Important General science अल्फा (α) किरणें: जो किरणें विद्यु | Math#Science#Reasoning#Tet#Ctet#Supertet.com
Important General science
अल्फा (α) किरणें: जो किरणें विद्युत क्षेत्र से गुजरने पर ऋण ध्रुव की ओर मुड़ जाती है, उन्हें (α) अल्फा किरणें कहते हैं।
➤ α-किरणें धनावेशित α- कणों से बनी हैं जिस पर 2 इकाई धनावेश होता है ।
➤ α- कण का भार हीलियम परमाणु के नाभिक के भार के बराबर अर्थात् 4 amu होता है ।
➤ α- कण को 2He4 संकेत से प्रदर्शित किया जाता है ।
➤ किरणों का वगे पक्रा श के वगे का 1/10 होता है ।
➤ इन कणों का द्रव्यमान अधिक होने के कारण इनकी गतिज ऊर्जा अधिक होती है है।
गामा γ किरणें: जो किरणें विद्युत क्षेत्र से गुजरने पर विचलित नहीं होती हैं अर्थात् उदासीन होती हैं उन्हें (γ) किरणें कहते हैं।
➤ γ- किरणों का वेग प्रकाश के वेग के बराबर होता है ।
➤ γ- किरणें X- किरणों के सद्श विद्युत चुम्बकीय विकिरण है γ- किरणों की तंरगदेर्ध्य Å के लगभग होती है ।
➤ γ- किरणें विदूयुत उदासीन होती हैं इन किरणों पर वैदूयुत और चुम्बकीय क्षेत्रों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है ।
➤ ये किरणें जीव कोशिकाओं को नष्ट कर देती है ।
➤ α- किरण की आयनकारी क्षमता β- किरणों की अपेक्षा 100 गुनी तथा γ- किरणों अपेक्षा 10,000 गुनी होती है ।
बीटा (β) किरणें: जो किरणें विद्युत क्षेत्र से गुजरने पर धन धुरव की ओर मुड़ जाती हैं, उन्हें बीटा β- किरणें कहते हैं ।
➤ β- किरणें ऋणावेशित β- कणों से बनी हैं, जो इलेक्ट्रॉन होते हैं ।
➤ β- कण को -1β या le संकेत से प्रदर्शित किया जाता हैं ।
➤ β- किरणों का वेग 2.79 x 1010 सेमी./सेकेण्ड होता है ।
हाइड्रोजन का उपयोग 1. गैसोलिन के उत्पादन में 2. वनस्पति घी के निर्माण में 3. धातुओं को काटने तथा जोड़ने में 4. हैबर विधि से अमोनिया के उत्पादन में 5. द्रव हाइड्रोजन का उपयोग रॉकेट ईंधन के रूप में