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Brahmacharya™ (ब्रह्मचर्य) Celibacy

टेलीग्राम चैनल का लोगो brahmacharya — Brahmacharya™ (ब्रह्मचर्य) Celibacy B
टेलीग्राम चैनल का लोगो brahmacharya — Brahmacharya™ (ब्रह्मचर्य) Celibacy
चैनल का पता: @brahmacharya
श्रेणियाँ: मनोविज्ञान , गूढ़ विद्या
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 33.31K
चैनल से विवरण

Brahmacharya ,The Vital Power
ब्रह्मचर्य पालन के लिए इस दुनिया का सर्वश्रेष्ठ और सबसे बड़ा चैनल

#Celibacy
#ब्रह्मचर्य
#meditation
#yoga
#Brahmacharya
#health
#Motivation
#LifeStyle

Ratings & Reviews

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नवीनतम संदेश 9

2023-04-06 17:07:54


1 मन को कंट्रोल कैसे करे ?
2 गंदी फिल्मे देखना कैसे छोड़े ?
3 इंटरनेट के माया जाल से कैसे बचे ?
4 वीर्यनाश करना कैसे जीवन की बर्बादी है ?
5 कम उम्र में बुढ़े क्यों हो रहे है आज के युवा ?
6 गलत आदत नही छूट रही तो क्या इलाज है ?
7 गंदी संगत से कैसे बचे ,गलत क्रिया अर्थात हाथो से जीवन शक्ति का नाश करने से कैसे बचे ?
8 गंदी क्रिया से खतम हुए शरीर को कैसे सही करे?
9 स्वप्नदोष का क्या इलाज है ?
10 गंदे कामुक विचार कैसे रोके?
11 विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण से कैसे बचे?


Must Watch
3.8K viewsedited  14:07
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2023-04-06 05:49:50 The Poem:
माँ अपना आशीष बनाये रखना




तू जानती है माँ
तुझसे बिछड़ के खूब रोता हूँ
भटकता हूँ इधर उधर बस
कहाँ फिर चैन से सोता हूँ?


तेरी  हर उम्मीद पर ही मैं
खरा उतरना चाहता हूँ
बस तेरी  इबादत मैं
दिलो- जान से

करना चाहता हूं...


ज़िंदगी छोड़ने का विचार तो
  मुझे भी कभी आता है
  पर आत्महत्या से भला
  कौन तुंझे खुश कर पाता है

 तू बस प्रसन्न होती
उस पर मैया
जिसे हालातो से

लड़ना आता
है...


जानता हूँ कायरता
तुझे रास नही
आती
जो बस भोग विलास को अपनाएं
तू उनके  पास नही आती
तुझे तो
पवित्रता ही भांति है

जो प्रयास करे बिगड़े बच्चे
तो माँ उन्हें 

तू  ही पावन बनाती है...


माता लीला तेरी निराली है
स्याह कोयले  को तू
हीरा बनाती है
दलदल में भी
प्यारे प्यारे
उत्पल खिलाती है...
  


जिसके मन में बसी हो माँ
वहां माया टिक नही सकती
ऐसा मन रहता है पवित्र सदा
वहां विकारों की ज्वाला
कभी  जल नही सकती...


असम्भव जैसा कुछ
है नही आपके लिये
आस का दीपक माता
हमारा भी जलाए रखना..
कभी बुझ न जाए
आपके ये मासूम चिराग
इन्हें सदा
रोशन बनाए रखना...


छोड़ना नही माँ ,साथ हमारा कभी
ऐसी कृपा हम पर बरसाए रखना
खूब करें मानवता की सेवा हम
यही भाव मन मे बसाए रखना..

हे माँ
हम संतानों के आस के मोती को
विश्वास की ज्योति को
सदा ही
जलाए रखना
अपना आशीष  माता हम पर

जीवन भर बनाएं रखना...


           धन्यवाद


            


शिक्षा: प्यारे साथियों हम भाग्यशाली है, जिन्हें माँ का प्रेम मिला है। प्रत्येक व्यक्ति को यह नही मिल पाता है। अतः अपनी माँ के नाम को रोशन करने के लिये खूब पुरुषार्थ करे। और उनके आशीर्वाद पर सदा विश्वास रखे, वह कभी खाली नही जाता।

विश्वासों फलदायक:
हमारी विजय निश्चित है...

