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नवीनतम संदेश 30

2021-08-27 15:05:34 वस्तुनिष्ठ प्रश्न : SET 16 [ #Top_5_Details ]
UGC NET PART हिंदी व्याकरण एवं उनसे जुड़े तथ्य

11. पुलक प्रकट करती है धरती हरित तृणों की नोकों से में कौन सा अलंकार है?
(A) यमक अलंकार
(B) श्लेष अलंकार
(C) उत्प्रेक्षा अलंकार
(D) मानवीकरण अलंकार

Explanation : पुलक प्रकट करती है धरती हरित तृणों की नोकों से, मानो झूम रहे हों तरु भी मंद पवन के झोंकों से में उत्प्रेक्षा अलंकार है। धरती की खुशहाली उसके हरित भूमि से होती है घास धरती की खुशी को जाहिर करते हैं जैसे वृक्ष झूल कर करते हैं। इसलिए इस पंक्ति में उत्प्रेक्षा अलंकार होगा। उत्प्रेक्षा का शाब्दिक अर्थ है ‘देखने की उत्कट इच्छा’। जिस वाक्य में उपमेय और उपमान भिन्न होने पर भी समानता का भाव उत्पन्न करता है वहां उत्प्रेक्षा अलंकार माना जाता है। जहां रूप गुण आदि समान प्रतीत होने के कारण उपमेय में उपमान की संभावना या कल्पना की जाए और उसे व्यक्त करने के लिए मनु, मानो, जानो, जनु, ज्यों आदि वाचक शब्दों का प्रयोग किया जाए, वहां उत्प्रेक्षा अलंकार माना जाता है।

12. चांद से सुंदर मुख में कौन सा अलंकार है?
(A) यमक अलंकार
(B) श्लेष अलंकार
(C) उत्प्रेक्षा अलंकार
(D) मानवीकरण अलंकार

Explanation : चांद से सुंदर मुख में उत्प्रेक्षा अलंकार है। मुख ऐसा लग रहा है जैसे मानो चंद्रमा हो। मुख तथा चंद्रमा के बीच समानता स्थापित किया गया है। इसलिए यहां उत्प्रेक्षा अलंकार है। उत्प्रेक्षा का शाब्दिक अर्थ है ‘देखने की उत्कट इच्छा’। जिस वाक्य में उपमेय और उपमान भिन्न होने पर भी समानता का भाव उत्पन्न करता है वहां उत्प्रेक्षा अलंकार माना जाता है। जहां रूप गुण आदि समान प्रतीत होने के कारण उपमेय में उपमान की संभावना या कल्पना की जाए और उसे व्यक्त करने के लिए मनु, मानो, जानो, जनु, ज्यों आदि वाचक शब्दों का प्रयोग किया जाए, वहां उत्प्रेक्षा अलंकार माना जाता है।

13. उसका मुखड़ा चंद्रमा के समान सुंदर है में कौन सा अलंकार है?
(A) यमक अलंकार
(B) श्लेष अलंकार
(C) उत्प्रेक्षा अलंकार
(D) मानवीकरण अलंकार

Explanation : उसका मुखड़ा चंद्रमा के समान सुंदर है में उत्प्रेक्षा अलंकार है। यहां मुख (उपमेय) को चंद्रमा (उपमान) मान लिया गया है। इसलिए यहां उत्प्रेक्षा अलंकार है। उत्प्रेक्षा का शाब्दिक अर्थ है ‘देखने की उत्कट इच्छा’। जिस वाक्य में उपमेय और उपमान भिन्न होने पर भी समानता का भाव उत्पन्न करता है वहां उत्प्रेक्षा अलंकार माना जाता है। जहां रूप गुण आदि समान प्रतीत होने के कारण उपमेय में उपमान की संभावना या कल्पना की जाए और उसे व्यक्त करने के लिए मनु, मानो, जानो, जनु, ज्यों आदि वाचक शब्दों का प्रयोग किया जाए, वहां उत्प्रेक्षा अलंकार माना जाता है।

14. मुख मानो चंद्रमा है में कौन सा अलंकार है?
(A) यमक अलंकार
(B) उत्प्रेक्षा अलंकार
(C) श्लेष अलंकार
(D) मानवीकरण अलंकार

