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Q. हम प्रयत्न करते हुए भी स्वप्नदोष (Night Fall) को रोक नहीं | Brahmacharya™ (ब्रह्मचर्य) Celibacy

Q. हम प्रयत्न करते हुए भी स्वप्नदोष (Night Fall) को रोक नहीं पाते हैं, इसके लिए क्या करना चाहिए ?

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पहले यह समझना चाहिए कि स्वप्नदोष क्या है?

‘स्वप्नदोष' का अर्थ है- नींद में स्वयं को रोक न पाना तथा वीर्य का पात होना अथवा निकल जाना, जिसे 'एहतिलाम' भी कहते हैं।

कई नौजवान पहले भूलवश या कुसंग में पड़कर गुप्त ताकत को व्यर्थ गंवाने की आदत डालते हैं तो कई थोड़ा आनंद लेने हेतु अपनी अनमोल वस्तु 'वीर्य' हाथ द्वारा व दूसरी बुरी आदतों द्वारा व्यर्थ बरबाद करते हैं। उसके बाद धीरे-धीरे स्वप्नदोष होना शुरू होता है,

जिसमें पहले तो रात को कभी-कभी स्वप्नदोष होता है। परंतु फिर सप्ताह में कोई दिन खाली नहीं जाता है।  बच्चे पैदा करनेवाली शक्ति को बचपन में ही नष्ट करने से कमर, नसे, दिल, दिमाग, आँते आदि कमजोर होने से भोजन पूरी तरह हजम नहीं होता। फिर

आजकल का समय तो ऐसा आ गया है कि बीमार होते हुए भी सारा दिन दुकान आदि पर बैठे रहते हैं।


सुबह-शाम एक-दो मील पैदल चलना या व्यायाम करना भी लोगों से नहीं होता, और तो और रात को सोने से कुछ समय पहले घर के आँगन में ही घूमना-फिरना भी नहीं होता, जिस कारण अच्छी नींद नहीं आती है।


परंतु फिल्में व नाटक देखना,  अश्लील गाने सुनना, रजोगुणी राग सुनना, गंदी तस्वीरें देखना, अश्लील बातें करना व उन्हें बार बार दोहराना, अपने मन व दिमाग में काम-वासना की बातें सोचते रहना अथवा मासूम बच्चों के दिलों पर ऐसी बुरी बातों का बीज बोना ही अपना कर्तव्य समझ रहे हैं। 




आजकल सोते समय सबको बिस्तर नर्म चाहिए तथा भोजन भी तामसी चाहिए, फिर यदि स्वप्नदोष हुआ तो कौन-सी बड़ी बात है स्वप्नदोष को रोकने के लिए पूरे-पूरे सदाचार की आवश्यकता है।


कहावत है कि ‘संग तैरावे, कुसंग डुबोवे ।' कुसंग करने के कारण व्यक्ति न सिर्फ बदनाम होता है बल्कि बीमार भी होता है, उसे गुप्त रोग होते हैं।



व्यर्थ, अश्लील पुस्तक पढने व चित्र देखने से उनका मन पर गहरा प्रभाव पड़ता है अतः घर में सुंदर धार्मिक पुस्तकें व महात्माओं के, संयमी पुरुषों के चित्र लगाने चाहिए, जिससे सुंदर विचार प्रकट हों।



संगदोष अर्थात् बुरे संग ने बड़े-बड़ों को बरबाद कर दिया है। याद रखना चाहिए कि अच्छा संग वह वस्तु है जो मनुष्य को देवता बना देती है तथा कुसंग मनुष्य को हैवान से भी बुरा बना देता है।

हम जो बुरा व्यवहार करते हैं, उससे न सिर्फ स्वयं के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी परेशानी पैदा करते हैं।

अच्छी चीजे पढ़े , सुबह जल्दी उठ जाए (4 बजे तक )

रात को कम खाना खाए , कब्ज़ न रहने दे।

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