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हिंदी मंच - सकारात्मक भाव

टेलीग्राम चैनल का लोगो hindi_manch — हिंदी मंच - सकारात्मक भाव
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चैनल का पता: @hindi_manch
श्रेणियाँ: शिक्षा
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 1.90K
चैनल से विवरण

अगर आप रोजमर्रा की भागम भाग ज़िन्दगी से परेशान हो और आसान उपाय की खोज में हो,
तो हम आपकी दिमाग की थकान का एकदम सटीक इलाज करेंगे,
जी हां हमारे पोस्ट आपको कभी थकान महसूस नहीं होने देंगे, और जीवन में सफल होने के लिए कारगर साबित होंगे।

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नवीनतम संदेश 15

2022-05-19 19:41:33
【 महावीर प्रसाद द्विवेदी : जयंती 】

"If poetry comes not as naturally as the leaves
to a tree it had better not come at all."
John Keats


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174 views16:41
ओपन / कमेंट
2022-05-19 06:41:04
"Good Bye"
Nafrat Bhi Nahi Hai Tumse
Gussa Bhi Nahi Hu Aur Teri Zindagi Ka Ab
Hissa Bhi Nahi Hu

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110 viewsedited  03:41
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2022-05-19 04:23:47 ━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
𝐑𝐎𝐁𝐎 𝐏𝐑𝐎𝐌𝐎𝐓𝐈𝐎𝐍
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2022-05-18 20:03:09 ...
"मन हर पल कविता बुनता है"

9 से 10 बजे
हाँ ...हाँ .... यही वक़्त
सिंक में रखे बर्तन साफ करने का
ये खास वक़्त सिर्फ और सिर्फ
तुमसे जी भर बातें करने का

सोचो तो...
कितना पास रह पाते हैं हम
पास हो कर भी
होते हैं अपने अपने काम में तल्लीन
हाँ.. हूँ ... में ही आधी बातें खत्म

मेरे दिन का आखिरी पहर तो तभी शुरू होता है
जब तुम सामने नहीं होते
तो भी होते हो
बर्तनों पर गिरते पानी में
और साफ हुई थाली कटोरी में
कभी चिमटे की चुटकी भरते
कभी हाथ से छूटती कलछी संभालते

हँस रहे हो .....
हम्महम्म ...?? सोच रहे होंगे न
" कैसी पगलिया है "
यूँ भी कोई बात करता है भला
सच मानो ... ऐन उन पलों में ही
बनती है मेरी सच्ची कविता
सच्चम सच्ची साफ सुथरी कविता
तब लिखने की क़वायद नहीं रहती
तब शब्द भार की मात्राएं नहीं होती
तब तुकांतक भी मिलाने नहीं होते

गुनती हूँ तो तुम्हें
बुनती हूँ तो तुम्हें
धोते मांजते पोंछते बस सोचती हूँ तुम्हें
तरह तरह के गीत बन जाते हैं
जिसे बाद में नहीं गा सकती

कितनी अलग है मेरी चाहना
जिसमें कोई चाह भी नहीं
बस ...तुम ही तुम
और तुममें खुद को ढूंढती मैं
थकी सी रात के कांधे पर
सारे दिन की थकन का सिर टिकाए
खामोश हो जाती हैं वे रसोई की आवाजें
"कल शाम फिर यूँ ही मिलोगे न"
सोचते हुए आँख लग जाती है
कमरे की डिम लाइट में

D P
Deepa M Khetawat
जोधपुर, राजस्थान से

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176 views17:03
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2022-05-18 20:03:02
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164 views17:03
ओपन / कमेंट
2022-05-18 06:43:39
प्रेम
जितने लोग उतनी बातें उतने ही तर्क है
सबने अपने अनुभव के आधार पर आंका हे प्रेम को
पर मैं मानता हूँ प्रेम एक एहसास है और ये वो एहसास है जो हर व्यक्ति के लिए आपके दिल में कभी नही आ सकता ,, भावनाओ के समंदर को स्तब्ध करके जो आपको शून्य कर दे वो प्रेम हे
किसी को लव यू बोलना किसी के साथ सोना किसी के साथ रहने से कभी प्रेम नही होता,,ये सिर्फ एक झूठी तसल्ली है,,प्रेम तो परे है हर भावनाओं से इसके लिए किसी शब्द की जरूरत नही होती आपकी आँखों की नमी बताती है कि आप कितने प्रेम में हो,,,,पर आज कल का प्रेम तो डिजिटल हो गया है फ्रेंड रिक्वेस्ट से शुरू ब्लॉक लिस्ट पे खत्म ,,प्रेम अब हे कहाँ ?
प्रेम कभी गन्दा नही होता गन्दी होती है लोगों की मानसिकता,,,जिस व्यक्ति से प्रेम होता है वो कभी ex नही होता वो कभी बेवफा नही होता ,,प्यार के नाम पर जो लोग अपने ex को गाली देंते हे उन लोगों से प्रेम की उम्मीद रखना मूर्खता हे,
किसी चाह में जीना प्रेम हे
किसी की चाह में मरना प्रेम हे
किसी की एक झलक को तड़पना प्रेम हे
किसी की यादों में खोना प्रेम हे
किसी को खुद में जिन्दा रखना प्रेम हे
किसी के लिए त_उम्र तन्हा तन्हा रहना भी प्रेम हे
234 views03:43
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2022-05-17 12:09:12
स्त्री-वजूद

वजूद स्त्री की तुम क्या परखोगे
अनुपस्थिति में तुम्हारी उपस्थिति
माथे पे दर्शायें रखती हैं,
कहते हो जिसे देखकर तुम 'ब्याहता'
सिन्दूर मे
वह तुम्हें लगाएं रखती है।
छोटी-बडी खुशियां क्या?
सौंदर्य सौंप इठलाती हैं
वजूद तेरे चलाने को
पीड़ा भी सह जाती हैं
धो लेती मैल कपडों की,
तकीया- कुशन मे कवर चढा़ लेतीं
चुपके चुपके
ब्याहता बन स्त्री
अपनी उपस्थित छुपा लेती हैं!
चार भागों में बाँट भाग्य
(/बेटी, बहन,पत्नी, माँ/)
हर रिश्ता मन से निभा लेतीं हैं
माना हुआ
जन्म निराश थे बाबा
सुना कलाई भरा भाई का तब,
वचनबद्ध हुआ भाई
अंतिम-सांसो का संवाद हुआ था तब......
' चूनरीयाँ
तेरहवीं मे भी मायका का होगा हक'
रीति के नाम
लेकर आना मिलने
पुरा-पुरा होगा हक'
ससुराल की दहलीज,
बेटा का कर्तव्य
पति का अधिकार
देखेंगे होकर मौन।
मै-ब्याहता,
निश्चित तब बेटी का कर्त्तव्य निभा जाऊगी
मायका के चूनरीयाँ संग
'बेटी-कुल,खानदान'
का फर्ज निभा जाऊगी!
गुडिय़ा से शुरू किया जो सफर
उफ़्फ
सिन्दूरी प्रातःकाल से
जेठ की दोपहरी तक मौन दफना जाऊगी
छूटीं रहेगी केवल वजूद मेरी
मैं स्त्री
स्वयं को धरापुत्री
नाम से सबोधित करा जाउंगी
अभिलाषा नंदनी।
295 views09:09
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