Explanation : मुख मानो चंद्रमा है में उत्प्रेक्षा अलंकार है। यहां मुख (उपमेय) को चंद्रमा (उपमान) मान लिया गया है। इसलिए यहां उत्प्रेक्षा अलंकार है। उत्प्रेक्षा का शाब्दिक अर्थ है ‘देखने की उत्कट इच्छा’। जिस वाक्य में उपमेय और उपमान भिन्न होने पर भी समानता का भाव उत्पन्न करता है वहां उत्प्रेक्षा अलंकार माना जाता है। जहां रूप गुण आदि समान प्रतीत होने के कारण उपमेय में उपमान की संभावना या कल्पना की जाए और उसे व्यक्त करने के लिए मनु, मानो, जानो, जनु, ज्यों आदि वाचक शब्दों का प्रयोग किया जाए, वहां उत्प्रेक्षा अलंकार माना जाता है।

15. ले चला साथ मैं तुझे कनक ज्यों भिक्षुक लेकर स्वर्ण झनक में कौन सा अलंकार है?
(A) यमक अलंकार
(B) उत्प्रेक्षा अलंकार
(C) श्लेष अलंकार
(D) मानवीकरण अलंकार

Explanation : ले चला साथ मैं तुझे कनक ज्यों भिक्षुक लेकर स्वर्ण झनक में उत्प्रेक्षा अलंकार है। यहां धतूरे से दूर रहने की बात कही गई है, जिस प्रकार भिक्षुक स्वर्ण की झनक से दूर रहता है। उत्प्रेक्षा का शाब्दिक अर्थ है ‘देखने की उत्कट इच्छा’। जिस वाक्य में उपमेय और उपमान भिन्न होने पर भी समानता का भाव उत्पन्न करता है वहां उत्प्रेक्षा अलंकार माना जाता है। जहां रूप गुण आदि समान प्रतीत होने के कारण उपमेय में उपमान की संभावना या कल्पना की जाए और उसे व्यक्त करने के लिए मनु, मानो, जानो, जनु, ज्यों आदि वाचक शब्दों का प्रयोग किया जाए, वहां उत्प्रेक्षा अलंकार माना जाता है।
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2021-08-27 09:00:05 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
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✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 176
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर
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1. इनमें किस इतिहासकार ने सर्वप्रथम रीतिकालीन कवियों के सर्वाधिक परिचयात्मक विवरण दिए हैं?

डॉ. विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
डॉ. नगेन्द्र
डॉ.रामशंकर शुक्ल 'रसाल'
मिश्रबन्धु

2. 'हिन्दी साहित्य का अतीत: भाग- एक' के लेखक का नाम है?

आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी
डॉ. विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
डॉ. माताप्रसाद गुप्त
डॉ. विद्यानिवास मिश्र

3. प्रेम लक्षणा भक्ति को किस भक्ति शाखा ने अपनी साधना का मुख्य आधार बनाया है?

रामभक्ति शाखा
ज्ञानाश्रयी शाखा
कृष्णभक्ति शाखा
प्रेममार्गी शाखा

4. मनुष्यत्व की सामान्य भावना को आगे करके निम्न श्रेणी की जनता में आत्म-गौरव का भाव जगाने वाले सर्वश्रेष्ठ कवि थे?

तुलसीदास
कबीर
जायसी
सूरदास
महात्मा कबीरदास के जन्म के समय में भारत की राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक एवं धार्मिक दशा शोचनीय थी। एक तरफ मुसलमान शासकों की धर्मान्धता से जनता परेशान थी और दूसरी तरफ हिन्दू धर्म के कर्मकांड, विधान और पाखंड से धर्म का ह्रास हो रहा था। जनता में भक्ति-भावनाओं का सर्वथा अभाव था। पंडितों के पाखंडपूर्ण वचन समाज में फैले थे। ऐसे संघर्ष के समय में, कबीरदास का प्रार्दुभाव हुआ।

5. 'हंस जवाहिर' रचना किस सूफ़ी कवि द्वारा रची गई थी?

