Get Mystery Box with random crypto!

Ayurveda Yoga Meditation आयुर्वेद

टेलीग्राम चैनल का लोगो ayurveda_yoga_meditation — Ayurveda Yoga Meditation आयुर्वेद A
टेलीग्राम चैनल का लोगो ayurveda_yoga_meditation — Ayurveda Yoga Meditation आयुर्वेद
चैनल का पता: @ayurveda_yoga_meditation
श्रेणियाँ: स्वास्थ्य
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 45.83K
चैनल से विवरण

Biggest & Best Channel For Ayurveda ,Yoga & Meditation
#Ayurveda
#Yoga
#Meditation
#health
#आयुर्वेद
#योग
#स्वास्थ्य
#herbal
#health_tips
#food
#diet
#lifestyle
#excercise
#मेडिटेशन

Ratings & Reviews

4.00

3 reviews

Reviews can be left only by registered users. All reviews are moderated by admins.

5 stars

1

4 stars

1

3 stars

1

2 stars

0

1 stars

0


नवीनतम संदेश

2024-06-24 02:47:34

आदरणीय मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती जी की जीवन बदलने वाली 52 विशेषताएं ,जिनको अपनाने से जीवन में सफलता सहज ही मिल जायेगी ।

(मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती जी ब्रह्मा कुमारीज की प्रथम मुख्य प्रशासिका थे । आज उनका पुण्य स्मृति दिवस है।)

(अति महत्वपूर्ण)

उनकी जीवन कहानी पर आधारित शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री
https://www.youtube.com/live/IgB9tVe6u5Q?feature=share
4.6K views23:47
ओपन / कमेंट
2024-06-24 02:47:34 प्यारी मम्मा जगदम्बा सरस्वती जी और देश की सभी माताओं को समर्पित ये गीत ,आंखों से मोती छलक जायेगे
4.3K views23:47
ओपन / कमेंट
2024-06-24 02:47:34
4.3K views23:47
ओपन / कमेंट
2024-06-23 16:37:12 ​12 steps on the way to getting rid of unnecessary doubts

1. Don't try to get rid of doubts, live with them!
2. Know your strengths.
3 Don't listen to people who say, "You won't make it.
4. Everything depends on you.
5. Stop being paranoid.
6.Don't be afraid of people.
7. Play up your self-confidence.
8. Don't look for the problem in yourself every time.
9. Ask yourself: well, what's going to happen?
10. Don't wait until there is certainty, but act.
11. Understand what you want out of life.
12. Step over your fears, act in spite of them.
5.4K views13:37
ओपन / कमेंट
2024-06-20 19:08:35
7.4K views16:08
ओपन / कमेंट
2024-06-20 08:08:11
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
8.5K views05:08
ओपन / कमेंट
2024-06-20 08:08:10 योग द्वारा स्वस्थ जीवन
7.3K views05:08
ओपन / कमेंट
2024-06-16 09:30:09 अवचेतन मन को जागृत करने के नियम



-बुक्स पढ़ना

-बुद्वि एक अवरोध है यह जल्दी से किसी बात को स्वीकार नहीं करती । कोई चीज़ लिखी हुई हो तो बुद्वि मान जाती है । इसलिए कोई नई चीज़ किसी को बताये तो लोग कहते है, ये कँहा लिखा हुआ है ।

-दुनियां का हर नियम बुक्स में लिखा हुआ है ।
:
-पुस्तकें पढ़ते पढ़ते हम डॉक्टर, वकील, इंजिनियर या पंडित बन जाते है ।

- जिस भी क्षेत्र में बढ़ना चाहते है । उसकी बुक्स पढा करो । कम से कम महीने में एक नई बुक पढ़ो । अगर आप एक दिन में एक बुक पढे तो विश्व के टोप 10 लोगो में पहुंच जायेंगे ।

नियम-4

-कम से कम 10 हज़ार शुध्द संकल्प ।

-हमारे मन में 5 मुख्य और 5 सूक्ष्म विकारों के इलावा भी अनेक प्रकार के संकल्प, विकल्प चलते रहते हैं । जिनके कारण हमारे पर नाकारात्मकता का असर होता रहता है, हमारी सूक्ष्म शक्ति नष्ट होती रहती है और हम मन चाहे काम नहीं कर पाते ।

-किसी मोटर को चालू करने के लिये 240 बोल्ट बिजली की जरूरत होती है ।

-किसी मोबाइल, टी वी, रेडियो को चलाने लिये 12 बोल्ट विद्युत की जरूरत होती है ।

-शरीर को स्वस्थ रखने लिये शरीर का तापमान 98.4 होना चाहिये ।

-पानी को उबालने लिये 100 डिग्री का ताप चाहिये ।

-शरीर को शक्तिशाली रखने लिये प्रत्येक दिन 5-10 चपाती तथा दूध, चाय, फल और सब्जियों की जरूरत होती है ।

-ऐसे ही अवचेतन मन से काम लेने के लिये कम से कम 10000 शुद संकल्पों की हर रोज़ जरूरत होती ।

-अगर आप 20-25 पेज हर रोज़ अव्यक्त मुरली की बुक या कोई अन्य साकारात्मक बुक पढ़ते है तो उस से भी 10000 शब्द पूरे हो जाते है ।

-अगर आप अढाई घंटा योग लगाते है तब भी ये संकल्प पूरे हो जाते है ।

-अगर आप एक शब्द बाबा आप शांति के सागर है इसे रिपीट करते रहते है तो इस से भी वही बल बनता है ।

-जिस दिन किसी विकार का असर हो रहा हो, खुशी गुम हो रही हो, उत्साह न हो तो यह पाप कर्म के कारण नहीं बल्कि आप के शुध्द संकल्प दस हजार से कम रह गये है इसलिये हो रहा है ।

-चाहे आप कितने ही नामी ग्रामी है अगर 10 हजार से कम शुध्द संकल्प करेगें तो आप का पतन आरम्भ हो जायेगा ।

-अगर अज्ञानी भी दस हजार शुध्द संकल्प हर रोज़ मन में लोरी की तरह गाते रहे तो उन का भी अवचेतन मन कमाल करने लगेगा ।

-ये नियम यूनिवर्सल है ।

-संसार में दुःख अशांति का मूल कारण यही है कि कोई इस नियम को जानता नहीं । धार्मिक लोग भी पाठ कर लेते है जिसके शुध्द शब्द 10 हज़ार से कम बनते है । इसलिये ये लोग भी दुखी रहते है, भिड़ते रहते है, पतित कार्य करने लगते है ।

-जैसे हम हजार काम छोड़ कर भोजन ज़रूर खाते है, ऐसे ही हमें हर रोज़ चाहे कुछ भी हो जायें अपने लिये 10 हजार शुद संकल्पों का बल ज़रूर इकठ्ठा करना है । इस से हमारा चेतन मन हमारे बस में रहेगा और हमारे सभी कार्य ऑटोमेटिक होने लगेंगे ।

ओम शांति
12.2K views06:30
ओपन / कमेंट