"कभी-कभी पिता का हाथ उनके घुटनों पर फिरता है अजीब गोलाइयों में घूमता है और फिर पैरों की तरफ़ बढ़ जाता है कभी-कभी तो वह घण्टों तक हड्डियों के उस हाशिए पर ही पड़ा रहता है..." https://poshampa.org/my-fathers-left-hand-david-bottoms-in-hindi/ 112 views07:16