2022-11-22 19:46:05
*आज का चिंतन मनन*
* ज़िन्दगी का सफर, है यह कैसा सफर *
*एक हँसमुखी डॉक्टर बहुत ही होशियार थे। उनके बारे में यह कहा जाता था कि वह मौत के मुंह में से भी बीमार को वापस ले आते थे।*
*डॉक्टर के पास जो भी मरीज आता वह उससे एक फॉर्म भरवाते थे।*
*मरीज से यह पूछते कि आप इस फार्म में लिखें कि यदि आप बच गए तो किस तरह से बाकी जिंदगी जियेगें और आपके जीवन में क्या करना शेष रह गया है जो आप करना चाहेंगें ?*
*सभी मरीज अपने मन की बात लिखने लगे।*
*अगर मैं बच गया तो अपने परिवार के साथ अपना समय बिताउंगा। *
*मैं अपने पुत्र और पुत्री की संतानों के साथ जी भर कर खेलूंगा। *
* मैंने अपने पति और उनके माता पिता का बहुत दिल दुखाया है,ऑपरेशन के बाद मैं उन सबसे माफी मांगूंगी,और उनके साथ हंसी खुशी मिलकर रहूंगी। *
*किसी ने जी भर कर पर्यटन, घूमने का शौक पूरा करने का लिखा। *
*किसी ने तो यह भी लिखा की मेरे द्वारा जिंदगी में यदि किसी को ठेस पहुंची है तो मैं उससे माफी मागूँगा। *
*किसी ने लिखा कि मैं अपनी जिंदगी में हँसी की मात्रा बढ़ा दूंगा। *
*जिंदगी में किसी से भी शिकायत नहीं करूंगा और ना किसी को शिकायत का मौका दूंगा। किसी का भी मन न दुखे ऐसा काम करूंगा। *
*बहुत से लोगों ने तरह-तरह की बातें लिखी।*
*डॉक्टर आपरेशन करने के बाद जब मरीज को छुट्टी देते तब वह लिखा हुआ फार्म उन्हे वापस कर देते थे।*
*मरीज से कहते की आपने जो फॉर्म में लिखा है वह आप अपनी जिंदगी में कितना पूरा कर पा रहे हैं उस पर निशान लगाते जाएं। वापस आएं और मुझे बताएं कि आपने इसमें से किस तरह की जिंदगी जी है। *
*डॉक्टर ने कहा कि एक भी व्यक्ति ने ऐसा नहीं लिखा कि अगर मैं बच गया तो मुझे किसी से बदला लेना है।*
*अपने दुश्मन को खत्म कर दूंगा। मुझे बहुत धन कमाना है। अपने आपको बहुत व्यस्त रखना है। सबसे हंस बोल कर रहना है।*
*प्रत्येक का जीवन जीने का नजरिया अपना-अलग था।*
*डॉक्टर ने प्रश्न किया की जब आप स्वस्थ थे, तब आपने इस तरह का जीवन क्यों नहीं जिया, आप को कौन रोक रहा था। अभी कौन सी देरी हो गई है???*
*कुछ क्षण अपने जीवन के बारे में चिंतन मनन करें। हमें अपनी जिंदगी में किस तरह का जीवन जीना शेष रह गया है जो हम जीवन जीना चाहते थे ? *
*बस इस तरह का जीवन जीना प्रारम्भ करें।*
*जीवन का आनंद तब ही है की जब जीवन की यात्रा पूर्ण हो तब कोई कामना नहीं रहे, कोई ग्लानि ना रहे। *
*मन में यह ना रहे कि मैं जैसा सुंदर जीवन जीना चाहता था, वैसा जीवन नहीं जी सका।*
*हँसते रहिये,हँसाते रहिये।प्यार बांटते चलो।*
*आपके परिवार में सुख , शांति, शक्ति, सम्पति, स्वरुप, संयम, सादगी, सफलता, समृध्दि, साधना, संस्कार और स्वास्थ्य की वृद्धि हो ,और आप का दिन मंगलमय हो
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