मंझन
कुतुबन
उसमान
क़ासिमशाह
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उत्तर : D B C B D
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2021-08-26 07:30:07 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
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✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 175
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर
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1. चीनी-तिब्बती भाषा समूह की भाषाओं के बोलने वालों को कहा जाता है-

किरात
निषाद
द्रविड़
आर्य
'निषाद' एक अत्यन्त प्राचीन शूद्र जाति थी। इस जाति के लोग समुद्र के मध्य दूर सुदूर क्षेत्र में रहते थे। निषाद मत्स्य जीवी थे। यह प्राचीन जाति पर्वत, घाटियों और वनांचलों तथा नदियों के तटों पर भी निवास करती थी। निषादों को क्षत्रियों की भार्याओं से उत्पन्न 'शूद्र' पुत्र माना गया। फिर वनवासी जातियों के मिश्रण से निषाद पैदा होते रहे। अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र राम को वन जाते समय निषादों ने ही नदी पार कराई थी। महाभारत में भी निषादों का कई स्थानों पर उल्लेख हुआ है।

2. अपभ्रंश के योग से राजस्थानी भाषा का जो साहित्यिक रूप बना, उसे क्या कहा जाता है?

पिंगल भाषा
डिंगल भाषा
मेवाड़ी बोली
बाँगरू भाषा
'डिंगल' राजस्थानी की प्रमुख बोली 'मारवाड़ी' का साहित्यिक रूप है। कुछ लोग डिंगल को मारवाड़ी से भिन्न चरणों की एक अलग भाषा बतलाते हैं, किंतु ऐसा मानना निराधार है। डिंगल को 'भाटभाषा' भी कहा गया है। मारवाड़ी के साहित्यिक रूप का नाम डिंगल क्यों पड़ा, इस प्रश्न पर बहुत मत-वैभिन्न्य है। डॉ. श्यामसुन्दर दास के अनुसार- "पिंगल के सादृश्य पर यह एक गढ़ा हुआ शब्द है।" चन्द्रधर शर्मा गुलेरी के अनुसार- "डिंगल यादृच्छात्मक अनुकरण शब्द है।" साहित्य में डिंगल का प्रयोग 13वीं सदी के मध्य से लेकर आज तक मिलता है। डॉ. तेस्सितोरी ने 'डिंगल' के प्राचीन और अर्वाचीन दो भेद किए हैं।

3. 'एक नार पिया को भानी। तन वाको सगरा ज्यों पानी।' यह पंक्ति किस भाषा की है?

ब्रजभाषा
खड़ी बोली
अपभ्रंश भाषा
कन्नौजी भाषा
'ब्रजभाषा' मूलत: ब्रजक्षेत्र की बोली है। विक्रम की 13वीं शताब्दी से लेकर 20वीं शताब्दी तक भारत में साहित्यिक भाषा रहने के कारण ब्रज की इस जनपदीय बोली ने अपने विकास के साथ भाषा नाम प्राप्त किया और 'ब्रजभाषा' नाम से जानी जाने लगी। शुद्ध रूप में यह आज भी मथुरा, आगरा, धौलपुर और अलीगढ़ ज़िलों में बोली जाती है। इसे हम 'केंद्रीय ब्रजभाषा' भी कह सकते हैं। आधुनिक ब्रजभाषा 1 करोड़ 23 लाख जनता के द्वारा बोली जाती है और लगभग 38,000 वर्गमील के क्षेत्र में फैली हुई है।

4. निम्नलिखित में से 'छायावाद' के प्रवर्तक का नाम क्या है?

सुमित्रानंदन पंत
श्रीधर
श्यामसुन्दर दास
जयशंकर प्रसाद
'जयशंकर प्रसाद' कविता, नाटक, कहानी और उपन्यास, इन सभी क्षेत्रों में एक नवीन 'स्कूल' और नवीन 'जीवन-दर्शन' की स्थापना करने में सफल हुये हैं। वे 'छायावाद' के संस्थापकों और उन्नायकों में से एक हैं। वैसे सर्वप्रथम कविता के क्षेत्र में इस नव-अनुभूति के वाहक जयशंकर प्रसाद ही रहे हैं, और प्रथम विरोध भी उन्हीं को सहना पड़ा है। भाषा-शैली और शब्द-विन्यास के निर्माण के लिये जितना संघर्ष प्रसाद जी को करना पड़ा है, उतना दूसरों को नहीं। कथा साहित्य के क्षेत्र में जयशंकर प्रसाद की देन महत्त्वपूर्ण है। भावना-प्रधान कहानी लिखने वालों में जयशंकर प्रसाद अनुपम माने जाते थे।

5. अमीर ख़ुसरो ने जिन मुकरियों, पहेलियों और दो सुखनों की रचना की है, उसकी मुख्य भाषा कौन-सी है?

