2021-08-02 07:45:28
त्रिनेत्रा बेताल
यह एक ऐसा बेताल है जो साधक की आध्यात्मिक उन्नति एयं सामाजित पथ प्रतिस्ठा में सहायक है । इज़के द्वारा आप समाज मे ज्ञान, अपनी वाणी , इत्यादि के माध्यम से विख्यात हो जाते हैं ।
यह एक राजसिक साधना है , इसे आप अपने घर मे कर सकते हैं ।
राजनीति , इत्यादि में यह अत्यंत सहायक है साथ ही साथ टीचर , या कोई भी ऐसा स्थान जहाँ वाणी की ज़रूरत है वहां यह सहायक है इसलिए साधक इसे कर सकते हैं ।
इसका नाम त्रिनेत्रा इसलिए है क्योंकि यह कुंडलिनी शक्ति के जागरण के रहस्य को भी बताता है साथ ही साथ साधक को उन क्रिया का ज्ञान भी देता है जिसके माध्यम से वह इसे करके अध्यात्म के क्षेत्र में आगे जा सकते हैं ।
ज्ञान के माध्यम से वह जितनी चीज़ों को प्राप्ति कर सकते हैं मंत्र ज्ञान , विज्ञान इत्यादि की ।
यह कोई चमत्कार नही करता है । ना ही पैसा लूटता है । लेकिन यदि आप शेयर बाजार को समझना चाहते हैं तो उसका वह पूरा ज्ञान देगा आपको एक एक चेईज़े बताएगा जिससे आप अपना बिज़नेस खोल सकते हैं ।
दुनिया की कोई ऐसी चीज़ नही है जिसका यह ज्ञान न दे सके ।
यह साधना मैं किसी कारणवश नही कर पाया, यह साधना मुझे अत्यंत प्रिय है साथ ही साथ सुंदर भी है । इसमे किसी प्रकार की कोई हानि नही होती है । मैं इसलिए नही कर पाया था क्योंकि मैंने एक समय मे अगिया बेताल की अधूरी साधना की थी जिस कारण से यह अब कर पाना संभव नही है । स्थान परिवर्थन के कारण मैं अगिया भी नही कर पॉय और न ही इसे लेकिन आप ज़रूर करें यह मेरी व्यक्तिगत राय है ।
साधना मंत्र -
श्रीम त्रिनेत्रा मम सहाय योगेश्वराय ह्लीम हुम् लं वं रं यं हं क्षम शं ॐ ॐ ॐ
माला - रुद्राक्ष - सांस्कारित - 7 मुखी
आसान - नीला
दिशा - पूर्ण और उत्तर का कोन
माला संख्या - 7 माला
समय - सूर्यास्त के बाद
आहार - नॉन वेज , शराब , अंडा सब बंद करना होगा साधना काल मे ।
ब्रह्मचर्य 100% आवश्यक
साधना काल - बगलामुखी साधना को तरह ।
10 दिन साधना 11 वे दिन हवन ।
स्थान परिवर्थन का दोष नही होता है ।
दिया - शुद्ध गाय के घी का
हवन - आम की लकड़ी + नव ग्रह
तर्पण मार्जन - जल + तुलसी के बीज
हवन न करने को स्थिति में कन्याभोज अथवा माला को संख्या 7 से 9 कर दें ।
साधना के बाद ध्यान - एयं क्रियायोग अवश्य करें ।
सफलता 10 पुरुश्चरण आवश्यक सफलता हेतु ।
1.3K viewsAkshay Sharma, 04:45