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हिंदी साहित्य / Hindi Sahitya 🌟

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नवीनतम संदेश 28

2021-09-07 08:03:38
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2021-09-07 07:30:08 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
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✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 187
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर || 7 सितम्बर
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1. रामभक्त कवि नहीं हैं-

नाभादास
अग्रदास
नरोत्तमदास
सेनापति
नरोत्तमदास हिन्दी के प्रमुख साहित्यकार थे। हिन्दी साहित्य में ऐसे लोग विरले ही हैं जिन्होंने मात्र एक या दो रचनाओं के आधार पर हिन्दी साहित्य में अपना स्थान सुनिश्चित किया है। एक ऐसे ही कवि हैं, उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद में जन्मे कवि नरोत्तमदास, जिनका एकमात्र खण्ड-काव्य ‘सुदामा चरित’ (ब्रजभाषा में) मिलता है जो हिन्दी साहित्य की अमूल्य धरोहर मानी जाती है।

2. जीवन में हास्य का महत्त्व इसलिए है कि, वह जीवन को-

प्रयोग देता है
आनन्दित करता है
आगे बढ़ाता है
सरस बनाता है

3. श्रृंगार रस का स्थायी भाव है-

रति
हास
शोक
निर्वेद

4. किस रस का संचारी भाव उग्रता, गर्व, हर्ष आदि है?

श्रृंगार
वीर
वात्सल्य
रौद्र

5. कबीरदास की भाषा थी?

ब्रज
कन्नौजी
सधुक्कड़ी
खड़ी बोली
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उत्तर : C D A B C
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2021-09-06 17:08:08 वाक्यांश के लिए एक–शब्द

प्रश्न 1 ‘रास्ते में खाने के लिए भोजनादि’ वाक्यांश के लिए प्रयुक्त शब्द है -
(अ) नाश्ता
(ब) पाथेय
(स) अल्पाहार
(द) स्वल्पाहार
उत्तर पाथेय

प्रश्न 2 किस विकल्प में वाक्यांश के लिए प्रयुक्त ‘एक शब्द’ गलत है -
(अ) जो अत्यधिक भूखा हो - बुभुक्षित
(ब) जो अपने युग का ज्ञान रखता हो - युगद्रष्टा
(स) जो बहुत ऊँची आकांक्षा रखता हो - लालची
(द) जो कम खर्च करता हो - मितव्ययी
उत्तर जो बहुत ऊँची आकांक्षा रखता हो - लालची

प्रश्न 3 ‘कृतकार्य’ शब्द किस वाक्यांश के लिए प्रयुक्त होता है -
(अ) जिसने संकल्प कर रखा हो
(ब) जो कार्य करने के लिए तत्पर हो
(स) जिसका प्रयोजन सिद्ध हो चुका हो
(द) जो क्रूर कर्म करता हो
उत्तर जिसका प्रयोजन सिद्ध हो चुका हो

प्रश्न 4 ‘ऐसा भीषण दृश्य जिससे रोएँ खड़े हो जाएँ,’ वाक्यांश के लिए प्रयुक्त ‘एक शब्द’ है -
(अ) लोमहर्षक
(ब) हृदयविदारक
(स) भयाक्रांत
(द) अलौकिक
उत्तर लोमहर्षक

प्रश्न 5 ‘वह स्त्री जिसने हाल ही में बच्चे को जन्म दिया हो’, वाक्यांश के लिए ‘एक शब्द’ है -
(अ) जननी
(ब) माता
(स) जन्मदात्री
(द) प्रसूता
उत्तर प्रसूता

प्रश्न 6 ‘वह आग जो जंगल में लगती हो,’ के लिए उपयुक्त शब्द होगा -
(अ) बड़वाग्नि
(ब) पंचाग्नि
(स) दावाग्नि
(द) जठराग्नि
उत्तर दावाग्नि

प्रश्न 7 निम्नांकित शब्दों एवं उनके समक्ष दिए गए वाक्यांशों में से कौन-सा युग्म असंगत है -
(अ) प्रकाशित - प्रकाश में लाए जाने योग्य
(ब) पूज्य - पूजने योग्य
(स) पोषित - पाला-पोसा हुआ
(द) मुमुक्षा - मोक्ष पाने की इच्छा
उत्तर प्रकाशित - प्रकाश में लाए जाने योग्य

