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हिन्दी साहित्य / Hindi Literature

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नवीनतम संदेश 4

2021-07-01 15:28:36 भारतेंदु युगीन साहित्य प्रश्नोतर पार्ट 2

#dsssb #Hindi #PGT #TGT #NTA

“कभी कभी चुप रहना बोलने से अधिक असर करता है”

प्रश्नों के संकलन में पूरी सावधानी बरती गई है फिर भी पढ़ते समय यदि कोई त्रुटि नजर आए तो अवश्य सूचित करें -

11. गोल्ड स्मिथ की रचना 'हरमिट' और 'डजर्टेड' 'विलेज' का अनुवाद किया-श्रीधर पाठक√√

12. 'यमलोक की यात्रा' निबंध किसका है-राधाचरण गोस्वामी√√

13. स्वर्ग की विचार सभा' निबंध किसका है-भारतेंदु हरीशचंद्र√√

14. 'तप्ता संवरण' नाटक के नाटककार कौन है-श्री निवासदास√√

15. किस आलोचक ने निबंधकार  प्रतापनारायण मिश्र व बालकृष्ण भट्ट को हिंदी का 'स्टील' और 'एडिसन' कहा-रामचंद्र शुक्ल√√

16. भारतेंदु हरीशचंद्र का पहला मौलिक नाटक कौनसा है-वैदिकी हिंसा हिंसा न भवति√√

17. भारतेंदु के कुल नाटको की संख्या है-17√√

18. 'निःसहाय हिंदु' उपन्यास के रचयिता है-राधाकृष्ण दास√√

19. 'कश्मीर कुसुम' किसकी रचना है- भारतेंदु हरीशचंद्र√√

20. 'हिंदी नई चाल में ढली' किसने कहा-भारतेंदु हरीशचंद्र√√

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2021-06-30 11:07:40 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
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✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 131
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर
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1. ‘नूतन ब्रह्मचारी’ उपन्यास के रचनाकार कौन थे?

भारतेंदु हरिश्चंद्र आचार्य चतुरसेन
बालकृष्ण भट्ट श्रीनिवास

2. ‘पानी न माँगना’ इस मुहावरे का सही अर्थ बताइये?

मर्यादा की रक्षा करना असम्भव कार्य करना
इज्जत न खोना तत्काल मर जाना

3. ‘श्रावण’ का सही संधि विच्छेद बताइये?

श्रौ + अण श्राव + अन
श्राव + अण् श्रौ + अन

4. “अरे ! उसने तो कमाल कर दिया”, यह किस प्रकार का वाक्य है?

प्रश्नवाचक निषेधवाचक
विस्मयवाचक इच्छावाचक

5. ‘चरणदास चोर’ निम्न में से किसकी नाट्य कृति है?

कालिदास बलराज पण्डित
हबीब तनवीर नाग बोडस
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उत्तर : C D D C C
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2021-06-29 15:30:05 हिन्दी व्याकरण---

प्रश्न➜जिस भाषा में शासक या शासन का काम होता उसे क्या कहते है?
उत्तर➜राजभाषा

प्रश्न➜हाटक किसका समानार्थी शब्द है?
उत्तर➜सोना,स्वर्ण,कनक हेम,कांचन,सुवर्ण,जातरुप इत्यादि।

प्रश्न➜छंद मुख्यतः कितने प्रकार है?
उत्तर➜दो

प्रश्न➜प्रत्यय के कितने प्रकार है?
उत्तर➜दो

प्रश्न➜महाकाव्य में कम से कम कितने सर्ग होते है?
उत्तर➜आठ

प्रश्न➜भरतमुनि के अनुसार रसों की संख्या क्या है?
उत्तर➜आठ

प्रश्न➜राजभाषा अधिनियम किस वर्ष पारित किया गया था?
उत्तर➜वर्ष 1963

प्रश्न➜बोली को अन्य किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर➜विभाषा

प्रश्न➜संचारी भाव को अन्य किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर➜व्यभिचारी भाव

प्रश्न➜संचारी भाव के कितने प्रकार है?
उत्तर➜33

प्रश्न➜वर्ण किसे कहते हैं?
उत्तर➜वर्ण वह छोटी से छोटी ध्वनि है जिसके टुकड़े न किये जा सकते जैसे अ, क,ख, आदि।

प्रश्न➜वर्ण कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर➜वर्ण दो प्रकार के होते हैं। (1) स्वर (2) व्यंजन

प्रश्न➜स्वर किसे कहते हैं?
उत्तर➜जो अक्षर जो बिना किसी अन्य वर्ण की सहायता के बोला जा सकता हो उसे स्वर कहते हैं। उदाहरण के लिए – अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ आदि

प्रश्न➜हिंदी भाषा में कुल कितने स्वर हैं?
उत्तर➜हिंदी भाषा में कुल 11 (ग्यारह) स्वर हैं?

