मोहब्बत कम या ज्यादा करने का उनका अपना पैमाना रहा होगा जिसे | •✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•
मोहब्बत कम या ज्यादा करने का उनका अपना पैमाना रहा होगा जिसे हम लोग ज्यादा समझते हो प्यार कहा वो तो बस नजराना रहा होगा जब दिलाई होगी याद उन्हें उनकी हर बात की तो उस वक्त उनके पास बदलने की मजबूरी या मजबूरी का बहाना रहा होगा