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Bhagavad Gita (श्रीमद्भगवद्गीता)

टेलीग्राम चैनल का लोगो bhagwat_geetakrishn — Bhagavad Gita (श्रीमद्भगवद्गीता) B
टेलीग्राम चैनल का लोगो bhagwat_geetakrishn — Bhagavad Gita (श्रीमद्भगवद्गीता)
चैनल का पता: @bhagwat_geetakrishn
श्रेणियाँ: धर्म
भाषा: हिंदी
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Hindu Devotional Channel

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नवीनतम संदेश 2

2022-08-30 19:46:34
जिस प्रकार नदी मे तैरते लटठे धारा द्वारा प्रवाहित होते हैं वे अल्पकाल के लिए एक दूसरे से मिले रहकर विलग हो जाते हैं और फिर कभी नही मिल पाते, उसी प्रकार से जीवात्माएँ भी पिता तथा पुत्र या भाई बहन के रूप मे एक साथ रहती हैं और समय आने पर बिछुड़ जाती हैं और फिर कभी नही मिल पाती । भगवद् गीता हमें सारे प्रेम को कृष्ण मे स्थानान्तरित करने की शिक्षा देती है । क्योंकि कृष्ण ही सबके शाश्वत पिता, मित्र,पुत्र या प्रेमी हैं । कृष्ण घोषित करते है कि तामसी लोग धर्म तथा अधर्म,कर्म तथा अकर्म के भेद को नही जानते । अर्जुन को यह ज्ञात न था कि पाप का वास्तविक अर्थ परमेश्वर के आदेशों का, ईश्वरीय नियमों का उल्लंघन करना है ।
429 viewssudhir Mishra, 16:46
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2022-08-30 19:44:41 नहीं सजदे किए कभी हमने गैरों की चौखट पर श्रीराम

हमें जो ज़रूरत हो आपसे मांग लेते हैं
417 viewssudhir Mishra, 16:44
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2022-08-30 19:40:58 संसार में दो प्रकार के पेड़ पौधे होते हैं-

प्रथम: अपना फल स्वयं दे देते हैं,
जैसे - आम, अमरुद, केला इत्यादि ।

द्वितीय : अपना फल छिपाकर रखते हैं,
जैसे - आलू, अदरक, प्याज इत्यादि ।

जो फल अपने आप दे देते हैं, उन वृक्षों को सभी खाद-पानी देकर सुरक्षित रखते हैं, और ऐसे वृक्ष फिर से फल देने के लिए तैयार हो जाते हैं ।

किन्तु जो अपना फल छिपाकर रखते है, वे जड़ सहित खोद लिए जाते हैं, उनका वजूद ही खत्म हो जाता हैं।

ठीक इसी प्रकार...
जो व्यक्ति अपनी विद्या, धन, शक्ति स्वयं ही समाज सेवा में समाज के उत्थान में लगा देते हैं, उनका सभी ध्यान रखते हैं और वे मान-सम्मान पाते है।

वही दूसरी ओर
जो अपनी विद्या, धन, शक्ति स्वार्थवश छिपाकर रखते हैं, किसी की सहायता से मुख मोड़े रखते है, वे जड़ सहित खोद लिए जाते है, अर्थात् समय रहते ही भुला दिये जाते है।

प्रकृति कितना महत्वपूर्ण संदेश देती है, बस समझने, सोचने और कार्य में परिणित करने की बात है।

9768011645

@bhagwat_geetakrishn

@Sudhir_Mishra0506
423 viewssudhir Mishra, 16:40
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2022-08-30 08:45:05 "इस दुनिया में कुछ भी Impossible नहीं है,
बस हमारा डर उसे impossible बना देता है...!! "

सीताराम
496 viewssudhir Mishra, 05:45
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2022-08-29 16:30:00 श्रीमद्भागवत गीता

अध्याय १३ - क्षेत्र क्षेत्रज्ञ विभाग योग

(क्षेत्रज्ञ का ज्ञान)

