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Utkarsh Ramsnehi Gurukul

टेलीग्राम चैनल का लोगो utkarshgurukul — Utkarsh Ramsnehi Gurukul U
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भाषा: हिंदी
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2023-04-08 07:09:59 कोफी ए. अन्नान
कोफी ए. अन्नान का जन्म 8 अप्रैल, 1938 को घाना के गोल्ड कोस्ट में हुआ था।
उनकी प्रारम्भिक शिक्षा मफिन्तिस्म स्कूल से हुई।
वर्ष 1957 में फ़ोर्ड फ़ाउंडेशन की छात्रवृत्ति पर अन्नान अमेरिका गए तथा मिनसोटा राज्य के सेंट पॉल शहर में मैकैलेस्टर कॉलेज से अर्थशास्त्र की पढ़ाई की।
कोफी ए. अन्नान ने वर्ष 1961 में अन्तर्राष्ट्रीय संबंध में जिनेवा के ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंटरनेशनल स्टडीज़ से डिग्री प्राप्त की।
कोफी ए. अन्नान ने वर्ष 1962 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में बजट अधिकारी के रूप में कार्य शुरू किया।
वर्ष 1965 से वर्ष 1972 तक उन्होंने इथियोपिया की राजधानी अद्दीस अबाबा में संयुक्त राष्ट्र की इकॉनोमिक कमीशन फ़ॉर अफ्रीका में काम किया।
वर्ष 1997 से वर्ष 2006 तक कोफी ए. अन्नान संयुक्त राष्ट्र के महासचिव रहे।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में अपने कार्यकाल के दौरान एड्स, टी. बी. और मलेरिया से लड़ने के लिए एक वैश्विक कोष बनाया।
उन्होंने अमेरिका के नेतृत्व में इराक पर हुए हमले को अवैध करार दिया।
इन्होंने वर्ष 2005 में मानवाधिकार परिषद् तथा शांति संस्थापक आयोग की स्थापना की।
इन्हें वर्ष 2001 का नोबेल शांति पुरस्कार मिला।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव कोफी ए. अन्नान का 80 साल की आयु में 18 अगस्त, 2018 को स्विट्ज़रलैण्ड में निधन हो गया।
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2023-04-08 07:09:59
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2023-04-07 07:46:59 पंडित रवि शंकर
● पंडित रवि शंकर का जन्म 7 अप्रैल, 1920 को बनारस में एक बंगाली ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
● उनके पिता श्याम शंकर वकील थे।
● युवा रविशंकर का लालन-पालन उनकी माँ विसालक्षी रत्नम ने किया।
● उनके बड़े भाई उदय शंकर एक प्रसिद्ध नर्तक थे, शंकर ने संगीत का अध्ययन किया और वर्ष 1930 में अपने भाई के नृत्य मंडली के सदस्य के रूप में शामिल हो गए।
● उन्होंने 10 वर्ष कि आयु में ही इस नृत्य मंडली के साथ अमेरिका और यूरोप के कई दौरे किए।
● अपने गुरु उस्ताद इनायत खान के नेतृत्व में सितार बजाना सीखने के बाद, वह मुंबई चले गए, जहाँ उन्होंने इंडियन पीपल्स थिएटर एसोसिएशन के लिए काम किया।
● वहाँ शंकर ने वर्ष 1946 तक बैले के लिए संगीत की रचना की तथा कालांतर वर्ष 1950 में रविशंकर को नई दिल्ली रेडियो स्टेशन ऑल-इंडिया रेडियो (AIR) के निर्देशक बनने का मौका मिला तथा उन्होंने वर्ष 1956 तक इस पद पर कार्य किया।
● ऑल-इंडिया रेडियो में अपने कार्यकाल के दौरान शंकर ने ऑर्केस्ट्रा के लिए मिश्रित सितार, पश्चिमी शास्त्रीय वाद्ययंत्र और भारतीय वाद्ययंत्रों के साथ कई धुनों की रचना की।
● वर्ष 1953 में, उन्होंने सोवियत संघ में प्रदर्शन किया तथा कालांतर में वर्ष 1956 में उन्हें प्रदर्शन के लिए पश्चिम के एडिनबर्ग फेस्टिवल और रॉयल फेस्टिवल हॉल जैसे प्रमुख कार्यक्रमों में बेहतरीन संगीत का प्रदर्शन किया जिसके फलस्वरूप वे सम्पूर्ण विश्व में प्रसिद्ध हो गए।
