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हिन्दी साहित्य / Hindi Literature

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2021-07-10 08:00:04 1. कर्तृवाचक तद्धित प्रत्यय

ऐसे प्रत्यय जो शब्द में उड़ने के बाद शब्द को इस तरह परिवर्तित कर दे कि शब्द से कार्य करने वाले का बोध हो, तब यह कर्तृवाचक तद्धित प्रत्यय कहलाता है। जैसे:

कर्तृवाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण :

सोना , लोहा , कह , चम + आर = सुनार , लुहार , कहार , चमार आदि ।
मजाक , रस , दुःख , आढत , मुख , रसोई + इया = मजाकिया , रसिया , दुखिया , आढतिया , मुखिया , रसोईया आदि
समझ , ईमान , दुकान , कर्ज + दार = समझदार , ईमानदार , दुकानदार , कर्जदार आदि ।
मशाल , खजान , मो + ची = मशालची , खजानची , मोची आदि ।
ऊपर सभी उदाहरणों में जैसा कि आपने देखा पहले मुख्या शब्द का अर्थ अलग था। लेकिन जब मुख्या शब्द में हमने प्रत्यय लगाए तब ही इन शब्दों का अर्थ बिलकुल भीं हो गया। पहले ये सभी शब्द संज्ञा या सर्वनाम या विशेषण थे प्रत्यय जोड़ गए तब ये शब्द हमें कार्य करने वालों का बोध होने लग गया।

2. भाववाचक तद्धित प्रत्यय

ऐसे प्रत्यय जो शब्द में लगने के बाद शब्द को भाववाचक में बदल दें, वे प्रत्यय भाववाचक तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं।
इसमें प्रत्यय लगने की वजह से कहीं कहीं पर आदि स्वर की वृद्धि हो जाया करती है ।
भाववाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण

भला , बुरा , कठिन , चतुर , ऊँचा + आई = भलाई , बुराई , कठिनाई , चतुराई , ऊँचाई आदि ।
बच्चा , लडक , छुट , काला + पन = बचपन , लडकपन , छुटपन , कालापन आदि ।
देवता ,मनुष्य , पशु , महा , गुरु , लघु + त्व = देवत्व , मनुष्यत्व , पशुत्व , महत्व , गुरुत्व , लघुत्व आदि ।
सुंदर , मूर्ख , मनुष्य , लघु , गुरु , सम , कवि , एक , बन्धु + ता = सुन्दरता , मूर्खता , मनुष्यता , लघुता , गुरुता , समता , कविता , एकता , बन्धुता आदि ।
जैसा कि आपने ऊपर दिए गए उदाहरणों में देखा पहले सभी मुख्या शब्द विशेषण या दूसरी संज्ञाएँ थी। उनका अर्थ कुछ और था। फिर हमने इन शब्दों में आई, ता, पन जैसे प्रत्ययों को जोड़ा। जैसे ही ये प्रत्यय शब्द के साथ जुड़े तभी उन शब्दों में परिवर्तन आ गया। अब ये शब्द भाववाचक संज्ञा आदि बनगए हैं। अब इन शब्दों से हमें भावों का बोध हो रहा है जैसे लड़कपन, बुढापा, सुदरता आदि। अतः ये उदाहरण भाववाचक तद्धित प्रत्यय के अंतर्गत आयेंगे।

3. संबंधवाचक तद्धित प्रत्यय

ऐसे प्रत्यय जिनसे हमें किसी के बीच के संबंध का पता चले, वे संबंधवाचक तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं।

संबंधवाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण :

लखनऊ, पंजाब, गुजरात, बंगाल, सिंधु + ई = लखनवी, पंजाबी , गुजराती , बंगाली , सिंधी आदि ।
शरीर , नीति , धर्म , अर्थ , लोक , वर्ष , एतिहास + इक = शारीरिक , नैतिक , धार्मिक , आर्थिक , लौकिक , वार्षिक , ऐतिहासिक आदि ।

4. गणनावाचक तद्धित प्रत्यय :