प्रश्न➜व्यंजन किसे कहते हैं
उत्तर➜जिन अक्षरो को बोलने के लिए स्वर की आवश्यकता हो, उसे व्यंजन कहते हैं।

प्रश्न➜हिंदी भाषा में कुल कितने व्यंजन हैं?
उत्तर➜हिंदी भाषा में कुल 39 व्यंजन हैं।

प्रश्न➜वाक्य किसे कहते हैं?
उत्तर➜शब्दों के सार्थक समूह को वाक्य कहते हैं।

प्रश्न➜अर्थ की दृष्टि से वाक्य के कितने भेद है?
उत्तर➜अर्थ की दृष्टि से वाक्य के आठ भेद है।

प्रश्न➜रचना की दृष्टि से वाक्य के कितने भेद है?
उत्तर➜रचना की दृष्टि से वाक्य के तीन भेद है।

प्रश्न➜शब्द किसे कहते हैं?
उत्तर➜वर्णो के सार्थक समूह को शब्द कहते हैं।

प्रश्न➜व्याकरण के अनुसार शब्दों के कितने भेद हैं?
उत्तर➜व्याकरण के अनुसार शब्दों के पांच भेद हैं – (1) संज्ञा (2) सर्वनाम (3)विशेषण(4) क्रिया (5) अव्यय


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2021-06-29 09:00:08 भारतेंदु युगीन साहित्य प्रश्नोतर पार्ट 1

#dsssb #Hindi #PGT #TGT #NTA

“कभी कभी चुप रहना बोलने से अधिक असर करता है”

प्रश्नों के संकलन में पूरी सावधानी बरती गई है फिर भी पढ़ते समय यदि कोई त्रुटि नजर आए तो अवश्य सूचित करें -

1. 'उदयभान-चरित' के रचनाकार कौन थे- इंशा अल्लाह खां√√

2. "भारतेंदु युग का साहित्य व्यापक स्तर पर गदर से प्रभावित है" किसकी पंक्ति है-डॉ. रामविलास शर्मा√√

3. "भारतेंदु ने हिंदी साहित्य को एक नए मार्ग पर खड़ा किया। वे साहित्य के नए युग के प्रवर्तक थे।" किसकी पंक्ति है-पं. रामचंद्र शुक्ल√√

4. भारतेंदुयुगीन सहित्य को 'जनवादी' साहित्य किस आलोचक ने कहा-रामविलास शर्मा√√

5. भारतेंदु युग की समय-सीमा कहाँ तक मानी जाती है-1850-1900 ई.√√

6. आगरा में 'स्कूल बुक सोसाइटी' की स्थापना कब हुई-1833 ई.√√

7. हिंदी का पहला समाचार-पत्र कौनसा था-उदंत मार्तण्ड√√

8. 'उदंत मार्तण्ड' समाचार-पत्र के संपादक कौन थे-पं. जुगल किशोर√√

9. 'वेदांत सूत्र' का हिंदी गद्य में किसने अनुवाद प्रकाशित कराया-राजाराम मोहनराय√√

10. हिंदी भाषा का प्रथम समाचार-पत्र कब निकला-1826 ई.√√

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2021-06-28 18:46:17 हिंदी की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं (NET/JRF/PGT/TGT) में आये हिंदी साहित्य के प्रश्नों का हल/ उत्तरमाला एवं अध्ययन सामग्री हेतु क्लिक करें @Hindi_Sahitya
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हिंदी नवरत्न

हिंदी नवरत्न’ का प्रकाशन संवत  1967 (सन 1910) में हुआ,जिसके लेखक मिश्रबंधु थे|मिश्रबंधु से तात्पर्य उन तीन भाइयों से है, जिनका  नाम गणेश बिहारी मिश्र,श्याम बिहारी मिश्र और शुकदेव बिहारी मिश्र था|

