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Brahmacharya™ (ब्रह्मचर्य) Celibacy

टेलीग्राम चैनल का लोगो brahmacharya — Brahmacharya™ (ब्रह्मचर्य) Celibacy B
टेलीग्राम चैनल का लोगो brahmacharya — Brahmacharya™ (ब्रह्मचर्य) Celibacy
चैनल का पता: @brahmacharya
श्रेणियाँ: मनोविज्ञान , गूढ़ विद्या
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 33.78K
चैनल से विवरण

Brahmacharya ,The Vital Power
ब्रह्मचर्य पालन के लिए इस दुनिया का सर्वश्रेष्ठ और सबसे बड़ा चैनल

#Celibacy
#ब्रह्मचर्य
#meditation
#yoga
#Brahmacharya
#health
#Motivation
#LifeStyle

Ratings & Reviews

3.50

2 reviews

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नवीनतम संदेश 192

2021-04-25 06:05:40

Meditation
for
Early Recovery of
Covid Patients

3.3K viewsedited  03:05
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2021-04-25 05:56:12
3.2K views02:56
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2021-04-24 11:42:32

मन में थोड़ा भी भय है चिंता है तो जरूर सुने

"ईश्वर अपने साथ है डरने की क्या बात है।
"
3.6K views08:42
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2021-04-24 05:25:44 Q. हम प्रयत्न करते हुए भी स्वप्नदोष (Night Fall) को रोक नहीं पाते हैं, इसके लिए क्या करना चाहिए ?

'
पहले यह समझना चाहिए कि स्वप्नदोष क्या है?

‘स्वप्नदोष' का अर्थ है- नींद में स्वयं को रोक न पाना तथा वीर्य का पात होना अथवा निकल जाना, जिसे 'एहतिलाम' भी कहते हैं।

कई नौजवान पहले भूलवश या कुसंग में पड़कर गुप्त ताकत को व्यर्थ गंवाने की आदत डालते हैं तो कई थोड़ा आनंद लेने हेतु अपनी अनमोल वस्तु 'वीर्य' हाथ द्वारा व दूसरी बुरी आदतों द्वारा व्यर्थ बरबाद करते हैं। उसके बाद धीरे-धीरे स्वप्नदोष होना शुरू होता है,

जिसमें पहले तो रात को कभी-कभी स्वप्नदोष होता है। परंतु फिर सप्ताह में कोई दिन खाली नहीं जाता है।  बच्चे पैदा करनेवाली शक्ति को बचपन में ही नष्ट करने से कमर, नसे, दिल, दिमाग, आँते आदि कमजोर होने से भोजन पूरी तरह हजम नहीं होता। फिर

आजकल का समय तो ऐसा आ गया है कि बीमार होते हुए भी सारा दिन दुकान आदि पर बैठे रहते हैं।


सुबह-शाम एक-दो मील पैदल चलना या व्यायाम करना भी लोगों से नहीं होता, और तो और रात को सोने से कुछ समय पहले घर के आँगन में ही घूमना-फिरना भी नहीं होता, जिस कारण अच्छी नींद नहीं आती है।


परंतु फिल्में व नाटक देखना,  अश्लील गाने सुनना, रजोगुणी राग सुनना, गंदी तस्वीरें देखना, अश्लील बातें करना व उन्हें बार बार दोहराना, अपने मन व दिमाग में काम-वासना की बातें सोचते रहना अथवा मासूम बच्चों के दिलों पर ऐसी बुरी बातों का बीज बोना ही अपना कर्तव्य समझ रहे हैं। 




आजकल सोते समय सबको बिस्तर नर्म चाहिए तथा भोजन भी तामसी चाहिए, फिर यदि स्वप्नदोष हुआ तो कौन-सी बड़ी बात है स्वप्नदोष को रोकने के लिए पूरे-पूरे सदाचार की आवश्यकता है।


कहावत है कि ‘संग तैरावे, कुसंग डुबोवे ।' कुसंग करने के कारण व्यक्ति न सिर्फ बदनाम होता है बल्कि बीमार भी होता है, उसे गुप्त रोग होते हैं।



व्यर्थ, अश्लील पुस्तक पढने व चित्र देखने से उनका मन पर गहरा प्रभाव पड़ता है अतः घर में सुंदर धार्मिक पुस्तकें व महात्माओं के, संयमी पुरुषों के चित्र लगाने चाहिए, जिससे सुंदर विचार प्रकट हों।



संगदोष अर्थात् बुरे संग ने बड़े-बड़ों को बरबाद कर दिया है। याद रखना चाहिए कि अच्छा संग वह वस्तु है जो मनुष्य को देवता बना देती है तथा कुसंग मनुष्य को हैवान से भी बुरा बना देता है।

हम जो बुरा व्यवहार करते हैं, उससे न सिर्फ स्वयं के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी परेशानी पैदा करते हैं।

अच्छी चीजे पढ़े , सुबह जल्दी उठ जाए (4 बजे तक )

रात को कम खाना खाए , कब्ज़ न रहने दे।

ज्वाइन @BrahmAcharya
4.1K views02:25
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2021-04-24 03:35:08
#Motivation



