Get Mystery Box with random crypto!

हिंदी साहित्य / Hindi Sahitya 🌟

टेलीग्राम चैनल का लोगो ugc_net_hindi_sahitya — हिंदी साहित्य / Hindi Sahitya 🌟
टेलीग्राम चैनल का लोगो ugc_net_hindi_sahitya — हिंदी साहित्य / Hindi Sahitya 🌟
चैनल का पता: @ugc_net_hindi_sahitya
श्रेणियाँ: साहित्य
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 45.57K
चैनल से विवरण

Best Channel On Telegram For the Preparation of #UPSC, #SSC, #Banking, #Railway, #Insurance, #Teaching and All Other Competitive Exams.
Disclaimer - We Don't Own any Materials Posted Here, for Any DMCA Enquiry.
Cont - @Contact4Me_Bot

Ratings & Reviews

4.00

2 reviews

Reviews can be left only by registered users. All reviews are moderated by admins.

5 stars

0

4 stars

2

3 stars

0

2 stars

0

1 stars

0


नवीनतम संदेश 34

2021-08-13 04:30:04
Free Current Affairs PDF for SSC

Last 6 months current affairs covered by Oliveboard

Ekdam Free PDF h and bahut important h easily marks gain karne mein

Download full PDF at free:- https://www.oliveboard.in/free-ebook-pdf-download/?ref=MN-exam
670 views01:30
ओपन / कमेंट
2021-08-12 10:39:00 वस्तुनिष्ठ प्रश्न : टॉप 5 आज के लिए [Part 3]
UGC NET हिंदी साहित्य एवं उनसे जुड़े तथ्य

11. तद्भव शब्द किसे कहते है?
(A) संस्कृत से उत्पन्न हुए शब्दों को
(B) विदेशी भाषा से आए शब्दों को
(C) संस्कृत के शुद्ध शब्दों को
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं

Explanation : तद्भव शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है-तत् + भव (उससे उत्पन्न)। जो शब्द संस्कृत से उत्पन्न हुए हैं तथा थोड़े से परिवर्तन के साथ हिन्दी में प्रयुक्त हो रहे हैं, तद्भव शब्द कहलाते हैं; जैसे-'अग्नि' तत्सम शब्द है, इसका तद्भव रूप 'आग' होगा।

12. महोत्सव में कौन सी संधि है?
(A) गुण स्वर
(B) वृद्धि स्वर
(C) यण स्वर
(D) अयादि स्वर

Explanation : 'महोत्सव' शब्द में गुण स्वर संधि है। महोत्सव = महा + उत्सव = (आ + उ = ओ → गुण संधि है। जब अ या आ के साथ इ, ई, उ, ऊ तथा ऋ स्वर आए तो दोनों के मिलने से 'ए', 'ओ', 'अर्' हो जाता है, तो वह गुण संधि कहलाती है।

13. मजूदरी को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?
(A) Wage
(B) Wast
(C) Wate
(D) Woge

Explanation : 'मजूदरी' या 'वृत्ति' को अंग्रेजी में 'Wage' कहते हैं। जबकि मजदूर को अंग्रेजी में Labour, Manual Worker कहते हैं। वही मजदूरी से तात्पर्य, किसी व्यक्ति द्वारा कुछ काम कराने के बदले, काम कराने वाले व्यक्ति द्वारा कुछ रुपया-पैसा, अनाज या श्रम देना। अतः परिश्रम के बदले में मिला हुआ धन ‘मजदूरी' (Wage) कहलाता है।

14. ‘निष्कलंक’ का संधि-विच्छेद क्या होगा?
(A) निष + कलंक
(B) नि: + कलंक
(C) निष् + कलंक
(D) नि + कलंग

Explanation : 'निष्कलंक' का संधि-विच्छेद 'निः+कलंक' होगा। 'निष्कलंक' शब्द में विसर्ग संधि है। विसर्ग संधि के नियमानुसार यदि विसर्ग के बाद ‘च-छ', 'ट-ठ' तथा 'त-थ' आए तो विसर्ग क्रमश: श्, ष, स् में बदल जाते हैं; जैसे-नि: + तार = निस्तार, दुः + चरित = दुश्चरित्र, धनु: + टंकार = धनुष्टंकार आदि।