ऐसे प्रत्यय जो शब्द में लगने के बाद शब्द को संख्यावाची बना दे, वे प्रत्यय गणनावाचक प्रत्यय कहलाए हैं। जैसे:

गणनावाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण :

इक , दु , ति + हरा = इकहरा , दुहरा , तिहरा आदि ।
पांच , सात , दस + वाँ = पांचवां , सातवाँ , दसवां आदि ।
जैसा कि आप ऊपर दिए गए उदाहरणों में देख सकते हैं पहले शब्द का अर्थ भिन्न था लेकिन जैसे ही हमने प्रत्यय लगाया वैसे ही अर्थ भी परिवर्तित हो गया।
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2021-07-10 08:00:04 2. तद्धित प्रत्यय

जब संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण के अंत में प्रत्यय लगते हैं तो वे तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं।
तद्धित प्रत्ययों से मिलकर जो सहबद बनते हैं वे शब्द तद्धितांत प्रत्यय शब्द कहलाते हैं।
तद्धित प्रत्यय के उदाहरण:

चतुर + आई : चतुराई
ऊपर दिए गए उदाहरण में आप देख सकते हैं, पहले मुख शब्द विशेषण शब्द था लेकिन फिर हमने विशेषण में आई प्रत्यय मिलाया गया जिससे वह शब्द परिवर्तित हो गया। अतः यह उदाहरण तद्धित्त प्रत्यय के अंतर्गत आयेगा।

कुछ अन्य उदाहरण :

पछताना, जगना , पंडित , चतुर , ठाकुर + आइ = पछताई ,जगाई ,पण्डिताई ,चतुराई , ठकुराई
पण्डित, ठाकुर + आइन = पण्डिताइन, ठकुराइन आदि ।
पण्डित, ठाकुर, लड़, चतुर, चौड़ा ,अच्छा + आई = पण्डिताई, ठकुराई, लड़ाई, चतुराई, चौड़ाई , अच्छाई आदि ।
सेठ, नौकर + आनी = सेठ, नौकर आदि ।
बहुत, पंच, अपना +आयत = बहुतायत, पंचायत, अपनायत आदि ।
लोहा, सोना, दूध, गाँव + आर \आरा = लोहार, सुनार, दूधार, गँवार आदि ।
डाका, लाठी + ऐत = डकैत, लठैत आदि ।
अंध, साँप, बहुत, मामा, काँसा, लुट, सेवा + एरा = अँधेरा, सँपेरा, बहुतेरा, ममेरा, कसेरा, लुटेरा , सवेरा आदि।
खाट, पाट, साँप + ओला = खटोला, पटोला, सँपोला आदि ।
बाप, ठाकुर, मान + औती = बपौती, ठकरौती, मनौती आदि ।
बिल्ला, काजर + औटा = बिलौटा, कजरौटा आदि ।
धम, चम, बैठ, बाल, दर्श, ढोल , लल + क = धमक, चमक, बैठक, बालक, दर्शक, ढोलक , ललक आदि।

तद्धित प्रत्यय के भेद :

1. कर्तृवाचक तद्धित प्रत्यय
2. भाववाचक तद्धित प्रत्यय
3. संबंध वाचक तद्धित प्रत्यय
4. गणनावाचक तद्धित प्रत्यय
5. गुणवाचक तद्धित प्रत्यय
6. स्थानवाचक तद्धित प्रत्यय
7. सादृश्यवाचक तद्धित प्रत्यय
8. ऊनवाचक तद्धति प्रत्यय
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2021-07-10 08:00:04 3. करणवाचक कृदंत प्रत्यय:

जब प्रत्यय शब्द के साथ लग जाते हैं एवं उन शब्दों से क्रिया के साधन अर्थात करण का बोध होता है तो ये प्रत्यय करणवाचक कृदंत प्रत्यय कहलाते हैं। जैसे:

करणवाचक कृदंत प्रत्यय के उदाहरण:

