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Abhijeet Srivastava

टेलीग्राम चैनल का लोगो askabhijeet — Abhijeet Srivastava A
टेलीग्राम चैनल का लोगो askabhijeet — Abhijeet Srivastava
चैनल का पता: @askabhijeet
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2022-06-18 09:53:08
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2022-06-18 09:33:56 https://twitter.com/abhijeetrai00/status/1538046882391265280?t=J-UKcBy6E5Q1PtQaSViGzw&s=09

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2022-06-18 08:26:42
सुल्तान महमूद ने तोड़ दिया था प्राचीन कालिका माता का मंदिर, वहां 500 साल बाद आज प्रधानमंत्री मोदी फहराएंगे धर्म ध्वजा! कहते हैं कि इतिहास अपने आप को दोहराता है. मुस्लिम आक्रमणकारी सुल्तान महमूद बेगड़ा ने गुजरात के पावागढ़ में महाकाली मंदिर को तोड़ दिया था…
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2022-06-18 08:26:32
सुल्तान महमूद ने तोड़ दिया था प्राचीन कालिका माता का मंदिर, वहां 500 साल बाद आज प्रधानमंत्री मोदी फहराएंगे धर्म ध्वजा! कहते हैं कि इतिहास अपने आप को दोहराता है. मुस्लिम आक्रमणकारी सुल्तान महमूद बेगड़ा ने गुजरात के पावागढ़ में महाकाली मंदिर को तोड़ दिया था…
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2022-06-18 08:13:56
सुल्तान महमूद ने तोड़ दिया था प्राचीन कालिका माता का मंदिर, वहां 500 साल बाद आज प्रधानमंत्री मोदी फहराएंगे धर्म ध्वजा! कहते हैं कि इतिहास अपने आप को दोहराता है. मुस्लिम आक्रमणकारी सुल्तान महमूद बेगड़ा ने गुजरात के पावागढ़ में महाकाली मंदिर को तोड़ दिया था…
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2022-06-18 08:13:17 सुल्तान महमूद ने तोड़ दिया था प्राचीन कालिका माता का मंदिर, वहां 500 साल बाद आज प्रधानमंत्री मोदी फहराएंगे धर्म ध्वजा!

कहते हैं कि इतिहास अपने आप को दोहराता है. मुस्लिम आक्रमणकारी सुल्तान महमूद बेगड़ा ने गुजरात के पावागढ़ में महाकाली मंदिर को तोड़ दिया था, पीएम नरेंद्र मोदी 500 साल बाद आज उसी मंदिर पर धर्म ध्वजा फहराकर फिर से देशवासियों को समर्पित करेंगे. इस ऐतिहासिक मंदिर से लाखों श्रद्धालु जुड़े हुए हैं और सभी उसके पुनरुद्धार से बहुत खुश हैं.

गुजरात के पंचमहाल जिले में पावागढ़ में पहाड़ी के शिखर पर कालिका माता का मंदिर बना हुआ है. इस मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में हुआ था. मुस्लिम आक्रमणकारी सुल्तान महमूद बेगड़ा ने 15वीं सदी में चम्पानेर पर किए गए हमले के दौरान इस मंदिर के शिखर को ध्वस्त कर दिया था. इसके साथ ही वहां पर पीर सदनशाह की दरगाह बना दी गई थी. चूंकि मंदिर के शिखर पर दरगाह मैनेजमेंट का कब्जा था. इसलिए इतने सालों तक वहां पर कोई शिखर या खंभा भी नहीं लगाया जा सका, जिससे पर मंदिर की पताका फहराई जा सके. 

यह मंदिर चम्पानेर-पावागढ़ पुरातात्विक पार्क का हिस्सा है. यूनेस्को ने इस मंदिर को विश्व विरासत की सूची में शामिल कर रखा है. इस मंदिर में दर्शनों के लिए रोजाना सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचती है. इस मंदिर के सौंदर्यीकरण पर 125 करोड़ रुपये का खर्च किया गया है. इसमें मंदिर के आसपास के इलाके का सौंदर्यीकरण और सीढ़ियों को चौड़ा करने का काम शामिल है.

पीएम नरेंद्र मोदी आज गुजरात के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान वे 21 हजार करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली अलग-अलग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे.