15. अर्थ के आधार पर वाक्य के कितने भेद होते हैं?
(A) तीन
(B) पांच
(C) आठ
(D) छह

Explanation : अर्थ के आधार पर वाक्य के आठ भेद होते हैं– 1. विधिवाचक वाक्य, 2. निषेधवाचक वाक्य, 3. आज्ञावाचक वाक्य, 4. विस्मयवाचक वाक्य, 5. सन्देहवाचक वाक्य, 6. इच्छावाचक वाक्य, 7. संकेतवाचक वाक्य और 8. प्रश्नवाचक वाक्य
●●●●●»●●●●●»●●●●●»●●●●»●●●●
203 views07:39
ओपन / कमेंट
2021-08-12 10:35:03 हिंदी व्याकरण - वाक्यांश के लिए एक शब्द 02

जिसका स्पर्श वर्जित हो— अस्पृश्य

जिसका कोई घर न हो— अनिकेत

जिसका कभी अन्त न हो— अनन्त

जिसे जाना न जा सके— अज्ञेय

जिसे करना ज़रूरी हो— अनिवार्य

जिसे क्षमा न किया जा सके— अक्षम्य

जिसे भेदा न जा सके— अभेद्य

जिस पुस्तक मेँ आठ अध्याय होँ— अष्टाध्यायी

जिस स्थान पर कोई न जा सके— अगम्य

जिसका वर्णन न हो सके— अवर्णनीय

जिसकी गिनती न हो सके— अगणनीय

जिसकी कोई उपमा न हो— अनुपम

जिसकी गहराई का पता न लग सके— अथाह

जिस पर किसी ने अधिकार कर लिया हो— अधिकृत

जिसे लाँघा न जा सके— अलंघनीय

जिसके आने की तिथि निश्चित न हो— अतिथि

जिसका खंडन न किया जा सके— अखंडनीय

जिसका कोई शत्रु न हो— अजातशत्रु

जिसके समान कोई न हो— अद्वितीय

जिसकी कोई तुलना न हो— अतुलनीय

जिसके आदि (प्रारम्भ) का पता न हो— अनादि

किसी सम्प्रदाय का समर्थन करने वाला— अनुयायी

किसी प्रस्ताव का समर्थन करना — अनुमोदन

हृदय की बातेँ जानने वाला— अन्तर्यामी

परम्परा से चली आ रही कथा— अनुश्रुति

सरकार की ओर से जारी सूचना — अधिसूचना

फेँक कर चलाया जाने वाला हथियार— अस्त्र

अपनी बात से न टलने वाला — अटल

अत्यधिक बढ़ा–चढ़ा कर कही गई बात— अतिशयोक्ति

किसी संस्था या व्यक्ति के साठ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य मेँ होने वाला उत्सव— हीरक जयंती

किसी संस्था या व्यक्ति के पचास वर्ष पूरे करने के उपलक्ष्य मेँ होने वाला उत्सव— स्वर्ण जयंती

आगे आने वाला— आगामी

197 views07:35
ओपन / कमेंट
2021-08-12 05:32:22 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 161
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
1. "व्यावहारिक रूप से आपकी बात ठीक हो सकती है।" इस वाक्य में काले मोटे लिखे शब्द के लिए सही वर्तनी को चुनिए?

व्यावहारिक
वैवाहरिक
व्यवाहारिक
वैवहारिक

2. 'उद्धरण' का सही संधि विच्छेद क्या है?

उत् + धरण
उत् + अण
उत् + हरण
उद्ध + रण

3. ‘चक्रपाणि’ में कौन-सा समास है?

अव्ययीभाव
बहुव्रीहि
कर्मधारय
तत्पुरुष

4. निम्नलिखित संज्ञा-विशेषण जोड़ी में कौन-सा सही नहीं है?

विष-विषैला
पिता-पैतृक
आदि-आदिम
प्रांत-प्रांतिक

5. "पत्र या प्रश्नादि के उत्तर की अपेक्षा करने वाला।" इस वाक्य के लिए सही विकल्प चुनिए?