मन के हारे हार है मनवा

मन के जीते जीत
3.5K views00:35
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2021-04-24 03:35:08
रोजाना मेडिटेशन में परमात्मा से कनेक्शन जोड़ खुद को शक्तियों से भरे
3.4K views00:35
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2021-04-23 19:46:41 हमारे सभी प्यारे सब्सक्राइबर (
इस मेडिटेशन (

)
का अभ्यास जरूर ही करे ।
(कोई विकल्प नही है इसका )

इयरफोन लगाकर एकांत में,

आज के टाइम मे मानसिक इम्यूनिटी के लिए ये बेहद ज्यादा जरूरी है।

Rojana दिन में कई बार अभ्यास करे ।

न्यूज न देखे। खुद का ख्याल रखे।



अति विशेष पेशकश


V. V. V. V. Important
3.5K viewsedited  16:46
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2021-04-23 14:13:53
3.8K views11:13
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2021-04-23 11:44:34 कोरोना वायरस से बचने के लिए अपने शरीर को ये शक्तिशाली वाइब्रेशन भेजे

कम से कम 10 बार पूरे विश्वास के साथ इन अफर्मेशन का अभ्यास करे।

1. मै एक शक्तिशाली आत्मा हु।

2 परमात्मा की शक्तियों का कवच मेरे चारो तरफ फैला हुआ है ।

3 मेरा शरीर बिल्कुल स्वस्थ है ।

4 मैं बिल्कुल सुरक्षित और निरोगी हु।
3.9K views08:44
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2021-04-23 11:29:38 ब्रह्मचर्य का तात्त्विक अर्थ

‘ब्रह्मचर्य’ शब्द बड़ा चित्ताकर्षक और पवित्र शब्द है | इसका स्थूल अर्थ तो यही प्रसिद्ध है कि  जिसने शादी नहीं की है, जो काम-भोग नहीं करता है, जो स्त्रियों से दूर रहता है आदि-आदि | परन्तु यह बहुत सतही और सीमित अर्थ है | इस अर्थ में केवल वीर्यरक्षण ही ब्रह्मचर्य है | परन्तु ध्यान रहे, केवल वीर्यरक्षण मात्र साधना है, मंजिल नहीं | मनुष्य जीवन का लक्ष्य है अपने-आपको जानना अर्थात् आत्म-साक्षात्कार करना | जिसने आत्म-साक्षात्कार कर लिया, वह जीवन्मुक्त हो गया | वह आत्मा के आनन्द में, ब्रह्मानन्द में विचरण करता है | उसे अब संसार से कुछ पाना शेष नहीं रहा | उसने आनन्द का स्रोत अपने भीतर ही पा लिया | अब वह आनन्द के लिये किसी भी बाहरी विषय पर निर्भर नहीं है | वह पूर्ण स्वतंत्र है | उसकी क्रियाएँ सहज होती हैं | संसार के विषय उसकी आनन्दमय आत्मिक स्थिति को डोलायमान नहीं कर सकते | वह संसार के तुच्छ विषयों की पोल को समझकर अपने आनन्द में मस्त हो इस भूतल पर विचरण करता है | वह चाहे लँगोटी में हो चाहे बहुत से कपड़ों में, घर में रहता हो चाहे झोंपड़े में, गृहस्थी चलाता हो चाहे एकान्त जंगल में विचरता हो, ऐसा महापुरुष ऊपर से भले कंगाल नजर आता हो, परन्तु भीतर से शहंशाह होता है, क्योंकि उसकी सब वासनाएँ, सब कर्त्तव्य पूरे हो चुके हैं | ऐसे व्यक्ति को, ऐसे महापुरुष को वीर्यरक्षण करना नहीं पड़ता,  सहज ही होता है | सब व्यवहार करते हुए भी उनकी हर समय समाधि रहती है | उनकी समाधि सहज होती है, अखण्ड होती है | ऐसा महापुरुष ही सच्चा ब्रह्मचारी होता है, क्योंकि वह सदैव अपने ब्रह्मानन्द में अवस्थित रहता है |

स्थूल अर्थ में ब्रह्मचर्य का अर्थ जो वीर्यरक्षण समझा जाता है, उस अर्थ में ब्रह्मचर्य श्रेष्ठ व्रत है, श्रेष्ठ तप है, श्रेष्ठ साधना है और इस साधना का फल है आत्मज्ञान, आत्म-साक्षात्कार | इस फलप्राप्ति के साथ ही ब्रह्मचर्य का पूर्ण अर्थ प्रकट हो जाता है |

जब तक किसी भी प्रकार की वासना शेष है, तब तक कोई पूर्ण ब्रह्मचर्य को उपलब्ध नहीं हो सकता | जब तक आत्मज्ञान नहीं होता तब तक पूर्ण रूप से वासना निवृत्त नहीं होती | इस वासना की निवृत्ति के लिये, अंतःकरण की शुद्धि के लिये, ईश्वर की प्राप्ति के लिये, सुखी जीवन जीने के लिये, अपने मनुष्य जीवन के सर्वोच्च लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये या कहो परमानन्द की प्राप्ति के लिये… कुछ भी हो, वीर्यरक्षणरूपी साधना सदैव अब अवस्थाओं में उत्तम है, श्रेष्ठ है और आवश्यक है |

वीर्यरक्षण कैसे हो, इसके लिये आने वाले दिनों मे यहाँ हम कुछ स्थूल और सूक्ष्म उपायों की चर्चा करेंगे |
3.9K views08:29
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