प्रश्न 8 निम्नांकित वाक्यांशों एवं उनके लिए प्रयुक्त ‘एक शब्द’ में से कौन-सा युग्म सुसंगत है -
(अ) शत्रु को जीतने वाला - अजातशत्रु
(ब) जो पहले न हुआ हो - होनहार
(स) जो पढ़ा न गया हो - अपठनीय
(द) आदि से अन्त तक - आद्योपान्त
उत्तर आदि से अन्त तक - आद्योपान्त

प्रश्न 9 किस विकल्प में वाक्यांश के लिए प्रयुक्त ‘एक शब्द’ सही नहीं है -
(अ) खाने की इच्छा - जिजीविषा
(ब) जानने की इच्छा - जिज्ञासा
(स) मार डालने की इच्छा - जिघांसा
(द) जीतने की या वशीभूत करने की इच्छा - जिगीषा
उत्तर खाने की इच्छा - जिजीविषा

प्रश्न 10 ‘अगोचर’ शब्द किस वाक्यांश के लिए प्रयुक्त होता है -
(अ) जो इन्द्रियों द्वारा प्रत्यक्ष न हो
(ब) जिसका पता मालूम न हो
(स) जिसको पार करना मुश्किल हो
(द) जिसका नाप-जोख न किया जा सके
उत्तर जो इन्द्रियों द्वारा प्रत्यक्ष न हो


प्रश्न 11 ‘जो साथ में पढ़ा हो’ - वाक्यांश के लिए सार्थक शब्द है -
(अ) साथी
(ब) मित्र
(स) सहभागी
(द) सहपाठी
उत्तर सहपाठी

प्रश्न 12 ‘जिसने मृत्यु को जीत लिया हो’ - के लिए सार्थक शब्द है -
(अ) मृत्युंजय
(ब) देवता
(स) तपस्वी
(द) साधक
उत्तर मृत्युंजय

प्रश्न 13 ‘दक्षिण और पश्चिम के बीच की दिशा’ - के लिए सार्थक शब्द होगा -
(अ) ईशान
(ब) आग्नेय
(स) नैर्ऋत्य
(द) वायव्य
उत्तर नैर्ऋत्य

प्रश्न 14 ‘हर समय दूसरों की कमियाँ ढुँढने वाला’ - वाक्यांश के लिए सार्थक शब्द होगा -
(अ) छिद्रान्वेषी
(ब) चुगलखोर
(स) दुष्ट
(द) आलोचक
उत्तर छिद्रान्वेषी

प्रश्न 15 ‘बुरे भाव से की गई संधि’ को कहते हैं -
(अ) दुरभिसंधि
(ब) छद्मसंधि
(स) कूट-संधि
(द) दुष्ट-संधि
उत्तर दुरभिसंधि

प्रश्न 16 ‘घूमने-फिरने वाला साधु’-वाक्यांश के लिए सार्थक शब्द क्या होगा -
(अ) योगी
(ब) तपस्वी
(स) श्रमण
(द) परिव्राजक
उत्तर परिव्राजक

प्रश्न 17 ‘वह साहित्य जिसमें गद्य और पद्य दोनों मिश्रित हों’- के लिए सार्थक शब्द है -
(अ) गद्यकाव्य
(ब) चम्पू
(स) गद्यगीत
(द) मिश्रित काव्य
उत्तर चम्पू

प्रश्न 18 ‘मानसिक भाव छिपाना’ वाक्यांश के लिए सार्थक शब्द है -
(अ) असूया
(ब) अमर्ष
(स) अवंहित्था
(द) अक्षधूर्त
उत्तर अवंहित्था

प्रश्न 19 ‘जिसको थोड़ा ज्ञान हो’:- वाक्यांश के लिए सार्थक शब्द होगा -
(अ) अनभिज्ञ
(ब) अज्ञ
(स) अभिज्ञ
(द) अल्पज्ञ
उत्तर अल्पज्ञ

प्रश्न 20 ‘किसी टूटी-फूटी इमारत या बस्ती का बचा हुआ अंश’ वाक्यांश के लिए सार्थक शब्द है -
(अ) भग्न
(ब) खंडित
(स) खंडिताकार
(द) भग्नावशेष
उत्तर भग्नावशेष
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2021-09-06 07:30:03 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
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✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 186
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर || 6 सितम्बर
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1. निम्न में से भक्तिकाल का एक कवि 'अवतारवाद' और 'मूर्तिपूजा' का विरोधी था। इसके बावज़ूद वह हिन्दुओं के जन्म-मृत्यु सम्बन्धी सिद्धांत को मानता रहा। वह कवि कौन था?