दक्खिनी
खड़ी बोली
बुन्देली
बघेली
भाषाशास्त्र की दृष्टि से खड़ी बोली शब्द का प्रयोग दिल्ली, मेरठ के समीपस्थ ग्रामीण समुदाय की ग्रामीण बोली के लिए होता है। ग्रियर्सन ने इसे 'वर्नाक्यूलर हिन्दुस्तानी' तथा सुनीति कुमार चटर्जी ने 'जनपदीय हिन्दुस्तानी' कहा है। खड़ी बोली नागरी लिपि में ही लिखी जाती है। खड़ी बोली नाम सर्वप्रथम हिंदी या हिंदुस्तानी की उस शैली के लिए दिया गया, जो उर्दू की अपेक्षा अधिक शुद्ध हिंदी (भारतीय) थी और जिसका प्रयोग संस्कृत परम्परा अथवा भारतीय परम्परा से सम्बंधित लोग अधिक करते थे। अधिकांशत: वह नागरी लिपि में लिखी जाती थी। गिलक्राइस्ट के अनुसार 1805 ई. से हिंदी, हिंदुस्तानी और उर्दू शब्द समानार्थक थे, अत: इनसे अलगाव सिद्ध करने के लिए 'शुद्ध' विशेषण जोड़ने की आवश्यकता पड़ी तथा 'खड़ी बोली' नाम सार्थक हुआ।
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उत्तर : B B A D B
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2021-08-25 09:52:23 वस्तुनिष्ठ प्रश्न : SET 16 [ #Top_5_Details ]
UGC NET
PART हिंदी व्याकरण एवं उनसे जुड़े तथ्य

6. फिल्म ‘रजनीगंधा’ लेखिका मन्नू भंडारी की किस रचना पर आधारित है?
(A) एक इंच मुस्कान
(B) आँखों देखा झूठ
(C) यही सच है
(D) महाभोज

Explanation : फिल्म 'रजनीगंधा' लेखिका मन्नू भंडारी की 'यही सच है' रचना पर आधारित है। इस फ़िल्म को 1974 की सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म का पुरस्कार प्राप्त हुआ। श्रीमती मन्नू भंडारी को हिंदी अकादमी दिल्ली का 'शिखर सम्मान', राजस्थान संगीत नाटक अकादमी 'व्यास सम्मान' से विभूषित किया गया तथा उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा पुरस्कृत किया गया। मन्नू भंडारी हिन्दी की लोकप्रिय कथाकारों में से हैं। नौकरशाही में व्याप्त भ्रष्टाचार के बीच आम आदमी की पीड़ा और दर्द की गहराई को उद्घाटित करने वाले उनके उपन्यास महाभोज (1979) पर आधारित नाटक अत्यधिक लोकप्रिय हुआ था।

7. मन्नू भंडारी का जन्म कब हुआ था?
(A) डॉ विजय सोनकर शास्त्री
(B) गणेश शंकर विद्या​र्थी
(C) 3 अप्रैल 1931
(D) धर्मवीर भारती

Explanation : मन्नू भंडारी का जन्म 3 अप्रैल 1931 को मध्य प्रदेश में मंडसौर जिले के भानपुरा नामक ग्राम में हुआ था। इनका बचपन का नाम महेंद्र कुमारी था। इनकी प्रारंभिक शिक्षा अजमेर में हुई। काशी हिंदु विश्वविद्यालय से आपने हिंदी में एम.ए. करने के बाद यह कलकता में अध्यापन कार्य करने लगी। कुछ समय बाद आपकी नियुक्ति दिल्ली विश्वविद्यालय में प्राध्यापिका के पद पर हो गई। इनकी प्रमुख रचनाएँ हैं–'एक प्लेट सैलाब', 'मैं हार गई', 'तीन निगाहों की एक तस्वीर', 'यही सच है', 'त्रिशंकु', 'आँखों देखा झूठ'-कहानी संग्रह; 'आपका बंटी', 'एक इंच मुसकान', 'महाभोज'-उपन्यास तथा 'बिना दीवारों का घर'-नाटक हैं।

8. एक इंच मुस्कान किसकी रचना है?
(A) डॉ विजय सोनकर शास्त्री
(B) गणेश शंकर विद्या​र्थी
(C) श्रीमती मन्नू भंडारी
(D) धर्मवीर भारती