● वर्ष 1986 में, भारतीय संगीत में उनके महान योगदान के लिए, उन्हें तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री राजीव गाँधी द्वारा राज्यसभा के लिए नामित किया गया था।
● उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (1962), पद्म भूषण (1967), पद्म विभूषण (1981), भारतरत्न (1999) तथा ग्रैमी अवॉर्ड सहित अनेक पुरस्कार जीते।
● पंडित रविशंकर का 11 दिसंबर, 2012 को सैन डिएगो, कैलिफोर्निया में 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
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2023-04-07 07:44:59 75वाँ विश्व स्वास्थ्य दिवस
● प्रतिवर्ष 7 अप्रैल को सम्पूर्ण विश्व में ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ का आयोजन किया जाता है।
● इसका विचार की परिकल्पना वर्ष 1948 में आयोजित विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रथम विश्व स्वास्थ्य सभा में की गई थी, जिसे वर्ष 1950 में लागू किया गया।
● प्रत्येक वर्ष 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के स्थापना दिवस (7 अप्रैल, 1948) की वर्षगाँठ पर विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है।
● इन वर्षों में इसने मानसिक स्वास्थ्य, मातृ एवं शिशु देखभाल और जलवायु परिवर्तन जैसे महत्त्वपूर्ण स्वास्थ्य मुद्दों को प्रकाश में लाया है।
● वर्ष 2023 के लिए इस दिवस कि थीम ‘सभी के लिए स्वास्थ्य’ (Health For All) है।
● इसका उद्देश्य वैश्विक स्वास्थ्य एवं उससे संबंधित समस्याओं पर विचार-विमर्श करना तथा विश्व में समान स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के बारे में जागरूकता फैलाना है।
● स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ (World Health Organization-WHO) की स्थापना वर्ष 1948 हुई थी।
● इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में स्थित है।
● वर्तमान में 194 देश WHO के सदस्य हैं। 150 देशों में इसके कार्यालय होने के साथ-साथ इसके छह क्षेत्रीय कार्यालय भी हैं।
● यह एक अंतर-सरकारी संगठन है तथा सामान्यतः अपने सदस्य राष्ट्रों के स्वास्थ्य मंत्रालयों के सहयोग से कार्य करता है।
● WHO वैश्विक स्वास्थ्य मामलों पर नेतृत्व प्रदान करते हुए स्वास्थ्य अनुसंधान संबंधी एजेंडा को आकार देता है तथा विभिन्न मानदंड एवं मानक निर्धारित करता है।
● साथ ही WHO साक्ष्य-आधारित नीति विकल्पों को स्पष्ट करता है, देशों को तकनीकी सहायता प्रदान करता है तथा स्वास्थ्य संबंधी रुझानों की निगरानी और मूल्यांकन करता है।
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2023-04-05 07:02:00 राष्ट्रीय समुद्री दिवस
राष्ट्रीय समुद्री दिवस सम्पूर्ण भारतवर्ष में 5 अप्रैल को मनाया जाता है।
इसी दिन 5 अप्रैल, 1919 को बॉम्बे (मुंबई) से लंदन के लिए पहले भारतीय वाणिज्यिक पोत ‘एसएस लॉयल्टी’ को रवाना किया गया था।
उस जहाज का स्वामित्व एससीइंडिया स्टीम नेविगेशन कंपनी लिमिटेड के पास था जो उस समय की सबसे बड़ी स्वदेशी पोत परिवहन कंपनी थी।
राष्ट्रीय समुद्री दिवस भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में समुद्री व्यापार की भूमिका और वैश्विक व्यापार में भारत की भूमिका एवं इसकी रणनीतिक स्थिति को याद करने के लिए समर्पित है।
इस दिन के महत्त्व को चिह्नित करने के लिए भारत सरकार 30 मार्च, 2023 से 05 अप्रैल, 2023 तक राष्ट्रीय समुद्री सप्ताह का आयोजन कर नाविकों की सेवाओं को श्रद्धांजलि दे रही है।
