2021-06-26 19:41:17
परमात्मा पिता के समान हो जाओप्रभु प्यार की शक्ति का अंत कभी ना पाओगे
जितना चाहते हो उसका हजार गुणा पाओगे
अविनाशी शाश्वत चिरस्थाई है ईश्वर का प्यार
पाओगे तभी इसे जब बन जाओगे बिंदु सार
बिंदु का चिन्तन करके स्वरूप यही अपनाओ
तन का भान भूलो और बिंदु में ही खो जाओ
उड़ चलोगे फिर तुम अपने मूल वतन की ओर
शिव परमात्मा वहाँ मिलेंगे ना होगा कोई शोर
प्रभु प्यार का आँचल वहां फैला हुआ पाओगे
याद कुछ ना रहेगा प्रभु प्यार में समा जाओगे
प्रभु प्यार का मीठा अनुभव बारम्बार खींचेगा
यही ईश्वरीय प्यार आपको दिव्यता से सींचेगा
कालिख पांच विकारों की पूरी ही धुल जाएगी
प्रभु प्यार की झलक आपसे हर आत्मा पाएगी
यही अवस्था अन्त समय होगी बहुत उपयोगी
इसके लिए बनना होगा आपको निरन्तर योगी
तन का भान भुलाकर बिंदु में अब खो जाओ
गुण शक्ति और प्यार में बाप समान हो जाओ
1.8K viewsedited 16:41