मेरी पत्नी और मेरे दरम्यान गृह-युद्ध शुरू हो जाता है तो देश की सरहदों पर दुश्मनों की फ़ौजें खड़ी कर दी जाती हैं देश ख़तरे में है चीज़ों की बढ़ती क़ीमतों को भूल जाओ... https://poshampa.org/khatra-kumar-vikal-hindi-poem/ 95 views07:29