ये तीनों हिंदी में मिश्र बंधु नाम से प्रसिद्ध हुए और इसी नाम से उन्होंने हिंदी में अनेक ग्रंथों की रचना की| हिंदी नवरत्न के लेखक के रूप में मिश्र बंधु ही छपा है,लेकिन दूसरे पृष्ठ पर ‘मिश्रबंधु’ के नीचे गणेश बिहारी मिश्र और शुकदेव बिहारी मिश्र का नाम छपा है| इससे पता चलता है कि ‘नवरत्न’ के लेखक यही दोनों भाई हैं|

   ‘हिंदी नवरत्न’ में लम्बी भूमिका के बाद नौ अध्याय हैं, जिनमे मध्यकाल से लेकर आधुनिक काल तक के एक-एक कवि को रखा गया है| क्रम इस प्रकार है:1-गोस्वामी तुलसीदास, 2-महात्मा सूरदास,3-महाकवि देवदत्त (देव), 4-महाकवि बिहारीलाल,5-त्रिपाठी-बंधु: (क)महाकवि भूषण त्रिपाठी, (ख)महाकवि मतिराम त्रिपाठी,6-महाकवि केशवदास , 7-महात्मा कबीरदास,8-महाकवि चंदबरदाई , 9-भारतेंदु बाबू हरिश्चंद्र | यहाँ कवियों का क्रम काल क्रमानुसार नहीं रखा गया है|

मिश्र बंधुओं ने अपनी काव्य-धारणा के अनुसार कवियों की गुणवत्ता को ध्यान में रखकर यह क्रम बनाया है | इसमें कबीरदास और सूरदास के नाम के आगे ‘महात्मा’ विशेषण है तो कुछ कवियों के नाम के आगे महाकवि| तुलसीदास और भारतेंदु हरिश्चंद्र के नाम के आगे लोक प्रचलित पद रहने दिया गया है|

’हिंदी नवरत्न” में कवियों का जीवन चरित,ग्रन्थ परिचय,रचना विवेचन,काव्यांशों के उदहारण आदि बातें दी  गयीं हैं |
हिंदी आलोचना के विकास में अब इस पुस्तक का ऐतिहासिक महत्व भर है | आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’ में ‘हिंदी नवरत्न’पर टिप्पणी करते हुए लिखा है: ‘कवियों का बड़ा भरी इतिवृत्त संग्रह (मिश्रबंधु विनोद) तैयार करने के पहले मिश्रबन्धुओं ने ‘हिंदी नवरत्न’ नामक समालोचनात्मक ग्रन्थ निकाला था जिसमें सबसे बढ़कर नई बात यह थी कि ‘देव’ हिंदी के सबसे बड़े कवि हैं|हिंदी के पुराने कवियों को समालोचना के लिए सामने लाकर मिश्रबंधुओं ने बेशक जरुरी काम किया |उनकी बातें समालोचना कहीं जा सकतीं हैं या नहीं ,यह दूसरी बात है|”
मिश्र बंधुओं ने ‘हिंदी नवरत्न’ में तुलसीदास , देव, बिहारी, आदि का जो मूल्याङ्कन किया है ,वह हिंदी समाज को मान्य नहीं हुआ|
शुक्ल जी ने ‘हिंदी नवरत्न’ की कड़ी आलोचना करते हुए लिखा है: ‘.........दैन्य भाव की उक्तियों को लेकर तुलसीदास जी खुशामदी कहे गए हैं| ‘देव’ को बिहारी से बड़ा सिद्ध करने के लिए बिना दोष के दोष ढूंढे गए हैं |.....इसी प्रकार की बेसिर पैर की बातों से पुस्तक भरी है|कवियों की विशेषताओं के मार्मिक निरूपण की आशा में जो इसे खोलेगा,वह निराश ही होगा’ |