जायसी
कबीर
तुलसीदास
कुम्भनदास
'कबीर' का जन्म 1440 ई. में वाराणसी में हुआ था। ये सुल्तान सिकन्दरशाह लोदी के समकालीन थे। सूरत गोपाल इनका मुख्य शिष्य था। मध्यकालीन संतों में कबीरदास का साहित्यिक एवं ऐतिहासिक योगदान निःसन्देह अविस्मरणीय है। एक महान् समाज सुधारक के रूप में उन्होंने समाज में व्याप्त हर तरह की बुराइयों के ख़िलाफ़ संघर्ष किया, जिनमें उन्हें काफ़ी हद तक सफलता भी मिली। कबीर ने राम, रहीम, हज़रत, अल्लाह, आदि को एक ही ईश्वर के अनेक रूप माना। उन्होंने जाति प्रथा, धार्मिक कर्मकाण्ड, बाहरी आडम्बर, मूर्तिपूजा, जप-तप, अवतारवाद आदि का घोर विरोध करते हुए 'एकेश्वरवाद' में आस्था एवं निराकार ब्रह्मा की उपासना को महत्व दिया। कबीर ने ईश्वर प्राप्ति हेतु शुद्ध प्रेम, पवित्रता एवं निर्मल हृदय की आवश्यकता बताई।

2. प्रथम सूफ़ी प्रेमाख्यानक काव्य के रचयिता कौन थे?

नूर मुहम्मद
मलिक मुहम्मद जायसी
मुल्ला दाऊद
कुतबन

3. 'जायसी -ग्रंथावली' के सम्पादक का नाम है?

डॉ. वासुदेवशरण अग्रवाल
चन्द्रबली पाण्डेय
डॉ. भगवतीप्रसाद सिंह
रामचन्द्र शुक्ल

4. दोहा छन्द में श्रृंगारी रचना प्रस्तुत करने वालों में हिन्दी के सर्वाधिक ख्यातिलब्ध कवि हैं?

रहीम
बिहारी
भूषण
सूरदास
हिन्दी साहित्य के रीति काल के कवियों में बिहारीलाल का नाम महत्त्वपूर्ण है। महाकवि बिहारीलाल का जन्म 1595 के लगभग ग्वालियर में हुआ। वे जाति के माथुर चौबे थे। उनके पिता का नाम केशवराय था। उनका बचपन बुंदेलखंड में कटा और युवावस्था ससुराल मथुरा में व्यतीत हुई।

5. 'कंचन तन धन बरन बर रहयौ रंग मिलि रंग। जानी जाति सुबास ही केसरि लाई अंग॥' उपर्युक्त पंक्तियाँ किसकी हैं?

रहीम
तुलसी
बिहारी
भूषण
हिन्दी साहित्य के रीति काल के कवियों में बिहारीलाल का नाम महत्त्वपूर्ण है। महाकवि बिहारीलाल का जन्म 1595 के लगभग ग्वालियर में हुआ। वे जाति के माथुर चौबे थे। उनके पिता का नाम केशवराय था। उनका बचपन बुंदेलखंड में कटा और युवावस्था ससुराल मथुरा में व्यतीत हुई।
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उत्तर : B C D B C
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2021-09-06 06:40:28
SSC,बैंकिंग और Railways exam में पूछे जाने वाले कंप्यूटर नॉलेज के important questions(part-2)

यह PDF हिंदी में है और एकदम फ्री है. ज़रूर download कीजिये !!!

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2021-09-05 07:30:04 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
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✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 185
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर || 5 सितम्बर
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1. विद्यापति की उस प्रमुख रचना का नाम बताइए, जिसमें 'अवहट्ट' भाषा का बहुतायत प्रयोग हुआ है?

कीर्ति पताका
कीर्तिलता
विद्यापति पदावली
पुरुष परीक्षा

2. जॉर्ज ग्रियर्सन ने पश्चिमोत्तर समुदाय की भाषा को आधुनिक भारतीय आर्यभाषाओं की किस उपशाखा में रखा है?

भीतरी उपशाखा
बाहरी उपशाखा
मध्यवर्गीय उपशाखा
इनमें से कोई नहीं

3. उर्दू किस भाषा का मूल शब्द है?

तुर्की भाषा
ईरानी भाषा
अरबी भाषा
फ़ारसी भाषा

4. 'साहित्य का इतिहास दर्शन' ग्रंथ के लेखक का नाम है?