So
Never Give Up
       Keep Going



जॉइन soon:-
http://T.me/brahmacharya

(मातृभाव आपके संयम को पुष्ट करता है...
आप यह कविता एक व्यक्ति को शेयर अवश्य करें। ताकि Positive वाइब्स चलती रहे...


                    
4.2K viewsedited  02:49
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2023-04-04 05:32:10 पीड़ा ही सुख है,
और सुख ही है पीड़ा



प्यारे साथियों इस पंक्ति का भाव समझना हमारे जीवन मे बहुत ज़रूरी है। अतः इस पर विस्तार से विचार करते है...

इस पंक्ति का प्रथम अर्धांश है
,"पीड़ा ही सुख है"

अर्थात आपके कष्ट, आपकी तकलीफो के अनुभव , आपके दर्द भरे सँघर्ष के दिन, औऱ त्याग व तपस्या में बहाए गए आपके आँसू ही आपकी आगामी सफलताओं के आधार है। यही दर्द , जो आपने सहा है, वही अन्य व्यक्तियों के मार्गदर्शन हेतु दवा का काम करता है। यह आपकी शक्ति बन जाता है...
इसीलिये कहा जाता है
NO PAIN NO GAIN...


जब भी आप असफल हुए, अपने लक्ष्य से दूर हुए, या फिर किसी अपने प्रियजन को खोया। तब आपकी आँखों से बहा एक एक आँसू , आपको अन्यों के दुःख और तकलीफ को समझने की सीख दे जाता है। वे हमें विनम्र बनाते है। जिससे हमें सभी के लिये अच्छा सोचने और अच्छा करने की प्रेरणा निरंतर
मिलती रहती है।
एक भी आँसू, न तेरा खाली जाएगा
हर अश्क तेरा,लाखों मुस्कान बचाएगा
...


अर्थात जीवन मे जब जब भी हम ठोकर से प्राप्त शिक्षा को ध्यान रखेंगे। तब वही ठोकर हमारे सुधार का आधार बन जाएगी।
जब भी हम अपनी ज़िंदगी में दर्द भरे दिनों की स्मृति को याद रखते है, तब वे सफलता और समृद्धि की स्थिति में भी हमें अहंकारी नही होने देती। इस प्रकार हमारा
जीवन सार्थक होता है


जब हम किसी अपने को खो देते है, या उसकी मत्यु हो जाती है, तब वह समय भी बहुत पीड़ा देता है, किंतु इसी पीड़ा से उतपन्न होता है वैराग्य । वैराग्य क्षणिक भौतिक सुखों से, वैराग्य नश्वर शरीर और इंद्रियों से, वैराग्य सांसारिक तृष्णाओं से।
और यही वैराग्य व्यक्ति के जीवन मे भविष्य की शांति और आत्मिक सुख को जन्म देता है।
अतः स्पष्ट है, की पीड़ा भले तात्कालिक समय मे दुःख देने वाली हो, लेकिन यदि उससे प्राप्त सीख को सदा याद रखा जाए, तो वही पीड़ा जीवन के वास्तविक सुख की नींव बन जाती है...

अब इसके दूसरे अर्धांश पर विचार करते है
"सुख ही है पीड़ा"

अर्थात जब व्यक्ति अपने मुश्किल समय को भूल जाता है, या कोई अमीर व्यक्ति अपने सँघर्ष और गरीबी के दिनों को भूल जाता है। तब सफलता, प्रसिद्धि और पैसा उसे घमंडी और विलासी बना देती है। और यही विलास, प्रमाद, और अहंकार उसके विनाश के कारण बनता है।
इसी प्रकार जब कोई व्यक्ति ठोकर खाने के बाद भी अपनी नाकामियों से नही सीखता है, तो उसे पुनः असफलता और हार का सामना करना पड़ता है।

इसे एक अन्य उदाहरण से भी समझ सकते है, कई बार व्यक्ति भोगों का सेवन यह सोचकर करता है, की इससे उसे सुख की प्राप्ति होगी। लेकिन अंततः भोग ही उसे भोग लेते है, और वह व्यक्ति कई बुरी लतो में फँसकर नष्ट हो जाता है।
अतः ऐसा क्षणिक सुख, या ऐसी बुरी संगति का आनंद, या फिर सफलता और दौलत की खुमारी में किये गए भोग विलास
अंत मे घोर पतन का कारण बनते है...
अतः कहा भी गया है

भूलकर भी उस खुशी से न खेलो
पीछे हो जिसके
गम की लंबी कतारें....


