 12:00
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2021-06-07 07:00:08 अनुरोध एवं निर्देश :

साधकों के हित के लिए ग्रूप में लिखित और विडीओ दोनों माध्यम से तरह तरह की जानकारी प्रदान की जाती है । और किसी भी समस्या , प्रश्न आदि से सम्बंधित आपको अलग अलग शिक्षक , कार्यकर्ता आदि का सम्पर्क सूत्र भी दिया जाता है ।

ऐसे में साधकों से यह आशा की जाती है की वह बतायी हुई जानकारी को पहले पूर्ण रूप से उसका शोधन करें उसके उपरांत अगर कोई संशय मन में है तो बिना किसी संकोच के सम्बंधित कार्यकर्ता अथवा शिक्षक से आप सम्पर्क करें ।

परंतु पिछले कुछ समय से यह पाया जा रहा है की साधक ना तो पूरा विडीओ देखते हैं और ना ही पोस्ट अच्छे से पढ़ते हैं और उससे सम्बंधित वह सब प्रश्न करते हैं जो पहले से ही विडीओ इत्यादि में बताया हुआ है ।

कई बार साधक झूठ भी बोलते हैं की उन्होंने पूर्ण विडीओ देखी है , उसके बाद भी वह उस प्रश्न का उत्तर पूछते हैं जो विडीओ में बताया गया है । और प्रतिदिन एक ही प्रश्न को दो या तीन अलग तरह से पूछकर अलग उत्तर की अपेक्षा करते हैं ।

मैं आपसे यही अनुरोध करना चाहूँगा की आपके प्रश्नों का पूर्ण संयम के साथ हम उत्तर देने का प्रयास करते हैं परंतु अगर आप दिए हुए संसाधनों का सही रूप से उपयोग नहीं करेंगे तो उससे दूसरे साधकों को मिलने वाला समय काफ़ी व्यर्थ होगा । अगर आप अपने मार्गदर्शक की बात का ही सम्मान नहीं करते हैं , आदर नहीं रखते हैं तो आप सफल साधना नहीं कर पाएँगे ।

नोट : ऐसा प्रतीत होने पर की साधक निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं एवं एक ही व्यर्थ के प्रश्न बार बार कर रहे हैं , उन्हें एक चेतावनी दी जाएगी । उसके बाद भी अगर व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं आता है , तो आपको उत्तर नहीं दिया जाएगा । वह समय अन्य किसी साधक के प्रश्नों के उत्तर देने में उपयोग आ पाएगा ।
409 viewsAkshay Sharma, 04:00
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2021-06-06 21:29:01 रति साधना - एक उच्च कोटि की साधना


रति साधना प्रमुख तौर पर काम सुख प्राप्ति हेतु की जाती है , परंतु यह साधना सिर्फ़ इसी कार्य तक सीमित नहीं है । यह एक उच्च कोटि की साधना है जिससे साधक एक सुखी जीवन जीता है ।

यह साधना कुछ लम्बी अवश्य है और इसमें कुछ यौगिक क्रियाओं का भी अभ्यास किया जाता है , परंतु अगर साधक में संयम हो तो काम सुख हेतु इससे सर्वोपरि साधना और कोई नहीं हो सकती ।

ना सिर्फ़ इसमें साधक काम सुख प्राप्त करता है बल्कि अपनी शारीरिक कमजोरी से भी मुक्ति पता है । इससे सम्भोग करने की शक्ति इतनी ज़्यादा बढ़ जाती है की व्यक्ति अपनी इच्छा अनुसार समय तक क्रीड़ा कर सकता है ।

इससे साधक का शारीरिक गठन भी सुधरता है , साधक के चेहरे पर एक अलग तेज रहता है और उसकी आकर्षण शक्ति भी काफ़ी बढ़ जाती है । यह भी सम्भव है की उसे काया कल्प का भी ज्ञान प्राप्त हो जिससे वह स्वयं का काया कल्प कर एक स्वस्थ्य , लम्बा एवं सुखी जीवन जिएगा ।

इस साधना की पूर्ण जानकारी हेतु यह विडीओ देखें :





विडीओ देखने के बाद अगर कोई प्रश्न हो तो पूछ सकते हैं : @akshayaghora



763 viewsDewanshu, edited  18:29
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2021-06-06 10:08:26 माता धूमावती जयंती 18 जून 2021

धूम - ध्वनि
वती - प्रकृति

वह ध्वनि जिससे इस प्रकृति का निर्माण हुआ है वही धूमावती है अर्थात यह शरीर ही प्रकृति की ही इकाई है तो यह भी धूमावती है.जब साधक एक निश्चित अवस्था को प्राप्त कर लेता है उसे उसे रूप रस गंध में अंतर नही दीखता है और वह इस सत्य को जान पाता है की वह रथ सिर्फ दो पहिया जोड़ने से ही रथ नही है रथ वह है जो माया के स्वरुप को दूर करे और आत्मा निरकार का स्वरुप है उसे योग ही रथ है - सफ़ेद वस्त्र समस्त रंग का समावेश है जो जीवन की समस्त इक्सी हेतु आवश्यक है - वृद्धावस्था सत्य है यदि योग स्थपित नही होगा तो यह शरीर परिवर्तनशील है कावा ही वह रंग है जो अलग है - विधवा - मनुष्य को इस भवसागर से वह ही पार लगा सकता है उसके लिए कसी साथी की आवश्यकता नही है सूप वह ध्वनि एवं नाद है जो साधक को एक निश्चित अवस्था के बाद प्राप्त होती है वह नाद ही कुण्डलिनी शक्ति के उपर जाने की ध्वनि है.