उत्तरीय
उत्तरायणी
उत्तराधिकारी
उत्तरापेक्षी
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
उत्तर : A C B D D
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
अपने मित्रों के साथ अवश्य साझा करें।
301 views02:32
ओपन / कमेंट
2021-08-12 04:30:22
Free Current Affairs PDF for SSC

Last 6 months current affairs covered by Oliveboard

Ekdam Free PDF h and bahut important h easily marks gain karne mein

Download full PDF at free:- https://www.oliveboard.in/free-ebook-pdf-download/?ref=MN-exam
334 views01:30
ओपन / कमेंट
2021-08-11 13:36:58 वस्तुनिष्ठ प्रश्न : टॉप 5 आज के लिए [Part 2]
UGC NET हिंदी साहित्य एवं उनसे जुड़े तथ्य

6. रिक्ति का पारिभाषिक शब्द क्या है?
(A) Vacseen
(B) Vacation
(C) Vacuum
(D) Vacancy

Explanation : 'रिक्ति' का पारिभाषिक शब्द Vacancy है। अन्य विकल्पों में Vacation-छुट्टी Vacuum-faata Vacseen अशुद्ध शब्द है इसका रूप Vaccine होता है, जिसका अर्थ 'टीका' है।

7. पीतांबर शब्द में कौन सा समास है?
(A) कर्मधारय
(B) बहुव्रीहि
(C) द्विगु
(D) द्वन्द्व

Explanation : पीतांबर शब्द में बहुव्रीहि समास है। जिस समास में कोई पद प्रधान नहीं होता तथा दोनों पद मिलकर तीसरे अन्य पद की ओर संकेत करते हैं, उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं; जैसे-पीतांबर-पीत (पीला) है अंबर (वस्त्र) जिसका अर्थात् 'विष्णु'। यहाँ पूर्वपद 'पीत' तथा उत्तरपद 'अंबर' मिलकर तीसरे पद विष्णु की ओर संकेत कर रहे हैं। अत: 'पीतांबर' में बहुव्रीहि समास है।


8. कौमुदी का पर्यायवाची शब्द क्या है?
(A) चांदनी
(B) चंद्रहास
(C) ज्योति
(D) रोशनी

Explanation : कौमुदी का पर्यायवाची शब्द 'चांदनी' है। कौमुदी के अन्य पर्यायवाची हैं-चंद्रिका, ज्योत्स्ना, चंद्रमरीचि, उजियारी, चंद्रप्रभा, जुन्हाई आदि। प्रश्न के अन्य विकल्प ‘ज्योति' व 'रोशनी' प्रकाश के पर्यायवाची हैं।.


9. वत्स का तद्भव शब्द क्या होगा?
(A) शिष्य
(B) बेटा
(C) संतान
(D) वारिस

Explanation : वत्स का तद्भव शब्द 'बेटा' होगा। बता दे कि, वे शब्द जो दो भाषाओं के शब्दों को मिलाकर बना लिए गए हों, उन्हें संकर शब्द कहते हैं; जैसे-रेल (अंग्रेजी) + गाड़ी (हिन्दी) = रेलगाड़ी। देशज - वे शब्द जिनकी व्युत्पत्ति की जानकारी नहीं है। बोलचाल के आधार पर स्वत: निर्मित हो जाते हैं, उन्हें देशज शब्द कहते हैं; जैसे-कटोरा, डिबिया, लोटा आदि।.

10. आधी रात को हिंदी में क्या कहते हैं?
(A) यामिनी
(B) निशीथ
(C) विभावरी
(D) शर्वरी

Explanation : आधी रात को हिंदी में 'निशीथ' कहते हैं। निशीथ काल रात्रि को वह समय है जो समान्यत: रात 12 बजे से रात 3 बजे की बीच होता है। आमजन इसे मध्यरात्रि या अर्ध रात्रि काल कहते हैं। जबकि सूर्यास्त और सूर्योदय के मध्य का समय ‘शर्वरी' कहलाता है। 'यामिनी' तथा 'विभावरी' रात के समानार्थी हैं।
●●●●●»●●●●●»●●●●●»●●●●»●●●●
597 views10:36
ओपन / कमेंट
2021-08-11 05:32:51 ● हिंदी में विज्ञान-लेखन की दशा एवं दिशा पर प्रकाश डालिये।

हिंदी में वैज्ञानिक और तकनीकी लेखन की परंपरा लगभग दो सौ साल पुरानी है। शुरूआत में खड़ी बोली में वैज्ञानिक विषयों पर पाठ्यपुस्तकें तैयार करने के लिये अंग्रेजी से और वैज्ञानिक शब्दों के हिंदी पर्याय तैयार करने की आवश्यकता हुई होगी, जिसकी पूर्ति हेतु खड़ी बोली में वैज्ञानिक शब्द संग्रह पुस्तक रचना का काम साथ-साथ शुरू हुआ।

