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हिंदी व्याकरण साहित्य | Hindi Grammar Sahitya

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नवीनतम संदेश 15

2021-07-18 11:19:08 सूर्यकान्त त्रिपाठी "निराला"
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■ निराला कि सर्वप्रथम कविता ‘जूही की कली’ है जो सन 1916 में प्रकाशित हुई परंतु डॉक्टर राम विलास शर्मा के मतानुसार इनकी सर्वप्रथम कविता ‘भारत माता की वन्दना’ है जो सन 1920 ईसवी में प्रकाशित हुई।

■ निराला ने कवित्त को हिंदी का जातीय छंद कहा है।

■ द्विवेदी क़ालीन कवियों में निराला को सर्वाधिक विरोध का सामना करना पड़ा

■ निराला विवेकानंद जी को अपना आध्यात्मिक गुरु मानते थे

■ डॉक्टर राम विलास शर्मा ने निराला को ओज एवं औदात्य का कवि कहा है

■ गंगा प्रसाद पाण्डेय ने ‘महाप्राण निराला’ आलोचना पुस्तक लिखकर निराला को ‘महाप्राण’ नाम दिया।

■ निराला को छायावाद का कबीर भी कहा जाता है।
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2021-07-18 11:18:48 नाटक और एकांकी में अंतर
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नाटक में कई किरदार होते हैं और ये अलग अलग किरदार संवाद करके, अभिनय करके किसी भाव, घटना, सामाजिक राय या कोई अन्य चीजें व्यक्त करते हैं | इसके अलग अलग भाग या अंक हो सकते हैं जो कहानी को निरंतरता देते हैं और हर अंक के साथ कहानी आगे बढती है |

एकांकी भी एक नाटक ही है | इसमें भी कई किरदार और सीन होते हैं जिसमें अलग अलग भाव , विचार या घटनाएं व्यक्त होती हैं पर इसके अलग अलग भाग नहीं होते | ये एक ही अंक में ख़त्म हो जाते हैं | कई अंकों में किरदार और उनका चरित्र एक सामान हो सकता है | ये दर्शकों को उनके पसंदीदा किरदारों से लगातार मिलने का मौका देता है पर हर अंक में कहानी अलग होती है और उसी अंक में ख़त्म हो जाती हैं |
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2021-07-18 08:44:02 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
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✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 138
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर
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1. ‘महोदय’ का सही संधि विच्छेद बताइए?

महो + दय
महा + ओदय
महान + उदय
महा + उदय

2. ‘कनिष्ठ’ शब्द में कौन-सा प्रत्यय प्रयुक्त हुआ है?

इष्ठ
इष्ट
ष्ठ
ष्ट

3. ‘नरोत्तम’ में कौन-सा समास है?

कर्मधारय समास
तत्पुरुष समास
अव्ययीभाव समास
द्विगु समास

4. ‘सिर सहलाए भेजा खाए’ का सही अर्थ बताइए?

एकदम निकट आकर शोरगुल करना
किसी के सिर पर सवार हो जाना
दोस्त बनकर हानि पहुँचाना
चापलूसों के कहने को करना

5. 'राष्ट्र की ..... के लिए शहीदों ने अपना बलिदान दिया'।
उपरोक्त वाक्य में रिक्त स्थान की पूर्ति के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए?

शान
दान
आन
बान
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उत्तर : D A B C C
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2021-07-17 08:48:54 हिंदी साहित्य का इतिहास-भक्तिकाल
आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने संवत् 1375 वि. से 1700 वि . तक के काल -खण्ड को भक्तिकाल कहा है। भक्ति शब्द का उल्लेख सर्वप्रथम श्वेताश्वतर उपनिषद् में किया गया. ‘भजसेवायाम् ‘ धातु में ‘ क्तिन ‘ प्रत्यय लगने से भक्ति शब्द निर्मित हुआ है , जिसका अर्थ है – सेवा।

अब यह शब्द भगवत प्रेम के अर्थ में रूढ हो गया है।भगवत प्रेम से अर्थ है ईश्वर के प्रति परम अनुराग।

ग्रियर्सन-
इन्होंने भक्तिकाल को ‘ धार्मिक पुनर्जागरण ‘ की संज्ञा दी है।
इन्होंने ही भक्तिकाल को ‘ स्वर्णकाल ‘ की संज्ञा दी है।
उन्होंने भक्तिकाल को ‘ बिजली की कौंध के समान ‘ त्वरित उत्पन्न माना है।
रामविलास शर्मा ने भक्तिकाल को ‘ लोकजागरण ‘ की संज्ञा दी है।

आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने भक्तिकाल को ‘ पूर्व मध्यकाल की संज्ञा ‘ दी है।

मिश्रबंधुओं ने भक्तिकाल को ‘ मध्यम काल ‘ की संज्ञा दी है।

आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने “चिंतामणि भाग 1” के निबंध “श्रद्धा और भक्ति” में प्रेम तथा श्रद्धा के योग को *भक्ति कहां है.

