वस्तुनिष्ठ प्रश्न UGC NET PART हिंदी भाषा एवं साहित्य से ज | हिंदी साहित्य / Hindi Sahitya 🌟
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
UGC NET PART हिंदी भाषा एवं साहित्य से जुड़े तथ्य
दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए सार्थक शब्द को क्या कहते हैं?
(A) संधि
(B) समास
(C) अव्यय
(D) छंद
Answer : समास
Explanation : दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए सार्थक शब्द को समास कहते हैं। वस्तुतः यह संक्षेप करने की एक प्रक्रिया है; जैसे-'दया का सागर' का संक्षिप्त अथवा सामासिक रूप ‘दयासागर' है। अन्य विकल्पों में, संधि - दो वर्गों के संयोग से होने वाले विकार को संधि कहते हैं। अव्यय- अव्यय शब्द, उन शब्दों को कहा जाता है, जिनके रूप में लिंग, वचन, पुरुष, काल, कारक इत्यादि के कारण कोई विकार उत्पन्न नहीं होता। छंद-जिस काव्य रचना में मात्राओं और वर्णों की विशेष व्यवस्था और गति की योजना रहती है, उसे छंद कहते हैं।
जितेन्द्रिय में कौन सा समास है?
(A) द्वन्द्व समास
(B) बहुव्रीहि समास
(C) तत्पुरुष समास
(D) द्विगु समास
Answer : बहुव्रीहि समास
Explanation : 'जितेन्द्रिय' में बहुव्रीहि समास है। 'जितेन्द्रिय' का सामासिक विग्रह है-जीत लिया है इन्द्रियों को जिसने वह अर्थात् संयमी पुरुष। यहाँ समस्त पद के माध्यम से किसी तीसरे अर्थ (संयमी पुरुष) का बोध हो रहा है, अत: यह बहुव्रीहि समास का उदाहरण है।
अध्यवसायी का अंग्रेजी पर्याय क्या है?
(A) Apprise
(B) Appraise
(C) Assiduous
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer : Assiduous
Explanation : 'अध्यवसायी' का अंग्रेजी पर्याय रूप 'Assiduous' है। अन्य विकल्पों में दिए गए शब्दों के हिंदी अर्थ भिन्न हैं Apprise मतलब सूचना देना होता है और Appraise मतलब मूल्यांकन।
बंदरिया शब्द में कौन प्रत्यय है?
(A) इका
(B) इत
(C) इया
(D) बंद
Answer : इया
Explanation : बंदरिया शब्द में 'इया' प्रत्यय है। संज्ञा शब्दों में इया प्रत्यय जोड़कर उन्हें स्त्रीलिंग में परिवर्तित किया जाता है। 'बंदरिया' शब्द 'बंदर' मूल शब्द तथा 'इया' प्रत्यय के योग से बना है। इया प्रत्यय से निर्मित अन्य शब्द हैं-जयपुरिया, मुंबइया, उदयपुरिया आदि।
चौराहा का सामासिक विग्रह क्या होगा?
(A) चार राहों का हार
(B) चार राहों का समाचार
(C) चार राहों का समाहार
(D) चार राह
Answer : चार राहों का समाहार
Explanation : चौराहा का सामासिक विग्रह होगा 'चार राहों का समाहार।' यहाँ पूर्वपद 'चार' संख्यावाची विशेषण है तथा विग्रह करने पर समाहार का बोध हो रहा है। अत: यह द्विगु समास का उदाहरण है। द्विगु समास के अन्य उदाहरण हैं–
पंचवटी – पाँच वटों का समाहार,
नवरत्न – नौ रत्नों का समूह,
त्रिभुवन – तीन भवनों का समूह आदि।