2021-07-14 05:20:13
Dear unique
Its for you
क्यों चलते चलते मेरे पांव
थमने लगते है,,,
क्यों तन मन मेरे तब
आलस्य में रमने लगते है
चाहता तो बोहत हूँ लक्ष्य को
पर
क्यों तब वो धुंधले लगने लगते है
आशावादी हूँ बोहत फिर भी
क्यों
निराशा के बादल मुझे घेरने लगते है
कैसा ये सँघर्ष है,,,
कैसा ये रास्ता है,,,,(2)
ए खुदा अब तू रहमत कर
क्या तेरा नही, मुझसे वास्ता है,,,??
तेरे बच्चे,,,आज मुश्किल में है,,,
असमंजस और विचारो के
कोलाहल में है,,,
तू आ और हाथ थाम ले न,,,
उन सबको दलदल से निकाल ले न,,,
सदा है भरोसा मुझे प्रार्थनाओं पर मेरी,,
क्योंकि दुआएं नही जाती कभी खाली
आज नही तो ज़रुर कल ही
हमारे जीवन मे होगी बोहत खुशहाली
हमारे जीवन मे होगी बोहत खुशहाली
धन्यवाद प्रभु
मैं जानता हूँ, आप हमारे साथ है
अर्थात प्यारे साथियो
सदा अपनी प्रार्थनाओं पर पूर्ण विश्वास कीजिये। आप किसी भी संकट में क्यों न हो। आपका जीवन बदलेगा। ज़रूर बदलेगा। बस विश्वास बनाकर धीरज रखिये।
Never Forget
You are the Pioneer
Of
पवित्र भारत अभियान
THE RAPE FREE INDIA
BY 2040
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जय माता दी
Humanity is the best religion
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