प्रस्थानत्रयी में निम्नलिखित रचनाएं आती है–
१ उपनिषद
२ गीता
३ ब्रह्मसूत्र

इन तीनों में भागवत पुराण को जोड़कर प्रस्थान चतुष्टय का निर्माण किया गया

भागवत पुराण में भक्ति के नौ साधनों का उल्लेख है जबकि पति के पांच प्रकार है
१ वात्सल्य
२ सखा भाव
३ दास्य भाव
४ शांत भाव
५ माधुर्य भाव

आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार मुसलमानों के आगमन से भक्ति की शुरुआत हुई. जबकि आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के अनुसार यदि इस्लाम भारत में नहीं आया होता तो भी भक्ति का स्वरूप बारह आने ऐसा ही होता जैसा अब है.

जॉर्ज ग्रियर्सन ने भक्ति को इसायत की देन माना है. भक्ति आंदोलन की शुरुआत सातवीं शताब्दी में आलवार संतो ने दक्षिण भारत में की जो कि मद्रास तथा केरल के रहने वाले थे आलवार संतो की संख्या 12 व नयनवार संतों की संख्या 63 थी इनकी भाषा तमिल थी ये वैष्णव थे.
आलवर का शाब्दिक अर्थ है ईश्वरीय ज्ञान के मूलतत्व तक पहुंचा ज्ञानी या संत

इन संतो ने भजनों के माध्यम से भक्ति का प्रचार प्रसार किया इनके भजनों का आधार गीता, वेद, उपनिषद इत्यादि थे. आलवार संतो की संख्या 12 थी जिनमें एक महिला संत अंडाल (गोदा( थी.

इन के 4000 भजनों का संकलन दिव्य प्रबंधम् में नाथ मुनि ने किया था (9 वी शताब्दी में) आलवार संतो तथा नयन वार संतों का उद्देश्य दक्षिण भारत से “जैन धर्म तथा बौद्ध धर्म” का अंत करना था नयनवार शैव थे.

भज् धातु का सर्वप्रथम प्रयोग कर्ता मोवियर विलयम्स है. आण्डाल को दक्षिण की मीरा कहा जाता है
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2021-07-17 08:45:10 हिन्दी भाषा एवं साहित्य
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✦ आज के लिए प्रश्नोत्तर सीरीज़ : 137
✦ टॉप 5 MCQs प्रश्नोतर
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1. ‘व्यर्थ’ शब्द में किन वर्णों की संधि हुई है?

इ + अ
इ + उ
इ + ए
ई + अ

2. ‘सावधानी’ शब्द में प्रयुक्त हुए प्रत्यय को बताइए?



धानी
आनी

3. ‘पीताम्बर’ में कौन-सा समास है?

बहुव्रीहि समास
द्वंद्व समास
अव्ययीभाव समास
कर्मधारय समास

4. ‘बिल्ली को पहले ही दिन मारना चाहिए’ का सही अर्थ क्या होगा?

भय का शमन प्रारम्भ में ही कर देना चाहिए
दुश्मन पर पहले ही आक्रमण कर देना चाहिए
रौब पहले ही दिन पड़ता है, फिर नहीं
बुरा समय आते ही सचेत हो जाना चाहिए

5. 'जो लोग समय का ख़्याल नहीं रखते उनकी ..... की जाती है।'
उपरोक्त वाक्य में रिक्त स्थान की पूर्ति के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए?

तारीफ़
शिकायत
प्रशंसा
निन्दा
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उत्तर : A A A A D
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2021-07-16 19:55:33 सुमित्रानंदन पंत
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आपका जन्म अल्मोड़ा (उत्तराखंड) के कौसानी (Kausani) गाँव में 20 मई 1900 को हुआ था। आप 1955 से 1962 तक आकाशवाणी से जुडे रहे और मुख्य-निर्माता के पद पर कार्य किया। 28 दिसम्बर 1977 को आपका निधन हो गया। आप हिंदी साहित्य में छायावादी युग के प्रमुख स्तंभों में से एक हैं।

