2022-02-19 09:18:26
भगवान शिव - सृजनकर्ता - महाशिवरात्री साधना
भगवान शिव ही इस सम्पूर्ण भौतिक ब्रह्माण्ड के जनक हैं और इनके ही माध्यम से समत प्राण स्थापित हैं प्रत्येक वर्ष भगवान् शिव के पूजब हेतु एक विशेष पर्व है जिसकी कथा के साथ आध्यत्मिक महत्व भी हैं और इसी कारण से संस्था द्वारा साधकों को एक विशेष साधना दी जा रही है जिसे साधक ईस शिव रात्री पर करेंगे अर्थात १ मार्च २०२२
मनुष्य पशु जीव जानते वृक्ष हर कोई यह्जनता है यदि शिव की कृपा हो जाये तो यह जीवन हर एक प्रकार से सुख संपन्न हो जाता है व्यक्ति निरोगी जीवन जी सकता है आपनी आर्थिक सम्पन्नता को प्राप्त कर सकते है साथ ही साथ हर एक दिशा में अपना वर्चस्व स्थापित कर सकते हैं जिसके उपर भगवान् शिव की कृपा हुई उसके बाद काल भी दूर हो गये उसके जीवन से इसीलिए शिव ही महाकाल है.
भगवान् शिव की शक्ति एवं उनके योग ध्यान को सम्पूर्ण सृष्टि जानती है की वह ही समय है वह ही जीवन है सबकुछ ही समय का अंग है और इसी के अंतर्गत संस्था द्वारा आपको एक दिव्या साधना प्रदान की जा रही है जो साधक इस शिवरात्रि करेंगे.
सर्वप्रथम यदि साधक कुछ नियम का पालन कर सकें तो वह उचित है -
- जिसमे साधक जप से ४ घंटे पूर्व से कुछ भी न खाएं और २ घंटे पूर्व से कुछ भी न पियें
- नहा धो के जप करें
बस यह दो नियम साधक को एक विशेष अनुभूति एवं शक्ति प्रदान करने में सक्षम है बाकी शिव की इच्छा
मंत्र - ॐ महामाया शक्तिप्रिय बम बम बम हूं हूं शिवाय नमः
इस मंत्र का जप आप महाशिवरात्रि काल में –
प्रथम – शाम 6:07 PM से 06:30 AM तक के बीच में कभी भी कर सकते हैं.
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साधना सामग्री
माला – संस्कारित रुद्राक्ष ५ मुखी अथवा सर्वाधिक शक्तिशाली २ मुखी रुद्राक्ष माला अथवा श्वेतार्क है
माला संख्या – 5
दिवस - 1
दिशा – पूर्व – शक्ति , पश्चिम – विवाह एवं जीवन (रोग मुक्त), उत्तर – धन ऐश्वर्य , दक्षिण – आध्यात्मिक प्रगति
यदि सभी दिशा के फल एक साथ चाहिए तो दक्षिण पूर्व की ओर मुख करके जप करें.
आसान – सफ़ेद
दीपक - सरसों का तेल का दीपक
तंत्र धारण करने की आवश्यकता – आवश्यक नहीं
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हवन सामग्री -
जप के बाद हवन
हवन - आम की लकड़ी
सामग्री - गायके घी में अश्वगंधा की लकड़ी (छोटे छोटे टुकड़े) अथवा बेल के गुदे में घी मिलाके से हवन करें
मार्जन एवं तर्पन - दूध मिश्री , भांग भी मिला सकते हैं
हवन न कर पाने की स्थिति में 5 कुवारी कन्या का भोजन
यदि आप हवन एवं कन्या भोज नहीं कर सकते हैं आप संस्था में निर्धारित शुल्क ७३० का जमा कर दें कन्या भोज करवा दिया जायेगा आपके नाम से.
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विधि -
ब्रह्मचर्य - आवश्यक
भोजन - साधारण
साधना स्थान - घर पर कर सकते हैं।
स्थान परिवर्तन - नही
ध्यान – हाँ
वैवाहिक व्यक्ति - कर सकते है
धार्मिक स्थल पर आना जाना – हाँ
स्त्री कर सकती हैं - हां
- यदि कोई साधक साधना करने में समर्थ नही हैं ऐसी स्थिति में मेरे द्वारा हवन किया जाता है और भगवान् शिव का अमोघ तंत्र का निर्माण भी किया जाता है जिसकी पूर्ण जानकारी आप इस पोस्ट के माध्यम से जान सकेंगे यह प्रक्रिया मेरे द्वारा ५ साधकों हेतु की जाएगी इस वर्ष जिसका शुल्क हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी ३७०० रहेगा. - https://t.me/rajyogipk/2946
- महाशिवरात्रि विशेष अवसर पर प्रथम बार संस्था द्वारा नाग मोहनी तंत्र का निमार्ण किया जायेगा अतः जो साधक इसे धारण करना चाहते हैं वह निर्धारित धनराशी ९१०० की जमा करके इसे प्राप्त कर सकते हैं. यह तंत्र ३ लोगों हेतु उपलब्ध रहेगा - इस तंत्र को धारण करने से समस्त सृष्टि की कृपा साधक पे रहती है विशेषतः साधना सफलता हेतु यह तंत्र अत्यधिक प्रभावशाली है.
- महाशिवरात्रि की साधना सभी साधक करें यह अत्यंत आवश्यक है क्यूंकि मेरे द्वारा सिर्फ ५ साधकों को ही लाभ प्राप्त होगा.
- होलिका दहन की रात्रि सम्पूर्ण होने वाली साधना में जो साधक जुआ सट्टा आकर्षण चाहते हैं भी जल्द से जल्द नामाकन करवा लें.
संपर्क सूत्र - मनीष जी @sahajst
1.0K viewsDewanshu, edited 06:18