2021-04-23 07:05:57
Important chemistry Questions
महत्वपूर्ण योगिक तथा उनके उपयोग
सलफर और उसके यौगिक (Sulphur and its Compounds)
➤ सल्फर (S), का परमाणु भार 32.4 होता है ।
➤ सल्फर का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1S2,2s2, 2p6, 3s2, 3p4 है ।
➤ पृथ्वी पटल में सल््फर की प्रतिशतता लगभग 0.05% है ।
➤ सल्फ्यूरिक एसिड (H2SO4) सल्फर का प्रमुख यौगिक है ।
➤ इसे रसायनों का सम्राट कहा जाता है।
➤ सल्फ्यूरिक अम्ल को मुख्य तौर पर उर्वरकों के संश्लेषण पेट्रोलियम शोधन रंजक द्रव्यों, डिटर्जेन्ट उद्योग, इत्यादि में उपयोग किया जाता है ।
➤ ज्वालामुखी से निकलने वाली गैसों में मुख्यत: सल्फर डाइऑक्साठड (SO2) होती है जो एक रंगहीन, गंधयुक्त तथा विषैली गैस होती है ।
नाइट्रोजज और उसके यौगिक (Nitrogen and its Compounds)
➤ नाइट्रोजन (N) की परमाणु संख्या 7 और परमाणु द्र॒व्यमान 14.00674 amu होता है |
➤ इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1s2. 2s2,2p3 है |
➤ आयतन की दृष्टि से वायुमंडल का 78% भाग आणविक नाइट्रोजन है ।
➤ वायुमंडल सहित पृथ्वी पर नाइट्रोजन का बाहुल्य भारानुसार 0.01% है ।
➤ नाइट्रोजन यूरिया नामक कार्बनिक यौगिक का प्रमुख अवयव है, इसमें इसकी मात्रा 46 प्रतिशत पाई जाती है ।
➤ उच्च दाब पर अमोनिया को कार्बन डाइऑक्साइड के साथ गर्म करने पर कार्बनिक यौगिक यूरिया प्राप्त होता है ।
➤ पेड़-पौधे मिट्टी से नाइट्रोजन नाइट्रेट्स के रूप में प्राप्त करते हैं और जीवधारी इसे पेड़-पौधे से प्रोटीन के रूप में प्राप्त करते हैं ।
हाइड्रोजन के समस्थानिक (Isotopes of Hydrogen):
➤ हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक ज्ञात हैं जिनकी द्रव्यमान संख्याएँ क्रमश: 1, 2 और 3 हैं ।
➤ हाइड्रोजन के समस्थानिकों को प्रोटियम (H) ड्यूटीरियम (D) और ट्राइटियम (T) कहते हैं ।
➤ हाइड्रोजन का भारी समस्थानिक जिसका द्रव्यमान 2 होता है ड्यूटीरियम या भारी हाइड्रोजन कहलाता है । इसे D से प्रदर्शित करते हैं ।
भारी जल (Heavy Water): हाइड्रोजन के ऑक्साइड D2O (ड्यूटेरियम) को भारी जल कहा जाता है ।
➤ भारी जल की खोज, सन् 1932 ई. में यूरे और वाशबर्न ने की थी |
➤ साधारण जल के लगभग 6000 भागों में 1 भाग भारी जल का होता है ।
➤ मृदु एवं कठोर जल (Soft and Hard Water): जो जल साबुन के साथ आसानी से झाग देता है, उसे मृुदु जल और जो कठिनाई से झाग देता है, उसे कठोर जल कहते हैं ।
➤ जल की कठोरता उसमें कैल्शियम और मैग्नीशियम के बाइकार्बोनेट, क्लोराइड सल्फेट, नाइट्रेट आदि लवणों के घुले होने के कारण होती है ।
➤ साधारण साबुन सिट्रिक एसिड का सोडियम लवण होता हैं जो जल में विलेय है ।
➤ कठोर जल साबुन के साथ झाग बनाने के स्थान पर कैल्शियम और मैग्नीशियम के अविलेय रिएक्टर बनाता है ।
➤ जल की अस्थायी कठोरता (Temporary Hardness) उसमें कैल्शियम और मैग्नीशियम के बाइकार्बोनेट घुले रहने के कारण होती है जो जल को उबालने या जल में चूना डालने से दूर हो जाती हैं ।
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