आ = भटका , भूला , झूला
ऊपर दिए गए उदारण में जैसा कि आप देख सकते हैं यहाँ पहले जो मुख्या शब्द थे वे हमें क्रिया का बोध करा रहे थे। जैसे: भटक, भूल, झूल आदि। लेकिन जैसे ही इन शब्दों में प्रत्यय मिलाये गए जैसे आ तो इन शब्दों का अर्थ भिन्न हो गया। जैसे अब भटक का भटका हो गया जो हमें किसी साधान अर्थात करण का बोध करा रहा है। प्रत्यय लगते शब्द परिवर्तित हो गए। अतः ये उदाहरण करणवाचक कृदंत प्रत्यय के अंतर्गत आयेंगे।

करणवाचक कृदंत प्रत्यय के कुछ अन्य उदाहरण:

ऊ = झाड़ू
ई = रेती , फांसी , भारी , धुलाई
न = बेलन , झाडन , बंधन
नी = धौंकनी , करतनी , सुमिरनी , छलनी , फूंकनी , चलनी
जैसा कि आपने ऊपर दिए गए उदाहरणों में देखा यहाँ पहले शब्द हमें क्रिया का बोध करा रहे थे लेकिन जब इनमे प्रत्यय लगाया गया तो फिर ये परिवर्तित हो गए एवं अब ये करण का बोध करा रहे हैं। अतः ये उदाहरण करणवाचक कृदंत प्रत्यय के अंतर्गत आयेंगे।

4. भाववाचक कृदंत प्रत्यय :

ऐसे प्रत्यय जो शब्दों में जुड़ने के बाद उन शब्दों को भाववाचक संज्ञा में बदल देते हैं वे भाववाचक कृदंत प्रत्यय कहलाते हैं। जैसे:

भाववाचक कृदंत प्रत्यय के उदाहरण :

अन = लेखन , पठन , गमन , मनन , मिलन
ति = गति , रति , मति
अ = जय , लेख , विचार , मार , लूट , तोल
आवा = भुलावा , छलावा , दिखावा , बुलावा , चढावा
आई = कमाई , चढाई , लड़ाई , सिलाई , कटाई , लिखाई
आहट = घबराहट , चिल्लाहट
जैसा कि आप ऊपर दिए गए उदाहरणों में देख सकते है कि पहले जो मुख्या शब्द थे उनसे हमें किसी क्रिया का बोध हो रहा था। जैसे कमान, लड़ना, सिलना आदि। ये शब्द हमें क्रिया का बोध करा रहे थे। फिर हमने इनमे प्रत्यय को जोड़ा। जैसे ही इनमें प्रत्यय को जोड़ा गया तो फिर ये शब्द परिवर्तित हो गए। अब ये भाववाचक संज्ञा बन गए हैं। जैसे लेख का लेखन, घबराना का घबराहट आदि। ये भाववाचक संज्ञा का बोध करा रहे हैं। अतः ये उदाहरण भाववाचक कृदंत प्रत्यय के अंतर्गत आयेंगे।

औती = मनौती , फिरौती , चुनौती , कटौती
अंत = भिडंत , गढंत
आवट = सजावट , बनावट , रुकावट , मिलावट
ना = लिखना , पढना
आन = उड़ान , मिलान , उठान , चढ़ान
आव = चढ़ाव , घुमाव , कटाव
आवट = सजावट , लिखावट , मिलावट
इन शब्दों में जैसा कि आप देख सकते हैं की यहाँ पहले हमें क्रिया का बोध हो रहा था। लेकिन जब इन शब्दों में प्रत्यय जोड़े गए तो इनका शब्द एवं अर्थ भिन्न हो गए। अब ये शब्द हमें भाववाचक संज्ञा का बोध करा रहे हैं।

5. क्रियावाचक कृदंत प्रत्यय :

ऐसे प्रत्यय से बने हुए शब्द जिनसे क्रिया के होने का पता चले तो वह क्रियावाचक कृदंत प्रत्यय कहलाते हैं। जैसे:

क्रियावाचक कृदंत प्रत्यय के उदाहरण:

ता = डूबता , बहता , चलता
या = खोया , बोया
आ = सुखा , भूला , बैठा
ना = दौड़ना , सोना
कर = जाकर , देखकर
जैसा कि आप ऊपर दिए गए उदाहरण में देख सकते हैं, पहले शब्द हमें क्रिया का बोध नहीं करा रहे थे। मुख्या शब्द हमें पहले क्रिया के बारे में नहीं बता रहे थे। लेकिन जब उन शब्दों में प्रत्यय जोड़े गए तब ये शब्द परिवर्तित हो गए एवं अब ये हमें क्रिया का बोध करा रहे हैं। अतः ये उदाहरण क्रियावाचक कृदंत प्रत्यय के अंतर्गत आयेंगे।
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2021-07-10 08:00:04 1. कर्तृवाचक कृदंत प्रत्यय

ऐसा शब्द जो प्रत्यय से बना हुआ हो एवं उससे कर्ता का पता चले, ऐसे प्रत्यय कर्तृवाचक कृदंत कहलाते हैं। जैसे:

कर्त्तुवाचक कृदंत प्रत्यय के उदाहरण:

अक = लेखक , नायक , गायक , पाठक
ऊपर दिए गए उदाहरणों में जैसा कि आप देख सकते हैं की यहाँ पहले शब्द था लेख लेकिन जब इस शब्द में अक प्रत्यय मिलाया गया तो यह बन गया लेखक। इस शब्द से हमें कर्ता का पता चल रहा है। अतः यह कर्त्तुवाचक कृदंत के अंतर्गात्त आयेगा।

अक्कड = भुलक्कड , घुमक्कड़ , पियक्कड़
आक = तैराक , लडाक
आलू = झगड़ालू
आकू = लड़ाकू , कृपालु , दयालु
आड़ी = खिलाडी , अगाड़ी , अनाड़ी
जैसा कि आप ऊपर दिए गए उदाहरण में देख सकते हैं कि यहाँ पहले शब्द भिन्न होते हैं। जैसे ही इनमें ये प्रत्यय लगाए जाते हिं तो फिर इनके शब्द में एवं अर्थ में दोनों में परिवर्तन आ जाता है। अतः ये उदाहरण कर्त्तुवाचक कृदंत के अंतर्गत आयेंगे।

इअल = अडियल , मरियल , सडियल
एरा = लुटेरा , बसेरा
ऐया = गवैया , नचैया
ओडा = भगोड़ा
वाला = पढनेवाला , लिखनेवाला , रखवाला
हार = होनहार , राखनहार , पालनहार
ता = दाता , गाता , कर्ता , नेता , भ्राता , पिता , ज्ञाता
ऊपर दिए गए उदाहरणों में जैसा कि आपने देखा पहले प्रत्यय नहीं लगाए जाते तब तो इन शब्दों का अर्थ भिन्न होता है। जैसे पढ़ना शब्द हमें एक क्रिया के बारे में बता रहा है। हमें इससे एक क्रिया का बोध हो रहा है। लेकिन जब इस क्रिया शब्द में वाला प्रत्यय लगाया जाता है तो इसका अर्थ बिलकुल भिन्न हो जाता है। अब यह शब्द हमें पढ़ाई करने वाले के बारे में बता रहा है। इस शब्द से हमें करता के बारे में पता चल रहा है। अतः यह उदाहरण कर्त्तुवाचक कृदंत के अंतर्गत आएगा।

2. कर्मवाचक कृदंत प्रत्यय:

जिन शब्दों में प्रत्यय लगने के बाद वह शब्द कर्म का बोध कराये, वह प्रत्यय कर्मवाचक कृदंत कहलाता है। जैसे:

कर्मवाचक कृदंत प्रत्यय के उदाहरण:

औना = बिछौना , खिलौना
ऊपर दिए गए उदाहरण में जैसा कि आप देख सकते हैं, यहाँ पहले जो मुख्या शब्द थे वे किसी क्रिया का बोध करा रहे थे जैसे खेलना बिछाना आदि। जब उन शब्दों में प्रत्यय लगाए गए जैसे औना प्रत्यय लगाए गए तो इन प्रत्यय कि वजह से वे शब्द परिवर्तित हो गए। प्रत्यय कि वजह से उन शब्द का अर्थ भी भिन्न हो गया। अब ये शब्द कर्म का बोध करा रहे है क्रिया का नहीं। अतः यह उदाहरण कर्मवाचक कृदंत के अंतर्गत आएगा।

ना = सूँघना , पढना , खाना
नी = सुँघनी , छलनी
गा = गाना ।
ऊपर दिए गए उदाहरणों में जैसा कि आप देख सकते हैं कि यहाँ पहले जो शब्द थे वे हमें किसी ना किसी क्रिया का बोध करा रहे थे जैसे सूंघ आदि। इनसे हमें क्रिया का पता चल रहा था। लेकिन जैसे ही हमने उन शब्दों में प्रत्यय लगाए वैसे ही उनका अर्थ बदल गया। अब ये शब्द क्रिया का बोध कराने की बजाये ये अब हमें कर्म का बोध करा रहे हैं। अतः ये उदाहरण कर्मवाचक कृदंत के अंतर्गत आयेंगे।
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2021-07-10 08:00:03 1. कृत प्रत्यय :

ऐसे प्रत्यय जो क्रिया धातु रूप के बाद लगते हैं एवं लगने से दुसरे शब्दों की रचना हो जाती है।
इन प्रत्ययों के योग से जो शब्द बनते हैं वे कृदंत प्रत्यय कहलाते हैं।

कृत प्रत्यय के उदाहरण:

तैर + आक :तैराक
ऊपर उदाहरण में आओ देख सकते हैं कि तैर मुख्या शब्द है। आक एक प्रत्यय है। जब मुख्या शब्द एवं प्रत्यय को एक साथ मिलाया जाता है तब यह शब्द तैरक बन जाता है। इससे यह शब्द परिवर्तित हो रहा है।

भाग + ओड़ा : भगोड़ा

जैसा कि आप ऊपर दिए गए उदाहरण में देख सकते हैं यहाँ भाग मुख्या शब्द था। ओडा एक प्रत्यय है जो शब्दों के बाद लगाया जाता है। जब हमने भाग बद के साथ ओड़ा प्रत्यय को लगाया तो फिर शब्द बदलकर भगोड़ा हो गया जिसका मतलब मुख्या शब्द से भिन्न होता है। यह शब्द एवं अर्थ दोनों को परिवर्तित कर देता है।

कृत प्रत्यय के भेद :

कृत प्रत्यय के पांच भेद होते हैं:

◆कर्त्तुवाचक कृदंत
◆कर्मवाचक कृदंत
◆करणवाचक कृदंत
◆भाववाचक कृदंत
◆क्रियावाचक कृदंत
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2021-07-10 08:00:03 प्रत्यय
प्रत्यय (suffix) उन शब्दों को कहते हैं जो किसी अन्य शब्द के अन्त में लगाये जाते हैं। इनके लगाने से शब्द के अर्थ में भिन्नता या वैशिष्ट्य आ जाता है।
धन + वान = धनवान
विद्या + वान = विद्वान
उदार + ता = उदारता
पण्डित + ई = पण्डिताई
चालाक + ई = चालाकी
सफल + ता = सफलता

प्रत्यय के भेद :

प्रत्यय दो प्रकार के होते हैं:

1. कृत प्रत्यय
2. तद्धित प्रत्यय
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2021-07-09 16:30:09 अति महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ट प्रश्नोतर
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1. ‘फिट’ और ‘इंसान’ शब्द हैं
(1) देशज
(2) आगत
(3) तत्सम
(4) तद्भव

2. ‘बुद्धिमानी’ शब्द है
(1) विशेषण
(2) क्रिया
(3) संज्ञा
(4) सर्वनाम

3. प्राथमिक स्तर पर आधारभूत कौशल हैं
(1) लिखना और बोलना
(2) पढ़ना और लिखना
(3) सुनना और बोलना
(4) पढ़ना और सुनना