◆ 1810 ई. में लल्लूलाल जी द्वारा प्रकाशित सूची जिसमें उन्होंने 3500 शब्दों को संग्रहित किया, अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। इसमें हिंदी की वैज्ञानिक शब्दावली को फारसी और अंग्रेजी प्रतिरूपों के साथ प्रस्तुत किया गया। इसके बाद वर्ष 1847 में स्कूल बुक्स सोसाइटी, आगरा ने ‘रसायन प्रकाश प्रश्नोत्तर’ का प्रकाशन किया। गणित अध्यापक पंडित लक्ष्मीशंकर मिश्र ने गणित, स्थिति विद्या, गति विद्या, वायमुडल विज्ञान, प्राकृतिक भूगोल और पदार्थ विज्ञान जैसे विषयों पर पुस्तकें लिखकर आरंभिक वैज्ञानिक लेखन को सुदृढ़ आधार प्रदान किया।

◆ 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में नवजागरण की प्रक्रिया में अंधविश्वास के स्थान पर तर्क और वैज्ञानिकता पर आधारित सोच को बढ़ावा देने में साइंटिफिक सोसायटी अलीगढ़, वाद-विवाद क्लब बनारस, काशी नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी, आदि का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा। गुरूकुल कांगड़ी ने विज्ञान सहित सभी विषयों की शिक्षा के लिये हिंदी को माध्यम बनाया और तदानुरूप 17 पुस्तकों का प्रणयन भी किया।

◆ विज्ञान परिषद् प्रयागराज ने वर्ष 1914 में ‘विज्ञान पत्रिका आरंभ की जो तब से अब तक निरंतर प्रकाशित होती आ रही है। वर्ष 1943-46 के दौरान डॉ- रघुवीर ने लाहौर से हिंदी, तमिल, बंगला और कन्नड़ इन चार लिपियों में तकनीकी शब्दकोश प्रकाशित किया।

◆ मौलिक वैज्ञानिक लेखन में गुणाकर मुले एवं जयंत विष्णु नार्लीकर का योगदान अविस्मरणीय है। मातृभाषा मराठी होते हुए भी मुले ने अधिकांश लेखन हिंदी में किया है गणित हो या विज्ञान, पुरातत्व हो या सामाजिक विज्ञान हर विषय में उनका अद्भुत अधिकार था। एन.सी.ई.आर.टी. की पाठ्य पुस्तकों के निर्माण में उनका विशेष योगदान रहा। इसी प्रकार जयंत विष्णु नार्लीकर ने खगोल भौतिकी में वैज्ञानिक लेखन को एक नयी दिशा प्रदान की। ‘ब्रह्माण्ड की कुछ झलकें, ‘ब्रह्माण्ड की यात्रा’, ‘वायरस’, ‘भारत की विज्ञान-यात्रा’, ‘धूमकेतु’ आदि इनकी प्रमुख रचनाएँ हैं।

◆ इसमें संदेह नहीं कि आज वैज्ञानिक शब्दावली और अभिव्यक्तियों की दृष्टि से हिंदी अत्यंत समृद्ध है। इतने पर भी आज वैज्ञानिक विषयों पर हिंदी में लेखन बहुत ही कम और अपर्याप्त है। इसका कारण भाषा की असमर्थता नहीं बल्कि वैज्ञानिकों का इस दिशा में रूझान न होना है।
800 viewsedited  02:32
ओपन / कमेंट
2021-08-11 05:32:38 दलित विमर्श के परिप्रेक्ष्य में गोदान का मूल्यांकन करें।


कोई भी अच्छी साहित्यिक कृति कालबद्ध नहीं होती बल्कि काल परिवर्तन के साथ नए तरीके से अर्थवान होती चलती है। जैसे-जैसे समाज का दृष्टिकोण बदलता है वैसे-वैसे हर ऐतिहासिक रचना का पुनर्मूल्यांकन उस नई विचार दृष्टि के आलोक में होता है। नारी विमर्श और दलित विमर्श वर्ष 1960 के बाद तेज़ी से साहित्य में उभरे हैं, जिन्होंने साहित्य के संपूर्ण इतिहास का पुनर्लेख अपने नज़रिए से करने की कोशिश की है। ऐसे में यह लाज़मी है कि गोदान को भी इन विमर्शों के नज़रिए से पुनर्मूल्यांकन का विषय बनाया जाए।

