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अध्यात्म(ब्रह्मज्ञान)

टेलीग्राम चैनल का लोगो adhyatmgyan — अध्यात्म(ब्रह्मज्ञान)
टेलीग्राम चैनल का लोगो adhyatmgyan — अध्यात्म(ब्रह्मज्ञान)
चैनल का पता: @adhyatmgyan
श्रेणियाँ: धर्म
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 1.47K
चैनल से विवरण

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नवीनतम संदेश 40

2021-05-31 06:47:40
264 views03:47
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2021-05-29 06:46:01
227 views03:46
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2021-05-29 06:06:58 *ना दिन है ना रात है, ना कोई तन्हा ना कोई साथ है*

*जैसी आँखे वैसी दुनिया, बस इतनी सी बात है*
239 views03:06
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2021-05-29 06:06:38 *क्या हम यह नहीं जानते कि आत्म सम्मान, आत्म निर्भरता के साथ आता है?*

*आप ईश्वर में तब तक विश्वास नहीं कर पाएंगे जब तक आप अपने आप में विश्वास नहीं करते॥*
239 views03:06
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2021-05-29 06:06:01 *ये शोक और मोह जड़ है हमारी सारी तकलीफों के यह शोक और मोह कैसे हैं ? जो हमको प्रिय है ना वह प्रिय धीरे धीरे मोहत्व बन जाता है।*

*व्यक्ति को जब पीड़ा होती है तो मोह से ही हो तो होती है । जीवन में जब समस्याएं आती है तो उसका कारण ही यह शोक और मोह है।*

*जब प्रिय वस्तु की प्राप्ति होती है तो वह धीरे धीरे मोह में परिवर्तित हो जाती है और जब प्रिय वस्तु हमसे दूर होती हैं तो वह धीरे-धीरे शोक में परिवर्तित हो जाती है।*
232 views03:06
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2021-05-26 13:23:16 *बाबा फरीद ने क्या खूब कहा है* -

वेख फरीदा मिट्टी खुल्ली, *(कबर)*
मिट्टी उत्ते मिट्टी डुली; *(लाश)*

मिट्टी हस्से मिट्टी रोवे, *(इंसान)*
अंत मिट्टी दा मिट्टी होवे *(जिस्म)*

ना कर बन्दया मेरी मेरी, *(पैसा)*
ना ऐह तेरी ना ऐह मेरी; *(खाली जाना)*

चार दिना दा मेला दुनिया, *(उम्र)*
फ़िर मिट्टी दी बन गयी ढेरी; *(मौत)*

ना कर एत्थे हेरा फेरी, *(पैसे कारन झुठ, धोखे)*

मिट्टी नाल ना धोखा कर तू, *(लोका नाल फरेब)*
तू वी मिट्टी मैं वी मिट्टी; *(इंसान)*

जात पात दी गल ना कर तू,
जात वी मिट्टी पात वी मिट्टी, *(पाखंड)*

*जात सिर्फ खुदा दी उच्ची,* 
*बाकी सब कुछ मिट्टी मिट्टी*।
136 viewsedited  10:23
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2021-05-26 08:12:28 हर पल
परमात्मा का शुक्र करें।
धन्यता में असीम शक्ति है।
रोज़ शुकराना करें..
ऐ मेरे परमात्मा !
तेरे हर पल का धन्यवाद।
हर स्वांस का धन्यवाद
हाथ थामने का,
मेरे सिर पर हाथ रखने के लिए धन्यवाद।
अपना बनाने का धन्यवाद।
समस्या चाहे जितनी भी बड़ी हो,
बिल्कुल परेशान न हों।
क्योंकि जहाँ आपकी ताकत
समाप्त होती है,
वहां से परमात्मा की रहमत
शुरू होती है।


197 views05:12
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2021-05-26 05:19:23
225 views02:19
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2021-05-26 05:18:41 *चित्र ही नहीं, चरित्र भी*
*सुन्दर हो.........!*
*भवन ही नही, भावना*
*भी सुन्दर हो......!*
*साधन ही नही, साधना*
*भी सुन्दर हो......!*
*दृष्टि ही नहीं, आपका*
*दृष्टिकोण भी सुन्दर हो...!!*
231 views02:18
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2021-05-26 05:18:11 *रहमत तो उसकी सभी पे बराबर है*

*बस कर्म और नसीब की चादर छोटी-बड़ी है..*
229 views02:18
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