Explanation : एक इंच मुस्कान श्रीमती मन्नू भंडारी की रचना है। इनकी प्रमुख रचनाऐं हैं– 'एक प्लेट सैलाब', 'मैं हार गई', 'तीन निगाहों की एक तस्वीर', 'यही सच है', 'त्रिशंकु', 'आँखों देखा झूठ'-कहानी संग्रह; 'आपका बंटी', 'महाभोज'- पन्यास और 'बिना दीवारों का घर'-नाटक। मन्नू भंडारी का जन्म 3 अप्रैल, 1931 ई. को मध्य प्रदेश में मंडसौर जिले के भानपुरा नामक ग्राम में हुआ। इनका बचपन का नाम महेंद्र कुमारी था।

9. शिक्षा का उद्देश्य निबंध के लेखक कौन है?
(A) डॉ विजय सोनकर शास्त्री
(B) गणेश शंकर विद्या​र्थी
(C) डॉ. संपूर्णानंद
(D) धर्मवीर भारती

Explanation : शिक्षा का उद्देश्य निबंध के लेखक डॉ. संपूर्णानंद है। इनका जन्म 1890 ई. में काशी के एक संभ्रात कायस्थ परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम विजयानंद था। संपूर्णानंद ने वाराणसी से बी.एस-सी. तथा इलाहाबाद से एल.टी. की परीक्षाएं उत्तीर्ण कीं। इन्होंने सर्वप्रथम प्रेम विद्यालय, वृन्दावन में अध्यापक तथा बाद में डूंगर कॉलेज, डूंगर में प्रधानाचार्य के पद पर कार्य किया। सन् 1921 ई. में ये राष्ट्रीय आंदोलन से प्रेरित होकर काशी में ‘ज्ञानमंडल’ में कार्य करने लगे। इन्होंने हिंदी की ‘मर्यादा’ मासिक पत्रिका तथा ‘टुडे’ अंग्रेजी दैनिक का संपादन किया और काशी नागरी प्रचारिणी सभा के अध्यक्ष तथा संरक्षक भी रहे। वाराणसी में स्थित सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय इनकी ही देन है।

10. लट लटकनि मनु मत्त मधुप गन मादक मधुहिं पिए में कौन सा अलंकार है?
(A) यमक अलंकार
(B) श्लेष अलंकार
(C) उत्प्रेक्षा अलंकार
(D) मानवीकरण अलंकार

Explanation : लट लटकनि मनु मत्त मधुप गन मादक मधुहिं पिए में उत्प्रेक्षा अलंकार है। इस पंक्ति में लट-लटकनि उपमेय और मधुपगन उपमान है। उत्प्रेक्षा का शाब्दिक अर्थ है ‘देखने की उत्कट इच्छा’। जिस वाक्य में उपमेय और उपमान भिन्न होने पर भी समानता का भाव उत्पन्न करता है वहां उत्प्रेक्षा अलंकार माना जाता है। जहां रूप गुण आदि समान प्रतीत होने के कारण उपमेय में उपमान की संभावना या कल्पना की जाए और उसे व्यक्त करने के लिए मनु, मानो, जानो, जनु, ज्यों आदि वाचक शब्दों का प्रयोग किया जाए, वहां उत्प्रेक्षा अलंकार माना जाता है.
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2021-08-25 07:20:08 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
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✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 174
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर
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1. शांत रस का स्थायी भाव क्या है?

निर्वेद
जुगुत्सा
क्रोध
शोक

2. 24-24 मात्राओं की दो पंक्तियों वाले छन्द को क्या कहते हैं?

सोरठा
दोहा
कुण्डलिया
रोला

3. 'सुन्दर' का समानार्थी शब्द क्या होगा?

रमणीक
मनोरथ
दर्शनीय
अनूठा

4. निम्नलिखित में से 'प्रसून' का पर्यायवाची बताइए?

वृक्ष
चंद्रमा
पुष्प
अग्नि

5. "बिजली चले जाने से कल पूरा शहर अंधकार में डूबा रहा?" इस वाक्य में काले मोटे लिखे शब्द का विलोम बताइए?