डॉ. श्यामसुन्दर दास
आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
डॉ. नलिन विलोचन शर्मा
डॉ. गुलाब राय

5. जहाँ शब्दों, शब्दांशों या वाक्यांशों की आवृत्ति हो, किंतु उनके अर्थ भिन्न हों, वहाँ निम्न में से कौन-सा अलंकार है-

श्लेष
वक्रोक्ति
यमक
रूपक
यमक अलंकार
कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय।
वा खाये बौराय जग, वा पाये बौराय।।
कनक शब्द की एक बार आवृत्ति 1 धतूरा, 2 सोना। (बिहारीलाल)।
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उत्तर : B B A C C
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2021-09-05 05:30:51 इस दिन को भारत के स्कूल कॉलेजों में उत्सव तथा कार्यक्रम देखने को मिलता है। इस दिन स्कूल कॉलेजों में पढ़ाई नहीं होती बल्कि छात्र अपने गुरुओं को उपहार देते हुए उनके पैरों को छूकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। ऐसी कई सारी गतिविधियां इस दिन स्कूल कॉलेजों में देखने को मिलती है जहां छात्र और शिक्षक दोनों भाग लेते हैं तथा गुरु और शिष्य की इस परंपरा को हमेशा कायम रखने का संकल्प करते हैं।

भारत में इस दिन को शिक्षक ही नहीं बल्कि विद्यार्थियों के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इसी दिन उन्हें अपने जीवन को संवारने वाले शिक्षक की सराहना करने का मौका प्राप्त होता है।

अंत में आपसे विदाई लेते लेते हम यह कहना चाहेंगे कि शिक्षक दिवस का महत्व भारत को ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के 100 से भी ज्यादा देशों को समझ आ गया है। शिक्षक दिवस पूरे विश्व में 100 से भी अधिक देशों में मनाया जाता है। हालांकि उन देशों के शिक्षक दिवस की तारीख भारत के शिक्षक दिवस से अलग है।

उम्मीद करते हैं दोस्तों हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आप सभी दोस्तों को बेहद पसंद आई होगी अगर जानकारी पसंद आए तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें साथ ही साथ कमेंट बॉक्स में दी गई जानकारी के बारे में अपनी राय जरूर दें क्योंकि दोस्तों कमेंट बॉक्स आपका ही है एक बात हमेशा याद रखें कि.-

गुरु नहीं तो ज्ञान नहीं।
ज्ञान नहीं तो सम्मान नहीं।

सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस के अवसर
पर हमारी हिन्दी साहित्य टीम की तरफ से
हार्दिक शुभकामनाएं
आप यूं ही अपना कर्तव्य निभाते रहें और
अपने विद्यार्थियों के जीवन को सवारते रहे।
यही हाथ जोड़ कर विनती है आपसे
धन्यवाद
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2021-09-05 05:30:45 संपूर्ण भारत देश में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है, क्योंकि हम मानते हैं कि किसी भी इंसान के जीवन में एक शिक्षक या गुरु का महत्वपूर्ण स्थान होता है। जीवन में सफल होने के लिए शिक्षा सबसे ज्यादा जरूरी होती है और यह शिक्षा हमें हमारे शिक्षकों के जरिए प्राप्त होती है। एक शिक्षक देश के भविष्य और युवाओं के जीवन को बनाने और उसे आकार देने के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमिका को निभाते हैं।

हमारे देश का प्राचीन इतिहास भी यही सिखाता है की, गुरुओं से प्राप्त ज्ञान और मार्गदर्शन से ही हम सफलता के शिखर तक पहुंच सकते हैं। हमारे जीवन में गुरु का बड़ा योगदान रहा है। और शायद इसीलिए हमारे भारत देश में गुरु को सर्वश्रेष्ठ दर्जा भी दिया गया है। गुरु को विशेष सम्मान देने हेतु शिक्षक दिवस का आयोजन किया जाता है।

स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपती तथा दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर उनकी स्मृति में सम्पूर्ण भारत में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) मनाया जाता है।

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक शिक्षक के साथ-साथ एक महान Philosopher [दार्शनिक] भी थे। उन्हें शिक्षा से काफी लगाव था। उनके जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाने वाला शिक्षक दिवस - शिक्षकों को विशेष सम्मान देने हेतु मनाया जाता है। इसीलिए भारत सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को इस दिन पुरस्कार दिया जाता है ऐसा कहा जाता है कि शिक्षक के बिना कोई भी विद्यार्थी सही रास्ते पर नहीं चल सकता। जब शिक्षक मार्गदर्शन करते हैं तभी एक छात्र एक सफल और अच्छा इंसान बन पाता है। इसीलिए यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि हमारे जन्मदाता से बढ़कर हमारे जीवन में सबसे ज्यादा महत्व शिक्षक का होता है क्योंकि ज्ञान ही इंसान को जीने योग्य एक अच्छा व्यक्ति बनाती है।

आखिर क्यों शिक्षक दिवस 5 सितंबर को ही मनाया जाता है?