प्रमुख कृतियां : वीणा, उच्छावास, पल्लव, ग्रंथी, गुंजन, लोकायतन पल्लवणी, मधु ज्वाला, मानसी, वाणी, युग पथ, सत्यकाम। आपकी सबसे कलात्मक कविताएं 'पल्लव' में संकलित हैं, जिसमे ३२ कविताओं का संग्रह है।

पुरस्कार/सम्मान : "चिदम्बरा" के लिये भारतीय ज्ञानपीठ, लोकायतन के लिये सोवियत नेहरू शांति पुरस्कार और हिन्दी साहित्य की इस अनवरत सेवा के लिये उन्हें पद्मभूषण से अलंकृत किया गया।
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2021-07-16 19:55:32 कवि नागार्जुन
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प्रश्न:-1 कवि नागार्जुन का मूल नाम क्या था ?
अ)कमलनाथ मिश्र ब) गोपीनाथ मिश्र
स )वैद्यनाथ मिश्र द)बद्रीनाथ मिश्रा

स)वैद्यनाथ मिश्र
प्रश्न:-2 कवि नागार्जुन को दूसरे
किस नाम से जाना जाता है ?
अ)आधुनिक युग का कबीर
ब)आधुनिक युग का तुलसी
स)आधुनिक युग का रहीम
द)आधुनिक युग का दादू दयाल

अ)आधुनिक भारत्त का कबीर
प्रश्न:-3 कवि नागार्जुन ने मैथिली भाषा में कौन सी कविता लिखी थी ?
अ)यह दंतुरित मुस्कान
ब)में मर इतने भी डाल
स) पत्रहीन नग्न गाछ
द) पत्र हीन न गंगा गांव

स) पत्र हीन नग्न गाछ
प्रश्न:-4 कवि नागार्जुन की कविताओं का सही कर्म निर्धारित करें :-
अ) युगधारा, सतरंगे पंखों वाली, तालाब की मछलियां ,प्यासी पथराई आंखें
ब) प्यासी पथराई आँखे ,तालाब की मछलियां ,सतरंगे पंखों वाली,युगधारा
स) प्यासी पथराई आंखे ,तालाब की मछलियां ,सतरंगे पंखों वाली, युगधारा
द) युगधारा, संतरंगे पंखो वाली, प्यासी पथराई आँखे, तालाब की मछलियां

द) युगधारा, संतरंगे पंखो वाली, प्यासी पथराई आँखे, तालाब की मछलियां

प्रश्न:-5 कविता ‘यह तंदूरीत मुसकान’ में कवि नागार्जुन ने किसकी ओर प्रकाश डाला है ?
अ)ईश्वर ब)बालक
स) महान पुरुष द)योवन

ब)बालक
प्रश्न:-6 ”इस अतिथि से प्रिय तुम्हारा क्या रहा संपर्क उंगलियां मां की कराती रही है मधुपर्क” यहाँ” मधुपर्क ” शब्द का क्या अर्थ है?
अ )पलक ब)कमल का फूल
स )पंचामृत द )बालारूण

स)पंचामृत
प्रश्न:-7 ‘अमल धवल गिरि के शिखरों पर’ कविता के रचनाकार है-
अ) केदारनाथ अग्रवाल ब)कमलेश्वर कुमार
स) नागार्जुन द) धूमिल

स)नागार्जुन
प्रश्न:-8 “शैवालों की हरी दरी पर, प्रणय कलह छिड़ते देखा है1” कवि किसके मध्य प्रणय कलह छिड़ते देख रहा है-
अ)हाथी-हथिनी में ब)बगुला -बगुली में
स)चकवा -चकवी में द)शैथलो में

स)चकवा-चकवी में
प्रश्न:-9 ‘कहां गया धनपति कुबेर वह कहां गई वह अलका ‘यहां “अलका “शब्द से क्या अभिप्राय है?
अ)कुबेर का देवता ब)कुबेर का धन
स)वेद का स्वामी द) कुबेर की नगरी

द)कुबेर की नगरी
प्रश्न:-10 “तुंग हिमालय के कंधों पर, छोटी बड़ी कई झीलें हैं” पंक्तियों में निहित अलंकार है-
अ)मानवीकरण ब) अनुप्रास
स)उत्प्रेक्षा द)उपमा

अ)मानवीकरण
प्रश्न:-11 “इंद्रनील की माला डाले, शंख सरीखे सुघढ़ गलों में “यहां “शंख सरीखे सुघढ़ गलों में” में अलंकार है-
अ)अनुप्रास ब) उपमा
स) पुनरुक्ति द) रूपक