4. बच्चों की लेखन क्षमता के आकलन में सबसे कम महत्वपूर्ण है
(1) मानक-वर्तनी
(2) विचारों की स्पष्टता
(3) मौलिकता
(4) कल्पनाशीलता

5. भाषा -------, -------- और -------- का एक उत्तम साधन है
(1) पढने, लिखने, सम्प्रेषण
(2) सोचने, महसूस करने, समझने
(3) पढने, लिखने, समझने
(4) सुनने, बोलने, सोचने

6. किस शब्द में ‘इक’ प्रत्यय का प्रयोग नहीं हो सकता
(1) नीति
(2) कला
(3) अध्यात्म
(4) अर्थ

7. ‘क्षणिक’ शब्द का विलोम है
(1) शाश्वत
(2) नश्वर
(3) सनातन
(4) अमर

8. ‘हतभागी’ का स्त्रीलिंग है
(1) हतभागनी
(2) हतभाग्यवती
(3) हतभाग्या
(4) हतभागु

9. ‘गर्मियों में खूब नहाया जाता है’ में वाच्य है
(1) कृतवाच्य
(2) कर्मवाच्य
(3) भाववाच्य
(4) कोई नहीं

10. ‘नीरोग’ का संधि-विच्छेद है
(1) नी: + रोग
(2) नि: + रोग
(3) नीर + रोग
(4) निर + रोग

उत्तर : 1. (2) 2. (3) 3. (3) 4. (1) 5. (1) 6. (2) 7. (1) 8. (3) 9. 10. (2).
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2021-07-09 10:17:01 वस्तुनिष्ट प्रश्नोतर जो परीक्षा में जरूर आएंगे
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Q..16- ‘पहाड़ के ऊपर की समतल जमीन’कहलाती है??
A- शलाका
B- भूमिका
C- उपत्यका
D- अधित्यका

D- अधित्यका ?

Q..17- निषिद्ध का विलोम है??
A- विराग
B- विहीन
C- विहित
D- विनीत

C- विहित ?

Q..18-“अधोलिखित” में उपसर्ग है??
A- अध
B- अध:
C- अधो
D-अ

B-अध: ?

Q..19- कौन सा शब्द “तत्सम” नहीं है??
A- अंश
B- अंगुष्ठ
C- अंगार
D- अगणित

C- अंगार ?

Q..20-“ह”वर्ण है??
A- अघोष
B- अल्पप्राण
C- महाप्राण
D- इन में से कोई नहीं

C- महाप्राण ?

Q..21-“वर्त्स्य ध्वनि है ??
A-क, व
B-प, न
C-न, स
D-ट, प

C-न, स ?

Q..22- किस काव्य गुण में ट, ठ,ड, ढ, को छोड़कर “क से म” के वर्णो का प्रयोग होता है??
A- माधुर्य में
B- कांति में
C- ओज में
D- समाधि में

A- माधुर्य में ?

Q..23- “पलनि पिक,अंजर अधर,धरे महावर भाल में|” अलंकार है??
A- असंगति
B- विरोधाभास
C- भ्रांतिमान
D- विभावना

A- असंगति ?

Q..24- “सीता भीतर बैठी है” मे क्रिया विशेषण अवयव है??
A- स्थानवाचक
B- रीतिवाचक
C- दिशा वाचक
D- परिमाणवाचक

A- स्थानवाचक ?

Q..25- सन 1930 में इकाइयों की प्रकृति निर्धारण करने के लिए अध्ययन विषयों का एक सर्वेक्षण किया??
A- बैस्ले
B- पीटर
C- हेनरी हैरप
D- हैजमन

C-हैनरी हैरप ?

Q..26- “सेना विधि” किस विधि के दोषों को दूर करती है??
A- दूरस्थ शिक्षण
B- सूत्र विधि
C- प्रत्यक्ष विधि
D- वाचन विधि

C- प्रत्यक्ष विधि ?