गोदान में दलित विमर्श के बिंदु

दलित विमर्श के समर्थकों ने प्रेमचंद्र को कटघरे में खड़ा किया है क्योंकि उन्हें लगता है कि प्रेमचंद जातिवादी चेतना से मुक्त नहीं थे। 'रंगभूमि' और 'कफ़न' में उनका यह पक्ष प्रबल रूप से प्रस्तुत हुआ है। गोदान भी इसका अपवाद नहीं है गोदान में कहीं-कहीं जातीय शब्दों का प्रयोग इस प्रकार से किया गया है कि जाति अंतराल साफ नज़र आता है। उदाहरणार्थ- रूपा एक स्थान पर सोना को कुछ इस प्रकार चिढ़ाती हैं

"रूपा ने उंगली मटका कर कहा- ए राम, सोना चमार- ए राम सोना चमार।"

इसी प्रकार पंडित दातादिन निम्न जातियों के प्रति कुछ इस प्रकार जहर उगलते हुए नजर आते हैं,

"नीच जात जहां पेट भर रोटी खाई और टेढ़े चले, इसी से तो सास्तरों में कहा है नीच जात लतियाए अच्छा।"

वस्तुतः प्रेमचंद को इन तथ्यों के आधार पर जातिवादी कहना बेहद गलत होगा। पंडित दातादिन एक जातिवादी व्यक्ति हैं इसलिए उसके मुँह से ऐसी बात कहलवाना कथानक योजना की दृष्टि से स्वाभाविक है। रूपा के माध्यम से यह कथन इसलिए कहलाया गया है ताकि वह दिखा सके कि बच्चों के समाजीकरण की प्रक्रिया में ही उनके मन में जातिवादी पूर्वाग्रह जहर की तरह घुल जाते हैं और मासूम बच्चे जो जाति का अर्थ भी नहीं समझते जातिगत पूर्वाग्रहों से निर्मित भाषा का प्रयोग करने लगते हैं।

प्रेमचंद की जाति दृष्टि देखनी हो तो सिलिया का प्रशन ज्यादा महत्त्वपूर्ण है। मातादीन और सिलिया का अंतर्जातीय प्रेम प्रसंग तत्कालीन गांधीवादी परिणाम है। जिसके अंतर्गत महात्मा गांधी लगातार अंतर्जाति विवाह को प्रोत्साहन दे रहे थे।

इस प्रकार सिलिया के परिवार का विद्रोही तेवर उस समय उभरती हुई दलित चेतना का परिणाम है जो डॉ अंबेडकर आदि दलित चिंतकों के नेतृत्व में पनप रही थी।
638 views02:32
ओपन / कमेंट
2021-08-11 05:04:21 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 160
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
1. निम्नलिखित में से अशुद्ध वर्तनी का चयन कीजिए?

स्वयंभू
स्म्रति
स्वच्छंद
स्वाति

2. 'तन्मय' का सही संधि विच्छेद क्या है?

तन् + मय
तम् + अय
तत् + मय
तन् + अमय

3. ‘तन-मन-धन’ में कौन-सा समास है?

अव्ययीभाव
कर्मधारय
द्विगु
द्वन्द्व

4. व्याकरण की दृष्टि से ‘प्रेम’ शब्द क्या है?

भाववाचक संज्ञा
विशेषण
क्रिया
अव्यय

5. निम्न में से ‘वर्णनातीत’ शब्द के लिए उचित विकल्प को चुनिए?

अतीत का वर्णन
अच्छा वर्णन
छिपा वर्णन
वर्णन से परे
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
उत्तर : B C D A D
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
अपने मित्रों के साथ अवश्य साझा करें।
654 views02:04
ओपन / कमेंट
2021-08-11 03:45:54
FREE SSC Reasoning Ebook

150+ MCQs aapko milenge iss PDF mein woh bhi free of cost.

Download full PDF:- https://www.oliveboard.in/free-ebook-pdf-download/?ref=MN-exam
697 views00:45
ओपन / कमेंट