हिंदी नवरत्न’ के अनुसार तुलसीदास सबसे बड़े  कवि  हैं,सूर का स्थान दूसरा है और देव तीसरे स्थान पर आतें हैं| मिश्रबंधु लिखते हैं : ‘...भाषा-साहित्य में सूरदास,तुलसीदास और देव,ये सर्वोच्च तीन कवि हैं| इनमें न्यूनाधिक बतलाना मत-भेद से खाली नहीं है| ...हम लोगों का अब यह मत है कि हिंदी में तुलसीदास सर्वोत्कृष्ट कवि हैं|उन्हीं के पीछे सूरदास का नंबर आता है,और तब देव का|”

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2021-06-28 05:27:26 हिन्दी व्याकरण वन लाइनर प्रश्नोतर ---

प्रश्न➜तत्सम शब्द किसे कहते हैं?
उत्तर➜शब्दों के शुद्ध संस्कृत रूप को तत्सम शब्द कहते हैं

प्रश्न➜तत्भव शब्द किसे कहते हैं?
उत्तर➜संस्कृत शब्दों के बिगड़े हुए रूप को तत्भव शब्द कहते हैं।

प्रश्न➜संज्ञा किसे कहते हैं?
उत्तर➜किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या भाव के नाम को संज्ञा कहते हैं

प्रश्न➜सर्वनाम किसे कहते हैं?
उत्तर➜जो शब्द संज्ञा के स्थान पर बोले जाते हैं उन्हें सर्वनाम कहते हैं।

प्रश्न➜विशेषण किसे कहते हैं??
उत्तर➜जो शब्द किसे संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताएं उसे विशेषण कहते है।

प्रश्न➜क्रिया किसे कहते हैं?
उत्तर➜जिस शब्द से किसी काम का करना या होना पाया जाए उसे क्रिया कहते हैं।

प्रश्न➜अव्यय किसे कहते हैं?
उत्तर➜वह शब्द जिसका स्वरुप हमेशा एक सा रहे उसे अव्यय कहते हैं. जैसे इधर -उधर, धीरे – धीरे , आदि

प्रश्न➜संज्ञा किसे कहा जाता हैं?
उत्तर➜किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या भाव के नाम को संज्ञा कहते हैं।

प्रश्न➜सर्वनाम किसे कहा जाता हैं?
उत्तर➜जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किये जाते हैं उन्हें सर्वनाम कहते हैं।

प्रश्न➜प्रयोग की दृष्टि से सर्वनाम के कितने प्रकार है?
उत्तर➜छः

प्रश्न➜विशेषण किसे कहते हैं?
उत्तर➜जो शब्द किसे संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बतलायें तो उसे विशेषण कहते है।

प्रश्न➜विशेषण के कितने प्रकार है?
उत्तर➜पाँच

प्रश्न➜क्रिया किसे कहते हैं?
उत्तर➜जिस शब्द से किसी काम का करना या होना पाया जाए तो उसे क्रिया कहते हैं।

प्रश्न➜अव्यय किसे कहते हैं?
उत्तर➜वह शब्द जिसका स्वरुप हमेशा एक सा रहे उसे अव्यय कहते हैं. जैसे इधर -उधर, जब,तब,और ,तथा आदि

प्रश्न➜अव्यय के कितने भेद है?
उत्तर➜पाँच
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2021-06-28 05:13:29 वन लाइनर तथ्य जो परीक्षा में जरूर आएंगे
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सभी हिंदी प्रतियोगियों के लिए महत्वपूर्ण

1 अपना मस्तक काटिकै बीर हुआ कबीर — दादूदयाल

2 सन्त सिंगा की भाषा— निमाड़ी

3 हमेशा दुल्लहे की पोशाक में— रज्जब

4 ज्ञानदीप—- शेख़ नवी

5 सबसे बड़ा आदमी एकांकी — भगवतीचरण वर्मा

6 राजतुल हकायक — नूर मोहम्मद

7 अंत हाज़िर हो — मीरकान्त

8 छायावाद का ब्रह्मा– प्रसाद

9 अस्टछाप के ज्येष्ठ कवि– कुम्भनदास

10 छायावाद का विष्णु– पन्त

11 अस्टछाप के कनिष्ठ कवि– नन्ददास

12 छायावाद का महेश– निराला

13 सूफ़ी महिला– राबिया

14 चारुचंद्र लेख— हज़ारी

15 औरत होने की सजा– अरविन्द जैन

16 अनामिका– निराला

17 मिल-जुल मन– मृदुला गर्ग

18 मुहावरों की पाठय पुस्तक– देवबाला

19 पत्रात्मक शैली का उपन्यास– चंद हसीनों के खतूत

20 फ़ोटो नाटक– चढ़त ना दूजो रंग
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2021-06-27 18:56:12 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
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✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 130
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर
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1. निम्नलिखित में से ‘धवल’ का समानार्थी शब्द कौन-सा होगा?

