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Aasan hai !!

टेलीग्राम चैनल का लोगो aasanhai008 — Aasan hai !! A
टेलीग्राम चैनल का लोगो aasanhai008 — Aasan hai !!
चैनल का पता: @aasanhai008
श्रेणियाँ: कोटेशन
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 32.77K
चैनल से विवरण

असंभव की खोज ।।।
➡ आस्था
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Admin 👉 @aasanhaii

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नवीनतम संदेश 4

2023-05-25 05:04:55 ऊपर वाले फोटो में मेरे हेल्थ गुरु की एक पोस्ट पर कुछ लड़कियों का कॉमेंट है, और नीचे वाले फोटो में upsc का Result है। लड़कियों मदद और सहारे की उम्मीद रखे बिना दृढ़ निश्चय और परिश्रम को अपना साथी बना लो, अगर समाज से शिकायत है तो खुद उतरो और दूर करो। अगर हक मिल नही रहा है तो छीनना सीखो। सिर्फ शिकायत मत करो समाधान ढूंढो और अप्लाई करो। शिक्षा, ज्ञान प्राप्त करो, इसी से आपकी दशा और दिशा में अंतर आएगा।
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2023-05-25 05:04:52
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2023-05-25 05:04:47
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2023-05-23 08:01:19
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2023-05-23 08:01:14 12 वीं पास ये सज्जन करते हैं मोची का काम, देते हैं यूनिवर्सिटियों में लैक्चर और इनके साहित्य पर हो रही है रिसर्च

पंजाब के चंडीगढ़ में टांडा रोड के साथ लगते मुहल्ला सुभाष नगर के द्वारका भारती (75) 12 वें पास हैं। घर चलाने के लिए मोची का काम करते हैं। सुकून के लिए साहित्य रचते हैं। भले ही वे 12 वीं पास हैं, पर साहित्य की समझ के कारण उन्हें वर्दीवालों को लेक्चर देने में बुलाया जाता है। कई भाषाओं में साहित्यकार इनकी पुस्तकों का अनुवाद कर चुके हैं। इनकी स्वयं की लिखी कविता एकलव्य इग्नू में एमए के बच्चे पढ़ते हैं, वहीं पंजाब विश्वविद्यालय में 2 होस्टल इन उपन्यास मोची पर रिसर्च कर रहे हैं। वे कहते हैं कि जो व्यवसाय आपका भरण पोषण करे, वह इतना अधम हो ही नहीं सकता, जिसे करने में आपको शर्मिंदगी महसूस होगी।

द्वारका बोले- घर चलाने को गांठता हूँ जूते, सुकून के लिए रचता हूँ साहित्य
सुभाष नगर में प्रवेश करते ही अपनी किराए की छोटी सी दुकान पर आज भी द्वारका भारती हाथों से नए नए जूते तैयार करते हैं। अक्सर उनकी दुकान के बाहर बड़े गाड़ियों में सवार साहित्य प्रेमी अधिकारियों और साहित्यकारों की पहुंचना और साहित्य पर चर्चा करना दिन का हिस्सा हैं। चर्चा के दौरान भी वह अपने काम से जी नहीं चुराते और पूरे मनोयोग से जूते गांठते रहते हैं। फुरसत के पलों में भारती दर्शन और कार्ल मार्क्स के अलावा पश्चिमी व लैटिन अमेरिकी साहित्य का अध्ययन करते हैं।


डॉ.सुरेन्द्र की लेखनी से साहित्य की प्रेरणा मिली

द्वारका भारती ने बताया कि 12 वीं तक पढ़ाई करने के बाद 1983 में होशियारपुर लौटे, तो वह अपने पुश्तैनी पेशे जूते गांठने में जुट गए। साहित्य से लगाव बचपन से था। डॉ.सुरेन्द्र अज्ञात की क्रांतिकारी लेखनी से प्रभावित हो उपन्यास जूठन का पंजाबी भाषा में किया गया। उपन्यास को पहले ही साल बेस्ट सेलर उपन्यास का खिताब मिला। इसके बाद पंजाबी उपन्यास मशालची का अनुवाद किया गया। इस दौरान दलित दर्शन, हिंदुत्व के दुर्ग पुस्तक लेखन के साथ ही हंस, दिनमान, वागर्थ, शब्द के अलावा कविता, कहानी व निबंध भी लिखे।

द्वारका भारती ने बताया कि आज भी समाज में बर्तन धोने और जूते तैयार करने वाले मोची के काम को लोग हीनता की दृष्टि से देखते हैं, जो नकारात्मक सोच को दर्शाता है। आदमी को उसकी पेशा नहीं बल्कि उसका कर्म महान बनाता है। वह घर चलाने के लिए जूते तैयार करते हैं, वहीं मानसिक खुराक व सुकून के लिए साहित्य की रचना करते हैं। जूते गांठना हमारा पेशा है। इसी से मेरा घर व मेरा परिवार का भरण पोषण होता है।
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2023-05-20 10:25:03
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2023-05-15 19:19:09 _*महसूस करें- मैं कृतज्ञ हूँ ,मुझे मिली हर साँस के लिए*_

*सबसे अमीर आदमी*

जॉन डी रॉकफेलर दुनिया के सबसे अमीर आदमी और पहले अरबपति थे।

25 साल की उम्र में, वे अमेरिका में सबसे बड़ी तेल रिफाइनरियों में से एक के मालिक बने और 31 साल की उम्र में, वे दुनिया के सबसे बड़े तेल रिफाइनर बन गए।

38 साल उम्र तक, उन्होंने यू.एस. में 90% रिफाइंड तेल की कमान संभा ली और 50 की उम्र तक, वह देश के सबसे अमीर व्यक्ति हो गए थे।