Q..27- किस शिक्षण विधि में प्रत्येक बालक के मध्य पार्टीशन होता है??
A- भाषा प्रयोगशाला
B- भाषा शिक्षण यंत्र
C- प्रदर्शन विधि में
D- भाषा संसर्ग

A- भाषा प्रयोगशाला ?

Q..28- “साहचर्य विधि” में साहचर्य स्थापित किया जाता है??
A- श्याम व चित्र
B- वाक्य और शब्द
C- श्यामपट और वाक्य
D- चित्र व शब्द

D- चित्र व शब्द ?

Q..29- “व्यतिरेकी विधि”किस भाषा से तुलना पर बल देती है??
A- राष्ट्रभाषा
B- मातृभाषा
C- हिंदी भाषा
D- विदेशी भाषा

B- मातृभाषा ?

Q..30- “सूत्र विधि”हिंदी में किस भाषा से आई है??
A- अंग्रेजी
B- संस्कृत
C- बांग्ला
D- उर्दू

B- संस्कृत ?
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2021-07-08 16:30:09 अति महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ट प्रश्नोतर
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1. अशुद्ध शब्द छांटिए –
अ. निशाचर
ब. केलें
स. ऋषि
द. पढ़ना

2. समास जिसमे कोई पद प्रधान नहीं होता –
अ. बहुब्रीहि
ब. द्विगु
स. द्वंद्व
द. कर्मधारय

3. भारतीय आर्य-भाषा परिवार की भाषा नहीं है -
अ. संस्कृत
ब. हिंदी
स. बंगाली
द. कन्नड़

4. मोहन ने सोहन को किताब दी, में कारक है -
अ. कर्ता
ब. कर्म
स. संप्रदान
द. अधिकरण

5. शब्दकोष में सही शब्द-क्रम चुनिए -
अ. नलिनी, मलिन, नीलम
ब. पवन, पंकज, पंच
स. कंगन, कपड़ा, क्षत्रिय
द. कागज, कोचीन, कुर्ता

6. अल्पप्राण सघोष व्यंजन छांटिए -
अ. घ
ब. च
स. ब
द. ठ

7. ‘मैं यह काम अपने आप कर सकता हूँ’, में सर्वनाम है -
अ. पुरुषवाचक सर्वनाम
ब. मध्यम पुरुष सर्वनाम
स. निजवाचक सर्वनाम
द. संबंधवाचक सर्वनाम

8. ‘तुमने अधूरी कहानी सुनाई’, में विशेषण है -
अ. संख्यावाचक
ब. सार्वनामिक
स. गुणवाचक
द. परिमाणवाचक

9. ’सत्य बोलो परंतु कटु सत्य न बोलो’ है -
अ. मिश्र वाक्य
ब. संयुक्त वाक्य
स. सरल वाक्य
द. उपवाक्य

10. उचित मिलान करो –
1 तत्पुरुष         i त्रिचोलन
2 बहुब्रीहि       ii भरपेट
3 द्वंद्व             iii विश्वंभर
4 अव्ययीभाव iv घी शक्कर

अ. 1-i, 2-iii, 3-ii, 4-iv
ब. 1-i, 2-iii, 3-iv, 4-ii
स. 1-iii, 2-i, 3-iv, 4-ii
द. 1-iii, 2-i, 3-ii, 4-iv

उत्तर : 1. ब, 2. अ, 3. द, 4. स, 5. स, 6. स, 7. स, 8. द, 9. ब, 10. ब.
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2021-07-08 09:10:02 HINDI SAHITYA QUIZ 02

Q21. इनमें से कौन वैष्ण भक्ति का आचार्य नहीं है? (यूजीसी नेट/जेआरएफ परीक्षा)
(a) बल्लभाचार्य
(b) मध्वाचार्य
(c) शंकराचार्य
(d) रामानुजाचार्य

