कहां है सुंदरता ?
कहां है पैसा ?
कहां है वो कार ? कहां है वो बंगला ?
कहां गया वो घमंड ??
अंत में सब की एक ही गति होने वाली है ।
अंत में मिट्टी में ही मिलना है सब , कुछ भी साथ नही चलना है !
साथ चलेंगे तो बस आपके पुण्य कर्म जो आपने दूसरो के कल्याण के लिए किए है ।
आज चेक करने का सुंदर मौका हैं।
कॉविड में हमने देखा कितने लोगो ने अपना शरीर छोडा , तो जीवन का कोई भरोसा नहीं है न जाने किस घड़ी हमारे जीवन की शाम आ जाए ....
इसलिए हर दिन चेक करे अगर आज ही आखिरी दिन हुआ तो क्या साथ ले जाऊंगा ,क्या पुण्य का खाता जमा किया है या पाप वाली गठरी बड़ी है ।
अच्छे विचार रखे , अच्छे नेक काम करे।
आत्मा निकल जाए इस देह के पिंजरे से उससे पहले अपनी झोली भर लो पुण्य कर्म करके ।
फिर मत कहना बताया नही था...
अब कोई इतनी बार बताने पर भी न समझे तो उसे क्या समझदार कहेंगे ...?
ज्वाइन करे
जीवन बदलने वाला ग्रुप