आख़िर यह किनके हाथों सौंप दिया है ईश्वर तुमने अपना बड़ा कारोबार? अपना कारख़ाना बन्द करके किस घोंसले में जा छिपे हो भगवान? https://poshampa.org/dushchakra-mein-srashta-a-poem-by-viren-dangwal/ 87 views03:29