उजाला
प्रकाश
ज्योति
रोशनी
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उत्तर : A B A C B
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2021-08-24 19:44:04 वस्तुनिष्ठ प्रश्न : SET 16 [ #Top_5_Details ]
UGC NET
PART हिंदी व्याकरण एवं उनसे जुड़े तथ्य

1. स्वयं प्रकाश का जन्म कहां हुआ था?
(A) इलाहाबाद
(B) इंदौर
(C) सियालकोट
(D) दिल्ली

Explanation : स्वयं प्रकाश का जन्म 20 जनवरी, 1947 को मध्य प्रदेश के इंदौर नामक शहर में हुआ। यं प्रकाश जी एक सशक्त उपन्यासकार तथा कहानीकार हैं। अब तक उनके तेरह कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। इनमें 'सूरज कब निकलेगा', 'आएँगे अच्छे दिन भी' तथा 'आदमी जात का आदमी' बहुचर्चित हैं। इनकी कहानियों का अनुवाद रूसी भाषा में भी हुआ है। उनके विनय और ईंधन उपन्यास भी अत्यंत लोकप्रिय हैं। हमसफ़रनामा' इनके रेखाचित्रों का संकलन है।

2. सुदर्शन का जन्म कहां हुआ था?
(A) इलाहाबाद
(B) सियालकोट
(C) काठमांडू
(D) दिल्ली

Explanation : सुदर्शन का जन्म सियालकोट (वर्तमान पाकिस्तान) में 1895 में हुआ था। इन्होंने उर्दू में प्रकाशित होने वाले दैनिक पत्र ‘आर्य-गजट' के संपादक के रूप में कार्य किया। मुंबई में 16 दिसंबर, 1967 को इनका निधन हो गया। इनका दृष्टिकोण सुधारवादी था। इनकी पहली कहानी 'हार की जीत' थी, जो सन् 1920 में 'सरस्वती' में प्रकाशित हुई थी। 'पुष्पलता', 'सुप्रभात', 'सुदर्शन सुधा', 'पनघट' इनके प्रसिद्ध कहानी संग्रह तथा परिवर्तन', भागवंती', 'राजकुमार सागर' प्रसिद्ध उपन्यास हैं। सुदर्शन की भाषा सहज, स्वाभाविक, प्रभावी तथा मुहावरेदार है। सुदर्शन को गद्य और पद्य दोनों में महारत हासिल थी। आपने अनेक फ़िल्मों की पटकथा और गीत भी लिखे।

3. हार की जीत कहानी के लेखक कौन है?
(A) डॉ विजय सोनकर शास्त्री
(B) सुदर्शन
(C) श्रीमती मन्नू भंडारी
(D) धर्मवीर भारती

Explanation : हार की जीत कहानी के लेखक सुदर्शन है। सुदर्शन प्रेमचंद परम्परा के कहानीकार हैं। इनका दृष्टिकोण सुधारवादी है। इनकी पहली कहानी 'हार की जीत' थी, जो सन् 1920 में 'सरस्वती' में प्रकाशित हुई थी। 'पुष्पलता', 'सुप्रभात', 'सुदर्शन सुधा', 'पनघट' इनके प्रसिद्ध कहानी संग्रह तथा परिवर्तन', भागवंती', 'राजकुमार सागर' प्रसिद्ध उपन्यास हैं। सुदर्शन की भाषा सहज, स्वाभाविक, प्रभावी तथा मुहावरेदार है। सुदर्शन को गद्य और पद्य दोनों में महारत हासिल थी। आपने अनेक फ़िल्मों की पटकथा और गीत भी लिखे।

4. सुदर्शन की पहली कहानी कौन सी है?
(A) पुष्पलता
(B) सुदर्शन सुधा
(C) हार की जीत
(D) सुप्रभात

Explanation : सुदर्शन की पहली कहानी 'हार की जीत' है, जो सन् 1920 में 'सरस्वती' में प्रकाशित हुई थी। 'पुष्पलता', 'सुप्रभात', 'सुदर्शन सुधा', 'पनघट' इनके प्रसिद्ध कहानी संग्रह तथा परिवर्तन', भागवंती', 'राजकुमार सागर' प्रसिद्ध उपन्यास हैं। सुदर्शन की भाषा सहज, स्वाभाविक, प्रभावी तथा मुहावरेदार है। सुदर्शन को गद्य और पद्य दोनों में महारत हासिल थी। आपने अनेक फ़िल्मों की पटकथा और गीत भी लिखे।

5. सुदर्शन ने किस लेखक की लेखन परंपरा को आगे बढ़ाया है?
(A) गोस्वामी तुलसीदास
(B) सूर्यकांत त्रिपाठी
(C) मुंशी प्रेमचंद
(D) सूरदास