दोस्तों जैसे कि हमने जाना - डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म अवसर पर उनकी स्मृति में हम शिक्षक दिवस को मनाते हैं। सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक शिक्षक के साथ-साथ एक Philosopher [दार्शनिक] भी थे। उन्हें शिक्षा से बहुत लगाव था। इन्हीं बातों को मध्य नजर रखते हुए। भारत सरकार ने भारत के पहले उपराष्ट्रपति तथा दूसरे राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म अवसर पर शिक्षकों को विशेष सम्मान देने हेतु शिक्षक दिवस मनाने की प्रथा को जन्म दिया।

राधाकृष्णन शिक्षकों के लिए कहते हैं.-

शिक्षक वह नहीं जो छात्र के दिमाग में तथ्यों को जबरन ठुंसे
बल्कि वास्तविक शिक्षक तो वह है.-
जो उसे आने वाले कल की चुनौतियों के लिए तैयार करें

सीधी सीधी बात में अगर कहा जाए कि, आखिर क्यों शिक्षक दिवस 5 सितंबर को ही मनाया जाता है। तो इसका जवाब है कि, 5 सितंबर को हम डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म अवसर पर उनकी स्मृति में शिक्षक दिवस बनाते हैं। क्योंकि वह एक महान फिलोसोफर तथा महान शिक्षक के साथ-साथ भारत के पहले उपराष्ट्रपति तथा दूसरे राष्ट्रपति थे। इसी के साथ उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। जिस बारे में जानकारी प्रदान करने वाले हमारे नीचे दिए गए आर्टिकल को जरूर पढ़ें ताकि आप भारत के महान शिक्षक डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकें
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2021-09-05 05:30:39
गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः
गुरुर्देवो महेश्वरः ।
गुरुः साक्षात् परब्रह्म
तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥
भावार्थ
गुरु ब्रह्मा है, गुरु विष्णु है, गुरु ही शंकर है , गुरु ही साक्षात् परब्रह्म है , उन सद्गुरु को प्रणाम ।
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2021-09-04 07:10:03 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
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✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 184
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर
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1. उपन्यास और कहानी का मूल अन्तर है, उसका -

आकार-प्रकार
विषय निरूपण
घटना का चयन
पात्रों की विविधता

2. हिन्दी पत्रिका 'कादम्बिनी' के संपादक कौन हैं?

राजेन्द्र अवस्थी
राजेन्द्र यादव
रमेश बक्षी
दुर्गा प्रसाद शुक्ल
राजेन्द्र अवस्थी भारत के प्रसिद्ध साहित्यकार और पत्रकार थे। वे प्रसिद्ध पत्रिका 'कादम्बिनी' के सम्पादक थे। उन्होंने जहाँ एक पत्रकार के रूप में कई मापदण्ड स्थापित किये थे, वहीं अपने साहित्य सृजन में भी अद्भुत सफलता प्राप्त की थी। राजेन्द्र अवस्थी 'नवभारत', 'सारिका', 'नंदन' और 'साप्ताहिक हिन्दुस्तान' के सम्पादक भी रहे थे। उन्होंने कई चर्चित उपन्यासों, कहानियों एवं कविताओं की रचना की। वह 'ऑथर गिल्ड ऑफ़ इंडिया' के अध्यक्ष भी रहे थे।

3. रामधारी सिंह 'दिनकर' किस रस के कवि माने जाते हैं?

रौद्र रस
वीर रस
करुण रस
श्रृंगार रस

4. सूर्यकांत त्रिपाठी निराला को कैसा कवि माना जाता है?

क्रांतिकारी
अवसरवादी
पलायनवादी
भाग्यवादी

5. 'चारु' शब्द की शुद्ध भावात्मक संज्ञा है-

चारुपन
चारुताई
चारुता
चारु
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उत्तर : B A B A C
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