इस दौरान वे पावागढ़ में पुनर्विकसित श्री कालिका माता मंदिर का उद्घाटन भी करेंगे और 500 साल बाद मंदिर की पताका फहराएंगे. वे वडोदरा में गुजरात गौरव अभियान में हिस्सा लेंगे.

साथ ही प्रधानमंत्री सूरत, उधना, सोमनाथ और साबरमती स्टेशनों के पुनर्विकास के साथ-साथ रेलवे की अन्य परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे. 

#TrustNaMo #ModiMatters #ForHindutva #ForHindus
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2022-06-18 05:36:30 आज के समय अगर नेताजी सुभाषचंद्र बोस "आजाद हिंद फौज" बनाते तो कोई भर्ती न होता

क्योंकि वो तो खून मांग रहे थे... बदले मे पेंशन की भी कोई गारंटी नहीं थी.

सेना कोई जॉब या रोजगार का साधन नहीं है, देश के लिए मर मिटने का एक जज्बा है. अगर ये आपके अंदर नहीं है तो आप अग्निवीर नहीं बन सकते.
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2022-06-17 21:01:22 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी रविवार 19 जून, 2022 को सुबह 10:30 बजे प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग और पांच अंडरपास राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस अवसर पर वह सभा को भी संबोधित करेंगे। यह एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना प्रगति मैदान पुनर्विकास परियोजना का एक अभिन्न अंग है।

पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित इस प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना को 920 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है। इसका उद्देश्य प्रगति मैदान में विकसित किए जा रहे नए विश्व स्तरीय प्रदर्शनी और कन्वेंशन सेंटर तक परेशानी मुक्त और सुगम पहुंच प्रदान करना है,जिससे प्रगति मैदान में होने वाले कार्यक्रमों में प्रदर्शकों और आगंतुकों की आसानी से भागीदारी हो सके।

हालांकि इस परियोजना का प्रभाव प्रगति मैदान से बहुत आगे का होगा क्योंकि यह वाहनों की परेशानी मुक्त आवाजाही सुनिश्चित करेगा और जिससे यात्रियों के समय और आवाजाही पर आने वाली लागत को काफी हद तक कम करने में मदद मिलेगी। यह शहरी बुनियादी ढांचे को बदलने के माध्यम से लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए सरकार की व्यापक दृष्टि का हिस्सा है।

मुख्य सुरंग प्रगति मैदान से गुजरने वाली पुराना किला रोड के माध्यम से रिंग रोड को इंडिया गेट से जोड़ती है। छह लेन में इस विभाजित सुरंग के कई उद्देश्य हैं, जिसमें प्रगति मैदान की विशाल बेसमेंट पार्किंग तक पहुंच शामिल है। इस सुरंग का एक अनूठा घटक यह है कि पार्किंग स्थल के दोनों ओर से यातायात की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए मुख्य सुरंग सड़क के नीचे दो क्रॉस सुरंगों का निर्माण किया गया है।

यह सुरंग स्मार्ट फायर प्रबंधन, आधुनिक वेंटिलेशन और स्वचालित जल निकासी, डिजिटल रूप से नियंत्रित सीसीटीवी और सार्वजनिक घोषणा प्रणाली जैसे यातायात की सुचारू आवाजाही के लिए नवीनतम वैश्विक मानक सुविधाओं से लैस है। लंबे समय से प्रतीक्षित यह सुरंग भैरों मार्ग के लिए एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में काम करेगी जिस पर इस समय जो अपनी वहन क्षमता बहुत अधिक दवाब बना हुआ है और इससे भैरों मार्ग पर चलने वाले  आधे से अधिक यातायात भार के कम हो जाने की उम्मीद है।

इस सुरंग के साथ-साथ छह अंडरपास भी होंगे जिसमे चार मथुरा रोड पर, एक भैरों मार्ग पर तथा एक रिंग रोड और भैरों मार्ग के चौराहे पर होगा ।

#TrustNaMo #ModiMatters
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2022-06-17 21:00:49
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2022-06-17 20:23:16 पैसे देने के बजाय 4 साल की ट्रेनिंग का एक कोर्स शुरू करवाते, जिसकी फीस 2 लाख रूपया प्रति वर्ष होती, 4 साल बाद 25 प्रतिशत की सेना में भर्ती की घोषणा होती तो लोग जमीन बेंचकर एडमीशन करा रहे होते।
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