Explanation : सुदर्शन ने मुंशी प्रेमचंद लेखक की लेखन परंपरा को आगे बढ़ाया है। सुदर्शन प्रेमचंद परम्परा के कहानीकार हैं। इनका दृष्टिकोण सुधारवादी है। सुदर्शन जी का वास्तविक नाम बदरीनाथ था। इनका जन्म सियालकोट (वर्तमान पाकिस्तान) में सन् 1895 में हुआ था। इन्होंने उर्दू में प्रकाशित होने वाले दैनिक पत्र ‘आर्य-गजट' के संपादक के रूप में कार्य किया। मुंबई में 16 दिसंबर, 1967 को इनका निधन हो गया।
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2021-08-24 07:20:05 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
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✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 173
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर
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1. निम्नलिखित में से ‘देवभाषा’ कौन-सी है?

हिन्दी
पाली
संस्कृत
खड़ी बोली

2. "चलायमान रहने वाली सम्पत्ति।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए?

चल सम्पत्ति
अविचल सम्पत्ति
अचल सम्पत्ति
अस्थिर सम्पत्ति

3. निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही छन्द का चयन कीजिए?

कहती हुई यों उत्तरा के नेत्र जल से भर गए।
हिम के कणों से पूर्ण मानो हो गए पंकज नए॥

कवित्त
बरवै
हरिगीतिका
घनाक्षरी

4. रामचन्द्र शुक्ल का प्रसिद्ध ग्रंथ ‘हिन्दी साहित्य का इतिहास’ 1920 ई. में प्रकाशित ‘हिन्दी शब्दसागर’ की भूमिका में किस नाम से प्रस्तुत किया गया था?

हिन्दी साहित्य का इतिहास
हिन्दी साहित्य का विकास
हिन्दी साहित्येतिहास
इनमें से कोई नहीं

5. लेखक कमलेश्वर ने किन समाचार पत्रों का सम्पादन किया?

अमर उजाला और दैनिक नव ज्योति
दैनिक जागरण और दैनिक भास्कर
राजस्थान पत्रिका और पंजाब केसरी
इनमें से कोई नहीं
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उत्तर : C A C B D
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2021-08-23 07:20:07 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
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✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 172
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर
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1. भारतवर्ष में हिन्दी को आप किस वर्ग में रखेंगे?

राजभाषा
राष्ट्रभाषा
विभाषा
तकनीकी भाषा

2. "जो किसी की ओर से है।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए?

प्रहरी
प्रतिनिधि
मेहमान
अभिनेता

3. निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही छन्द का चयन कीजिए?

जो रहिम उत्तम प्रकृति, का करि सकत कुसंग।
चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग॥

चौपाई
दोहा
सोरठा
सवैया

4. फणीश्वरनाथ रेणु का जन्म स्थान है-

औराही हिंगना
बिस्फी
सिमरिया
तरौनी

5. निम्न में से कौन-सा लेखक समालोचक नहीं है?

रामचन्द्र शुक्ल
हज़ारी प्रसाद द्विवेदी
डॉ. श्यामसुन्दर दास
सरदार पूर्णसिंह
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उत्तर : B B B A D
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2021-08-22 12:30:09 वस्तुनिष्ठ प्रश्न : टॉप 5 [ #Top_5_Details ]
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PART हिंदी व्याकरण एवं उनसे जुड़े तथ्य

11. सूरज कब निकलेगा किसकी रचना है?
(A) सियारामशरण गुप्त
(B) सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला’
(C) स्वयं प्रकाश
(D) सुदर्शन

12. सूरज कब निकलेगा कहानी के लेखक कौन है?
(A) सियारामशरण गुप्त
(B) स्वयं प्रकाश
(C) सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला’
(D) सुदर्शन