शिक्षा:- जीवन मे दुःख, तकलीफ, पीड़ा, सभी के जीवन मे है। बस उनके रूप बदल जाते है। अतः ऐसे में हमे दर्द से घबराकर जीवन मे हिम्मत नही हारनी है। चलते रहने का नाम ही ज़िंदगी है।
जीवन को गति पसंद
है।
अतः अपने दुःख को अपनी कमज़ोरी मत बनने दीजिये। बल्कि अपनी पीड़ा से प्राप्त ज्ञान को लेकर अन्यो की पीड़ा मिटाइए। साथ ही अपने दर्द भरे दिनों की स्मृति को जीवन मे उस समय भी याद रखिये। जब आप सफलता और प्रसिद्धि के उच्च शिखर पर हो।
क्योंकि


यह वक़्त भी गुज़र जाएगा....
KEEP SMILING
जॉइन कीजिये:
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(यदि आपको यह पोस्ट मुश्किल समय मे धीरज और हौंसला प्रदान करती है। तो आप इसे अपने पास save कर सकते है।
तथा मानवता की सेवा में सिर्फ एक व्यक्ति को अवश्य शेयर कीजिये...
यह अब आपके हाथ मे है


1.7K views02:32
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2023-04-02 17:34:18
#Motivation
हर पल ढ़लती जाये इस जीवन की शाम रे, यादगार बन जाये तू करले ऐसा काम रे......
3.1K views14:34
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2023-03-31 18:24:21 विकारों से मुक्ति

विकारों में पड़कर ये क्या कर डाला ओ इंसान

तेरे इन विकर्मों को देखकर शर्मा गया भगवान

उसने बनाया इस संसार को तेरे लिए सुखधाम

विकारों में पड़कर बनाया तूने इसको दुखधाम

पवित्र था ये संसार कहते थे जिसको शिवालय

तूने विकारों में पड़कर इसको बनाया वेश्यालय

तन के भोग के साधन तूने कितने सारे जुटाए

इसी वासना में तूने आत्मा के गुण सारे गंवाए

तेरे घिनोने पापों के बारे में कोई कुछ ना बोले

इसीलिए तूने न जाने कितने अनाथाश्रम खोले

पाप करने का ये नशा तुझको इतना चढ़ गया

भोग भोगकर तेरा सारा विवेक ही बिगड़ गया

ये एक पाप ही जीवन में कितना दुःख लाता है

काम विकार सबको आदि मध्य अंत रुलाता है

विकारों में फंसकर तूँ इंसान से बन गया हैवान

छोड़ दे सारे विकार अब समझाते तुझे भगवान

पवित्रता की राह चुन ले और बन जा देव तुल्य

अवगुण त्यागकर भर ले अपने में नैतिक मूल्य

श्रीमत पर चलने की खा ले सच्ची कसम आज

देवभूमि इस भारत की बचानी है तुझको लाज

अगर तूँ स्वयं को पूरा पवित्र बनकर दिखायेगा

ईश्वर की नजरों में तूँ अनमोल रत्न कहलायेगा

सारे दुःख संकटों से तुझे मुक्ति ईश्वर दिलाएगा

आने वाले सतयुग में तूँ सर्वोच्च देवपद पाएगा

https://t.me/+RCBOO24o4PS1h2mj
1.6K views15:24
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2023-03-31 04:09:09
Aaj 31 March hai
3.3K views01:09
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2023-03-30 04:10:57
क्या आपको तनाव रहता है ?
क्या आपका मूड बदलता रहता है ?
क्या आप चीजों को भूल जाते हो ?

Meditation is the best cure for most of mental and psychological issues.

Meditation also improves mood, relationships, memory among many other benefits. Practice Rajyoga meditation for holistic experience.
4.0K views01:10
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2023-03-30 04:10:28
क्या आपको तनाव रहता है ?
क्या आपका मूड बदलता रहता है ?
क्या आप चीजों को भूल जाते हो ?

Meditation is the best cure for most of mental and psychological issues.

