2. तद्धित प्रत्यय जब संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण के अंत में प्रत् | हिन्दी साहित्य / Hindi Literature
2. तद्धित प्रत्यय
जब संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण के अंत में प्रत्यय लगते हैं तो वे तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं।
तद्धित प्रत्ययों से मिलकर जो सहबद बनते हैं वे शब्द तद्धितांत प्रत्यय शब्द कहलाते हैं।
तद्धित प्रत्यय के उदाहरण:
चतुर + आई : चतुराई
ऊपर दिए गए उदाहरण में आप देख सकते हैं, पहले मुख शब्द विशेषण शब्द था लेकिन फिर हमने विशेषण में आई प्रत्यय मिलाया गया जिससे वह शब्द परिवर्तित हो गया। अतः यह उदाहरण तद्धित्त प्रत्यय के अंतर्गत आयेगा।
कुछ अन्य उदाहरण :
पछताना, जगना , पंडित , चतुर , ठाकुर + आइ = पछताई ,जगाई ,पण्डिताई ,चतुराई , ठकुराई
पण्डित, ठाकुर + आइन = पण्डिताइन, ठकुराइन आदि ।
पण्डित, ठाकुर, लड़, चतुर, चौड़ा ,अच्छा + आई = पण्डिताई, ठकुराई, लड़ाई, चतुराई, चौड़ाई , अच्छाई आदि ।
सेठ, नौकर + आनी = सेठ, नौकर आदि ।
बहुत, पंच, अपना +आयत = बहुतायत, पंचायत, अपनायत आदि ।
लोहा, सोना, दूध, गाँव + आर \आरा = लोहार, सुनार, दूधार, गँवार आदि ।
डाका, लाठी + ऐत = डकैत, लठैत आदि ।
अंध, साँप, बहुत, मामा, काँसा, लुट, सेवा + एरा = अँधेरा, सँपेरा, बहुतेरा, ममेरा, कसेरा, लुटेरा , सवेरा आदि।
खाट, पाट, साँप + ओला = खटोला, पटोला, सँपोला आदि ।
बाप, ठाकुर, मान + औती = बपौती, ठकरौती, मनौती आदि ।
बिल्ला, काजर + औटा = बिलौटा, कजरौटा आदि ।
धम, चम, बैठ, बाल, दर्श, ढोल , लल + क = धमक, चमक, बैठक, बालक, दर्शक, ढोलक , ललक आदि।
तद्धित प्रत्यय के भेद :
1. कर्तृवाचक तद्धित प्रत्यय
2. भाववाचक तद्धित प्रत्यय
3. संबंध वाचक तद्धित प्रत्यय
4. गणनावाचक तद्धित प्रत्यय
5. गुणवाचक तद्धित प्रत्यय
6. स्थानवाचक तद्धित प्रत्यय
7. सादृश्यवाचक तद्धित प्रत्यय
8. ऊनवाचक तद्धति प्रत्यय