“अगर देह का मूल्य लगाकर उसे छुआ जा सकता है तो क्या उसमें रहने वाले हृदय को जानकर उससे प्रेम नहीं किया जा सकता?” https://poshampa.org/algoze-ki-dhun-par-divya-vijay-a-comment-by-devesh-path-sariya/ 136 views08:29