आज चाहे जहां भी क्यों न आपकी स्थिति हो,, लेकिन लक्ष्य सदा आदर् | Brahmacharya™ (ब्रह्मचर्य) Celibacy
आज चाहे जहां भी क्यों न आपकी स्थिति हो,, लेकिन लक्ष्य सदा आदर्श रखिये। ब्रह्नचर्य मानव जीवन का सर्वोत्तम रूप है इसी आदर्श को हकीकत बनाने हेतु निरन्तर प्रयासरत रहिये