जब उनकी मृत्यु हुई, तो वह दुनिया के सबसे अमीर आदमी थे।

एक युवा के रूप में वे अपने प्रत्येक निर्णय, दृष्टिकोण और रिश्ते को अपनी व्यक्तिगत शक्ति और धन को बढ़ाने में लगाते थे।

लेकिन 53 साल की उम्र में वे बीमार हो गए। उनका पूरा शरीर दर्द से भर गया और उनके सारे बाल झड़ गए।

नियति को देखिए,उस पीड़ादायक अवस्था में, दुनिया का एकमात्र अरबपति जो सब कुछ खरीद सकता था, अब केवल सूप और हल्के से हल्के स्नैक्स ही पचा सकता था।

उनके एक सहयोगी ने लिखा, "वह न तो सो सकते थे, न मुस्कुरा सकते थे और उस समय जीवन में उसके लिए कुछ भी मायने नहीं रखता था।"

उनके व्यक्तिगत और अत्यधिक कुशल चिकित्सकों ने भविष्यवाणी की कि वह एक वर्ष ही जी पाएँगे।

उनका वह साल बहुत धीरे-धीरे, बहुत पीड़ा से गुजर रहा था।

जब वह मृत्यु के करीब पहुँच रहे थे, एक सुबह उन्हें अहसास हुआ कि वह अपनी संपत्ति में से कुछ भी, अपने साथ अगली दुनिया में नहीं ले जा सकते।

जो व्यक्ति पूरी व्यापार की दुनिया को नियंत्रित कर सकता था, उसे अचानक एहसास हुआ कि उसका अपना जीवन ही उसके नियंत्रण में नहीं है।

उनके पास एक ही विकल्प बचा था। उन्होंने अपने वकीलों, एकाउंटेंट और प्रबंधकों को बुलाया और घोषणा की कि वह अपनी संपत्ति को अस्पतालों में, अनुसंधान के कार्यो में और धर्म-दान के कार्यों के लिए उपयोग में लाना चाहते हैं।

जॉन डी. रॉकफेलर ने अपने फाउंडेशन की स्थापना की। इस नई दिशा में उनके फाउंडेशन के अंतर्गत, अंततः पेनिसिलिन की खोज हुई,मलेरिया, तपेदिक और डिप्थीरिया का इलाज ईजाद हुआ।

*लेकिन शायद रॉकफेलर की कहानी का सबसे आश्चर्यजनक हिस्सा यह है कि जिस क्षण उन्होंने अपनी कमाई का हिस्सा धर्मार्थ देना शुरू किया, उसके शरीर की हालात आश्चर्यजनक रूप से बेहतर होती गई।*

एक समय ऐसा लग रहा था कि वह 53 साल की उम्र तक ही जी पाएँगे, लेकिन वे 98 साल तक जीवित रहे।

रॉकफेलर ने कृतज्ञता सीखी और अपनी अधिकांश संपत्ति समाज को वापस कर दी और ऐसा करने से वह ना केवल ठीक हो गए बल्कि एक परिपूर्णता के अहसास में भर गए। उन्होंने बेहतर होने और परिपूर्ण होने का तरीका खोज लिया।

ऐसा कहा जाता है कि रॉकफेलर ने जन कल्याण के लिए अपना पहला दान स्वामी विवेकानंद के साथ बैठक के बाद दिया और उत्तरोत्तर वे एक उल्लेखनीय परोपकारी व्यक्ति बन गए। स्वामी विवेकानंद ने रॉकफेलर को संक्षेप में समझाया कि उनका यह परोपकार, गरीबों और संकटग्रस्त लोगों की मदद करने का एक सशक्त माध्यम बन सकता है।

अपनी मृत्यु से पहले, उन्होंने अपनी डायरी में लिखा:

मुझे जीवन ने काम करना सिखाया,

मेरा जीवन एक लंबी,सुखद यात्रा है,

काम और आनंद से भरपूर,

मैंने राह की चिंता छोड़ दी,

और ईश्वर ने मुझे हर रोज एक अच्छाई से नवाजा!"

देने का सुख ही जीवन जीने का सुख है



"दुनिया की सारी दौलत से ज्यादा जरूरी है मन की शांति।"
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2023-05-12 20:32:04 सभी पुराने सदस्यों को नमस्ते और जो नए सदस्य जुड़े है उनका स्वागत है चैनल में। ये चैनल हिंदी समाज उपयोगी साहित्य को समर्पित है, इस चैनल का सिर्फ ये ही मकसद है की ज्यादा से ज्यादा पुस्तके मैं आप सभी को उपलब्ध करवा पाऊं। आप लोगो ने सिर्फ इतना अनुरोध है की ज्यादा से ज्यादा युवा साथियों को इस चैनल के बारे में बताए ताकि समाज में थोड़ा ही सही लेकिन हम सब मिलकर सकारात्मक बदलाव ला सके। कोशिश कीजिए की आप सभी लोग कम से कम अपने 5 मित्रो को इस चैनल में जोड़ पाए। और मैं कोशिश करूंगा की आप सबको सर्वश्रेष्ठ साहित्य लगातार उपलब्ध करवाता रहूं।
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2023-05-12 20:19:30 सभी वेद अपलोड कर दिए गए है। विलंब हुआ उसके लिए क्षमाप्रार्थी हूं। आप सभी से अनुरोध है की इस ग्रुप में अपलोड की गई सभी पुस्तके जरूर पढ़े, और अपने युवा भाईयो बहनों और मित्रो को भी इस चैनल के बारे में बताए और उन्हें इसमें जोड़े।
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2023-05-10 10:13:48 MUDRA VIGHYAN.pdf
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