जो साधक एक अच्छे समय से ध्यान एवं क्रियायोग का अभ्यास कर रहे हैं उनके लिए विशेष यह गायत्री का विशेष छंद है । ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात् आज रात्री ध्यान से पूर्व ध्यान मुद्रा में 10 मिनट मानसिक जप कीजिये उसके बाद ध्यान दिशा उत्तर कल मुझे @akshayaghora पर मेसेज करके अवश्य बताएं की अन्य दिनों के ध्यान में और आज रात्री के ध्यान में आपको क्या अंतर महसूस हुआ जिसे कुछ भी नही समझ मे आया वो इसे न करें । प्रश्न न पूछें इस विषय मे। 1.2K viewsAkshay Sharma, 14:05