ब)उपमा
प्रश्न:-12 “ऋतु बसंत का सुप्रभात था मंद- मंद अनिल बह रहा बालारुण की मृदु किरणें थीं” पंक्तियों में “बालारुण” से क्या अभिप्राय है ?
अ)प्रभात कालीन सूर्य ब) अस्त कालीन सूर्य
स)निम्न कालीन सूर्य द)सूर्य के पश्चात

अ)प्रभात कालीन सूर्य
प्रश्न:-13 ‘कोटि कोटि हाथों के स्पर्श की महिमा’ पंक्ति में कवि ने किसे महिमा का है –
अ)अविरल प्रवाह को ब) दार्शनिकता को
स)मनुष्य के परिश्रम को द)फसल को

स)मनुष्य के परिश्रम को
प्रश्न:-14 “एक के नहीं ,दो कि नहीं ,ढेर सारी नदियों के पानी का जादू :”कविता में “फसल” कविता में कवि किन की ओर इशारा कर रहा है-
अ)फसल की ओर ब)नदियों की ओर
स)खेतों की ओर द) इनमें से कोई नहीं

अ)नदियों की ओर
प्रश्न:-15 ‘बादल को घिरते देखा है’ कविता में कवि ने किस ऋतु का उपागम किया है-
अ)सुख का ब)शरद का
स) ग्रीष्म का द) इनमें से कोई नहीं

द) इनमें से कोई नहीं
प्रश्न:-16 ‘बरस पड़ा होगा यहीं पर ,जाने दो, वह कवि कल्पित था, मैंने तो भीषण जाड़ो में नभचुंबी कैलाश शीर्ष पर, महा मेघ को झंझानिल से गरज-गरज भिड़ते देखा हैं’इन पंक्तियों में किस पर्वत का वर्णन किया गया है-
अ)हिमालय पर्वत ब)आबू पर्वत
स) कैलाश पर्वत द) गिरी पर्वत

स)कैलाश पर्वत
प्रश्न:-17 ‘मानसरोवर के उन स्वर्णिम कमलों पर गिरते देखा है, बादल को घिरते देखा है’, कवि ने बादल को किससे गरजकर भिड़ते देखा है –
अ)बादल से ब) जल से
स) विद्युत से द)वायु से

द)वायु से
प्रश्न:-18 “यह दंतुरित मुस्कान” कविता में कवि ने ‘दंतुरित’किसे कहा है-
अ)बच्चों की नई नई शरारत को
ब)बच्चों की नई नई मधुमिता को
स)बच्चों के नए-नए दांत को
द)उपर्युक्त सभी

स)बच्चों के नये नये दाँत को
प्रश्न:-19 ‘शत-शत निर्झर निर्झरणी -कल मुखरित देवदारु कानन में ‘यहां शत-शत में अलंकार है-
अ)अनुप्रास ब)उपमा
स) पुनरुक्ति द उत्प्रेक्षा

स) पुनरुक्ति
प्रश्न:-20 कवि नागार्जुन हिंदी साहित्य में किस युग का प्रतिनिधित्व करते हैं –
अ)नई कविता ब)प्रगतिवाद
स) प्रयोगवाद द) सभी

ब)प्रगतिवाद
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2021-07-16 19:55:32 तुलसीदास जी
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1 शिवसिंह सेंगर के अनुसार तुलसीदास के द्वारा रचित ग्रंथों की संख्या बताई है
अ.15 ब.16 स.17 द.18

2 तुलसीदास को मुगल काल का सबसे बड़ा आदमी किसने कहा है
अ. ग्रियर्सन ब. विंसेंट स्मिथ
स. मधुसूदन सरस्वती द.नाभादास

3 तुलसीदास के किस ग्रंथ में सूरदास की भ्रमरगीत परंपरा का निर्वहन हुआ है
अ. वैराग्य संदीपनी ब. रामाज्ञा प्रश्नावली
स. पार्वती मंगल द. कृष्ण गीतावली

4 बरवै रामायण में कितने कुल छंद है
अ.69 ब.70 स.71 द.72

5 तुलसीदास की कौन सी रचना पंडित गंगाराम ज्योतिषी के आग्रह पर रचित मानी जाती है
अ.रामाज्ञा प्रश्नावली ब बरवै रामायण
स. वैराग्य संदीपनी द. दोहावली
【द ब द अ अ】
6 तुलसीदास की भक्ति पद्धति है
अ. विनय भाव ब. दास्य भाव
स. सख्य भाव द. माधुर्य भाव

7 बेनी माधव दास के अनुसार तुलसी की सर्वप्रथम रचना है
अ. विनय पत्रिका ब. कवितावली
स. गीतावली द. रामचरितमानस