माता की इस जयंती पर मेरे द्वारा विशेष हवन एवं यज्ञ किया जाएगा जिसमे अपना नाम सम्मिलित करवा सकते हैं।

जिन साधकों को यह जानना है इससे उन्हें क्या फायदा होगा उसकी कौन सी समस्या दूर होगी कृपया वह ध्यान करते रहें जिससे वह माता को समझ सकें।

वह साधक जो बिना इक्षा रखते हुए अपना नाम सम्मिलित करवाना चाहते हैं वह 11000 की धनराशि जमा करके इस हवन में अपना नाम सम्मिलित करवा सकते हैं जिसमे हवन के समय से पूर्व आपको हवन एवं यज्ञ का आंशिक प्रभाव मिले इसके लिए प्रार्थना की जाएगी।

नोट - हवन एवं यज्ञ हेतु अधिकतम 11 साधकों के नाम जोड़ा जाएगा।

संपर्क सूत्र - @sahajst

श्रीम देवांशु
सेवक माता धूमावती
749 viewsDewanshu, 07:08
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2021-06-06 08:46:22 आवश्यक सूचना :

सभी साधकों को सूचित किया जाता है कि 10 जून से कोरियर (Courier) सुविधा शुरू की जा रही है l
जिन भी साधकों ने जिस भी सामाग्री हेतु धनराशि जमा की है, वह साधक निम्नलिखित डिटेल्स
@sahajmy पर मैसेज करें :

1. पेमेंट screenshot
2. प्राप्त होने वाली सामाग्री
3. नाम एवं पूर्ण पता
4. फोन नंबर

आपसे अनुरोध है कि व्यर्थ प्रश्न ना करें कि कब भेजी जाएगी अथवा कब मिलेगी?

वर्तमान स्थितियों के कारण आप सभी को समस्याओं का सामना करना पड़ा है जिसके लिए संस्था खेद व्यक्त करती है और
संस्था जल्द से जल्द सामाग्री सभी साधकों तक पहुंचाने का प्रयत्न करेगी l
802 viewsMayank, 05:46
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2021-06-06 07:00:06 साधनाकाल में मांसाहार

देखिए यह एक सामान्य प्रश्न है की साधनाकाल में मांसाहार कर सकते हैं या नहीं तो देखिए साधना , पूजा पाठ में आपकी श्राद्ध , भाव , और धारणा कार्य करती है आपका भोजन नही ।

मांसाहार या कोई भी ऐसी वस्तु जो पचने में ज़्यादा समय लेती है वह आपकी साधना में बैठते समय समस्या करेगी । इसीलिए कहा जाता है की रात्रिकालीन साधना में रात्रि का भोजन सुपाच्य हो और साधना समय से कम से कम 3-4 घंटे पूर्व किया गया हो ।

इस चीज़ को अपनी धारण में ना उतारें की यह चीज़ ग़लत है या कुछ और । अगर करना है कर लीजिए परंतु दिन के समय करेंगे तो रात्रि में समस्या नहीं होगी ।

अगर किसी साधना में मांसाहार निषेध होगा तो वह अलग से विशेष तौर पर बता दिया जाएगा और किसी किसी साधना में विशेषतः मांसाहार करने को कहा जाता है , अब इनके कुछ सूक्ष्म कारण होते हैं जो अभी समझाना थोड़ा कठिन है ।

परंतु किसी साधना में अगर इसका सेवन माना है तो वह बता दिया जाएगा जैसे हनुमान जी की साधना में परहेज किया जाता है ।
887 viewsAkshay Sharma, 04:00
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2021-06-05 16:30:06 गौरांगी यक्षिणी - व्यापारियों के लिए वरदान


यह एक ऐसी यक्षिणी हैं जिन्होंने दैत्य गुरु शुक्राचार्य से आशीर्वाद प्राप्त कर स्वयं को धन सम्पदा में लक्ष्मी तुल्य बनाया है । जिन किसी के जीवन में किन्ही कारणों के कारण अगर धन आगमन रुका हुआ हो , तो वह इनकी साधना करके इस समस्या से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं ।

यह एक असुरी साधना है किंतु इस बात को अन्यथा ना लें , इस साधना से किसी प्रकार की कोई भी हानि नहीं होती है । होता है तो सिर्फ़ और सिर्फ़ लाभ । यह यक्षिणी अगर किसी पर प्रसन्न हो जाएँ तो रंक को भी कुछ समय में राजा बना देती हैं ।

यह साधना उन लोगों के लिए सर्वोत्तम है जिनका अपना खुद का कोई व्यापार हो । नौकरी पेशा लोगों को भी लाभ मिल सकता है परंतु व्यापार कर रहे लोगों को सर्वाधिक लाभ मिलने की सम्भावना है ।

महत्वपूर्ण बात यह है की इस साधना में हवन इत्यादि की आवश्यकता नहीं होती है तो आप निसंकोच यह साधना कर सकते हैं ।

इस साधना की पूर्ण जानकारी हेतु आप इस साधना का विडीओ देखें

साधना से सम्बंधित प्रश्न : @akshayaghora




1.1K viewsAkshay Sharma, edited  13:30
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2021-06-05 11:31:20 अगर बांध दी है किसी ने आपकी ज़मीन बिकेगी तुरंत।


मंत्र - ॐ हुम श्रीम श्री महाविपदा विनाशय मम भूमी विक्रय शहः रत रत हूं फट स्वाहा।







मात्र भोजपत्र पर लिखें यह मंत्र।
1.2K viewsAkshay Sharma, edited  08:31
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