Meditation also improves mood, relationships, memory among many other benefits. Practice Rajyoga meditation for holistic experience.
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2023-03-28 19:43:49 रिश्ते

रिश्तों को लेकर बहुत कठोर मापदंड मत बनाइए। सामने वाले को एक-एक चीज़ पर परखिये मत। हो सकता है कोई दोस्त बहुत बौद्धिक हो मगर तारीफ करना न जानता हो। हो सकता है कोई ईर्ष्या करता है मगर सबसे सही सलाह भी वही देता हो। सामने वाली एक-एक प्रतिक्रिया पर उसे स्कोर मत दीजिए। उसके हर रिएक्शन पर उसका रिपोर्ट कार्ड तैयार मत कीजिए।

संभव है कि जब वो आपकी किसी खुशी पर बहुत खुश न हुआ तब वो खुद किसी गहरे दुख से गुज़र रहा हो। आप ये सोचकर नाराज़ हो गए कि वो इतना खुश क्यों नहीं हुआ और उसने ये सोचकर अपना दुख बयां नहीं किया कि आपकी खुशी में भंग न पड़ जाए। वो दुखी हो कर आपकी खातिर खुश होने का अभिनय कर रहा है और आप इस बात पर नाराज़ हो गए कि आपकी इतनी बड़ी खुशी में भी वो सिर्फ खुश होने का अभिनय कर रहा है।

इंसान सामान भी खरीदता है तो चीज़ बहुत अच्छी लगने पर उसकी कुछ कमियों से समझौता कर लेता है। मोबाइल का कैमरा अच्छा है तो उसे खरीद लिया ये जानते हुए कि उसकी बैटरी वीक है। टी शर्ट के बाजू पर कंपनी का लोगो पसंद नहीं आया मगर टी शर्ट का Colour पसंद है, तो बाजू पर बने लोगो को इग्नोर कर दिया। मगर हम इंसानों के साथ ऐसा कोई समझौता नहीं करते। कपड़ों की तरह उन्हें कोई रियायत नहीं देते।

वो इंसान जो किसी कंप्यूटर प्रोग्राम से नहीं, भावनाओं से चलता है। वो इंसान जो कमज़ोर है। आत्म संशय से घिरा है। उस इंसान को हम किसी संदेह का लाभ नहीं देना चाहते। सारी माफियां खुद के लिए बचाकर रखते हैं। छोटी-छोटी बातें बुरा लगने पर सालों पुराने रिश्तों में पीछे हट जाते हैं। बातचीत बंद कर लेते हैं और खुद ही खुद को अकेला करते जाते हैं। कुछ वक्त बाद नाराज़गी पिघल कर हवा हो जाती है। सामने वाले के साथ गुज़ारा वक्त याद आने लगता है। खाली वक्त में उसे मिस भी करते हैं। मगर उससे बात करने की पहल नहीं कर पाते।

अकेलापन आज दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी है। डिप्रेशन सबसे बड़ा रोग है और ये रोग हमने खुद अर्जित किया हैं, क्योंकि हम लोगों को तब तक पास नहीं करते जब तक कि वो रिश्तों में दस बटा दस नंबर न ले आएं।
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2023-03-27 09:29:04
बहुत सुंदर ही कहा गया है,कि
मन डोरी है, तन रूपी पतंग कि
It means

आप जितना अधिक नियंत्रण अपने मन पर रखेंगे । उतना ही अधिक उसे मित्र रूप में पाएंगे। और जहां उसकी गुलामी करेंगे। वहीँ उसे अपना शत्रु पाएंगे
अतः आप मन को लक्ष्य पर एकाग्र करने हेतु यह काम अवश्य करे। ये निम्न है:-

ध्यान :- यह बहुत सहायता करेगा।

21 संकल्प:- आप जो चाहते है वो संकल्प 21 बार पूरी दिल से करे। फिर मन उसी दिशा में गति करेगा

स्वाध्याय:- आपने अब तक जो भी गलतियां कि है उन्हें डायरी में लिख ले।
फिर उनसे सीख लेकर आगे बढ़ते जाए।

आप ब्रह्मचर्य चैनल से टेलीग्राम पर अवश्य जुड़े। यह आपके पवित्र, सुखी व चरित्रवान जीवन के लिये हर दिन आपको दिशा देता है,और देता रहेगा। ताकि आप आत्मविश्वास भरा एक प्रेरणा दाई जीवन जी सके

Your task For Today

आप एक share ज़रूर कीजियेगा। ताकि सबको इस अच्छाई से जुड़ने का मौका मिले। क्योंकि अच्छाई बाटने से और बढ़ती है। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है,

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जय माता दी
Humanity is The Best Religion
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