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Bhagavad Gita (श्रीमद्भगवद्गीता)

टेलीग्राम चैनल का लोगो bhagwat_geetakrishn — Bhagavad Gita (श्रीमद्भगवद्गीता) B
टेलीग्राम चैनल का लोगो bhagwat_geetakrishn — Bhagavad Gita (श्रीमद्भगवद्गीता)
चैनल का पता: @bhagwat_geetakrishn
श्रेणियाँ: धर्म
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 4.63K
चैनल से विवरण

Hindu Devotional Channel

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नवीनतम संदेश 6

2022-06-16 17:25:56 कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि।।

श्रीकृष्ण ने कहा कि हे अर्जुन, कर्म करना तुम्हारा अधिकार है, फल की इच्छा करने का तुम्हारा अधिकार नहीं। कर्म करना और फल की इच्छा न करना, अर्थात फल की इच्छा किए बिना कर्म करना, क्योंकि मेरा काम फल देना है।

@bhagwat_geetakrishn
147 viewssudhir Mishra, 14:25
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2022-06-16 08:10:45
राम के दोनों अक्षर मधुर और सुन्दर हैं . मधुर का अर्थ रचना में रस मिलता हुआ और मनोहर कहने का अर्थ है की मन को अपनी और खींचता है . राम राम कहने से मुंह में मिठास पैदा होती है . दोनों अक्षर वर्णमाल की दो आँखें हैं .राम के बिना वर्णमाला भी अंधी है.
286 viewssudhir Mishra, 05:10
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2022-06-16 07:50:26 अलसस्य कुतो विद्या, अविद्यस्य कुतो धनम्।
अधनस्य कुतो मित्रम्‌, अमित्रस्य कुत: सुखम्।।

आलसी को विद्या कहाँ, अनपढ़/मूर्ख को धन कहाँ, निर्धन को मित्र कहाँ और अमित्र को सुख कहाँ।

@bhagwat_geetakrishn
293 viewssudhir Mishra, 04:50
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2022-06-15 09:34:46 बहुत से लोग पूछ रहे है शिवपुराण का कोई व्हाट्सएप ग्रुप नही बना अभी तक....WhatsApp Broadcast Message का अर्थ है की आपके इनबॉक्स में पर्सनल पर मैसेज जाता है कोई ग्रुप नही होता।

ब्रॉडकास्ट लिस्ट इसलिए बनाया है ताकि आपके खास कर किसी लड़की महिला के नंबर का दुरुपयोग ना हो।
248 viewssudhir Mishra, 06:34
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2022-06-15 09:20:00 जन्म उसी का सार्थक है जिसके पैदा होने से पूरा कुल उन्नति को प्राप्त हो, वरना इस नश्वर और परिवर्तनशील संसार में एेसा कौन है जो जन्म लेकर मरता नही.....
262 viewssudhir Mishra, 06:20
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2022-06-15 07:57:36 अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविन:।
चत्वारि तस्य वर्धन्ते आयुर्विद्या यशोबलं।।

बड़ों का अभिवादन करने वाले मनुष्य की और नित्य वृद्धों की सेवा करने वाले मनुष्य की आयु, विद्या, यश और बल ये हमेशा बढ़ती रहती है।
285 viewssudhir Mishra, 04:57
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2022-06-14 11:07:36 शिव पुराण

विद्येश्वर संहिता दूसरा अध्याय व्हाट्सएप पर भेज दिया गया है कोई यदि भूल वश रह गया हो तो संपर्क करे

सुधीर मिश्रा
9768011645
135 viewssudhir Mishra, 08:07
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2022-06-14 07:43:03 विद्या मित्रं प्रवासेषु,भार्या मित्रं गृहेषु च।
व्याधितस्यौषधं मित्रं, धर्मो मित्रं मृतस्य च।।

विदेश में ज्ञान, घर में अच्छे स्वभाव और गुणस्वरूप पत्नी, औषध रोगी का तथा धर्म मृतक का सबसे बड़ा मित्र होता है।
198 viewssudhir Mishra, 04:43
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2022-06-13 18:23:27 शिव पुराण

विद्येश्वर संहिता पहला अध्याय व्हाट्सएप पर भेज दिया गया है कोई यदि भूल वश रह गया हो तो संपर्क करे

सुधीर मिश्रा
9768011645
301 viewssudhir Mishra, 15:23
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2022-06-13 01:12:07
जो भोजन अधिक समय का रखा हुआ, स्वादहीन, दुर्गन्धयुक्त, सड़ा हुआ, अन्य के द्वारा झूठा किया हुआ और अपवित्र होता है, वह भोजन तमोगुणी मनुष्यों को प्रिय होता है
245 viewssudhir Mishra, 22:12
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