उजला कोरा चोरी क्रिया

2. ‘भागीरथी’ निम्न में से किसका पर्यायवाची है?

सरिता गंगा यमुना निर्झरिणी

3. ‘सत्याग्रह’ का सही संधि विच्छेद क्या होगा?

सत्या + ग्रह सत + आग्रह
सत्य + ग्रह सत्य + आग्रह

4. “किसी के पास रखी दूसरे की वस्तु”, इस वाक्य के लिए उचित शब्द का चयन कीजिए?

परवर्ती बपौती थाती वर्तिका

5. निम्नलिखित में से कौन-सी पुस्तक प्रेमचंद द्वारा लिखित नहीं है?

कायाकल्प जय पराजय
रंगभूमि प्रेमाश्रम
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उत्तर : A B D C B
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2021-06-27 18:55:56 हिंदी व्याकरण - पर्यायवाची शब्द

पर्यायवाची का अर्थ है – समान अर्थ देने वाल़ा। जिन शब्दों के अर्थ में समानता होती है, अथवा किसी शब्द-विशेष के लिए प्रयुक्त समानार्थक शब्दों को “समानार्थक या पर्यायवाची” शब्द कहते हैं। ऐसे शब्दों के अर्थ में समानता होते हुए भी प्रत्येक शब्द की अपनी विशेषता होती है और भाव में एक-दूसरे से किंचित भिन्न होते हैं। अतः ऐसे में समय सही पर्यायवाची शब्द के उपयोग हेतु थोड़ी सावधानी अपेक्षित है।



