*[ परमात्मा ने हम सबको कर्म करने की छूट दे रखी है पर जैसा कर्म करेंगे उसका फल उसे भोगना ही पड़ेगा l* *इसलिये हमें चाहिए कि भजन-सुमिरन,सत्संग, निस्वार्थ सेवा करें एवंम किसी की आत्मा ना दुखाये क्योंकि किसी की आत्मा दुखाना सबसे बड़ा पाप है !!* 187 views02:47