हे अर्जुन! जो जानने योग्य है अब मैं उसके विषय में बतलाऊँगा जिसे जानकर मृत्यु को प्राप्त होने वाला मनुष्य अमृत-तत्व को प्राप्त होता है, जिसका जन्म कभी नही होता है जो कि मेरे अधीन रहने वाला है वह न तो कर्ता है और न ही कारण है, उसे परम-ब्रह्म (परमात्मा) कहा जाता है।

वह परमात्मा सभी ओर से हाथ-पाँव वाला है, वह सभी ओर से आँखें, सिर तथा मुख वाला है, वह सभी ओर सुनने वाला है और वही संसार में सभी वस्तुओं में व्याप्त होकर स्थित है।

वह परमात्मा समस्त इन्द्रियों का मूल स्रोत है, फिर भी वह सभी इन्द्रियों से परे स्थित रहता है वह सभी का पालन-कर्ता होते हुए भी अनासक्त भाव में स्थित रहता है और वही प्रकृति के गुणों (सत, रज, तम) से परे स्थित होकर भी समस्त गुणों का भोक्ता है।

वह परमात्मा चर-अचर सभी प्राणीयों के अन्दर और बाहर भी स्थित है, उसे अति-सूक्ष्म होने के कारण इन्द्रियों के द्वारा नही जाना जा सकता है, वह अत्यन्त दूर स्थित होने पर भी सभी प्राणीयों के अत्यन्त पास भी वही स्थित है।

वह परमात्मा सभी प्राणीयों में अलग-अलग स्थित होते हुए भी एक रूप में ही स्थित रहता है, यद्यपि वही समस्त प्राणीयों को ब्रह्मा-रूप से उत्पन्न करने वाला है, विष्णु-रूप से पालन करने वाला है और रुद्र-रूप से संहार करने वाला है।

वह परमात्मा सभी प्रकाशित होने वाली वस्तुओं के प्रकाश का मूल स्रोत होते हुए भी अन्धकार से परे स्थित रहता है, वही ज्ञान-स्वरूप (आत्मा) है, वही जानने योग्य (परमात्मा) है, वही ज्ञान स्वरूप (आत्मा) द्वारा प्राप्त करने वाला लक्ष्य है और वही सभी के हृदय में विशेष रूप से स्थित रहता है।

इस प्रकार कर्म-क्षेत्र (शरीर), ज्ञान-स्वरूप (आत्मा) और जानने योग्य (परमात्मा) के स्वरूप का संक्षेप में वर्णन किया गया है, मेरे भक्त ही यह सब जानकर मेरे स्वभाव को प्राप्त होते हैं।

9768011645

@bhagwat_geetakrishn

@Sudhir_Mishra0506
582 viewssudhir Mishra, 13:30
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2022-08-29 00:44:34 खुद को इतना काबिल बनाना हैं की पाने वाले को कदर हो और खोने वाले को अफसोस...!

सुप्रभात सीताराम

9768011645

@bhagwat_geetakrishn

@Sudhir_Mishra0506
625 viewssudhir Mishra, 21:44
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2022-08-28 08:20:48 डूबकर मेहनत करों अपने
सपनों के लिए क्योंकि कल
जब उभरोगे सबसे अलग निखरोगे!!

सीताराम

@bhagwat_geetakrishn

@Sudhir_Mishra0506
730 viewssudhir Mishra, 05:20
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2022-08-28 00:45:25 Quote for Students

पहले कैरियर बना लीजिए फिर प्यार को वक्त
दीजिए क्योंकि आज के जमाने में लोग उन्हीं के
साथ रहना पसंद करते हैं जिनके पास एक
अच्छा भविष्य हो...!

9768011645

@bhagwat_geetakrishn

@Sudhir_Mishra0506
750 viewssudhir Mishra, 21:45
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2022-08-28 00:43:45 तीन बेहतरीन सलाह -

1. सोचो मत, शुरुआत करो।

2. वादा मत करो, साबित करो।

3. बताओ मत, करके दिखाओ।

सुप्रभात सीताराम
712 viewssudhir Mishra, 21:43
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2022-08-27 07:02:46
जो मन को नियंत्रित नहीं करते उनके लिए वह शत्रु के समान कार्य करता है।

The mind acts like an enemy for those who do not control it.
793 viewssudhir Mishra, 04:02
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