असुर- दैत्य, दानव, राक्षस, निशाचर, रजनीचर, दनुज।

अर्थ- धन, दौलत, पैसा, द्रव्य, मुद्रा, वित्त।

अहंकार- घमंड, दंभ, अभिमान, गर्व, दर्प, मद।

अंधकार- अँधेरा, तम, तिमिर, तमिस्र।

अमृत- पीयूष, सुधा, सोम, अमिय, मधु, अमी।

अनुपम- अदभुत, अनन्य, अपूर्व, अतुल, अनोखा।

अश्व- घोड़ा, तुरंग, बाजी, हय, घोटक।

आग- अग्नि, अनल, पावक, हुतासन, ज्वलन, धूमकेतु, कृशानु, वहनि, शिखी, दहन, वह्नि।

आम- आम्र, रसाल, सौरभ, मादक, सहुकार, अमृतफल।

आत्मा- चैतन्य, जीव, देव, अंतःकरण।

आँख- नयन, नेत्र, चक्षु, लोचन, दृग, अक्षि, विलोचन, दृष्टि।

आंसू- अश्रु, नेत्रजल, नयनजल।

आकाश- गगन, नभ, व्योम, अम्बर, अनन्त, अर्श, अंतरिक्ष, शून्य, आसमान।

आनंद- हर्ष, उल्लास, सुख, आमोद, प्रमोद।

आश्रम- विहार, मठ, अखाड़ा, संघ, कुटी।

अतिथि- पाहुन, अभ्यागत, मेहमान, आगन्तुक।

ओंठ- होंठ, ओष्ठ, अधर।

कमल- पंकज, राजीव, नीरज, अरविन्द, नलिन, जलज, उत्पल, पद्म, सरोज।

कपड़ा- पट, चीर, वसन, अंशु, कर, मयुख, वस्त्र, अम्बर, परिधान।

कान- कर्ण, श्रुति, श्रुतिपटल।

किताब- पुस्तक, पोथी, ग्रन्थ।

किरण- ज्योति, प्रभा, रश्मि, दीप्ति।

किसान- कृषक, हलधर, खेतिहर, भूमिपुत्र, अन्नदाता।

कोयल- कोकिला, पिक, सारिका, काकपाली, बसंतदूत, कुहुकिनी, वनप्रिया।

क्रोध- रोष, अमर्ष, कोह, प्रतिघात, कोप ।

कृपा- दया, करुणा, प्रसाद, अनुग्रह।

कृष्ण- वासुदेव, गोविन्द, केशव, गिरधारी, घनश्याम, माधव, मोहन, राधापति ।

गज- हाथी, हस्ती, मतंग, कूम्भा, मदकल।

गाय- गौ, धेनु, भद्रा, रोहिणी, सुरभि ।

गर्मी- ग्रीष्म, ऊष्मा, गरमी, ताप, निदाघ।

गणेश- गजानन, गणपति, विनायक, लम्बोदर, गौरीनंदन, गणनायक, शंकरसुवन, महाकाय।

गंगा- भगीरथी, त्रिपथगा, मंदाकिनी, विश्नुपगा, ध्रुवनंदा, सुरसरिता, देवनदी, देवपगा, जाह्नवी।


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2021-06-27 18:55:35 हिंदी व्याकरण - एकल शब्द 03

व्याकरण का ज्ञाता – वैयाकरण

शत्रु का नाश करने वाला – शत्रुघ्न

जिसका कोई आदि और अंत न हो – शाश्वत

जो सब कुछ जानता हो – सर्वज्ञ

सब कुछ पाने वाला – सर्वलब्ध

जो गुप्त रूप से निवास करता हो – छद्मवासी

दिन और रात के बीच का समय – गोधूलि वेला

जिसका अर्थ स्वयं ही सिद्ध है – सिद्धार्थ

वह व्यक्ति जिसका ज्ञान अपने ही स्थान तक सीमित है – कूपमंडूक

भोजन करने के बाद का बचा हुआ अन्न/जूठन – उच्छिष्ट

जिसे सूँघा न जा सके – आघ्रेय

वह कवि जो तत्काल कविता कर सके – आशुकवि

जिसका कोई शत्रु न जन्मा हो – अजातशत्रु

जो इंद्रियों (गो) द्वारा न जाना जा सके – अगोचर

किसी बात को अत्यधिक बढाकर कहना – अतिशयोक्ति

जिसे बुलाया न गया हो – अनाहूत

जो सबके मन की बात जनता हो – अंतर्यामी

जो मापा न जा सके – अपरिमेय

 किसी वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा – अभीप्सा

आवश्यकता से अधिक धन का ग्रहण न करना – अपरिग्रह

मार्ग में खाने के लिए भोजन – पाथेय

जो भोजन रोगी के लिए उचित हो – पथ्य

जो भोजन रोगी के लिए निषिद्ध हो – अपथ्य

अविवाहित महिला – अनूढा

वह स्त्री जिसके पति ने दूसरी शादी कर ली हो – अध्यूढ़ा

⋅वह स्त्री जिसका पति परदेश से लौटा हो – आगतपतिका

वह स्त्री जिसका पति अन्य स्त्री के साथ रात को रहकर प्रातः लौटे – खंडिता

⋅वह स्त्री जिसका पति दूर स्थान पर गया हो – प्रोषितपतिका

वह स्त्री जिसके हाल ही शिशु उत्पन्न हुआ हो – प्रसूता

पति द्वारा छोड़ दी गयी पत्नी – परित्यक्ता

जिस स्त्री का विवाह अभी हुआ हो – नवोढ़ा

जानने की इच्छा – जिज्ञासा

जीतने, दमन करने की इच्छा – जिगीषा

किसी को मारने की इच्छा – जिघांसा

भोजन करने (खाने) की इच्छा – जिघत्सा/बुभुक्षा

ग्रहण करने,पकड़ने की इच्छा – जिघृक्षा

ज़िंदा रहने(जीने) की इच्छा – जिजीविषा

तैर कर पार करने/तर जाने की इच्छा – तितीर्षा

सांसारिक वस्तुओं को प्राप्त करने की इच्छा – एषणा

जो दूसरों में केवल दोषों को ही खोजता हो – छिद्रान्वेषी

जिसे खरीद/मोल लिया गया हो – क्रीत

पर्वत के नीचे तलहटी की भूमि – उपत्यका

उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा – ईशान/ईशान्य

जिसने अपना ऋण पूरा चुका दिया हो – उऋण

जहाँ धरती और आकाश मिलते दिखाई देते हैं – क्षितिज ।

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