राष्ट्रीय समुद्री दिवस के अवसर पर भारत सरकार प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान समुद्र में अपने प्राणों की आहुति देने वाले नाविकों की बहादुरी और बलिदान के प्रति सम्‍मान व्‍यक्‍त करते हुए उन्‍हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रही है।
राष्ट्रीय समुद्री दिवस/मर्चेंट नेवी झंडा दिवस समारोह के लिए विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन और समन्वय के लिए मुंबई में राष्ट्रीय समुद्री दिवस समारोह समिति की स्थापना की गई है।
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2023-04-05 07:00:00 समता दिवस
प्रतिवर्ष 5 अप्रैल को जगजीवन राम की जयंती के उपलक्ष्य में सम्पूर्ण भारत में ‘समता दिवस’ का आयोजन किया जाता है।
जगजीवन राम का जन्म 5 अप्रैल, 1908 को बिहार के चंदवा में हुआ था।
उनकी प्रारम्भिक शिक्षा आरा शहर में हुई।
जगजीवन राम वर्ष 1925 में पंडित मदन मोहन मालवीय के प्रभाव में आए तथा उनसे बहुत अधिक प्रभावित हुए।
कालांतर में मालवीय जी के आमंत्रण पर वे बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) गए।
BHU में कार्यकाल पूर्ण होने के बाद उन्होंने वर्ष 1931 में कलकत्ता विश्वविद्यालय से बी.एस.सी. की डिग्री हासिल की।
वर्ष 1931 में वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस पार्टी) के सदस्य बन गए।
उन्होंने वर्ष 1934-35 में अखिल भारतीय शोषित वर्ग लीग (All India Depressed Classes League) के गठन में योगदान दिया था।
वर्ष 1935 में उन्होंने हिंदू महासभा के एक सत्र में प्रस्ताव रखा कि पीने के पानी के कुएँ और मंदिर अछूतों के लिए खुले रखे जाएँ।
वर्ष 1935 में जगजीवन राम राँची में हैमोंड आयोग के समक्ष उपस्थित हुए और पहली बार दलितों के लिए मतदान के अधिकार की माँग की।
उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया और इससे जुड़ी राजनीतिक गतिविधियों के लिए 1940 के दशक में उन्हें दो बार जेल जाना पड़ा।
बाबू जगजीवन राम वर्ष 1946 में जवाहरलाल नेहरू की अंतरिम सरकार में सबसे युवा मंत्री बने।
स्वतंत्रता के बाद उन्होंने वर्ष 1952 तक श्रम विभाग का संचालन किया।
उन्होंने नेहरू मंत्रिमंडल में संचार विभाग (1952–56), परिवहन और रेलवे (1956–62) तथा परिवहन और संचार (1962–63) मंत्री के पदों पर कार्य किया।
उन्होंने 1967-70 के मध्य खाद्य और कृषि मंत्री के रूप में कार्य किया तथा 1970 में उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया।
वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान वे भारत के रक्षा मंत्री थे जिसके परिणामस्वरूप बांग्लादेश का निर्माण हुआ था।
वर्ष 1977 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और जनता पार्टी (नई पार्टी) में शामिल हो गए तथा इस सरकार में भारत के उप प्रधानमंत्री (1977-79) के रूप में कार्य किया।
वर्ष 1936-1986 (40 वर्ष) तक संसद में उनका निर्बाध प्रतिनिधित्व एक विश्व रिकॉर्ड है।
उनका भारत में सबसे लंबे समय तक सेवारत कैबिनेट मंत्री (30 वर्ष) होने का भी रिकॉर्ड है।
6 जुलाई, 1986 को नई दिल्ली में जगजीवन राम का निधन हो गया।
उनके श्मशान स्थल पर स्मारक का नाम समता स्थल (समानता का स्थान) है।
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2023-04-05 07:00:00
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