Explanation : सूरज कब निकलेगा कहानी के लेखक स्वयं प्रकाश है। इनका जन्म 20 जनवरी, 1947 को इंदौर में हुआ था। इनकी शिक्षा मेकैनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा, एम.ए. (हिंदी) और पी-एच.डी. है। स्वयं प्रकाश की प्रसिद्ध रचनाओं में ‘मात्रा और भार’, ‘सूरज कब निकलेगा’, ‘आसमाँ कैसे-कैसे’, ‘अगली किताब’, ‘आएँगे अच्छे दिन भी’, ‘आदमी जात का आदमी’, ‘अगले जनम’, ‘संधान’, ‘छोटू उस्ताद’ (कहानी-संग्रह); ‘बीच में विनय’, ‘ईंधन’ (उपन्यास); ‘रंगशाला में एक दोपहर’, ‘एक कथाकार की नोटबुक’ (निबंध); ‘हमसफरनामा’ (रेखाचित्र); ‘फीनिक्स’ (नाटक); ‘मेरे साक्षात्कार’ (साक्षात्कार); ‘प्यारे भाई रामसहाय’ (बाल साहित्य); ‘पंगु मस्तिष्क’, ‘अन्यूता’, ‘लोकतांत्रिक विद्यालय (अनुवाद) आदि है।

13. स्वयं प्रकाश जी को पी.एच.डी की उपाधि कब मिली?
(A) 1978 में
(B) 1980 में
(C) 1990 में
(D) 1992 में

Explanation : स्वयं प्रकाश जी को पी.एच.डी की उपाधि 1980 में मिली। इनका जन्म 20 जनवरी 1947 को मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था। लेकिन बचपन राजस्थान में गुजरा। वहीं से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके हिंदी में एम.ए भी किया था और आपने 1980 में पीएचडी की थी। स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद भोपाल में रहकर ‘वसुधा' पत्रिका के संपादन कार्य भी किया। इनकी प्रमुख कृतियाँ थीं–सूरज कब निकलेगा, आएँगे अच्छे दिन भी, आदमी जात का आदमी (सभी कहानी-संग्रह)। 7 दिसंबर 2019 को इनका निधन हुआ।

14. स्वयं प्रकाश का निधन कब हुआ?
(A) 20 जनवरी, 1947
(B) 7 दिसंबर 2019
(C) 27 जनवरी 2020
(D) 2 जनवरी, 1974

Explanation : स्वयं प्रकाश का निधन 7 दिसंबर 2019 को मुंबई के लीलावती अस्पताल में हुआ। इनका जन्म 20 जनवरी 1947 को मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था। जबकि बचपन राजस्थान में बीता। वहीं मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके एक औद्योगिक प्रतिष्ठान में नौकरी करने लगे। इसके बाद हिंदी में एम.ए किया था और 1980 में पीएचडी की। नौकरी का अधिकांश समय राजस्थान में बीता लेकिन स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद आप भोपाल में रहे। स्वयं प्रकाश जी ने ‘वसुधा' पत्रिका का संपादन किया था।

15. स्वयं प्रकाश जी ने किस पत्रिका का संपादन किया था?
(A) हंस
(B) वसुधा
(C) धर्मयुग
(D) कादंबरी

Explanation : स्वयं प्रकाश जी ने वसुधा पत्रिका का संपादन किया था। इसके अलावा बच्चों की चर्चित पत्रिका ‘चकमक' के अतिरिक्त मोहन श्रोत्रिय के साथ लघु पत्रिका ‘क्यों' का संपादन-प्रकाशन किया। स्वयं प्रकाश जी को पहल सम्मान, वनमाली स्मृति पुरस्कार, राजस्थान अकादमी पुरस्कार, विशिष्ट साहित्यकार सम्मान, भवभूति सम्मान, कथाक्रम सम्मान, सुभद्रा कुमारी चौहान पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से अलंकृत किया जा चुका है।
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2021-08-22 07:30:02 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
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✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 171
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर
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1. हिन्दी भाषा किस लिपि में लिखी जाती है?

गुरुमुखी
ब्राह्मी
देवनागरी
खरोष्ठी

2. "हमेशा रहने वाला।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए?

शाश्वत
समसामयिक
प्राणदा
पार्थिव

3. निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही छन्द का चयन कीजिए?

मंगल भवन अमंगल हारी।
द्रवहु सो दशरथ अजिर बिहारी॥

सोरठा
सवैया
चौपाई
दोहा

4. निम्न में से किसे ‘कथा सम्राट’ कहा जाता है?

प्रेमचन्द
जैनेन्द्र कुमार
फणीश्वरनाथ रेणु
रांगेय राघव

5. ‘माटी हो गई सोना’ गद्य की विधा है-

संस्मरण
रेखाचित्र
लघुकथा
जीवन वृत्तांत
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उत्तर : C A C A A
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