एक ब्रह्मचारी कभी फैशन न करे। बाहरी सुंदरता की बजाय आंतरिक सुंदरता (दिव्य गुण) पर ध्यान देना चाहिए । न ज्यादा ऊंचा न ज्यादा नीचा । पाउडर,लाली लगा कर कलयुगी परी बनते है । ईश्वरीय आध्यात्मिक ज्ञान से आत्मा का श्रंगार होता है और सतयुगी परी बनते है । "सादा जीवन ऊंच विचार " 3.8K viewsedited 02:52