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वस्तुनिष्ठ प्रश्न UGC NET PART हिंदी भाषा एवं साहित्य से ज | हिंदी साहित्य / Hindi Sahitya 🌟

वस्तुनिष्ठ प्रश्न
UGC NET PART हिंदी भाषा एवं साहित्य से जुड़े तथ्य

पंक्ति शब्द का तद्भव शब्द क्या होगा?
(A) पांच
(B) पांत
(C) पाद
(D) पर्ण

Answer : पांत
Explanation : पंक्ति शब्द का तद्भव शब्द 'पांत' होगा। 'पंक्ति' तत्सम शब्द है। इसका तद्भव शब्द रूप 'पाँत' है। 'पंक्ति' का अर्थ है-शृंखला अथवा श्रेणी।

‘श्वेत’ और ‘स्वेद’ का अर्थ क्या है?
(A) स्वक्ष और पसीना
(B) सफेद और पसीना
(C) सफेद और रक्त
(D) चाँदनी और सफेद

Answer : सफेद और पसीना
Explanation : 'श्वेत' शब्द का अर्थ है– 'सफेद' और ‘स्वेद' शब्द का अर्थ है– 'पसीना'। 'श्वेत-स्वेद' समोच्चारित भिन्नार्थक शब्द हैं, जिनका उच्चारण समान तथा अर्थ भिन्न है।

संधि के कितने प्रकार होते हैं?
(A) l
(B) 2
(C) 3
(D) 4

Answer : 3
Explanation : संधि के तीन प्रकार होते हैं। जब दो-या-दो से अधिक वर्षों के मूल से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे संधि कहते हैं। संधि मुख्यत: तीन प्रकार की होती है–
1. स्वर संधि – स्वर के साथ स्वर के मेल से उत्पन्न विकार को स्वर संधि कहते हैं।
2. व्यंजन संधि – व्यंजन के साथ व्यंजन या स्वर के मेल से उत्पन्न विकार को व्यंजन संधि कहते हैं।
3. विसर्ग संधि – विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मूल से उत्पन्न विकार को विसर्ग संधि कहते हैं।

दुर्भिक्ष शब्द का अर्थ क्या होता है?
(A) व्यक्तिगत संकट पड़ने पर
(B) अकाल पड़ने पर
(C) देश पर आपदा आने पर
(D) शत्रुओं के आने पर

Answer : अकाल पड़ने पर
Explanation : दुर्भिक्ष (Durbhiksha) शब्द का अर्थ है– 'ऐसा समय जिसमें भिक्षा या भोजन बहुत कठिनता से मिले'। 'बड़ी मुश्किल से भिक्षा मिलना' वाक्यांश के लिए सही शब्द 'दुर्भिक्ष' है। दुर्भिक्ष संज्ञा पुं. [सं.] ऐसा समय जिसमें भिक्षा या भोजन कठिनता से मिले। ऐसी हालात अकाल के समय होती है। यह मनुष्य के साथ पशुवर्गीय प्रजाति पर लागू हो सकता है। इसके बाद आम तौर पर क्षेत्रीय कुपोषण, भुखमरी, महामारी और मृत्यु दर में वृद्धि हो जाती है।

बड़ी मुश्किल से भिक्षा मिलना के लिए एक शब्द क्या है?
(A) दुश्पाच्य
(B) दुर्निवार
(C) दुर्भिक्ष
(D) दुर्भेद्य

Answer : दुर्भिक्ष
Explanation : 'बड़ी मुश्किल से भिक्षा मिलना' वाक्यांश के लिए सही शब्द 'दुर्भिक्ष' है। दुर्भिक्ष संज्ञा पुं. [सं.] ऐसा समय जिसमें भिक्षा या भोजन कठिनता से मिले। ऐसी हालात अकाल के समय होती है। यह मनुष्य के साथ पशुवर्गीय प्रजाति पर लागू हो सकता है। इसके बाद आम तौर पर क्षेत्रीय कुपोषण, भुखमरी, महामारी और मृत्यु दर में वृद्धि हो जाती है।