Q22. निम्नांकित प्रश्न में दी गई रचना के रचनाकार के सही विकल्प का चयन कीजिए (आर.आर.बी. इलाहाबाद एकाउन्टेन्ट परीक्षा)
*उर्वशी*
(a) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
(b) सुमित्रानंदन पंत
(c) निराला
(d) अज्ञेय

Q23. संसद से सड़क तक* (काव्य) के रचनाकार हैं– (अध्यापक भर्ती परीक्षा)
(a) श्रीकांत वर्मा
(b) सुदामा पांडेय ‘धूमिल’
(c) अज्ञेय
(d) रघुवीर सहाय

Q24. निरालाकृत *राम की शक्ति पूजा* की रचना का आधार ग्रन्थ है (यूजीसी नेट/जेआरएफ परीक्षा)
(a) अनामिका
(b) महुआ माजी
(c) मैत्रेयी पुष्पा
(d) चित्रा मुद्गल

Q25. हिमालय के आँगन में उसे प्रथम किरणों का दे उपहार, उषा ने हँस अभिवादन किया और पहनाया हीरे का हार*। प्रस्तुत पंक्तियों के रचयिता हैं– (ग्राम पंचायत परीक्षा)
(a) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
(b) माखन लाल चतुर्वेदी
(c) जयशंकर प्रसाद
(d) मैथिली शरण गुप्त

Q26. मैथिल कोकिल* किसे कहा जाता है? (बिहार पुलिस सब-इंस्पेक्टर परीक्षा)
(a) विद्यापति
(b) अमीर खुसरो
(c) चंदबरदाई
(d) हेमचन्द्र

Q27. *जायसी* किस धारा के ​कवि हैं? (उप्र पीजीटी परीक्षा)
(a) ज्ञानमार्गी काव्यधारा
(b) प्रेमाख्यानक काव्यधारा
(c) नाथपंथी काव्यधारा
(d) रासक काव्यधारा

Q28. *झरना* (काव्य-संग्रह) के रचयिता हैं– (लेखाकार परीक्षा)
(a) सोहन लाल द्विवेदी
(b) महादेवी वर्मा
(c) जयशंकर प्रसाद
(d) सुभद्रा कुमारी चौहान

Q29. हिन्दी की *पहली कहानी लेखिका* का नाम है– (बी.एड. परीक्षा)
(a) बंग महिला
(b) सत्यवती
(c) चन्द्र किरन
(d) चन्द्रकांता

Q30. *सखि वे मुझसे कहकर जाते* किस कवि की काव्य पंक्ति है– (यूजीसी नेट/जेआरएफ परीक्षा)
(a) ​सियाराम शरण गुप्त
(b) मैथिलीशरण गुप्त
(c) आयेध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
(d) जगदीश गुप्त

Q31. *श्रद्धा* किस कृति की नायिका है? (बी. एड. परीक्षा)
(a) कामायनी
(b) कुरुक्षेत्र
(c) रामायण
(d) साकेत

Q32. बाल चित्रण में कौन-सा कवि श्रेष्ठ है? (उत्तराखण्ड पुलिस सब-इंसपेक्टर परीक्षा)
(a) रसखान
(b) मीराबाई
(c) सूरदास
(d) कबीरदास

Q33. *पृथ्वीराज रासो* किस कवि की रचना है? (उप्र पीजीटी परीक्षा)
(a) चन्दबरदाई
(b) जगनिक
(c) मुल्ला दाऊद
(d) इनमें से कोई नहीं

Q34. *परहित सरिस धर्म नहि भाई, परपीड़ा सम नहिं अधमाई।*
प्रस्तुत पंक्ति किसकी है? (लेखाकार परीक्षा)
(a) रसखान
(b) तुलसी
(c) बिहारी
(d) मीरा

Q35. *अनामदास का पोथा* (उपन्यास) के रचयिता हैं– (सब-इंसपेक्टर परीक्षा)
(a) माखन लाल चतुर्वेदी
(b) सोहन लाल द्विवेदी
(c) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(d) महावीर प्रसाद द्विवेदी
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