"सारी कलाएँ एक-दूसरे में समोई हुई हैं, हर कला-कृति दूसरी कलाकृति के अंदर से झाँकती है।" - शमशेर बहादुर सिंह, कवि Shamsher Bahadur Singh | #Kalaa 591 viewsआर्यन - Aryan, 03:55