आज का गीता ज्ञान सत्त्वं सुखे सञ्जयति रजः कर्मणि भारत। ज्ञानमावृत्य तु तमः प्रमादे सञ्जयत्युत।। (अध्याय 14, श्लोक 9) श्रीमद भगवद गीता के अमृत ज्ञान से अपने जीवन में प्रकाश और खुशियां भरे 7 views06:53