8 रामलला नहछू में किस छंद का प्रयोग हुआ है
अ. अरुण ब. दोहा
स. सोहर द. चौपाई

9. 1923 ईस्वी में नागरी प्रचारिणी सभा काशी द्वारा तुलसी ग्रंथावली का प्रकाशन कितने खंडों में किया गया
अ.2 ब.3 स.4 द.5

10 आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार तुलसीदास का जन्म स्थान है
अ. सोरों ब. वृंदावन
स. मथुरा द. राजापुर
【ब स स अ द】
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2021-07-16 16:04:24 अतिमहत्वपूर्ण प्रश्नों की सीरीज

1. आलोचना की पुस्तक ‘नया साहित्य : नए प्रश्न’ किसने लिखी - नंददुलारे वाजपेई

2. ‘नई कविता के प्रतिमान’ तथा ‘नए प्रतिमान पुराने निकष’ नामक आलोचनात्मक पुस्तकें किसकी है - लक्ष्मीकांत वर्मा

3. ‘नई कविता सीमाएं और संभावनाएं’ कृति है - गिरिजाकुमार माथुर

4. ‘नई कविता स्वरूप और समस्याएं’ नामक पुस्तक किस साहित्यकार की है - जगदीश गुप्त

5. ‘आधुनिकता के पहलू’ नामक पुस्तक किसने लिखी - विपिन कुमार अग्रवाल

6. हिंदी आलोचना के बीज शब्द, साहित्य का समाजशास्त्र और रूपवाद, आधुनिक हिंदी साहित्य का इतिहास, हिंदी साहित्य का दूसरा इतिहास जैसी पुस्तक किस विद्वान ने लिखी - बच्चन सिंह

7. निबंध ‘कला का तीसरा बाण’ किसने लिखा - मुक्तिबोध

8. ‘रामजी की चींटी : रामजी का शेर’ किस विधा की रचना है - निबंध

9. ‘रामजी की चींटी : रामजी का शेर’ नामक निबंध किसने लिखा - धर्मवीर भारती

10. ‘लघु मानव के बहाने हिंदी कविता पर एक बहस’ तथा ‘शमशेर की काव्यानुभूति की बनावट नामक लंबे आलोचनात्मक निबंध किसने लिखे - विजयदेव नारायण साही
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2021-07-16 16:04:12 हिंदी की प्रसिद्ध कहानियों के पात्र

लहना सिंह, सूबेदारनी, सूबेदार हजारा सिंह, बोधा, वजीरा सिंह ,कीरत सिंह उसने कहा था

अरुण ,मधुलिका, कौशल नरेश, सेनापति पुरस्कार

हीरामन ,हीराबाई तीसरी कसम

बिरजू ,मां ,चंपिया ,जंगी की पतोहू लाल पान की बेगम

मोहना, मिर्दांगिया रसप्रिया

गदल, निहाल ,नारायण गदल

मिस्टर शामनाथ, बूढ़ी मां, पत्नी चीफ की दावत

प्रकाश, बीना, निर्मला, बच्चा एक और जिंदगी

वचन ,लाली, बिन्नी आर्द्रा

लतिका ,डॉक्टर मुखर्जी ,मिस्टर ह्यूबर्ट, गिरीश फादर एलमेंड ,मिस वुड परिंदे

पति ,सीता ,संध्या एक पति के नोट्स

शनिचरी, प्रधान दरोगा ,लीडर कसाईबाड़ा

रजुआ ,शिवनाथ बाबू, शनिचरी देवी जिंदगी और जोंक

लक्ष्मी ,गोविंद ,लाला रूपाराम, रामस्वरूप जहां लक्ष्मी कैद है

हामिद ,अमीना, मोहसीन, सम्मी,नूरे, महमूद ईदगाह

जुम्मन शेख, अलगू चौधरी, पंच परमेश्वर

कैलाश, डॉक्टर चड्ढा मंत्र

मिर्जा, सज्जाद अली ,मीर ,बेगम शतरंज के खिलाड़ी

जोखू,जंगी, ठाकुर ठाकुर का कुआं

वंशीधर, पंडित अलोपीदीन नमक का दारोगा

हल्कू, मुन्नी, जवरा पूस की रात

बेनी माधव सिंह, श्रीकंठ, लाल बिहारी, आनंदी बड़े घर की बेटी

सुजान महतो ,बुलाकी ,भोला सुजान भगत

झूरी ,हीरा, मोती दो बैलों की कथा

माधव घीसू कफन

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